अपने बेटी को स्कूल छोड़कर आने के लिए मुझे एक
मील चलना पड़ता है, और यह मुझे अवसर प्रदान करता है कि मैं बाइबल के कुछ पद कंठस्त
कर सकूँ – यदि मैं ऐसा करना चाहूँ तो! जब मैं उस समय का उपयोग अपने मन में
परमेश्वर के वचन को दोहराने के लिए करती हूँ, तो मैं पाती हूँ कि शेष दिन में भी
वह वचन मुझे स्मरण आता रहता है, मुझे शान्ति और सद्बुद्धि प्रदान करता रहता है।
परमेश्वर के वचन बाइबल में हम पाते हैं कि जब
मूसा ने इस्राएलियों को प्रतिज्ञा किए हुए देश में प्रवेश करने की तैयारी के लिए
निर्देश दिए, तो उसने उन से बल देकर कहा कि वे परमेश्वर के वचनों और आज्ञाओं की
निकटता में बने रहें (व्यवस्थाविवरण 6:1-2)। इस उद्देश्य से कि वे उस देश में
फले-फूलें, उसने उन लोगों से कहा कि वे उन वचनों पर मनन करते रहें, और अपने बच्चों
के साथ उन पर चर्चा करते रहें (पद 6, 7)। उसने तो यह भी कहा कि वे लोग उन्हें अपनी
कलाई और माथे पर बाँध लें (पद 8)। वह नहीं चाहता था कि वे लोग कभी परमेश्वर के वचन
को, उसे आदर देने वाली उसकी प्रजा होने को, और उसकी कृपा तथा आशीष के पात्र होने
को भूलें।
आज आप परमेश्वर के वचन के विषय क्या रवैया
रखते हैं? एक विचार यह हो सकता है कि आप पवित्र शास्त्र में से प्रतिदिन एक पद लिख
लें, और जब भी आप हाथ धोएं, या पानी पीएं, तो उस पद को भी पढ़ें और फिर उस पर मनन
करते रहें। यह भी कर सकते हैं कि सोने से पहले परमेश्वर के वचन से एक छोटा खंड
पढ़ें, और उस पर विचार करते हुए सो जाएं, उसे अपने अन्दर कार्य करने दें। परमेश्वर
के वचन को अपने निकट रखने के अनेकों तरीके हैं; बस उसके निकट बने रहें। - एमी
बाउचर पाई
अपने आप को
परमेश्वर के वचन से घेर लें।
मैं ने तेरे वचन
को अपने हृदय में रख छोड़ा है, कि तेरे विरुद्ध पाप न करूं। -
भजन 119:11
बाइबल पाठ: व्यवस्थाविवरण
6:1-9
व्यवस्थाविवरण
6:1 यह वह आज्ञा, और वे विधियां और नियम हैं जो तुम्हें
सिखाने की तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने आज्ञा दी है, कि तुम
उन्हें उस देश में मानो जिसके अधिकारी होने को पार जाने पर हो;
व्यवस्थाविवरण
6:2 और तू और तेरा बेटा और तेरा पोता यहोवा का भय मानते हुए उसकी उन सब विधियों और
आज्ञाओं पर, जो मैं तुझे सुनाता हूं, अपने
जीवन भर चलते रहें, जिस से तू बहुत दिन तक बना रहे।
व्यवस्थाविवरण
6:3 हे इस्राएल, सुन, और ऐसा ही करने
की चौकसी कर; इसलिये कि तेरा भला हो, और
तेरे पितरों के परमेश्वर यहोवा के वचन के अनुसार उस देश में जहां दूध और मधु की
धाराएं बहती हैं तुम बहुत हो जाओ।
व्यवस्थाविवरण
6:4 हे इस्राएल, सुन, यहोवा हमारा
परमेश्वर है, यहोवा एक ही है;
व्यवस्थाविवरण
6:5 तू अपने परमेश्वर यहोवा से अपने सारे मन, और सारे जीव,
और सारी शक्ति के साथ प्रेम रखना।
व्यवस्थाविवरण
6:6 और ये आज्ञाएं जो मैं आज तुझ को सुनाता हूं वे तेरे मन में बनी रहें;
व्यवस्थाविवरण
6:7 और तू इन्हें अपने बाल-बच्चों को समझाकर सिखाया करना, और
घर में बैठे, मार्ग पर चलते, लेटते,
उठते, इनकी चर्चा किया करना।
व्यवस्थाविवरण
6:8 और इन्हें अपने हाथ पर चिन्हानी कर के बान्धना, और ये
तेरी आंखों के बीच टीके का काम दें।
व्यवस्थाविवरण
6:9 और इन्हें अपने अपने घर के चौखट की बाजुओं और अपने फाटकों पर लिखना।
एक साल में बाइबल:
- 1 राजाओं 19-20
- लूका 23:1-25
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