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शनिवार, 31 अगस्त 2019

सुन्दरता



      ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी समुद्र-तट के निकट लॉर्ड होवे द्वीप साफ़ पानी में स्थित तथा साफ़ सफ़ेद रेत का एक छोटा सा टापू है। कुछ वर्ष पहले जब मैं वहाँ गया था तो मैं उसकी सुन्दरता देखकर चकित और मुग्ध हो गया। यहाँ आप समुद्र के पानी में बड़े कछुओं और विभिन्न प्रकार की अति सुन्दर मछलियों के साथ तैर सकते थे। वहाँ मैंने मूंगे की चट्टानों में कई प्रकार की रंगीन सुन्दर मछलियों को भी देखा जो मेरे हाथों को छूना चाह रही थीं। ऐसी विलक्षण सुंदरता से अभिभूत होकर मैं परमेश्वर की स्तुति और आराधना किए बिना नहीं रह सका।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में हम प्रेरित पौलुस द्वारा कही गई एक बात के द्वारा मेरी इस प्रतिक्रिया के कारण को समझ सकते हैं। पौलुस ने रोम के मसीही विश्वासियों को लिखी अपनी पत्री में उन्हें बताया कि सृष्टि अपने सृष्टिकर्ता को प्रकट करती है (रोमियों 1:20)। लॉर्ड होवे द्वीप के अद्भुत सुन्दर नज़ारे मुझे परमेश्वर की सामर्थ्य एवँ सुन्दरता का दर्शन करवा रहे थे।

      जब यहेजकेल नबी ने परमेश्वर का दर्शन पाया तो उसे नीलम से बने और चमकते हुए सिंहासन पर एक प्रकाशमान स्वरूप दिखाई दिया (यहेजकेल 1:25-28)। प्रेरित यूहन्ना ने भी इसी से मिलता-जुलता कुछ देखा: परमेश्वर कीमती रत्नों के समान ज्योतिर्मय स्वरूप में चमक रहा था, और उसके चारों ओर मरकत का सा एक मेघ-धनुष था (प्रकाशितवाक्य 4:2-3)। परमेश्वर जब अपने आप को प्रगट करता है, तो वह न केवल भला और सामर्थी पाया जाता है परन्तु बहुत सुन्दर भी। सृष्टि उसकी सुन्दरता को वैसे ही प्रतिबिंबित करती है जैसे कलाकृति अपने कलाकार को करती है।

      कितने दुःख की बात है कि प्रायः लोग परमेश्वर के स्थान पर उसकी रची हुई प्रकृति की उपासना करने लगते हैं (रोमियों 1:25)। इसके विपरीत होना यह चाहिए कि पृथ्वी और उसके प्राणियों की अद्भुत सुन्दरता द्वारा हम उनके रचियता और उन्हें संभालने वाले सृष्टिकर्ता परमेश्वर को पहचानें कि उससे सुन्दर और सामर्थी और कोई, और कुछ भी नहीं है। - शेरिडन वोएसे


सृष्टि की सुन्दरता, सृष्टिकर्ता की सुन्दरता को प्रतिबिंबित करती है।

आकाश ईश्वर की महिमा वर्णन कर रहा है; और आकशमण्डल उसकी हस्तकला को प्रगट कर रहा है। - भजन 19:1

बाइबल पाठ: रोमियों 1:18-25
Romans 1:18 परमेश्वर का क्रोध तो उन लोगों की सब अभक्ति और अधर्म पर स्वर्ग से प्रगट होता है, जो सत्य को अधर्म से दबाए रखते हैं।
Romans 1:19 इसलिये कि परमेश्वर के विषय का ज्ञान उन के मनों में प्रगट है, क्योंकि परमेश्वर ने उन पर प्रगट किया है।
Romans 1:20 क्योंकि उसके अनदेखे गुण, अर्थात उस की सनातन सामर्थ, और परमेश्वरत्व जगत की सृष्टि के समय से उसके कामों के द्वारा देखने में आते है, यहां तक कि वे निरुत्तर हैं।
Romans 1:21 इस कारण कि परमेश्वर को जानने पर भी उन्होंने परमेश्वर के योग्य बड़ाई और धन्यवाद न किया, परन्तु व्यर्थ विचार करने लगे, यहां तक कि उन का निर्बुद्धि मन अन्धेरा हो गया।
Romans 1:22 वे अपने आप को बुद्धिमान जताकर मूर्ख बन गए।
Romans 1:23 और अविनाशी परमेश्वर की महिमा को नाशमान मनुष्य, और पक्षियों, और चौपायों, और रेंगने वाले जन्तुओं की मूरत की समानता में बदल डाला।
Romans 1:24 इस कारण परमेश्वर ने उन्हें उन के मन के अभिलाषाओं के अुनसार अशुद्धता के लिये छोड़ दिया, कि वे आपस में अपने शरीरों का अनादर करें।
Romans 1:25 क्योंकि उन्होंने परमेश्वर की सच्चाई को बदलकर झूठ बना डाला, और सृष्टि की उपासना और सेवा की, न कि उस सृजनहार की जो सदा धन्य है। आमीन।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 132-134
  • 1 कुरिन्थियों 11:17-34



शुक्रवार, 30 अगस्त 2019

स्वच्छ



      मैंने जब बर्तनों की धुलाई हो जाने के पश्चात अपनी बर्तन धोने वाली मशीन को बर्तन निकालने के लिए खोला, तो मैं बर्तनों का हाल देखकर अचरज के साथ सोचने लगी कि मशीन में क्या ख़राब हो गया है? मैंने जो बर्तन बाहर निकाले वे स्वच्छ और चमकदार होने की बजाए चूने के पाउडर के समान एक परत से ढके हुए थे। मैं सोचने लगी कि क्या यह हमारे क्षेत्र के पानी में लवणों के अत्याधिक मात्रा के कारण था या फिर मशीन में कुछ खराबी आ गई थी।

      परमेश्वर जब हमें स्वच्छ करता है तो उस ख़राब मशीन के विपरीत, वह हमारी सारी अशुद्धता को धो डालता है। हम परमेश्वर के वचन बाइबल में यहेजकेल नबी की पुस्तक में पढ़ते हैं कि यहेजकेल में होकर परमेश्वर अपने लोगों को वापस अपने पास बुला रहा है और उन्हें अपने प्रेम और क्षमा का सन्देश दे रहा है। इस्राएलियों ने अन्य देवी-देवताओं तथा अन्य-जातियों के पीछे चल निकलने के द्वारा पाप किया था। परन्तु परमेश्वर उन्हें अपने अनुग्रह और करुणा में होकर वापस उसके पास लौट कर आने का अवसर दे रहा था। परमेश्वर ने उनसे प्रतिज्ञा की, कि जब वे लौट कर उसके पास आएँगे तो वह उन्हें स्वच्छ करेगा (36:25)। वह उनमें अपने आत्मा को डालेगा (पद 27), और उन्हें अकाल के नहीं वरन बहुत फलदायी स्थान पर लाएगा (पद 30)।

      जैसा कि यहेजकेल नबी के दिनों में था, आज भी यदि हम परमेश्वर के मार्ग से भटक जाएँ तो वापस लौट कर आने पर वह हमारा स्वागत करता है। जब हम अपने आप को उसकी इच्छा और विधियों पर छोड़ देते हैं, तो वह हमें धोकर स्वच्छ करता है और हमारे स्वरूप को परिवर्तित करता है। हमारे अन्दर निवास करने वाली परमेश्वर की पवित्र-आत्मा के द्वारा वह हमें पापों के विषय कायल करता है, स्वच्छ रखता है और दिन-प्रतिदिन उसका अनुसरण करने में सहायता करता है। - एमी बाउचर पाई


प्रभु परमेश्वर हमें स्वच्छ करता है।

यदि हम अपने पापों को मान लें, तो वह हमारे पापों को क्षमा करने, और हमें सब अधर्म से शुद्ध करने में विश्वासयोग्य और धर्मी है। -  1 यूहन्ना 1:9

बाइबल पाठ: यहेजकेल 36:24-32
Ezekiel 36:24 मैं तुम को जातियों में से ले लूंगा, और देशों में से इकट्ठा करूंगा; और तुम को तुम्हारे निज देश में पहुंचा दूंगा।
Ezekiel 36:25 मैं तुम पर शुद्ध जल छिड़कूंगा, और तुम शुद्ध हो जाओगे; और मैं तुम को तुम्हारी सारी अशुद्धता और मूरतों से शुद्ध करूंगा।
Ezekiel 36:26 मैं तुम को नया मन दूंगा, और तुम्हारे भीतर नई आत्मा उत्पन्न करूंगा; और तुम्हारी देह में से पत्थर का हृदय निकाल कर तुम को मांस का हृदय दूंगा।
Ezekiel 36:27 और मैं अपना आत्मा तुम्हारे भीतर देकर ऐसा करूंगा कि तुम मेरी विधियों पर चलोगे और मेरे नियमों को मान कर उनके अनुसार करोगे।
Ezekiel 36:28 तुम उस देश में बसोगे जो मैं ने तुम्हारे पितरों को दिया था; और तुम मेरी प्रजा ठहरोगे, और मैं तुम्हारा परमेश्वर ठहरूंगा।
Ezekiel 36:29 और मैं तुम को तुम्हारी सारी अशुद्धता से छुड़ाऊंगा, और अन्न उपजने की आज्ञा देकर, उसे बढ़ाऊंगा और तुम्हारे बीच अकाल न डालूंगा।
Ezekiel 36:30 मैं वृक्षों के फल और खेत की उपज बढ़ाऊंगा, कि जातियों में अकाल के कारण फिर तुम्हारी नामधराई न होगी।
Ezekiel 36:31 तब तुम अपने बुरे चालचलन और अपने कामों को जो अच्छे नहीं थे, स्मरण कर के अपने अधर्म और घिनौने कामों के कारण अपने आप से घृणा करोगे।
Ezekiel 36:32 परमेश्वर यहोवा की यह वाणी है, तुम जान लो कि मैं इस को तुम्हारे निमित्त नहीं करता। हे इस्राएल के घराने अपने चालचलन के विषय में लज्जित हो और तुम्हारा मुख काला हो जाए।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 129-131
  • 1 कुरिन्थियों 11:1-16



