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शनिवार, 9 मई 2015

निश्चिंत


   पिछली गर्मियों में मेरे पति और मैंने मिलकर एक संगीत समारोह आयोजित किया जो कैंसर से पीड़ित बच्चों के इलाज संबंधी अनुसन्धान में सहायता राशि जमा करने के लिए था। हमने उस समारोह को अपने घर के पीछे के आंगन में आयोजित किया था किंतु बिगड़ते मौसम ने ऐन मौके पर हमें हमारी योजना बदलने पर मजबूर कर दिया और समारोह से कुछ घंटे पहले ही हमें आयोजन से संबंधित सब कुछ अपने चर्च प्रांगण में बनी व्यायामशाला में ले जाना पड़ा। आयोजन के स्थानांतरण के कार्य में हमारे मित्र और परिवार के लोग सहायता करने लगे, कोई खाने-पीने के सामान को तो कोई सजावट की चीज़ों को तो कोई अन्य संगीत संबंधित सामान को नए स्थान पर ले जाने लगा, तो कोई अन्य निमंत्रित 100 से भी अधिक मेहमानों को फोन करके आयोजन के नए स्थल के बारे में बताने लगा। इस व्यस्तता में मेरे पति के चिंतित चेहरे को देख, हमारी बेटी रोज़ी ने अपने पिता को गले लगाते हुए उनसे कहा, "पापा चिंता मत करो; हम सब आपके साथ हैं!"

   किसी परेशानी के समय ऐसा सुनना बहुत शान्तिदायक होता है, हमें स्मरण दिलाता है कि हम अकेले नहीं हैं; कोई और भी हमारे साथ है जो हमें आश्वस्त कर रहा है, "मत घबराओ, मैं तुम्हारे लिए यहीं हूँ, उपलब्ध हूँ, और जहाँ कहीं कुछ रह जाएगा, मैं उसे संभाल लूँगा। मैं तुम्हारे लिए आँखों और हाथों का एक और जोड़ा बन जाऊँगा।" 

   जब इस्त्राएली मिस्त्र के दास्तव से निकल कर वाचा किए हुए कनान देश की स्वतंत्रता की ओर जा रहे थे तो उन्हें वापस दास्तव में खींच लाने के लिए मिस्त्र के राजा फिरौन ने अपनी सेना और रथों को उनके पीछे भेजा (निर्गमन 14:17); परन्तु "तब परमेश्वर का दूत जो इस्राएली सेना के आगे आगे चला करता था जा कर उनके पीछे हो गया; और बादल का खम्भा उनके आगे से हटकर उनके पीछे जा ठहरा" (निर्गमन 14:19)। परमेश्वर ने इस प्रकार उनकी रात भर रक्षा और अगुवाई करी तथा उन्हें लाल समुद्र को दो भाग करके सुरक्षित दूसरे छोर पर ले गया।

   आज भी हमारा परमेश्वर पिता हमें आश्वस्त करता है, निश्चिंत रहो, मैं सर्वदा तुम्हारे साथ हूँ (इब्रानियों 13:5); इसीलिए प्रेरित पौलुस ने रोम के मसीही विश्वासियों को लिखी अपनी पत्री में उन्हें समझाया, "सो हम इन बातों के विषय में क्या कहें? यदि परमेश्वर हमारी ओर है, तो हमारा विरोधी कौन हो सकता है?" (रोमियों 8:31) - सिंडी हैस कैस्पर


हमारी ज़िम्मेदारी है अपनी चिंताओं को उतार देना, परमेश्वर की ज़िम्मेदारी है उन चिंताओं को समाधान के लिए उठा लेना।

तब तेरा प्रकाश पौ फटने की नाईं चमकेगा, और तू शीघ्र चंगा हो जाएगा; तेरा धर्म तेरे आगे आगे चलेगा, यहोवा का तेज तेरे पीछे रक्षा करते चलेगा। - यशायाह 58:8

बाइबल पाठ: निर्गमन 14:19-25
Exodus 14:19 तब परमेश्वर का दूत जो इस्राएली सेना के आगे आगे चला करता था जा कर उनके पीछे हो गया; और बादल का खम्भा उनके आगे से हटकर उनके पीछे जा ठहरा। 
Exodus 14:20 इस प्रकार वह मिस्रियों की सेना और इस्राएलियों की सेना के बीच में आ गया; और बादल और अन्धकार तो हुआ, तौभी उस से रात को उन्हें प्रकाश मिलता रहा; और वे रात भर एक दूसरे के पास न आए। 
Exodus 14:21 और मूसा ने अपना हाथ समुद्र के ऊपर बढ़ाया; और यहोवा ने रात भर प्रचण्ड पुरवाई चलाई, और समुद्र को दो भाग कर के जल ऐसा हटा दिया, जिससे कि उसके बीच सूखी भूमि हो गई। 
Exodus 14:22 तब इस्राएली समुद्र के बीच स्थल ही स्थल पर हो कर चले, और जल उनकी दाहिनी और बाईं ओर दीवार का काम देता था। 
Exodus 14:23 तब मिस्री, अर्थात फिरौन के सब घोड़े, रथ, और सवार उनका पीछा किए हुए समुद्र के बीच में चले गए। 
Exodus 14:24 और रात के पिछले पहर में यहोवा ने बादल और आग के खम्भे में से मिस्रियों की सेना पर दृष्टि कर के उन्हें घबरा दिया। 
Exodus 14:25 और उसने उनके रथों के पहियों को निकाल डाला, जिससे उनका चलना कठिन हो गया; तब मिस्री आपस में कहने लगे, आओ, हम इस्राएलियों के साम्हने से भागें; क्योंकि यहोवा उनकी ओर से मिस्रियों के विरुद्ध युद्ध कर रहा है।

