एक अत्याधिक गरम दिन में, आठ वर्षीय कारमाइन
मैकडैनियल यह सुनिशचित करना चाहता था कि उन्हें डाक बांटने वाले डाकिए के लिए ठंडा
पानी और स्फूर्तिदायक ठंडा पेय उपलब्ध हो। इसलिए उसने अपने घर के बरामदे में एक
कूलर में ठन्डे पानी की बोतलें और एक ठंडा पेय रख दिया। उसके परिवार द्वारा
सुरक्षा के लिए लगाए गए कैमरे में, उन वस्तुओं को देखकर, डाकिए की प्रतिक्रिया रिकॉर्ड
हो गई: “अरे वाह, पानी और पेय! परमेश्वर आपका धन्यवाद, धन्यवाद!” कारमाइन की माँ
ने कहा, “कारमाइन को लगता है कि चाहे वे घर पर न भी हों, तो भी यह उनका कर्तव्य है
कि डाकिए को कुछ ठंडा पीने के लिए उपलब्ध रहे।”
यह कहानी हमारे हृदयों को छूती है, किन्तु
साथ ही हमें यह भी स्मरण करवाती है कि कोई है जो हमारी “हर एक घटी को पूरा करेगा”
जैसा कि परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रेरित पौलुस ने लिखा। यह लिखते समय पौलुस जेल
में बंदी था और उसका भविष्य अनिश्चित था। उसने फिलिप्पी के मसीही विश्वासियों के
प्रति अपने आनन्द को व्यक्त किया, क्योंकि उनकी आर्थिक सहायता में हो कर परमेश्वर
ने पौलुस की आवश्यकताओं को पूरा किया था। फिलिप्पी की मसीही मंडली धनी तो नहीं थी,
परन्तु उदार अवश्य थी, और अपनी निर्धनता में भी वे पौलुस और अन्य लोगों की सहायता
करते थे (2 कुरिन्थियों 8:1-4)। पौलुस ने लिखा की जिस प्रकार से उन्होंने उसकी
सहायता तथा आवश्यकताओं की पूर्ति की थी, उसी प्रकार से परमेश्वर भी उनके लिए
करेगा: “और मेरा परमेश्वर भी अपने उस धन के अनुसार जो महिमा सहित मसीह यीशु में
है तुम्हारी हर एक घटी को पूरी करेगा” (फिलिप्पियों 4:19)।
परमेश्वर अकसर अनेपक्षित स्त्रोतों से सहायता
उपलब्ध करवा देता है; वह हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए औरों को सहायातार्थ
खड़ा करता है। जब हम उस पर भरोसा बनाए रखते हैं, तो जैसे पौलुस ने सीखा, हम भी
पाएंगे कि सच्चे संतोष का स्त्रोत वही है, उसकी सहायता सदा उपलब्ध रहती है। -
मार्विन विलियम्स
परमेश्वर के
संसाधन, हमारी आवश्यकताओं से सदा बढ़कर होते हैं।
अब हे भाइयों,
हम तुम्हें परमेश्वर के उस अनुग्रह का समाचार देते हैं, जो मकिदुनिया की कलीसियाओं पर हुआ है। कि क्लेश की बड़ी परीक्षा में उन
के बड़े आनन्द और भारी कंगालपन के बढ़ जाने से उन की उदारता बहुत बढ़ गई। और उनके
विषय में मेरी यह गवाही है, कि उन्होंने अपनी सामर्थ्य भर
वरन सामर्थ्य से भी बाहर मन से दिया। और इस दान में और पवित्र लोगों की सेवा में
भागी होने के अनुग्रह के विषय में हम से बार बार बहुत बिनती की। - 2 कुरिन्थियों
8:1-4
बाइबल पाठ:
फिलिप्पियों 4:10-20
फिलिप्पियों
4:10 मैं प्रभु में बहुत आनन्दित हूं कि अब इतने दिनों के बाद तुम्हारा विचार
मेरे विषय में फिर जागृत हुआ है; निश्चय तुम्हें आरम्भ में
भी इस का विचार था, पर तुम्हें अवसर न मिला।
फिलिप्पियों
4:11 यह नहीं कि मैं अपनी घटी के कारण यह कहता हूं; क्योंकि
मैं ने यह सीखा है कि जिस दशा में हूं, उसी में सन्तोष
करूं।
फिलिप्पियों
4:12 मैं दीन होना भी जानता हूं और बढ़ना भी जानता हूं: हर एक बात और सब दशाओं में
तृप्त होना, भूखा रहना, और बढ़ना-घटना
सीखा है।
फिलिप्पियों
4:13 जो मुझे सामर्थ्य देता है उस में मैं सब कुछ कर सकता हूं।
फिलिप्पियों
4:14 तौभी तुम ने भला किया, कि मेरे क्लेश में मेरे सहभागी
हुए।
फिलिप्पियों
4:15 और हे फिलप्पियो, तुम आप भी जानते हो, कि सुसमाचार प्रचार के आरम्भ में जब मैं ने मकिदुनिया से कूच किया तब
तुम्हें छोड़ और किसी मण्डली ने लेने देने के विषय में मेरी सहयता नहीं की।
फिलिप्पियों
4:16 इसी प्रकार जब मैं थिस्सलुनीके में था; तब भी तुम ने
मेरी घटी पूरी करने के लिये एक बार क्या वरन दो बार कुछ भेजा था।
फिलिप्पियों
4:17 यह नहीं कि मैं दान चाहता हूं परन्तु मैं ऐसा फल चाहता हूं, जो तुम्हारे लाभ के लिये बढ़ता जाए।
फिलिप्पियों
4:18 मेरे पास सब कुछ है, वरन बहुतायत से भी है: जो वस्तुएं
तुम ने इपफ्रुदीतुस के हाथ से भेजी थीं उन्हें पाकर मैं तृप्त हो गया हूं,
वह तो सुगन्ध और ग्रहण करने के योग्य बलिदान है, जो परमेश्वर को भाता है।
फिलिप्पियों
4:19 और मेरा परमेश्वर भी अपने उस धन के अनुसार जो महिमा सहित मसीह यीशु में है
तुम्हारी हर एक घटी को पूरी करेगा।
फिलिप्पियों
4:20 हमारे परमेश्वर और पिता की महिमा युगानुयुग होती रहे। आमीन।
एक साल में
बाइबल:
- रूत 1-4
- लूका 8:1-25
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