गुरुवार, 29 अगस्त 2019

बाँटना



      बसंत और ग्रीषम ऋतु में, मैं अपने पड़ौसी के आँगन में उगने वाले फलों को सराहता हूँ। हम दोनों के आँगनों के मध्य की बाड़ के किनारे लगाई गई अंगूर की लाता में अंगूर के बड़े-बड़े गुच्छे लटकते हैं। हमारे हाथों की पहुँच के अन्दर ही पेड़ों पर अलूचे और संतरे लगे होते हैं। यद्यपि हम उनके आंगन में न तो मिट्टी की गुड़ाई करते हैं, न बीज बोते हैं, न पोधों में पानी देते या बगीचे की सफाई करते हैं, फिर भी हमारे पड़ौसी उनके आँगन में होने वाली इस बहुतायत की फसल को हमारे साथ बाँटते हैं। उस फसल की देख-रेख करने की जिम्मेदारी वे लेते हैं, परन्तु अपनी फसल से हमें भी आनन्दित होने देते हैं।

      बाड़ की दूसरी ओर के पेड़ों और लता के फलों से मुझे एक और प्रकार के फलों की फसल का स्मरण हो आता है जिससे मैं और परमेश्वर द्वारा मेरे जीवन में रखे गए लोग लाभान्वित होते हैं। वह फसल है आत्मा के फलों की।

      मसीह यीशु के अनुयायियों को नियुक्त किया गया है कि वे परमेश्वर के पवित्र-आत्मा की सामर्थ्य के द्वारा जीवन जीने के लाभों को लें (गलातियों 5:16-21)। जब परमेश्वर के वचन के सत्य के बीज हमारे हृदयों में बढ़ोतरी पाते हैं, तो पवित्र-आत्मा हमारे अन्दर से अपने फलों, “प्रेम, आनन्द, मेल, धीरज, कृपा, भलाई, विश्वास, नम्रता, और संयम” (पद 22-23) को अधिकाई से प्रगट होने देने में सहायता करता है।

      जब हम अपने जीवन प्रभु यीशु को समर्पित कर देते हैं, तो फिर हमें अपनी स्वार्थी इच्छाओं के द्वारा नियंत्रित नहीं रहना होता है (पद 24)। समय के साथ पवित्र-आत्मा हमारी सोच, व्यवहार, और हमारे कार्यों को बदल देता है। जैसे-जैसे हम मसीह में बढ़ते और परिपक्व होते जाते हैं, तो हम अपने आस-पास के लोगों के साथ पवित्र-आत्मा के फलों की इस उदार फसल की आशीषों को बाँटने के द्वारा, परमेश्वर के उनके प्रति प्रेम को भी उन पर प्रगट कर सकते हैं। - जोशील डिक्सन

पवित्र-आत्मा के फल हमें बदलते हैं, जिससे हम अपने आस-पास के लोगों पर प्रभाव डाल सकें।

तुम ने मुझे नहीं चुना परन्तु मैं ने तुम्हें चुना है और तुम्हें ठहराया ताकि तुम जा कर फल लाओ; और तुम्हारा फल बना रहे, कि तुम मेरे नाम से जो कुछ पिता से मांगो, वह तुम्हें दे। - यूहन्ना 15:16

बाइबल पाठ: गलातियों 5:16-25
Galatians 5:16 पर मैं कहता हूं, आत्मा के अनुसार चलो, तो तुम शरीर की लालसा किसी रीति से पूरी न करोगे।
Galatians 5:17 क्योंकि शरीर आत्मा के विरोध में, और आत्मा शरीर के विरोध में लालसा करती है, और ये एक दूसरे के विरोधी हैं; इसलिये कि जो तुम करना चाहते हो वह न करने पाओ।
Galatians 5:18 और यदि तुम आत्मा के चलाए चलते हो तो व्यवस्था के आधीन न रहे।
Galatians 5:19 शरीर के काम तो प्रगट हैं, अर्थात व्यभिचार, गन्‍दे काम, लुचपन।
Galatians 5:20 मूर्ति पूजा, टोना, बैर, झगड़ा, ईर्ष्या, क्रोध, विरोध, फूट, विधर्म।
Galatians 5:21 डाह, मतवालापन, लीलाक्रीड़ा, और इन के जैसे और और काम हैं, इन के विषय में मैं तुम को पहिले से कह देता हूं जैसा पहिले कह भी चुका हूं, कि ऐसे ऐसे काम करने वाले परमेश्वर के राज्य के वारिस न होंगे।
Galatians 5:22 पर आत्मा का फल प्रेम, आनन्द, मेल, धीरज,
Galatians 5:23 और कृपा, भलाई, विश्वास, नम्रता, और संयम हैं; ऐसे ऐसे कामों के विरोध में कोई भी व्यवस्था नहीं।
Galatians 5:24 और जो मसीह यीशु के हैं, उन्होंने शरीर को उस की लालसाओं और अभिलाषाओं समेत क्रूस पर चढ़ा दिया है।
Galatians 5:25 यदि हम आत्मा के द्वारा जीवित हैं, तो आत्मा के अनुसार चलें भी।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 126-128
  • 1 कुरिन्थियों 10:19-33



बुधवार, 28 अगस्त 2019

ध्यान



      जौन न्यूटन ने लिखा था, “यदि घर जाते समय मुझे मार्ग में कोई ऐसा बच्चा मिले जिसका छोटा सिक्का गिर कर खो गया है, और उसे मैं अपनी ओर से एक सिक्का दे कर उसके आँसू पोंछ सकता हूँ, तो मैं समझूँगा कि मैंने कुछ विशेष किया है। मुझे तो इससे भी बड़े काम करने से खुश होना चाहिए; परन्तु मैं यह छोटा काम भी करता रहूँगा।”

      इन दिनों में ऐसे लोगों की कोई कमी नहीं है जिन्हें कुछ सांतवना और शान्ति की आवश्यकता है। उदाहरण के लिए, चिंताओं से दबा हुआ किराने की दूकान में काम करने वाला खजांची, जिसे घर का खर्च चलाने के लिए दो नौकरियां करनी पड़ रही हैं; एक शरणार्थी जिसे घर की तलाश है; एक अकेली माँ जिसकी चिंताओं के बोझ ने उसकी आशा को धूमिल कर दिया है; एक अकेला वृद्ध व्यक्ति जिसे लगता है कि अब उसकी उपयोगिता समाप्त हो गई है; इत्यादि।

      ऐसे में हमें क्या करना चाहिए? परमेश्वर के वचन बाइबल में भजनकार दाऊद ने लिखा, “क्या ही धन्य है वह, जो कंगाल की सुधि रखता है” (भजन 41:1)। हम जिनके संपर्क में आते हैं, चाहे हम उनकी गरीबी को हटा न सकें, हम उनकी सुधि रख सकते हैं – सुधि रखना एक क्रिया है जिसका अर्थ होता है उनका ध्यान रखना।

      हम लोगों को अवगत करवा सकते हैं कि हम उनका ध्यान रखते हैं – हम उन्हें आदर और नम्रता का व्यवहार दिखा सकते हैं, चाहे वे चिड़चिड़े और उबा देने वाले ही क्यों न हों। हम उनकी बातों को रुचि के साथ सुन सकते हैं। और हम उनके साथ या उनके लिए प्रार्थना कर सकते हैं – जो सबसे अधिक सहायतापूर्ण और चँगा करने वाला कार्य है।

      प्रभु यीशु द्वारा कही गई विरोधाभास वाली बात “लेने से देना धन्य है” (प्रेरितों 20:35) को स्मरण रखें। ध्यान देने, सुधि रखने से हमारा ही भला होता है क्योंकि हम जितना अपने आप को औरों के लिए खर्च करेंगे, हम उतने अधिक आनन्दित रहेंगे। निर्धनों का ध्यान रखें। - डेविड रोपर


प्रेम के लिए औरों को दिया गया जीवन ही जीने योग्य जीवन है। - फ्रेड्रिक ब्युक्नर

हमारे परमेश्वर और पिता के निकट शुद्ध और निर्मल भक्ति यह है, कि अनाथों और विधवाओं के क्‍लेश में उन की सुधि लें, और अपने आप को संसार से निष्‍कलंक रखें। - याकूब 1:27

बाइबल पाठ: भजन 41:1-3
Psalms 41:1 क्या ही धन्य है वह, जो कंगाल की सुधि रखता है! विपत्ति के दिन यहोवा उसको बचाएगा।
Psalms 41:2 यहोवा उसकी रक्षा कर के उसको जीवित रखेगा, और वह पृथ्वी पर भाग्यवान होगा। तू उसको शत्रुओं की इच्छा पर न छोड़।
Psalms 41:3 जब वह व्याधि के मारे सेज पर पड़ा हो, तब यहोवा उसे सम्भालेगा; तू रोग में उसके पूरे बिछौने को उलटकर ठीक करेगा।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 123-125
  • 1 कुरिन्थियों 10:1-18



मंगलवार, 27 अगस्त 2019

खोजी



      प्रति शनिवार हमारा परिवार दौड़ के मैदान के किनारे पर खड़ा होकर प्रतियोगिता में भाग ले रही हमारी बेटी को प्रोत्साहित करता है, जब वह अपने हाई-स्कूल की लंबी-दूरी की दौड़ की टीम के साथ प्रतियोगिता में भाग लेती है। समापन रेखा को पार करने के बाद सभी खिलाड़ी अपनी-अपनी टीम के अन्य सदस्यों, प्रशिक्षकों, और अभिभावकों से मिलने के लिए मैदान में फ़ैल जाते हैं। भीड़, बहुधा तीन सौ से भी अधिक लोगों की, उन धावकों को घेर लेती है, जिससे उनमें से किसी एक को पहचान पाना कठिन हो जाता है। हम सभी परिवार जनों की आँखें उस एक धावक, हमारी बेटी को, जिसे देखने हम आए हैं, ढूँढ़ रही होती हैं।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में यशायाह नबी की पुस्तक में, सत्तर वर्ष की बेबिलौन की बंधुवाई के बाद परमेश्वर द्वारा इस्राएलियों के यरूशलेम और यहूदा लौटा कर लाए जाने का वर्णन है। यशायाह बताता है कि परमेश्वर उनसे कैसा आनन्दित हुआ, कैसे उनके लौटने के मार्ग और उनके स्वागत के लिए द्वार तैयार करवाए। परमेश्वर पुष्टि करता है कि वे उसके बुलाए और पवित्र किए हुए लोग हैं, और उनके आदर के लिए उन्हें एक नया नाम देता है “तेरा नाम ग्रहण की हुई अर्थात न-त्यागी हुई नगरी पड़ेगा” (यशायाह 62:12)। परमेश्वर ने उन्हें बेबिलौन के विभिन्न स्थानों से एकत्रित करके अपने पास बुलाया था।