एक साल में बाइबल: 
  • 2 राजा 7-9
  • यूहन्ना 1:1-28



शुक्रवार, 8 मई 2015

सृष्टि


   मैं और मेरा बेटा अपने घर वापस लौट रहे थे। हमने दूर से ही एक विशाल खाई के किनारे उगे हुए अकेले पेड़ पर बैठे एक विशाल पक्षी को देखा। हमारे निकट आने पर वह पक्षी, अमेरिका में पाया जाने वाला सुनहला गरुड़, पेड़ से उछला, अपने पंख फैलाए और उड़ान भरने लगा। उस गरुड़ के विशालकाय पंखों में बनी सुनहरी धारियाँ प्रातः के सूरज की रौशनी में झिलमिलाने लगीं; उसके विशाल आकार और अद्भुत सुन्दरता ने हमें मन्त्रमुग्ध सा कर दिया। परमेश्वर की सृष्टि की उस विलक्षण रचना तथा सुन्दरता को देख पाने के अवसर के लिए हमने अपने आप को धन्य जाना।

   सृष्टि परमेश्वर के विस्मयकारी तथा पराक्रमी कामों का वर्णन करती है (भजन 145:5) और जब हम थम कर परमेश्वर के उन कामों पर मनन करते हैं तो उन्हें बनाने और चलाने वाले परमेश्वर के चरित्र और सामर्थ पर हमें आश्चर्य होता है, उसके सामने हम नतमस्तक हो जाते हैं। उस दिन उस सुनहले गरुड़ ने मुझे और मेरे पुत्र को परमेश्वर की विलक्षण कारीगरी और महानता का एक पाठ पढ़ाया। लेकिन इस पाठ को हमें केवल विशालकाय चीज़ें ही नहीं पढ़ाती हैं, वरन परमेश्वर की सारी सृष्टि उसका गुणगान करती है, उसकि गवाही देती है; चहकता और मधुर गीत गाता कोई छोटा सा पक्षी, जंगल में विचरण करती हिरणी और कुलाँचे भरता उसका मेमना, कभी शाँत तो कभी रौद्र रूप ले लेने वाली सागर की लहरें, इधर-उधर मैदानों में खिलने वाले छोटे छोटे रंगीन सुन्दर फूल, बसन्त ऋतु आते ही सूखे पेड़ों का परिवर्तित होकर हरियाली से ढक जाना - ये सब परमेश्वर की उस अद्भुत रचना-कला और बुद्धिमता के नमूने और प्रमाण हैं।

   परमेश्वर अनायास ही अपनी रचना-कला, सुन्दरता और बुद्धिमता के प्रमाण हमारे समक्ष बिलकुल अप्रत्याशित रीति से और अनपेक्षित स्थानों पर ले आता है, उनमें होकर उसकी महिमा हमारे सामने चमकती है, और हमें अवसर प्रदान करता है कि हम उसकी सृष्टि में होकर उसके गुणों को समझ सकें, फिर उन गुणों पर मनन तथा विचार कर के उसे और निकटता से जान सकें, उसकी आराधना कर सकें। - डेव एग्नर


आश्चर्यचकित होने के लिए सदा तैयार रहें। - ई. बी. व्हाईट

आकाश ईश्वर की महिमा का वर्णन कर रहा है; और आकशमण्डल उसकी हस्तकला को प्रगट कर रहा है। - भजन 19:1

