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रविवार, 10 मार्च 2019

घर



      एक युवा अफ्रीकी शरणार्थी जो स्टीवेन के नाम से जाना जाता है, बिना किसी देश का व्यक्ति है। उसे लगता है कि उसका जन्म मोज़ाम्बीक या जिम्बाब्वे में हुआ होगा। परन्तु उसने कभी अपने पिता को नहीं जाना, और उसकी माता का, जो गृह युद्ध के कारण बचकर भागी थी, और गलियों में कुछ-कुछ बेचती हुई, एक से दूसरे देश में चलती चली गई, देहांत हो गया था। बिना किसी पहचान पत्र के और अपने जन्म के स्थान का कोई प्रमाण न दे सकने के कारण स्टीवेन एक ब्रिटिश पुलिस थाने में आया, और अनुरोध करने लगा कि उसे पकड़कर जेल में डाल दिया जाए। स्टीवेन को नागरिकता के अधिकार और लाभ के बिना गलियों में भटकने से भला जेल में रहना लगा।

      परमेश्वर के वचन बाइबल के एक प्रमुख नायक, प्रेरित पौलुस ने जब इफिसुस की मसीही मण्डली को पत्री लिखी, तो उन्हें प्रभु यीशु में विश्वास द्वारा उन्हें मिली स्वर्गीय नागरिकता के बारे में समझाया। उसके वे गैर यहूदी पाठक जानते थे कि परदेशी और यात्री होकर जीना कैसा होता है (2:12)। किन्तु प्रभु यीशु मसीह में विश्वास लाने और उसमें जीवन तथा आशा प्राप्त कर लेने (1:13) के बाद उन्होंने जान लिया था कि परमेश्वर के राज्य का नागरिक होने का अर्थ क्या था (मत्ती 5:3)। प्रभु यीशु मसीह में होकर उन्होंने समझा था कि उस पिता के साथ पहचान हो जाने और उसके द्वारा देखभाल किए जाने का अभिप्राय क्या है (मत्ती 6:31-33) जिसके बारे में प्रभु यीशु ने बताया है।

      किन्तु पौलुस ने इस बात का भी एहसास किया कि जैसे-जैसे बीता समय अदृश्य होता चला जाता है, बीती बातों की स्मृतियाँ भी धूमिल होती चली जाती हैं, जिससे फिर हम यह भूलने लगते हैं कि यद्यपि अब हम मसीही विश्वासियों के लिए आशा भविष्य का नया मानदंड है, परन्तु पहले निराशा हमारे जीवन की सच्चाई हुआ करती थी।

      हमारा प्रभु परमेश्वर हमारी सहायता करे कि हम उसकी सुरक्षा और देखभाल में सदा बने रहें। हम यह कभी न भूलें कि प्रभु यीशु मसीह में लाए गए विश्वास के द्वारा ही हमें परमेश्वर के परिवार का सदस्य होने और उन स्वर्गीय अधिकारों और भलाईयों का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। - मार्ट डीहान


आशा उनके लिए ही सबसे सार्थक होती है जिन्होंने निराशा में जीवन व्यतीत किया हो।

इसलिये पहिले तुम उसके राज्य और धर्म की खोज करो तो ये सब वस्तुएं भी तुम्हें मिल जाएंगी। सो कल के लिये चिन्‍ता न करो, क्योंकि कल का दिन अपनी चिन्‍ता आप कर लेगा; आज के लिये आज ही का दुख बहुत है। - मत्ती 6:33-34

बाइबल पाठ: इफिसियों 2:11-22
Ephesians 2:11 इस कारण स्मरण करो, कि तुम जो शारीरिक रीति से अन्यजाति हो, (और जो लोग शरीर में हाथ के किए हुए खतने से खतना वाले कहलाते हैं, वे तुम को खतना रहित कहते हैं)।
Ephesians 2:12 तुम लोग उस समय मसीह से अलग और इस्‍त्राएल की प्रजा के पद से अलग किए हुए, और प्रतिज्ञा की वाचाओं के भागी न थे, और आशाहीन और जगत में ईश्वर रहित थे।
Ephesians 2:13 पर अब तो मसीह यीशु में तुम जो पहिले दूर थे, मसीह के लोहू के द्वारा निकट हो गए हो।
Ephesians 2:14 क्योंकि वही हमारा मेल है, जिसने दोनों को एक कर लिया: और अलग करने वाली दीवार को जो बीच में थी, ढा दिया।
Ephesians 2:15 और अपने शरीर में बैर अर्थात वह व्यवस्था जिस की आज्ञाएं विधियों की रीति पर थीं, मिटा दिया, कि दोनों से अपने में एक नया मनुष्य उत्पन्न कर के मेल करा दे।
Ephesians 2:16 और क्रूस पर बैर को नाश कर के इस के द्वारा दोनों को एक देह बनाकर परमेश्वर से मिलाए।
Ephesians 2:17 और उसने आकर तुम्हें जो दूर थे, और उन्हें जो निकट थे, दोनों को मेल-मिलाप का सुसमाचार सुनाया।
Ephesians 2:18 क्योंकि उस ही के द्वारा हम दोनों की एक आत्मा में पिता के पास पंहुच होती है।
Ephesians 2:19 इसलिये तुम अब विदेशी और मुसाफिर नहीं रहे, परन्तु पवित्र लोगों के संगी स्‍वदेशी और परमेश्वर के घराने के हो गए।
Ephesians 2:20 और प्रेरितों और भविष्यद्वक्ताओं की नेव पर जिसके कोने का पत्थर मसीह यीशु आप ही है, बनाए गए हो।
Ephesians 2:21 जिस में सारी रचना एक साथ मिलकर प्रभु में एक पवित्र मन्दिर बनती जाती है।
Ephesians 2:22 जिस में तुम भी आत्मा के द्वारा परमेश्वर का निवास स्थान होने के लिये एक साथ बनाए जाते हो।  

एक साल में बाइबल:  
  • व्यवस्थाविवरण 11-13
  • मरकुस 12:1-27



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