      इस्राएलियों के समान, हम भी परमेश्वर के प्रिय सन्तान हैं, जिन्हें परमेश्वर लगन से खोजता है। यद्यपि एक समय हमारे पापों के कारण हम उससे दूर थे, परन्तु प्रभु यीशु मसीह के बलिदान और पुनरुत्थान के द्वारा परमेश्वर के साथ हमारे मेल-मिलाप और संगति के लिए मार्ग बनकर तैयार हो गया है। परमेश्वर हमारा खोजी है कि हम उसके पास लौट आएँ, वह सँसार के लोगों में से हमें खोज रहा है, हमारे स्वागत के लिए और हमें गले लगाने के लिए लालायित रहता है। - कर्स्टेन होल्म्बर्ग


परमेश्वर अपनी प्रिय संतानों का खोजी है।

क्योंकि परमेश्वर यहोवा यों कहता है, देखो, मैं आप ही अपनी भेड़-बकरियों की सुधि लूंगा, और उन्हें ढूंढ़ूंगा। जैसे चरवाहा अपनी भेड़-बकरियों में से भटकी हुई को फिर से अपने झुण्ड में बटोरता है, वैसे ही मैं भी अपनी भेड़-बकरियों को बटोरूंगा; मैं उन्हें उन सब स्थानों से निकाल ले आऊंगा, जहां जहां वे बादल और घोर अन्धकार के दिन तितर-बितर हो गई हों। - यहेजकेल 34:11-12

बाइबल पाठ: यशायाह 62:1-12
Isaiah 62:1 सिय्योन के निमित्त मैं चुप न रहूंगा, और यरूशलेम के निमित्त मैं चैन न लूंगा, जब तक कि उसकी धामिर्कता प्रकाश के समान और उसका उद्धार जलते हुए पलीते के समान दिखाई न दे।
Isaiah 62:2 जब अन्यजातियां तेरा धर्म और सब राजा तेरी महिमा देखेंगे; और तेरा एक नया नाम रखा जाएगा जो यहोवा के मुख से निकलेगा।
Isaiah 62:3 तू यहोवा के हाथ में एक शोभायमान मुकुट और अपने परमेश्वर की हथेली में राजमुकुट ठहरेगी।
Isaiah 62:4 तू फिर त्यागी हुई न कहलाएगी, और तेरी भूमि फिर उजड़ी हुई न कहलाएगी; परन्तु तू हेप्सीबा और तेरी भूमि ब्यूला कहलाएगी; क्योंकि यहोवा तुझ से प्रसन्न है, और तेरी भूमि सुहागन होगी।
Isaiah 62:5 क्योंकि जिस प्रकार जवान पुरूष एक कुमारी को ब्याह लाता है, वैसे ही तेरे पुत्र तुझे ब्याह लेंगे; और, जैसे दुल्हा अपनी दुल्हिन के कारण हषिर्त होता है, वैसे ही तेरा परमेश्वर तेरे कारण हषिर्त होगा।
Isaiah 62:6 हे यरूशलेम, मैं ने तेरी शहरपनाह पर पहरूए बैठाए हैं; वे दिन-रात कभी चुप न रहेंगे। हे यहोवा को स्मरण करने वालो, चुप न रहो,
Isaiah 62:7 और, जब तक वह यरूशलेम को स्थिर कर के उसकी प्रशंसा पृथ्वी पर न फैला दे, तब तक उसे भी चैन न लेने दो।
Isaiah 62:8 यहोवा ने अपने दाहिने हाथ की और अपनी बलवन्त भुजा की शपथ खाई है: निश्चय मैं भविष्य में तेरा अन्न अब फिर तेरे शत्रुओं को खाने के लिये न दूंगा, और परदेशियों के पुत्र तेरा नया दाखमधु जिसके लिये तू ने परिश्रम किया है, नहीं पीने पाएंगे;
Isaiah 62:9 केवल वे ही, जिन्होंने उसे खत्ते में रखा हो, उस से खाकर यहोवा की स्तुति करेंगे, और जिन्होंने दाखमधु भण्डारों में रखा हो, वे ही उसे मेरे पवित्रस्थान के आंगनों में पीने पाएंगे।
Isaiah 62:10 जाओ, फाटकों में से निकल जाओ, प्रजा के लिये मार्ग सुधारो; राजमार्ग सुधार कर ऊंचा करो, उस में के पत्थर बीन बीनकर फेंक दो, देश देश के लोगों के लिये झण्डा खड़ा करो।
Isaiah 62:11 देखो, यहोवा ने पृथ्वी की छोर तक इस आज्ञा का प्रचार किया है: सिय्योन की बेटी से कहो, देख, तेरा उद्धारकर्ता आता है, देख, जो मजदूरी उसको देनी है वह उसके पास है और उसका काम उसके सामने है।
Isaiah 62:12 और लोग उन को पवित्र प्रजा और यहोवा के छुड़ाए हुए कहेंगे; और तेरा नाम ग्रहण की हुई अर्थात न-त्यागी हुई नगरी पड़ेगा।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 120-122
  • 1 कुरिन्थियों 9



सोमवार, 26 अगस्त 2019

प्रमाणित लेख



      बहुत वर्षों से मैं घाना में मेरे और मेरे भाई के साथ, हमारे बचपन में घटित एक घटना की कहानी सुनाता रहा था। मुझे जैसे वह घटना याद थी,  मेरे भाई ने हमारी पुरानी, लोहे से बनी, तिपहिया साईकिल एक नाग के ऊपर लाकर खड़ी कर दी। क्योंकि साईकिल बहुत भारी थी, इसलिए वह नाग उसके अगले पहिए के नीचे दबा पड़ा रहा।

      किन्तु मेरी मौसी और मेरी माँ के देहांत के पश्चात, हमें मेरी माँ द्वारा लिखी गई एक पुरानी चिट्ठी मिली जिसमें उन्होंने उस घटना के बारे में लिखा था। उस चिट्ठी से हमें वास्तविकता पता चली, कि सांप के उपर साईकिल मैंने खड़ी की थी और मेरा भाई माँ को बताने के लिए दौड़कर अन्दर चला गया था। उनके प्रत्यक्षदर्शी विवरण के कारण, जो घटना घटित होने के निकट समय में ही लिखा गया था, वास्तविकता प्रगट हो गई, कोई संदेह नहीं रहा।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रभु यीशु मसीह की जीवनी लिखने के लिए लूका ने भी सच्चे अभिलेखों के महत्व को समझा, और उसने प्रत्यक्षदर्शीयों के बयान और विवरण के आधार पर सारा ब्यौरा लिखा, जिससे जो बातें कही और सिखाई जा रही थीं उनकी सत्यता प्रमाणित हो सके (लूका 1:2-4)। उसके इसी परिश्रम का परिणाम बाइबल में ‘लूका रचित सुसमाचार है’। लूका ने ही प्रेरितों के काम नामक पुस्तक को भी लिखा, और उसके आरंभ में लिखा “उसने दु:ख उठाने के बाद बहुत से पड़े प्रमाणों से अपने आप को उन्हें जीवित दिखाया, और चालीस दिन तक वह उन्हें दिखाई देता रहा: और परमेश्वर के राज्य की बातें करता रहा” (प्रेरितों 1:3)।

      हमारा मसीही विश्वास कही-सुनी बातों या काल्पनिक कहानियों पर आधारित नहीं है। हमारा विश्वास प्रभु यीशु मसीह के जीवन के बारे में प्रमाणित और अकाट्य लेखों पर आधारित है, जो हमें बताते हैं कि प्रभु यीशु समस्त मानव जाति को उद्धार और परमेश्वर से मेल-मिलाप का मार्ग प्रदान करने के लिए आए थे। - टिम गुस्ताफासन

वास्तविक विश्वास यथार्थ पर आधारित होता है।

और बालकपन से पवित्र शास्त्र तेरा जाना हुआ है, जो तुझे मसीह पर विश्वास करने से उद्धार प्राप्त करने के लिये बुद्धिमान बना सकता है। हर एक पवित्रशास्‍त्र परमेश्वर की प्रेरणा से रचा गया है और उपदेश, और समझाने, और सुधारने, और धर्म की शिक्षा के लिये लाभदायक है। - 2 तिमुथियुस 3:15-16

बाइबल पाठ: लूका 1:1-4; प्रेरितों 1:1-3
Luke 1:1 इसलिये कि बहुतों ने उन बातों को जो हमारे बीच में होती हैं इतिहास लिखने में हाथ लगाया है।
Luke 1:2 जैसा कि उन्होंने जो पहिले ही से इन बातों के देखने वाले और वचन के सेवक थे हम तक पहुंचाया।
Luke 1:3 इसलिये हे श्रीमान थियुफिलुस मुझे भी यह उचित मालूम हुआ कि उन सब बातों का सम्पूर्ण हाल आरम्भ से ठीक ठीक जांच कर के उन्हें तेरे लिये क्रमानुसार लिखूं।
Luke 1:4 कि तू यह जान ले, कि वे बातें जिनकी तू ने शिक्षा पाई है, कैसी अटल हैं।
Acts 1:1 हे थियुफिलुस, मैं ने पहिली पुस्तिका उन सब बातों के विषय में लिखी, जो यीशु ने आरम्भ में किया और करता और सिखाता रहा।
Acts 1:2 उस दिन तक जब वह उन प्रेरितों को जिन्हें उसने चुना था, पवित्र आत्मा के द्वारा आज्ञा देकर ऊपर उठाया न गया।
Acts 1:3 और उसने दु:ख उठाने के बाद बहुत से पड़े प्रमाणों से अपने आप को उन्हें जीवित दिखाया, और चालीस दिन तक वह उन्हें दिखाई देता रहा: और परमेश्वर के राज्य की बातें करता रहा।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 119:89-176
  • 1 कुरिन्थियों 8