बाइबल पाठ: भजन 145:1-7
Psalms 145:1 हे मेरे परमेश्वर, हे राजा, मैं तुझे सराहूंगा, और तेरे नाम को सदा सर्वदा धन्य कहता रहूंगा। 
Psalms 145:2 प्रति दिन मैं तुझ को धन्य कहा करूंगा, और तेरे नाम की स्तुति सदा सर्वदा करता रहूंगा। 
Psalms 145:3 यहोवा महान और अति स्तुति के योग्य है, और उसकी बड़ाई अगम है। 
Psalms 145:4 तेरे कामों की प्रशंसा और तेरे पराक्रम के कामों का वर्णन, पीढ़ी पीढ़ी होता चला जाएगा। 
Psalms 145:5 मैं तेरे ऐश्वर्य की महिमा के प्रताप पर और तेरे भांति भांति के आश्चर्यकर्मों पर ध्यान करूंगा। 
Psalms 145:6 लोग तेरे भयानक कामों की शक्ति की चर्चा करेंगे, और मैं तेरे बड़े बड़े कामों का वर्णन करूंगा। 
Psalms 145:7 लोग तेरी बड़ी भलाई का स्मरण कर के उसकी चर्चा करेंगे, और तेरे धर्म का जयजयकार करेंगे।

एक साल में बाइबल: 
  • 2 राजा 4-6
  • लूका 24:36-53



गुरुवार, 7 मई 2015

सताव


   मैं सताव के बारे में व्यक्तिगत अनुभव से कुछ नहीं जानती क्योंकि मेरा शारीरिक स्वास्थ्य मेरे मसीही विश्वास के कारण कभी किसी खतरे में नहीं पड़ा। सताव के विषय में मेरी जो भी जानकारी है वह मेरे इसके बारे में पढ़ने और सुनने के द्वारा ही है। लेकिन यह बात संसार में हमारे बहुत से अन्य मसीही विश्वासी भाई-बहनों के लिए सत्य नहीं है। उन में से कुछ तो प्रतिदिन अपनी जान के जोखिम में जीते हैं केवल इस कारण कि वे प्रभु यीशु से प्रेम करते हैं और चाहते हैं कि और लोग भी उसके बारे में जानें।

   एक अन्य प्रकार का सताव भी है जो जान के लिए खतरनाक ना सही लेकिनमन को दुखी करने वाला अवश्य है। यह है मसीह यीशु को व्यक्तिगत रीति से अपना उद्धारकर्ता नहीं स्वीकार करने वाले प्रीय तथा परिवार जनों से आने वाला सताव। जब हमारे ये प्रिय जन हमारे मसीही विश्वास का मज़ाक उड़ाते हैं और जिन बातों को हम मानते हैं उनके कारण और हमारे परमेश्वर के प्रति अपने प्रेम को व्यक्त करने की विधि को लेकर हमारा ठठ्ठा करते हैं तो हमें आभास होता है कि हम उनको अप्रीय औरौनसे तिरिस्कृत हैं, जो अवश्य ही दुखदायी भी होता है।

   प्रेरित पौलुस ने मसीही विश्वासियों को सचेत किया कि मसीह यीशु पर विश्वास लाना और निभाना मसीही विश्वासी के जीवन में सताव को भी लेकर आएगा: "पर जितने मसीह यीशु में भक्ति के साथ जीवन बिताना चाहते हैं वे सब सताए जाएंगे" (2 तिमुथियुस 3:12)। प्रभु यीशु ने अपने अनुयायियों से स्पष्ट कहा कि उनके सताने वाले उनके अपने घर के लोग ही होंगे (मत्ती 10:34-36)। लेकिन सब से अधिक कष्ट तब होता है जब वे लोग जिनसे हम प्रेम करते हैं तथा हम जिनका भला करना चाहते हैं, वे ही परमेश्वर के उनके प्रति प्रेम का तिरिस्कार करें, उसका उपहास करें।

   हमारे प्रभु यीशु ने हमें सिखाया है कि हम अपने सताने वालों के लिए प्रार्थना करें (मत्ती 5:44), और यह केवल प्रीय या परिवार जनों के लिए ही नहीं वरन हम से बैर करने और हमें सताने वाले अजनबियों के लिए भी लागू है। परमेश्वर हमें अनुग्रह दे कि हम प्रत्येक प्रकार के सताव में उसके प्रति विश्वास में दृढ़ बने रहें और सभी सताए जाने वालों के लिए प्रार्थना करते रहें। - जूली ऐकैअरमैन लिंक


लोग हमारे सन्देश का उपहास कर सकते हैं, परन्तु वे हमारी प्रार्थनाओं को नहीं रोक सकते।

परन्तु मैं तुम से यह कहता हूं, कि अपने बैरियों से प्रेम रखो और अपने सताने वालों के लिये प्रार्थना करो। - मत्ती 5:44