रविवार, 25 अगस्त 2019

प्रलोभन



      कुछ वर्ष पहले की बात है, मेरी भांजी ने मुझे स्मार्ट फोन पर खेले जाने वाले वीडियो गेम “पोकेमोन गो” को उसके साथ खेलने के लिए बाध्य किया। उस खेल का उद्देश्य पोकेमोन नामक छोटे प्राणियों को पकड़ना है। जब खेल के दौरान कोई पोकेमोन फोन के स्क्रीन पर प्रगट होता है तो साथ ही लाल और सफ़ेद गेंद भी स्क्रीन पर आ जाती हैं, और खेलने वाले को अपनी उँगली के झटके से उस गेंद को पोकेमोन की ओर फेंकना होता है। परन्तु पोकेमोन को और अधिक सरलता से पकड़ने का तरीका होता है उन्हें किसी प्रलोभन से आकर्षित करना।

      केवल पोकेमोन ही प्रलोभनों द्वारा आकर्षित किए जाकर भटकाए नहीं जा सकते हैं। परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रभु यीशु मसीह के भाई याकूब ने अपनी पत्री में लिखा कि, “परन्तु प्रत्येक व्यक्ति अपनी ही अभिलाषा में खिंच कर, और फंस कर परीक्षा में पड़ता है” (1:14)। दूसरे शब्दों में, हमारी लालसाएँ, प्रलोभनों के साथ मिलकर हमें गलत मार्ग पर चला देते हैं। चाहे हम शैतान या परमेश्वर को अपनी समस्या के लिए दोषी ठहराएँ, परन्तु हमारे लिए वासत्विक खतरा हमारे अन्दर ही  होता है।

      परन्तु अच्छा समाचार भी है। हम प्रलोभनों द्वारा भटकाए जाने से बच सकते हैं, परमेश्वर से अपनी लालसाओं और प्रलोभनों के बारे में बातचीत करने के द्वारा। यद्यपि, जैसा कि याकूब 1:13  में स्पष्ट करता है, “...क्योंकि न तो बुरी बातों से परमेश्वर की परीक्षा हो सकती है, और न वह किसी की परीक्षा आप करता है”, लेकिन वह गलत करने की मानव प्रवृत्ति को समझता है। हमें बस परमेश्वर से उसके द्वारा दी गई प्रतिज्ञा (पद 5) के अनुसार उपयुक्त बुद्धि माँगने की आवश्यकता है, कि हम उस प्रलोभन और लालसा के चँगुल में पड़कर गलत मार्ग अपनाने से बचे रह सकें। - लिंडा वॉशिंगटन


गलती करने की अपनी प्रवृत्ति पर प्रार्थना द्वारा काबू पाएँ।

मन तो सब वस्तुओं से अधिक धोखा देने वाला होता है, उस में असाध्य रोग लगा है; उसका भेद कौन समझ सकता है? – यिर्मयाह 17:9

बाइबल पाठ: याकूब 1: 2-6, 12-15
James 1:2 हे मेरे भाइयों, जब तुम नाना प्रकार की परीक्षाओं में पड़ो
James 1:3 तो इसको पूरे आनन्द की बात समझो, यह जान कर, कि तुम्हारे विश्वास के परखे जाने से धीरज उत्पन्न होता है।
James 1:4 पर धीरज को अपना पूरा काम करने दो, कि तुम पूरे और सिद्ध हो जाओ और तुम में किसी बात की घटी न रहे।
James 1:5 पर यदि तुम में से किसी को बुद्धि की घटी हो, तो परमेश्वर से मांगे, जो बिना उलाहना दिए सब को उदारता से देता है; और उसको दी जाएगी।
James 1:6 पर विश्वास से मांगे, और कुछ सन्‍देह न करे; क्योंकि सन्‍देह करने वाला समुद्र की लहर के समान है जो हवा से बहती और उछलती है।
James 1:12 धन्य है वह मनुष्य, जो परीक्षा में स्थिर रहता है; क्योंकि वह खरा निकल कर जीवन का वह मुकुट पाएगा, जिस की प्रतिज्ञा प्रभु ने अपने प्रेम करने वालों को दी है।
James 1:13 जब किसी की परीक्षा हो, तो वह यह न कहे, कि मेरी परीक्षा परमेश्वर की ओर से होती है; क्योंकि न तो बुरी बातों से परमेश्वर की परीक्षा हो सकती है, और न वह किसी की परीक्षा आप करता है।
James 1:14 परन्तु प्रत्येक व्यक्ति अपनी ही अभिलाषा में खिंच कर, और फंस कर परीक्षा में पड़ता है।
James 1:15 फिर अभिलाषा गर्भवती हो कर पाप को जनती है और पाप जब बढ़ जाता है तो मृत्यु को उत्पन्न करता है।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 119:1-88
  • 1 कुरिन्थियों 7:20-40



शनिवार, 24 अगस्त 2019

औरों के



      मेरा मित्र जेमी एक विशाल अन्तर्राष्ट्रीय कंपनी में काम करता है। उस कंपनी में काम करने के उसके आरंभिक दिनों की बात है कि एक व्यक्ति उसके दफ्तर में उसके पास आया और उससे बातचीत करने लगा, उसने जेमी से पता किया कि वह वहाँ क्या काम कर रहा है। जेमी ने उस व्यक्ति को अपने काम के बारे में बताने के पश्चात, उससे उसका नाम पूछा, तो उस व्यक्ति ने कहा ‘मेरा नाम रिच है’; जेमी ने उत्तर दिया कि ‘आपसे मिलकर प्रसन्नता हुई; आप यहाँ पर क्या काम करते हैं?’ तो व्यक्ति ने जेमी को उत्तर दिया, ‘मैं यहाँ का मालिक हूँ!’ जेमी ने उस पल अचानक ही पहचाना कि उसका यह आकस्मिक, सामान्य शिष्टाचार के अन्तर्गत किया जा रहा वार्तालाप, सँसार के सबसे धनी व्यक्तियों में से एक के साथ हो रहा था।

      आज के आत्म-प्रशंसा और “मैं” के महत्व को ऊपर रखने के युग में, जेमी की यह कहानी हमारा ध्यान पौलुस प्रेरित द्वारा परमेश्वर के वचन बाइबल में फिलिप्पी की मसीही मण्डली को लिखी गई पत्री की बात स्मरण की ओर खींचती है: “विरोध या झूठी बड़ाई के लिये कुछ न करो पर दीनता से एक दूसरे को अपने से अच्छा समझो” (फिलिप्पियों 2:3)। पौलुस यहाँ जिन गुणों का वर्णन कर रहा है वे उन में पाए जाते हैं जो अपने पर नहीं वरन औरों पर अपना ध्यान लगाते हैं।

      जब हम “दूसरे को अपने आप से अच्छा” समझते हैं, तब हम मसीह यीशु के समान दीनता को प्रगट करते हैं (पद 3); हम अपने जीवनों से प्रभु यीशु के जीवन को प्रतिबिंबित करते हैं जो सेवा लेने नहीं परन्तु औरों की सेवा करने के लिए आए थे (मरकुस 10:45)। जब हम प्रभु यीशु के समान सेवक का स्वरूप धारण कर लेते हैं (2:7), तब हम में प्रभु यीशु का स्वभाव आ जाता है (पद 5)।

      आज जब हम औरों के साथ बातचीत करें, उनके साथ संपर्क में आएँ, तो हम केवल अपने बारे में ही न सोचें, वरन औरों के हितों की भी चिंता करें (पद 4)। - डेव ब्रैनन


औरों की सेवा के द्वारा परमेश्वर की सेवा करें।

क्योंकि मनुष्य का पुत्र इसलिये नहीं आया, कि उस की सेवा टहल की जाए, पर इसलिये आया, कि आप सेवा टहल करे, और बहुतों की छुड़ौती के लिये अपना प्राण दे। - मरकुस 10:45

बाइबल पाठ: फिलिप्पियों 2: 1-11
Philippians 2:1 सो यदि मसीह में कुछ शान्‍ति और प्रेम से ढाढ़स और आत्मा की सहभागिता, और कुछ करूणा और दया है।
Philippians 2:2 तो मेरा यह आनन्द पूरा करो कि एक मन रहो और एक ही प्रेम, एक ही चित्त, और एक ही मनसा रखो।
Philippians 2:3 विरोध या झूठी बड़ाई के लिये कुछ न करो पर दीनता से एक दूसरे को अपने से अच्छा समझो।
Philippians 2:4 हर एक अपने ही हित की नहीं, वरन दूसरों के हित की भी चिन्‍ता करे।
Philippians 2:5 जैसा मसीह यीशु का स्‍वभाव था वैसा ही तुम्हारा भी स्‍वभाव हो।
Philippians 2:6 जिसने परमेश्वर के स्‍वरूप में हो कर भी परमेश्वर के तुल्य होने को अपने वश में रखने की वस्तु न समझा।
Philippians 2:7 वरन अपने आप को ऐसा शून्य कर दिया, और दास का स्‍वरूप धारण किया, और मनुष्य की समानता में हो गया।
Philippians 2:8 और मनुष्य के रूप में प्रगट हो कर अपने आप को दीन किया, और यहां तक आज्ञाकारी रहा, कि मृत्यु, हां, क्रूस की मृत्यु भी सह ली।
Philippians 2:9 इस कारण परमेश्वर ने उसको अति महान भी किया, और उसको वह नाम दिया जो सब नामों में श्रेष्ठ है।
Philippians 2:10 कि जो स्वर्ग में और पृथ्वी पर और जो पृथ्वी के नीचे है; वे सब यीशु के नाम पर घुटना टेकें।
Philippians 2:11 और परमेश्वर पिता की महिमा के लिये हर एक जीभ अंगीकार कर ले कि यीशु मसीह ही प्रभु है।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 116-118
  • 1 कुरिन्थियों 7:1-19



शुक्रवार, 23 अगस्त 2019

क्षमा



      अपनी युवावस्था में मैंने अपनी एक सहेली को आमंत्रित किया कि वह मेरे साथ हमारे घर के निकट स्थित उपहारों की वस्तुओं को बेचने की के दूकान में सामान दखने के लिए आए। किन्तु उसने मुझे चकित कर दिया, जब उसने एक मुट्ठी-भर बालों में लगाए जाने वाले रंगीन क्लिप्स उठाकर मेरी जेब में डाल दिए और दुकानदार को पैसे दिए बिना मुझे खींचती हुई दूकान से बाहर ले गई। मैं इस बात के दोष को लेकर सप्ताह भर परेशान रही और फिर मैंने रोते हुए अपनी माँ से सब कह सुनाया।

      अपनी सहेली द्वारा चोरी करने का विरोध न करने से दुखी होकर मैंने जाकर वे चोरी के क्लिप्स दुकानदार को लौटा दिए, उससे क्षमा माँगी और प्रण लिया कि मैं फिर कभी चोरी नहीं करूँगी। परन्तु दुकानदार ने मुझ से कहा कि अब से मैं उसकी दूकान में फिर कभी न आऊँ। परन्तु क्योंकि मेरी माँ ने मुझे आश्वस्त किया कि मैंने बात को ठीक करने के लिए अपनी ओर से सब कुछ कर दिया था, और क्योंकि उन्होंने मुझे क्षमा कर दिया था, इसलिए मैं उस रात चैन से सो सकी।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में हम पढ़ते हैं कि राजा दाऊद ने भी पापों के अंगीकार और क्षमा के द्वारा विश्राम पाया (भजन 32:1-2)। उसने बतशीबा और उरिय्याह के विरुद्ध किए गए अपने पाप को छुपाया था (2 शमूएल 11-12), किन्तु उसकी “तरावट धूप काल की सी झुर्राहट बनती गई” (भजन 32:3-4)। फिर जब दाऊद ने अपने पाप को प्रगट कर दिया, तो प्रभु ने उसे क्षमा कर दिया (पद 5)। फिर परमेश्वर ने “संकट से” उसकी रक्षा की, और “छुटकारे के गीतों से घेर लेगा” (पद 7)। दाऊद आनन्दित हुआ क्योंकि “जो यहोवा पर भरोसा रखता है वह करूणा से घिरा रहेगा” (पद 10)।

      हम अपने पापों के परिणामों को नहीं चुन सकते हैं और न ही जब हम उन्हें स्वीकार करके उनके लिए क्षमा माँगते हैं तो लोगों की प्रतिक्रिया को नियंत्रित कर सकते हैं। परन्तु परमेश्वर हमें सामर्थी कर सकता है कि हम पापों कोस्वीकार करके, पाप के दासत्व से स्वतंत्र होकर, शान्ति का आनन्द लें, क्योंकि प्रभु हमें आश्वस्त करता है कि उसने उन पापों को मिटा दिया है। - जोशील डिक्सन


जब परमेश्वर क्षमा करता है तो सारा दोष मिट जाता है।

यदि हम अपने पापों को मान लें, तो वह हमारे पापों को क्षमा करने, और हमें सब अधर्म से शुद्ध करने में विश्वासयोग्य और धर्मी है। - 1 यूहन्ना 1:9

बाइबल पाठ: भजन 32:1-11
Psalms 32:1 क्या ही धन्य है वह जिसका अपराध क्षमा किया गया, और जिसका पाप ढ़ाँपा गया हो।
Psalms 32:2 क्या ही धन्य है वह मनुष्य जिसके अधर्म का यहोवा लेखा न ले, और जिसकी आत्मा में कपट न हो।
Psalms 32:3 जब मैं चुप रहा तब दिन भर कराहते कराहते मेरी हडि्डयां पिघल गई।
Psalms 32:4 क्योंकि रात दिन मैं तेरे हाथ के नीचे दबा रहा; और मेरी तरावट धूप काल की सी झुर्राहट बनती गई।
Psalms 32:5 जब मैं ने अपना पाप तुझ पर प्रगट किया और अपना अधर्म न छिपाया, और कहा, मैं यहोवा के साम्हने अपने अपराधों को मान लूंगा; तब तू ने मेरे अधर्म और पाप को क्षमा कर दिया।
Psalms 32:6 इस कारण हर एक भक्त तुझ से ऐसे समय में प्रार्थना करे जब कि तू मिल सकता है। निश्चय जब जल की बड़ी बाढ़ आए तौभी उस भक्त के पास न पहुंचेगी।
Psalms 32:7 तू मेरे छिपने का स्थान है; तू संकट से मेरी रक्षा करेगा; तू मुझे चारों ओर से छुटकारे के गीतों से घेर लेगा।
Psalms 32:8 मैं तुझे बुद्धि दूंगा, और जिस मार्ग में तुझे चलना होगा उस में तेरी अगुवाई करूंगा; मैं तुझ पर कृपा दृष्टि रखूंगा और सम्मत्ति दिया करूंगा।
Psalms 32:9 तुम घोड़े और खच्चर के समान न बनो जो समझ नहीं रखते, उनकी उमंग लगाम और बाग से रोकनी पड़ती है, नहीं तो वे तेरे वश में नहीं आने के।
Psalms 32:10 दुष्ट को तो बहुत पीड़ा होगी; परन्तु जो यहोवा पर भरोसा रखता है वह करूणा से घिरा रहेगा।
Psalms 32:11 हे धर्मियों यहोवा के कारण आनन्दित और मगन हो, और हे सब सीधे मन वालों आनन्द से जयजयकार करो!

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 113-115
  • 1 कुरिन्थियों 6



गुरुवार, 22 अगस्त 2019

फसल



ग्रीष्म ऋतु के अन्त के समय हम इंग्लैण्ड के न्यू फॉरेस्ट नामक क्षेत्र में घूमने के लिए गए, हमने वहाँ जंगली झाड़ियों से फल चुने और आस-पास घोड़ों को अटखेलियाँ करते हुए देखने का आनन्द लिया। हम नहीं जानते थे कि उन मीठे रसभरे फलों के बीज किसने और कब डाले थे, शायद बहुत वर्ष पहले, परन्तु उनके द्वारा बोए गए बीजों की फसल का आनन्द आज हम उठा पा रहे थे, और इससे मुझे प्रभु यीशु द्वारा कहे गए शब्द स्मरण हो आए, “मैं ने तुम्हें वह खेत काटने के लिये भेजा, जिस में तुम ने परिश्रम नहीं किया” (यूहन्ना 4:38)।

      उन शब्दों में प्रतिबिंबित होने वाली परमेश्वर के राज्य की उदारतापूर्ण भलाई मुझे बहुत पसन्द है। परमेश्वर हमें किसी अन्य के परिश्रम के फलों का आनन्द लेने देता है, जैसे कि तब, जब हम किसी के साथ प्रभु यीशु मसीह के लिए अपने प्रेम की गवाही देते हैं, इस बात से अनजान कि उस व्यक्ति के परिवार जन उसके लिए वर्षों से प्रार्थनाएं कर रहे हैं कि वह प्रभु के बारे में जानें, जिसके परिणामस्वरूप हमें आज यह अवसर प्राप्त हुआ है।

      मुझे इस पद में, प्रभु यीशु के शब्दों में, निहित सीमा भी पसन्द है – कि हम ऐसे बीज भी बो सकते हैं जिनकी फसल हम नहीं वरन कोई और काटेगा। इसलिए हम हमारे समक्ष रखे गए कार्यों को करने में निश्चिन्त रह सकते हैं, इस चिन्ता द्वारा भरमाए जाए बिना कि परिणामों के लिए हम ही ज़िम्मेदार हैं। परमेश्वर भी कार्यरत है, और वह हम पर निर्भर नहीं है। उसके पास भरपूरी की फसल के लिए सभी संसाधन उपलब्ध हैं, और हम उसकी योजनाओं का एक भाग हैं।

      क्या हम पहचानते हैं कि मेरे सामने, आपके सामने तैयार फसल के कौन से खेत तैयार खड़े हैं? हम प्रभु यीशु के सप्रेम निर्देश: “अपनी आंखे उठा कर खेतों पर दृष्टि डालो, कि वे कटनी के लिये पक चुके हैं” (पद 35) का पालन करें। - एमी बाउचर पाई


हम औरों द्वारा बोए गए बीजों के फसल काट सकते हैं।

और उसने उन से कहा; पके खेत बहुत हैं; परन्तु मजदूर थोड़े हैं: इसलिये खेत के स्‍वामी से बिनती करो, कि वह अपने खेत काटने को मजदूर भेज दे। - लूका 10:2

बाइबल पाठ: यूहन्ना 4:35-38
John 4:35 क्या तुम नहीं कहते, कि कटनी होने में अब भी चार महीने पड़े हैं? देखो, मैं तुम से कहता हूं, अपनी आंखे उठा कर खेतों पर दृष्टि डालो, कि वे कटनी के लिये पक चुके हैं।
John 4:36 और काटने वाला मजदूरी पाता, और अनन्त जीवन के लिये फल बटोरता है; ताकि बोने वाला और काटने वाला दोनों मिलकर आनन्द करें।
John 4:37 क्योंकि इस पर यह कहावत ठीक बैठती है कि बोने वाला और है और काटने वाला और।
John 4:38 मैं ने तुम्हें वह खेत काटने के लिये भेजा, जिस में तुम ने परिश्रम नहीं किया: औरों ने परिश्रम किया और तुम उन के परिश्रम के फल में भागी हुए।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 110-112
  • 1 कुरिन्थियों 5



बुधवार, 21 अगस्त 2019

शान्त



      लेखक डैनियल लेविटिन ने अपनी पुस्तक “The Organized Mind: Thinking Straight in the Age of Information Overload” में लिखा है कि “पिछले पाँच वर्षों में हमने इतनी जानकारी एकत्रित कर ली है जितनी मानव इतिहास में पहले कभी नहीं की गई। एक प्रकार से हम इस उत्तेजना के आसक्त हो गए हैं।” समाचारों और ज्ञान के निरन्तर होते रहने वाले ये आक्रमण हमारे मस्तिष्क पर काबू कर लेते हैं। हमारे वातावरण में मीडिया के द्वारा किए जा रहे लगातार प्रहार के कारण हमारे लिए शान्त होकर बैठना, विचार करना, और प्रार्थना करना कठिन होता जा रहा है।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में भजनकार लिखता है, “चुप हो जाओ, और जान लो, कि मैं ही परमेश्वर हूं। मैं जातियों में महान हूं, मैं पृथ्वी भर में महान हूं!” (भजन 46:10), जो हमें परमेश्वर की ओर ध्यान लगाने की अनिवार्यता के बारे में सचेत करता है। बहुत से लोगों के लिए प्रतिदिन परमेश्वर के साथ शान्त होकर समय बिताना, जब वे बाइबल पढ़ते, प्रार्थना करते और परमेश्वर की भलाई तथा महानता पर विचार करते हैं, दिनचर्या का एक अनिवार्य भाग है ।