बाइबल पाठ: मत्ती 10:32-38
Matthew 10:32 जो कोई मनुष्यों के साम्हने मुझे मान लेगा, उसे मैं भी अपने स्‍वर्गीय पिता के साम्हने मान लूंगा। 
Matthew 10:33 पर जो कोई मनुष्यों के साम्हने मेरा इन्कार करेगा उस से मैं भी अपने स्‍वर्गीय पिता के साम्हने इन्कार करूंगा। 
Matthew 10:34 यह न समझो, कि मैं पृथ्वी पर मिलाप कराने को आया हूं; मैं मिलाप कराने को नहीं, पर तलवार चलवाने आया हूं। 
Matthew 10:35 मैं तो आया हूं, कि मनुष्य को उसके पिता से, और बेटी को उस की मां से, और बहू को उस की सास से अलग कर दूं। 
Matthew 10:36 मनुष्य के बैरी उसके घर ही के लोग होंगे। 
Matthew 10:37 जो माता या पिता को मुझ से अधिक प्रिय जानता है, वह मेरे योग्य नहीं और जो बेटा या बेटी को मुझ से अधिक प्रिय जानता है, वह मेरे योग्य नहीं। 
Matthew 10:38 और जो अपना क्रूस ले कर मेरे पीछे न चले वह मेरे योग्य नहीं।

एक साल में बाइबल: 
  • 2 राजा 1-3
  • लूका 24:1-35



बुधवार, 6 मई 2015

तैयार


   मेरा बेटा एक लंबा अवकाश लेकर घर आया हुआ था। एक दिन उस ने मेरे कार्य करने के कमरे का दरवाज़ा खटखटाया, अन्दर आया और मुझ से पूछा कि मैं क्या कर रहा हूँ? मैंने उत्तर दिया कि "मैं रविवार की बाइबल क्लास की तैयारी कर रहा हूँ"; और फिर यह सोचते हुए कि मैं अकसर कुछ ना कुछ तैयार करने के लिए अपने कमरे में कार्यरत रहता हूँ, मैंने आगे कहा, "लगता है कि मैं सदा ही कुछ तैयार कर रहा होता हूँ"।

   मैं परमेश्वर का बहुत धन्यवादी हूँ उन अवसरों के लिए जो वह मुझे प्रदान करता है कि मैं दूसरों तक उसके वचन को पहुँचा सकूँ। लेकिन इस कार्य में कुछ तनाव भी रहता है जब आप सदा किसी ना किसी के लिए कुछ ना कुछ तैयार करने में लगे रहते हैं। ऐसे में घर, परिवार और अन्य बातों के लिए अपनी प्राथमिकताओं को निर्धारित करना और निभाना कभी कभी कठिन भी हो जाता है, क्योंकि सदा ही कोई पाठ, कोई सन्देश, या कोई दस्तावेज़ आपके समय और मन पर हावी होता है।

   सदा तैयारी करते रहने के इस विचार ने मुझ में जिज्ञासा उत्पन्न करी और मैंने परमेश्वर के वचन बाइबल में खोज कर देखा कि इस विषय में वहाँ क्या शिक्षाएं दी गई हैं। मुझे मिला कि बाइबल हम मसीही विश्वासियों को सदा तैयारी करते रहने के लिए सिखाती है। परमेश्वर को समर्पित हृदय को उसकी सेवा के लिए सदा तैयारी करते रहना है (1 शमूएल 7:3)। हमें भले कार्यों के लिए सदा तैयार रहना है (2 तिमुथियुस 2:21); हमें पवित्रशास्त्र की सच्चाईयों की सुरक्षा करने और समझाने के लिए सदा तैयार रहना है (1 पतरस 3:15)। प्रेरित पौलुस यह भी स्मरण करवाता है कि अपने संसाधानों का सेवकाई में दान करने के लिए भी योजनाबद्ध रीति से तैयार रहना है (2 कुरिन्थियों 9:5)।

   यह तो बस एक शुरूआत है; परमेश्वर को भाते रहने वाला जीवन व्यतीत करने के लिए हमें मानसिक, आत्मिक और शारीरिक रिति से तैयार रहना है। लेकिन इसके लिए हमें किसी तनाव में आने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि परमेश्वर स्वयं हमें इसके लिए आवश्यक सामर्थ और मार्गदर्शन देगा। परमेश्वर से प्रार्थना करें कि जब हम उसकी सेवकाई करने, उसे आदर देने और दूसरों को उसके बारे में बताने के लिए तैयार होते हैं तो इन सब में वह ही हमारा मार्गदर्शन करे। - डेव ब्रैनन


आज का सही उपयोग ही कल की सर्वोत्तम तैयारी है।

सो हे प्यारो जब कि ये प्रतिज्ञाएं हमें मिली हैं, तो आओ, हम अपने आप को शरीर और आत्मा की सब मलिनता से शुद्ध करें, और परमेश्वर का भय रखते हुए पवित्रता को सिद्ध करें। - 2 कुरिन्थियों 7:1 