      जब भजन 46 के भजनकार के समान हम भी यह अनुभव करते हैं कि “परमेश्वर हमारा शरणस्थान और बल है, संकट में अति सहज से मिलने वाला सहायक” (पद 1), तो इससे हमारे भय भाग जाते हैं (पद 2), तथा हमारा ध्यान सँसार की बेचैनी से हटकर परमेश्वर की शान्ति पर आ जाता है और हमारे अन्दर एक शान्त भरोसा जागृत करता है कि परमेश्वर नियंत्रण में है (पद 10)।

      हमारे चारों ओर का सँसार चाहे जितना भी अस्त-व्यस्त क्यों न हो जाए, हम अपने स्वर्गीय परमेश्वर पिता की उपस्थिति में  शान्त होकर उसके प्रेम और सामर्थ्य में रह सकते हैं। - डेविड मैक्कैस्लैंड


हमें प्रतिदिन शान्त होकर परमेश्वर की सुनना ज़रूरी है।

प्रभु यहोवा, इस्राएल का पवित्र यों कहता है, लौट आने और शान्त रहने में तुम्हारा उद्धार है; शान्त रहते और भरोसा रखने में तुम्हारी वीरता है। परन्तु तुम ने ऐसा नहीं किया – यशायाह 30:15

बाइबल पाठ: भजन 46
Psalms 46:1 परमेश्वर हमारा शरणस्थान और बल है, संकट में अति सहज से मिलने वाला सहायक।
Psalms 46:2 इस कारण हम को कोई भय नहीं चाहे पृथ्वी उलट जाए, और पहाड़ समुद्र के बीच में डाल दिए जाएं;
Psalms 46:3 चाहे समुद्र गरजे और फेन उठाए, और पहाड़ उसकी बाढ़ से कांप उठें।।
Psalms 46:4 एक नदी है जिसकी नहरों से परमेश्वर के नगर में अर्थात परमप्रधान के पवित्र निवास भवन में आनन्द होता है।
Psalms 46:5 परमेश्वर उस नगर के बीच में है, वह कभी टलने का नहीं; पौ फटते ही परमेश्वर उसकी सहायता करता है।
Psalms 46:6 जाति जाति के लोग झल्ला उठे, राज्य राज्य के लोग डगमगाने लगे; वह बोल उठा, और पृथ्वी पिघल गई।
Psalms 46:7 सेनाओं का यहोवा हमारे संग है; याकूब का परमेश्वर हमारा ऊंचा गढ़ है।
Psalms 46:8 आओ, यहोवा के महाकर्म देखो, कि उसने पृथ्वी पर कैसा कैसा उजाड़ किया है।
Psalms 46:9 वह पृथ्वी की छोर तक लड़ाइयों को मिटाता है; वह धनुष को तोड़ता, और भाले को दो टुकड़े कर डालता है, और रथों को आग में झोंक देता है!
Psalms 46:10 चुप हो जाओ, और जान लो, कि मैं ही परमेश्वर हूं। मैं जातियों में महान हूं, मैं पृथ्वी भर में महान हूं!
Psalms 46:11 सेनाओं का यहोवा हमारे संग है; याकूब का परमेश्वर हमारा ऊंचा गढ़ है।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 107-109
  • 1 कुरिन्थियों 4



मंगलवार, 20 अगस्त 2019

उपस्थित



      एक वृद्ध सेवानिवृत सैनिक के अंतिम संस्कार के समय, पादरी विचार करने लगा कि वह मृत अब कहाँ होगा। फिर, लोगों को यह बताने की बजाए कि वे परमेश्वर को कैसे जान सकते हैं, वह उन काल्पनिक बातों के बारे में बोलने लगा जो बाइबल में पाई भी नहीं जाती हैं। और मैं सोचने लगा कि आशा कहाँ है?

      अन्त में उसने हम सबसे एक अंतिम स्तुति-गीत गाने के लिए कहा। हम सब “प्रभु महान” गाने के लिए खड़े हुए, और लोग दिल की गहराई से परमेश्वर की स्तुति करने लगे। कुछ ही पल में कमरे का वातावरण बदल गया। अचानक ही उस स्तुति-गीत के तीसरे पद में आने पर मैं भावुक हो उठा और मेरी आवाज़ रुंध गई। उस तीसरे पद में लिखा है:
जब सोचता हूँ कि पिता ने अपना पुत्र, मरने भेजा है वर्णन से अपार,
कि क्रूस पर उसने मेरे पाप सब लेकर, रक्त बहाया कि मेरा हो उद्धार।
     
      उस महान गीत को गाने के समय तक मैं सोच रहा था कि उस अंतिम संस्कार में क्या परमेश्वर उपस्थित होगा? वास्तव में, वह हमें छोड़ कर कभी जाता ही नहीं है। परमेश्वर के वचन बाइबल में एस्तेर की पुस्तक को पढ़ने पर हमें इस तथ्य की एक पुष्टि मिलती है। यहूदी लोग अपने देश से निर्वासित थे, और उनके निर्वासन के स्थान पर शक्तिशाली लोग उन्हें मार डालना चाहते थे। किन्तु उनके उस अति-कठिन समय में भी, एक अधर्मी राजा ने  बंधुआई में रहने वाले यहूदियों को यह अधिकार दिया कि वे अपने मारने वालों के विरुद्ध बचाव में हाथ उठा सकें (एस्तेर 8:11-13)। इसके उपरान्त यहूदियों ने सफलता पूर्वक अपना बचाव किया और फिर एक उत्सव मनाया (9:17-19)।

      इसमें अचरज की कोई बात नहीं होनी चाहिए कि एक अंतिम संस्कार के समय परमेश्वर की उपस्थिति एक स्तुति-गीत के द्वारा पहचानी गई। आख़िरकार वह एक योजनाबद्ध नरसंहार के समय उपस्थित था और उसने उसे एक उत्सव में परिवर्तित कर दिया; वह प्रभु के क्रूस पर चढ़ाए जाने के समय में उपस्थित था और उसे सँसार के उद्धार का मार्ग बना दिया! – टिम गुस्ताफ्सन


चकित करने वाला हमारा परमेश्वर अपनी उपस्थिति
 वहाँ दिखाता है जहाँ हम आशा भी नहीं करते हैं।

तू हियाव बान्ध और दृढ़ हो, उन से न डर और न भयभीत हो; क्योंकि तेरे संग चलने वाला तेरा परमेश्वर यहोवा है; वह तुझ को धोखा न देगा और न छोड़ेगा। - व्यवस्थाविवरण 31:6

बाइबल पाठ: एस्तेर 8:11-17
Esther 8:11 इन चिट्ठियों में सब नगरों के यहूदियों को राजा की ओर से अनुमति दी गई, कि वे इकट्ठे हों और अपना अपना प्राण बचाने के लिये तैयार हो कर, जिस जाति वा प्रान्त से लोग अन्याय कर के उन को वा उनकी स्त्रियों और बाल-बच्चों को दु:ख देना चाहें, उन को विध्वंसघात और नाश करें, और उनकी धन सम्मत्ति लूट लें।
Esther 8:12 और यह राजा क्षयर्ष के सब प्रान्तों में एक ही दिन में किया जाए, अर्थात अदार नाम बारहवें महीने के तेरहवें दिन को।
Esther 8:13 इस आज्ञा के लेख की नकलें, समस्त प्रान्तों में सब देशें के लोगों के पास खुली हुई भेजी गईं; ताकि यहूदी उस दिन अपने शत्रुओं से पलटा लेने को तैयार रहें।
Esther 8:14 सो हरकारे वेग चलने वाले सरकारी घोड़ों पर सवार हो कर, राजा की आज्ञा से फुर्ती कर के जल्दी चले गए, और यह आज्ञा शूशन राजगढ़ में दी गई थी।
Esther 8:15 तब मोर्दकै नीले और श्वेत रंग के राजकीय वस्त्र पहिने और सिर पर सोने का बड़ा मुकुट धरे हुए और सूक्ष्मसन और बैंजनी रंग का बागा पहिने हुए, राजा के सम्मुख से निकला, और शूशन नगर के लोग आनन्द के मारे ललकार उठे।
Esther 8:16 और यहूदियों को आनन्द और हर्ष हुआ और उनकी बड़ी प्रतिष्ठा हुई।
Esther 8:17 और जिस जिस प्रान्त, और जिस जिस नगर में, जहां कहीं राजा की आज्ञा और नियम पहुंचे, वहां वहां यहूदियों को आनन्द और हर्ष हुआ, और उन्होंने जेवनार कर के उस दिन को खुशी का दिन माना। और उस देश के लोगों में से बहुत लोग यहूदी बन गए, क्योंकि उनके मन में यहूदियों का डर समा गया था।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 105-106
  • 1 कुरिन्थियों 3



सोमवार, 19 अगस्त 2019

आनन्द



      केली की गर्भावस्था में कुछ समस्याएँ आ गई थीं, और उसके डॉक्टर उसके लिए चिन्तित थे। लंबे प्रसव के समय, उन्होंने ऑपरेशन द्वारा बच्चे को जन्म देने का निर्णय लिया। किन्तु इस कठिन समय और पीड़ा के बावजूद, केली शीघ्र ही अपनी पीड़ा को भूल गई जब उसने अपने नवजात पुत्र को अपने हाथों में पकड़ा; आनन्द ने पीड़ा को हटा दिया था।