बाइबल पाठ: 2 तिमुथियुस 2:19-26
2 Timothy 2:19 तौभी परमेश्वर की पड़ी नेव बनी रहती है, और उस पर यह छाप लगी है, कि प्रभु अपनों को पहिचानता है; और जो कोई प्रभु का नाम लेता है, वह अधर्म से बचा रहे। 
2 Timothy 2:20 बड़े घर में न केवल सोने-चान्दी ही के, पर काठ और मिट्टी के बरतन भी होते हैं; कोई कोई आदर, और कोई कोई अनादर के लिये। 
2 Timothy 2:21 यदि कोई अपने आप को इन से शुद्ध करेगा, तो वह आदर का बरतन, और पवित्र ठहरेगा; और स्‍वामी के काम आएगा, और हर भले काम के लिये तैयार होगा। 
2 Timothy 2:22 जवानी की अभिलाषाओं से भाग; और जो शुद्ध मन से प्रभु का नाम लेते हैं, उन के साथ धर्म, और विश्वास, और प्रेम, और मेल-मिलाप का पीछा कर। 
2 Timothy 2:23 पर मूर्खता, और अविद्या के विवादों से अलग रह; क्योंकि तू जानता है, कि उन से झगड़े होते हैं। 
2 Timothy 2:24 और प्रभु के दास को झगड़ालू होना न चाहिए, पर सब के साथ कोमल और शिक्षा में निपुण, और सहनशील हो। 
2 Timothy 2:25 और विरोधियों को नम्रता से समझाए, क्या जाने परमेश्वर उन्हें मन फिराव का मन दे, कि वे भी सत्य को पहिचानें। 
2 Timothy 2:26 और इस के द्वारा उस की इच्छा पूरी करने के लिये सचेत हो कर शैतान के फंदे से छूट जाएं।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 राजा 21-22
  • लूका 23:26-56



मंगलवार, 5 मई 2015

वचन


   इंग्लैंड के सम्राट जेम्स परमेश्वर के वचन बाइबल के, उनके नाम से जाने वाले, अंग्रेज़ी अनुवाद के लिए प्रसिद्ध हैं। जिन दिनों में उनके द्वारा करवाए गए बाइबल के अंग्रेज़ी अनुवाद की छपाई चल रही थी, उन्ही दिनों में उन्होंने बाइबल पर आधारित प्रार्थनाओं की पुस्तक "The Book of Common Prayer" में भी संशोधन करवा कर उसके छापने की आज्ञा दी। आज भी प्रयोग होने वाली इस प्रार्थना पुस्तक में, जो विभिन्न प्रकार की प्रार्थनाओं का अद्भुत संग्रह है, एक विलक्षण प्रार्थना है बाइबल में दिए गए परमेश्वर के वचनों को अपने अन्दर समावेश कर लेने के लिए: "धन्य परमेश्वर, आपने जो हमारी शिक्षा के लिए पवित्र शास्त्र को लिखवाया है, हम पर यह अनुग्रह करें कि हम उसे सुनें, पढ़ें, चिन्हित करें, सीखें और अपने अन्दर समावेश कर लें जिससे की आपके वचन के धैर्य और शान्ति के द्वारा हम अनन्त जीवन की धन्य आशा का अंगिकार कर के उसे सदा थामे रहें।"

   इससे भी कई सदी पहले यर्मियाह भविष्यद्वक्ता ने परमेश्वर के वचन द्वारा हमारे मनों भली बातों का पोषण देने वाला बताया: "जब तेरे वचन मेरे पास पहुंचे, तब मैं ने उन्हें मानो खा लिया, और तेरे वचन मेरे मन के हर्ष और आनन्द का कारण हुए; क्योंकि, हे सेनाओं के परमेश्वर यहोवा, मैं तेरा कहलाता हूँ" (यर्मियाह 15:16)। जब हम बाइबल के किसी खण्ड को पढ़ते, चिन्हित करते, सीखते और अपने अन्दर समावेश करते हैं और प्रार्थना के साथ उस पर मनन करते हैं, तब हम उस वचन को अपने अन्दर कार्यकारी होने, हमारा मार्गदर्शन करने और हमें सामर्थ प्रदान करने का अवसर देते हैं, हम परमेश्वर की निकटता में बढ़ते हैं।

   परमेश्वर से माँगें कि वह आपको आज यह सामर्थ दे कि आप उसके वचन बाइबल को अपने हृदय से ग्रहण कर सकें, उससे बल तथा मार्गदर्शन पा सकें। जब आप शान्त और समर्पित मन के साथ परमेश्वर के पास आएंगे और उसके साथ बैठेंगे, वह आपको अपने बारे में अपने वचन से सिखाएगा। - डैनिस फिशर


कुछ पुस्तकें चखने के लिए होती हैं, कुछ अन्य निगल जाने के लिए; लेकिन कुछ होती हैं समय लेकर चबा-चबा कर खाने और पचाकर अपने अन्दर ले लेने के लिए। - बेकन

तब यीशु ने उन यहूदियों से जिन्हों ने उन की प्रतीति की थी, कहा, यदि तुम मेरे वचन में बने रहोगे, तो सचमुच मेरे चेले ठहरोगे। - यूहन्ना 8:31

बाइबल पाठ: यर्मियाह 15:15-21
Jeremiah 15:15 हे यहोवा, तू तो जानता है; मुझे स्मरण कर और मेरी सुधि ले कर मेरे सताने वालों से मेरा पलटा ले। तू धीरज के साथ क्रोध करने वाला है, इसलिये मुझे न उठा ले; तेरे ही निमित्त मेरी नामधराई हुई है। 
Jeremiah 15:16 जब तेरे वचन मेरे पास पहुंचे, तब मैं ने उन्हें मानो खा लिया, और तेरे वचन मेरे मन के हर्ष और आनन्द का कारण हुए; क्योंकि, हे सेनाओं के परमेश्वर यहोवा, मैं तेरा कहलाता हूँ। 
Jeremiah 15:17 तेरी छाया मुझ पर इुई; मैं मन बहलाने वालों के बीच बैठकर प्रसन्न नहीं हुआ; तेरे हाथ के दबाव से मैं अकेला बैठा, क्योंकि तू ने मुझे क्रोध से भर दिया था। 
Jeremiah 15:18 मेरी पीड़ा क्यों लगातार बनी रहती है? मेरी चोट की क्यों कोई औषधि नहीं है? क्या तू सचमुच मेरे लिये धोखा देने वाली नदी और सूखने वाले जल के समान होगा? 
Jeremiah 15:19 यह सुनकर यहोवा ने यों कहा, यदि तू फिरे, तो मैं फिर से तुझे अपने साम्हने खड़ा करूंगा। यदि तू अनमोल को कहे और निकम्मे को न कहे, तब तू मेरे मुख के समान होगा। वे लोग तेरी ओर फिरेंगे, परन्तु तू उनकी ओर न फिरना। 
Jeremiah 15:20 और मैं तुझ को उन लोगों के साम्हने पीतल की दृढ़ शहरपनाह बनाऊंगा; वे तुझ से लड़ेंगे, परन्तु तुझ पर प्रबल न होंगे, क्योंकि मैं तुझे बचाने और तेरा उद्धार करने के लिये तेरे साथ हूँ, यहोवा की यह वाणी है। मैं तुझे दुष्ट लोगों के हाथ से बचाऊंगा, 
Jeremiah 15:21 और उपद्रवी लोगों के पंजे से छुड़ा लूंगा।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 राजा 19-20
  • लूका 23:1-25



सोमवार, 4 मई 2015

भजन


   गीत और संगीत से संबंधित तीन प्रसिद्ध लोगों पर बने एक वृतचित्र में जैक व्हाइट ने गीत लिखने के लिए आवश्यक पहली बात के लिए कहा, "यदि आपके अन्दर अथवा आस-पास कोई संघर्ष नहीं है, तो आपको एक संघर्ष बनाना पड़ेगा।"

   जो गीत हमारे अन्दर की गहरी भावनों को व्यक्त करते हैं वे ही हमारे लिए सबसे अधिक अर्थपूर्ण भी होते हैं। परमेश्वर के वचन बाइबल का भजन संहिता भाग बाइबल की "गीत की पुस्तक" भी कहलाता है। भजन संहिता में लिखे अनेक भजन लेखकों के संघर्ष से ही निकले थे। ये भजन उनकी और आज हमारी निराशा और भय की अभिव्यक्ति तो हैं किंतु साथ ही वे परमेश्वर पिता के सदा विश्वासयोग्य और सदा साथ बने रहने वाले प्रेम की ओर भी निर्देशित करते हैं।

   भजन 31 में दाऊद ने लिखा: "हे यहोवा, मुझ पर अनुग्रह कर क्योंकि मैं संकट में हूं; मेरी आंखे वरन मेरा प्राण और शरीर सब शोक के मारे घुले जाते हैं" (भजन 31:9)। इस भजन में दाऊद अपने लिए विरोधियों द्वारा बिछाए जाल के बारे में लिखता है (पद 4), अपने पाप के बारे में (पद 10), मित्रों द्वारा बिसरा देने के बारे में (पद 11-12), और उसके जीवन के विरुद्ध बनाए जा रहे षड़यंत्रों (पद 13) के बारे में लिखता है। लेकिन फिर भी दाऊद की आशा उसका अपना बल-सामर्थ नहीं वरन परमेश्वर था: "परन्तु हे यहोवा मैं ने तो तुझी पर भरोसा रखा है, मैं ने कहा, तू मेरा परमेश्वर है। मेरे दिन तेरे हाथ में है; तू मुझे मेरे शत्रुओं और मेरे सताने वालों के हाथ से छुड़ा" (भजन 31:14-15)।

   परमेश्वर के आत्मा की अगुवाई में लिखे गए ये भजन हमें परमेश्वर के आगे अपने हृदय की गहराईयों को खोलने और अपनी भावनाओं को मुक्त रीति से व्यक्त करना सिखाते हैं, और जो परमेश्वर पर अपना भरोसा बनाए रखते हैं उनके लिए उपलब्ध परमेश्वर की भलाई का आशवासन देते हैं (पद 19)। इन भजन के पठन और मनन को अपनी दिनचर्या का अभिन्न अंग बना लीजिए। - डेविड मैक्कैसलैंड