      परमेश्वर का वचन बाइबल इस सत्य की पुष्टि करती है: “जब स्त्री जनने लगती है तो उसको शोक होता है, क्योंकि उस की दु:ख की घड़ी आ पहुंची, परन्तु जब वह बालक जन्म चुकी तो इस आनन्द से कि जगत में एक मनुष्य उत्पन्न हुआ, उस संकट को फिर स्मरण नहीं करती” (यूहन्ना 16:21)। प्रभु यीशु ने इस चित्रण को अपने शिष्यों को दिया, इस बात पर बल देने के लिए कि चाहे शीघ्र ही उसके चले जाने से वे शोकित होंगे, परन्तु उनका यह दुःख आनन्द में बदल जाएगा जब वे उसे दोबारा देखेंगे (पद 20-22)।

      प्रभु यीशु अपनी मृत्यु और पुनरुत्थान, और जो उसके बाद होना था, उसके विषय बात कर रहे थे। अपने मृतकों में से पुनरुत्थान के पश्चात, शिष्य आनन्दित हुए कि, प्रभु ने चालीस दिन उन्हें सिखाते, उनके साथ रहते और चलते फिरते हुए बिताए, और फिर उनका स्वर्गारोहण हुआ (प्रेरितों 1:3)। परन्तु अपने स्वर्गारोहण के बाद भी प्रभु ने उन्हें अकेला और शोकित नहीं छोड़ा; उन्होंने अपना पवित्र आत्मा उन्हें दिया जिससे वे आनन्द से भर गए (यूहन्ना 16:7-15; प्रेरितों 13:52)।

      यद्यपि हमने प्रभु को कभी आमने-सामने नहीं देखा है, किन्तु मसीही विश्वासी होने के नाते हमें यह आश्वासन है कि एक दिन हम प्रभु को देखेंगे, उसके साथ होंगे। उस दिन इस पृथ्वी पर जो दुःख और तकलीफ हम सहते हैं वह सब भुला दी जाएगी। परन्तु उस दिन तक, प्रभु ने हमें बिना आनन्द के नहीं छोड़ा है; उसने हमें अपना आत्मा दिया है (रोमियों 15:13; 1 पतरस 1:8-9)। - एलीसन कीडा


एक दिन हमारा सभी दुःख आनन्द में बदल जाएगा!

और वह उन की आंखों से सब आंसू पोंछ डालेगा; और इस के बाद मृत्यु न रहेगी, और न शोक, न विलाप, न पीड़ा रहेगी; पहिली बातें जाती रहीं। - प्रकाशितवाक्य 21:4

बाइबल पाठ: यूहन्ना 16:16-22
John 16:16 थोड़ी देर तुम मुझे न देखोगे, और फिर थोड़ी देर में मुझे देखोगे।
John 16:17 तब उसके कितने चेलों ने आपस में कहा, यह क्या है, जो वह हम से कहता है, कि थोड़ी देर में तुम मुझे न देखोगे, और फिर थोड़ी देर में मुझे देखोगे? और यह इसलिये कि मैं कि मैं पिता के पास जाता हूं?
John 16:18 तब उन्होंने कहा, यह थोड़ी देर जो वह कहता है, क्या बात है? हम नहीं जानते, कि क्या कहता है।
John 16:19 यीशु ने यह जानकर, कि वे मुझ से पूछना चाहते हैं, उन से कहा, क्या तुम आपस में मेरी इस बाते के विषय में पूछ पाछ करते हो, कि थोड़ी देर में तुम मुझे न देखोगे, और फिर थोड़ी देर में मुझे देखोगे।
John 16:20 मैं तुम से सच सच कहता हूं; कि तुम रोओगे और विलाप करोगे, परन्तु संसार आनन्द करेगा: तुम्हें शोक होगा, परन्तु तुम्हारा शोक आनन्द बन जाएगा।
John 16:21 जब स्त्री जनने लगती है तो उसको शोक होता है, क्योंकि उस की दु:ख की घड़ी आ पहुंची, परन्तु जब वह बालक जन्म चुकी तो इस आनन्द से कि जगत में एक मनुष्य उत्पन्न हुआ, उस संकट को फिर स्मरण नहीं करती।
John 16:22 और तुम्हें भी अब तो शोक है, परन्तु मैं तुम से फिर मिलूंगा और तुम्हारे मन में आनन्द होगा; और तुम्हारा आनन्द कोई तुम से छीन न लेगा।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 103-104
  • 1 कुरिन्थियों 2



रविवार, 18 अगस्त 2019

आनन्दित



      हम में से प्रत्येक जन अपने आप में अनूठा है, परमेश्वर द्वारा बनाई गई एकमात्र मूल-प्रति है। ऐसा कोई भी पुरुष अथवा स्त्री नहीं है जिसने अपने आप को बनाया है। कोई भी, कभी भी अपने आप से गुणवान, ज्ञानवान, और बुद्धिमान नहीं बना है। परमेश्वर ने ही हम सभी को वैसा बनाया है जैसा वह चाहता था और जैसे हम हैं। उसने अपने अवर्णनीय प्रेम में होकर हमारी कल्पना की और फिर हमारी रचना की।

      परमेश्वर ने ही आपके देह, आत्मा, प्राण को बनाया है; और अभी हम में उसका काम पूरा नहीं हुआ है। अब परमेश्वर का हमारे लिए उद्देश्य है हमारी परिपक्वता – हम में आरंभ हुए उसके काम का पूर्ण होना : “और मुझे इस बात का भरोसा है, कि जिसने तुम में अच्छा काम आरम्भ किया है, वही उसे यीशु मसीह के दिन तक पूरा करेगा” (फिलिप्पियों 1:6)। परमेश्वर आपको और अधिक निर्भीक, सामर्थी, शुद्ध, अधिक शांतिप्रिय, अधिक प्रेम करने वाला, कम स्वार्थी व्यक्ति बनाने में लगा हुआ है – संभवतः आप भी अपने लिए यही चाहते रहे होंगे।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में भजनकार ने लिखा, “क्योंकि यहोवा भला है, उसकी करूणा सदा के लिये, और उसकी सच्चाई पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहती है” (भजन 100:5)। परमेश्वर सदा ही आपसे प्रेम करता रहा है, और वह जीवनपर्यंत आपके प्रति विश्वासयोग्य बना रहेगा। उसने आप से एक ऐसा प्रेम रखा है जो सदाकाल का है, और वह कभी आपसे हताश होकर आपको छोड़ेगा नहीं। यह आनन्दित होने और परमेश्वर के सम्मुख स्तुति के गीतों के साथ आने के लिए अच्छा कारण है। परमेश्वर की जयजयकार करें, उसमें आनन्दित हों। - डेविड रोपर


जब विश्वास का पोषण होता है तो आत्मिक उन्नति होती है।

तेरे जीवन भर कोई तेरे साम्हने ठहर न सकेगा; जैसे मैं मूसा के संग रहा वैसे ही तेरे संग भी रहूंगा; और न तो मैं तुझे धोखा दूंगा, और न तुझ को छोडूंगा। - यहोशू 1:5

बाइबल पाठ: भजन 100
Psalms 100:1 हे सारी पृथ्वी के लोगों यहोवा का जयजयकार करो!
Psalms 100:2 आनन्द से यहोवा की आराधना करो! जयजयकार के साथ उसके सम्मुख आओ!
Psalms 100:3 निश्चय जानो, कि यहोवा ही परमेश्वर है। उसी ने हम को बनाया, और हम उसी के हैं; हम उसकी प्रजा, और उसकी चराई की भेड़ें हैं।
Psalms 100:4 उसके फाटकों से धन्यवाद, और उसके आंगनों में स्तुति करते हुए प्रवेश करो, उसका धन्यवाद करो, और उसके नाम को धन्य कहो!
Psalms 100:5 क्योंकि यहोवा भला है, उसकी करूणा सदा के लिये, और उसकी सच्चाई पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहती है।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 100-102
  • 1 कुरिन्थियों 1



शनिवार, 17 अगस्त 2019

घर



      आज के हमारे सँसार भर में शरणार्थियों की – उनकी जिन्हें संघर्ष और सताव के कारण अपने घर और देश छोड़ने पड़े हैं, संख्या इतनी अधिक हो चुकी है जितनी पहले कभी नहीं थी। संयुक्त राष्ट्र ने देशों के नेताओं से आग्रह किया है कि वे साथ मिलकर कार्य करें और शरणार्थियों को स्वीकार करें जिससे प्रत्येक बच्चे को शिक्षा तथा प्रत्येक व्यसक को जीविका कमाने के लिए काम मिल सके, और प्रत्येक परिवार के पास रहने के लिए एक घर हो।

      संकट के समय में शरणार्थियों के लिए घर बनाने के सपने से मुझे परमेश्वर के वचन बाइबल में यहूदा राष्ट्र को परमेश्वर द्वारा दी गई प्रतिज्ञा स्मरण हो आई, जब क्रूर अश्शूरी सेनाओं ने उनके घरों को उजाड़ने की धमकी दी थी। ऐसे समय में परमेश्वर ने मीका नबी को नियुक्त किया कि वह यहूदा के लोगों को सचेत करे कि वे अपने प्रिय शहर यरूशलेम और उसमें स्थित उनके मंदिर को खो देंगे। परन्तु परमेश्वर ने यह वायदा भी किया कि इस हानि से परे, भविष्य में, एक बहुत सुन्दर भविष्य उनके लिए रखा हुआ है।

      मीका ने कहा कि एक ऐसा दिन आएगा जब परमेश्वर समस्त सँसार के सभी लोगों को अपने पास बुलाएगा। हिंसा का अन्त हो जाएगा। युद्ध के हथियार खेती के उपकरण बन जाएँगे, और प्रत्येक वह व्यक्ति जो परमेश्वर के आह्वान को स्वीकार करेगा उसे परमेश्वर के राज्य में शांतिमय घर और फलवन्त जीवन प्राप्त होगा (4:3-4)।

      आज सँसार के अनेकों लोगों के लिए, और हो सकता है कि आप के लिए भी एक सुरक्षित घर वास्तविकता नहीं, परन्तु एक सपना है। परन्तु हम परमेश्वर की प्राचीन प्रतिज्ञा पर भरोसा रख सकते हैं कि सँसार के सभी राष्ट्रों के लोगों को एक घर मिलेगा; और हम उस शांतिपूर्ण घर की प्रतिज्ञा को वास्तविक होने के लिए प्रार्थना, कार्य और प्रतीक्षा करते रह सकते हैं। - एमी पीटरसन