अपनी सबसे गहरी आवश्यकता में भी आप भजन संहिता में परमेश्वर की शान्ति को पाएंगे।

जो जाल उन्होंने मेरे लिये बिछाया है उस से तू मुझ को छुड़ा ले, क्योंकि तू ही मेरा दृढ़ गढ़ है। भजन 31:4

बाइबल पाठ: भजन 31:9-20
Psalms 31:9 हे यहोवा, मुझ पर अनुग्रह कर क्योंकि मैं संकट में हूं; मेरी आंखे वरन मेरा प्राण और शरीर सब शोक के मारे घुले जाते हैं। 
Psalms 31:10 मेरा जीवन शोक के मारे और मेरी अवस्था कराहते कराहते घट चली है; मेरा बल मेरे अधर्म के कारण जाता रह, और मेरी हडि्डयां घुल गई। 
Psalms 31:11 अपने सब विरोधियों के कारण मेरे पड़ोसियों में मेरी नामधराई हुई है, अपने जान पहिचान वालों के लिये डर का कारण हूं; जो मुझ को सड़क पर देखते हैं वह मुझ से दूर भाग जाते हैं। 
Psalms 31:12 मैं मृतक की नाईं लोगों के मन से बिसर गया; मैं टूटे बर्तन के समान हो गया हूं। 
Psalms 31:13 मैं ने बहुतों के मुंह से अपना अपवाद सुना, चारों ओर भय ही भय है! जब उन्होंने मेरे विरुद्ध आपस में सम्मति की तब मेरे प्राण लेने की युक्ति की। 
Psalms 31:14 परन्तु हे यहोवा मैं ने तो तुझी पर भरोसा रखा है, मैं ने कहा, तू मेरा परमेश्वर है। 
Psalms 31:15 मेरे दिन तेरे हाथ में है; तू मुझे मेरे शत्रुओं और मेरे सताने वालों के हाथ से छुड़ा। 
Psalms 31:16 अपने दास पर अपने मुंह का प्रकाश चमका; अपनी करूणा से मेरा उद्धार कर। 
Psalms 31:17 हे यहोवा, मुझे लज्जित न होने दे क्योंकि मैं ने तुझ को पुकारा है; दुष्ट लज्जित हों और वे पाताल में चुपचाप पड़े रहें। 
Psalms 31:18 जो अंहकार और अपमान से धर्मी की निन्दा करते हैं, उनके झूठ बोलने वाले मुंह बन्द किए जाएं। 
Psalms 31:19 आहा, तेरी भलाई क्या ही बड़ी है जो तू ने अपने डरवैयों के लिये रख छोड़ी है, और अपने शरणागतों के लिये मनुष्यों के साम्हने प्रगट भी की है! 
Psalms 31:20 तू उन्हें दर्शन देने के गुप्त स्थान में मनुष्यों की बुरी गोष्ठी से गुप्त रखेगा; तू उन को अपने मण्डप में झगड़े-रगड़े से छिपा रखेगा।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 राजा 16-18
  • लूका 22:47-71


रविवार, 3 मई 2015

नियम


   मेरी मुलाकात एक बड़ी खुशमिज़ाज़ स्त्री से हुई जो "मॉम्मा चार्ली" के नाम से जानी जाती थीं और जिसने एक दर्जन दत्तक बच्चों का पालन-पोषण किया है। उसे यह बच्चे न्यायालयों द्वारा देख-रेख के लिए दिए जाते थे, और वह महिला उन बच्चों को रहने और बढ़ने के लिए प्रेम और मार्गदर्शन देने वाला एक स्थिर घर उपलब्ध करवाती थी। उसने मुझे बताया कि जब भी कोई नया बच्चा उसके घर में आता तो पहला कार्य होता था उसे "मॉम्मा के नियम" बताना और समझाना। ये नियम परस्पर व्यवहार, एक दूसरे के प्रति जवाबदेही और एक दूसरे की सहायता करने तथा घर के कार्यों में हाथ बंटाने से संबंधित होते थे जिससे घर को सुचारू रूप से चलाया और संचालित किया जा सके क्योंकि वे बच्चे इन बातों को पहले से भली-भांति नहीं जानते थे।

   कुछ बच्चे "मॉम्मा के नियम" सुनकर घबरा जाते थे क्योंकि उन्हें लगता था कि इन नियमों के कारण उनके आनन्द और स्वतंत्रता में बाधा आएगी। लेकिन यह सत्य नहीं था; सत्य तो यह था कि इन नियमों के पालन द्वारा ही वह घर सुचारू रूप से चल सकता था जिससे वे सभी बच्चे और मॉम्मा शान्तिपूर्ण और आनन्दायक जीवन व्यतीत कर सकते थे।