परमेश्वर अपने बच्चों को अपने राज्य में एक शांतिपूर्ण घर देने का वायदा करता है।

वह जाति जाति का न्याय करेगा, और देश देश के लोगों के झगड़ों को मिटाएगा; और वे अपनी तलवारें पीट कर हल के फाल और अपने भालों को हंसिया बनाएंगे; तब एक जाति दूसरी जाति के विरुद्ध फिर तलवार न चलाएगी, न लोग भविष्य में युद्ध की विद्या सीखेंगे। - यशायाह 2:4

बाइबल पाठ: मीका 4:1-5
Micah 4:1 अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि यहोवा के भवन का पर्वत सब पहाड़ों पर दृढ़ किया जाएगा, और सब पहाडिय़ों से अधिक ऊंचा किया जाएगा; और हर जाति के लोग धारा की नाईं उसकी ओर चलेंगे।
Micah 4:2 और बहुत जातियों के लोग जाएंगे, और आपस में कहेंगे, आओ, हम यहोवा के पर्वत पर चढ़कर, याकूब के परमेश्वर के भवन में जाएं; तब वह हम को अपने मार्ग सिखाएगा, और हम उसके पथों पर चलेंगे। क्योंकि यहोवा की व्यवस्था सिय्योन से, और उसका वचन यरूशलेम से निकलेगा।
Micah 4:3 वह बहुत देशों के लोगों का न्याय करेगा, और दूर दूर तक की सामर्थी जातियों के झगड़ों को मिटाएगा; सो वे अपनी तलवारें पीटकर हल के फाल, और अपने भालोंसे हंसिया बनाएंगे; तब एक जाति दूसरी जाति के विरुद्ध तलवार फिर न चलाएगी;
Micah 4:4 और लोग आगे को युद्ध विद्या न सीखेंगे। परन्तु वे अपनी अपनी दाखलता और अंजीर के वृक्ष तले बैठा करेंगे, और कोई उन को न डराएगा; सेनाओं के यहोवा ने यही वचन दिया है।।
Micah 4:5 सब राज्यों के लोग तो अपने अपने देवता का नाम ले कर चलते हैं, परन्तु हम लोग अपने परमेश्वर यहोवा का नाम ले कर सदा सर्वदा चलते रहेंगे।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 97-99
  • रोमियों 16



शुक्रवार, 16 अगस्त 2019

विश्वास



      मेरी एक सहेली ने बताया कि उसके पति को काम में तरक्की के साथ एक दूसरे देश में जाने का प्रस्ताव दिया गया। परन्तु वह सहेली अपना घर छोड़कर जाने को लेकर आशंकित थी, इसलिए उसके पति ने, न चाहते हुए भी, उस प्रस्ताव को मना कर दिया। उसने समझाया कि एक बड़े परिवर्तन को लेकर उसके भय ने, उसे एक नए अभियान के रोमाँच से वंचित कर दिया, और वह कभी-कभी सोचा करती थी कि नहीं जाने के द्वारा वह क्या कुछ अनुभव करने से रह गई।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में हम देखते हैं कि जब इस्राएलियों को एक उपजाऊ देश में, जहाँ “दूध और मधु की धाराएँ” (निर्गमन 33:3) बहती थीं जाने के लिए कहा गया तो उनके भय और आशंकाओं ने उन्हें स्तंभित कर दिया। जब इस्राएलियों ने उस देश के बड़े-बड़े नगरों में रहने वाले शक्तिशाली लोगों के बारे में सुना (गिनती 13:28) तो वे भयभीत हो गए। लगभग सभी इस्राएलियों ने उस देश में प्रवेश करने के आह्वान को मानने से इन्कार कर दिया।

      परन्तु यहोशू और कालेब ने उन्हें परमेश्वर पर भरोसा रखते हुए आगे बढ़ने के लिए कहा, “तुम यहोवा के विरुद्ध बलवा न करो; और न तो उस देश के लोगों से डरो, क्योंकि वे हमारी रोटी ठहरेंगे; छाया उनके ऊपर से हट गई है, और यहोवा हमारे संग है; उन से न डरो” (गिनती 14:9)। यद्यपि वहाँ के निवासी विशालकाय लगते थे, परन्तु इस्राएली अपने साथ बनी हुई परमेश्वर की उपस्थिति पर विश्वास रख कर आगे बढ़ सकते थे।

      मेरी सहेली को दूसरे देश में जाने के लिए वैसी आज्ञा तो नहीं मिली थी, जैसी कि इस्राएलियों को दी गई थी, परन्तु फिर भी उसे पछतावा था कि उसने अपने भय के कारण उसके जीवन में आए एक अवसर गँवा दिया।

      आज आपका हाल कैसा है – क्या आप भी किसी अनिश्चितता या भयावह परिस्थिति का सामना कर रहे हैं? यदि ऐसा है तो हम मसीही विश्वासी इस बात पर सदा विश्वास रखे रह सकते हैं कि हमारा परमेश्वर पिता सदा हमारे साथ बना रहता है और हमारा मार्गदर्शन करता है। उसके कभी न बदलने और अचूक प्रेम पर भरोसा रख कर हम विश्वास के साथ उसके निर्देशानुसार आगे बढ़ सकते हैं। - एमी बाउचर पाई


भय शक्तिहीन बना सकता है, 
परन्तु विश्वास हमें परमेश्वर का अनुसरण करने के लिए प्रेरित करता है।

तुम्हारा स्‍वभाव लोभरिहत हो, और जो तुम्हारे पास है, उसी पर संतोष किया करो; क्योंकि उसने आप ही कहा है, कि मैं तुझे कभी न छोडूंगा, और न कभी तुझे त्यागूंगा। सलिये हम बेधड़क हो कर कहते हैं, कि प्रभु, मेरा सहायक है; मैं न डरूंगा; मनुष्य मेरा क्या कर सकता है। - इब्रानियों 13:5-6

बाइबल पाठ: गिनती 13:25-14:9
Numbers 13:25 चालीस दिन के बाद वे उस देश का भेद ले कर लौट आए।
Numbers 13:26 और पारान जंगल के कादेश नाम स्थान में मूसा और हारून और इस्त्राएलियों की सारी मण्डली के पास पहुंचे; और उन को और सारी मण्डली को संदेशा दिया, और उस देश के फल उन को दिखाए।
Numbers 13:27 उन्होंने मूसा से यह कहकर वर्णन किया, कि जिस देश में तू ने हम को भेजा था उस में हम गए; उस में सचमुच दूध और मधु की धाराएं बहती हैं, और उसकी उपज में से यही है।
Numbers 13:28 परन्तु उस देश के निवासी बलवान हैं, और उसके नगर गढ़ वाले हैं और बहुत बड़े हैं; और फिर हम ने वहां अनाकवंशियों को भी देखा।
Numbers 13:29 दक्षिण देश में तो अमालेकी बसे हुए हैं; और पहाड़ी देश में हित्ती, यबूसी, और एमोरी रहते हैं; और समुद्र के किनारे किनारे और यरदन नदी के तट पर कनानी बसे हुए हैं।
Numbers 13:30 पर कालेब ने मूसा के साम्हने प्रजा के लोगों को चुप कराने की मनसा से कहा, हम अभी चढ़ के उस देश को अपना कर लें; क्योंकि नि:सन्देह हम में ऐसा करने की शक्ति है।
Numbers 13:31 पर जो पुरूष उसके संग गए थे उन्होंने कहा, उन लोगों पर चढ़ने की शक्ति हम में नहीं है; क्योंकि वे हम से बलवान हैं।
Numbers 13:32 और उन्होंने इस्त्राएलियों के साम्हने उस देश की जिसका भेद उन्होंने लिया था यह कहकर निन्दा भी की, कि वह देश जिसका भेद लेने को हम गये थे ऐसा है, जो अपने निवासियों निगल जाता है; और जितने पुरूष हम ने उस में देखे वे सब के सब बड़े डील डौल के हैं।
Numbers 13:33 फिर हम ने वहां नपीलों को, अर्थात नपीली जाति वाले अनाकवंशियों को देखा; और हम अपनी दृष्टि में तो उनके साम्हने टिड्डे के सामान दिखाई पड़ते थे, और ऐसे ही उनकी दृष्टि में मालूम पड़ते थे।
Numbers 14:1 तब सारी मण्डली चिल्ला उठी; और रात भर वे लोग रोते ही रहे।
Numbers 14:2 और सब इस्त्राएली मूसा और हारून पर बुड़बुड़ाने लगे; और सारी मण्डली उसने कहने लगी, कि भला होता कि हम मिस्र ही में मर जाते! वा इस जंगल ही में मर जाते!
Numbers 14:3 और यहोवा हम को उस देश में ले जा कर क्यों तलवार से मरवाना चाहता है? हमारी स्त्रियां और बाल-बच्चे तो लूट में चलें जाएंगे; क्या हमारे लिये अच्छा नहीं कि हम मिस्र देश को लौट जाएं?
Numbers 14:4 फिर वे आपस में कहने लगे, आओ, हम किसी को अपना प्रधान बना लें, और मिस्र को लौट चलें।
Numbers 14:5 तब मूसा और हारून इस्त्राएलियों की सारी मण्डली के साम्हने मुंह के बल गिरे।
Numbers 14:6 और नून का पुत्र यहोशू और यपुन्ने का पुत्र कालिब, जो देश के भेद लेने वालों में से थे, अपने अपने वस्त्र फाड़कर,
Numbers 14:7 इस्त्राएलियों की सारी मण्डली से कहने लगे, कि जिस देश का भेद लेने को हम इधर उधर घूम कर आए हैं, वह अत्यन्त उत्तम देश है।
Numbers 14:8 यदि यहोवा हम से प्रसन्न हो, तो हम को उस देश में, जिस में दूध और मधु की धाराएं बहती हैं, पहुंचाकर उसे हमे दे देगा।
Numbers 14:9 केवल इतना करो कि तुम यहोवा के विरुद्ध बलवा न करो; और न तो उस देश के लोगों से डरो, क्योंकि वे हमारी रोटी ठहरेंगे; छाया उनके ऊपर से हट गई है, और यहोवा हमारे संग है; उन से न डरो।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 94-96
  • रोमियों 15:14-33