   इसी प्रकार कुछ लोग परमेश्वर के वचन बाइबल में दिए परमेश्वर के नियमों एवं परस्पर व्यवहार के मानकों को जीवन का मज़ा लेने में बाधक के रूप में देखते हैं। लेकिन सच्चाई इसके विपरीत है; जो सीमाएं परमेश्वर ने हमारे चारों ओर निर्धारित करी हैं वे हमें हमारी बुरी प्रवृत्तियों और उनके दुषप्रभावों से बचाने और हमारे जीवनों में उसके तथा अन्य लोगों के प्रति अच्छे व्यवहार तथा प्रतिक्रीयाओं को उत्पन्न करने के लिए हैं।

   उदाहरणस्वरूप इफिसीयों के 4 अध्याय में प्रेरित पौलुस हमें जीवन व्यतीत करने के कुछ मार्गदर्शन देता है। जब हम परमेश्वर के इन मार्गदर्शनों के अनुसार जीवन जीना आरंभ करते हैं तो हमें उसकी सुरक्षा तथा सच्चे आनन्द को पाने के अवसर भी मिलते हैं। - बिल क्राउडर


परमेश्वर का वचन वह कुतुबनुमा है जिसकी आज्ञाकारिता हमें सही मार्ग पर बनाए रखती है।

पर अब तुम भी इन सब को अर्थात क्रोध, रोष, बैरभाव, निन्‍दा, और मुंह से गालियां बकना ये सब बातें छोड़ दो। एक दूसरे से झूठ मत बोलो क्योंकि तुम ने पुराने मनुष्यत्‍व को उसके कामों समेत उतार डाला है। - कुलुस्सियों 3:8-9

बाइबल पाठ: इफिसियों 4:17-32
Ephesians 4:17 इसलिये मैं यह कहता हूं, और प्रभु में जताए देता हूं कि जैसे अन्यजातीय लोग अपने मन की अनर्थ की रीति पर चलते हैं, तुम अब से फिर ऐसे न चलो। 
Ephesians 4:18 क्योंकि उनकी बुद्धि अन्‍धेरी हो गई है और उस अज्ञानता के कारण जो उन में है और उनके मन की कठोरता के कारण वे परमेश्वर के जीवन से अलग किए हुए हैं। 
Ephesians 4:19 और वे सुन्न हो कर, लुचपन में लग गए हैं, कि सब प्रकार के गन्‍दे काम लालसा से किया करें। 
Ephesians 4:20 पर तुम ने मसीह की ऐसी शिक्षा नहीं पाई। 
Ephesians 4:21 वरन तुम ने सचमुच उसी की सुनी, और जैसा यीशु में सत्य है, उसी में सिखाए भी गए। 
Ephesians 4:22 कि तुम अगले चालचलन के पुराने मनुष्यत्‍व को जो भरमाने वाली अभिलाषाओं के अनुसार भ्रष्‍ट होता जाता है, उतार डालो। 
Ephesians 4:23 और अपने मन के आत्मिक स्‍वभाव में नये बनते जाओ। 
Ephesians 4:24 और नये मनुष्यत्‍व को पहिन लो, जो परमेश्वर के अनुसार सत्य की धामिर्कता, और पवित्रता में सृजा गया है।
Ephesians 4:25 इस कारण झूठ बोलना छोड़कर हर एक अपने पड़ोसी से सच बोले, क्योंकि हम आपस में एक दूसरे के अंग हैं। 
Ephesians 4:26 क्रोध तो करो, पर पाप मत करो: सूर्य अस्‍त होने तक तुम्हारा क्रोध न रहे। 
Ephesians 4:27 और न शैतान को अवसर दो। 
Ephesians 4:28 चोरी करनेवाला फिर चोरी न करे; वरन भले काम करने में अपने हाथों से परिश्रम करे; इसलिये कि जिसे प्रयोजन हो, उसे देने को उसके पास कुछ हो। 
Ephesians 4:29 कोई गन्‍दी बात तुम्हारे मुंह से न निकले, पर आवश्यकता के अनुसार वही जो उन्नति के लिये उत्तम हो, ताकि उस से सुनने वालों पर अनुग्रह हो। 
Ephesians 4:30 और परमेश्वर के पवित्र आत्मा को शोकित मत करो, जिस से तुम पर छुटकारे के दिन के लिये छाप दी गई है। 
Ephesians 4:31 सब प्रकार की कड़वाहट और प्रकोप और क्रोध, और कलह, और निन्‍दा सब बैरभाव समेत तुम से दूर की जाए। 
Ephesians 4:32 और एक दूसरे पर कृपाल, और करूणामय हो, और जैसे परमेश्वर ने मसीह में तुम्हारे अपराध क्षमा किए, वैसे ही तुम भी एक दूसरे के अपराध क्षमा करो।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 राजा 14-15
  • लूका 22:21-46