सदियों से संसार के कई स्थानों में पवन-चक्कियाँ कुओं से पानी निकालने और अनाज पीसने के लिए प्रयोग की जा रही हैं। पिछले कुछ दशकों से इसी वायु वेग की ऊर्जा का प्रयोग बिजली उत्पादन के लिए भी किया जाने लगा है। इस प्रक्रिया के लिए भी पवन-चक्की के समान ही वायु वेग की ऊर्जा को बिजली बनाने के जनेरेटर को चलाने के लिए प्रयोग किया जाता है। जैसे जैसे यह पवन-बिजली उत्पादन बढ़ा और इससे संबंधित प्रक्रियाओं पर शोध हुआ, एक अनपेक्षित बात प्रगट हुई - पवन-बिजली उत्पादक जनेरेटर, जब वायु धीमी चल रही होती है, तब चाहे ठीक काम करते हों, किंतु तेज़ वायु चलने के समय यदि उनके फलकों (blades) पर - जो वायु वेग से घूमते हैं, यदि छोटे छोटे मरे हुए कीड़े जमा हुए हों तो उनका कार्य बाधित हो जाता है और बिजली का उत्पादन कम हो जाता है। इसलिए उनके सही काम करते रहने के लिए, उनके फलकों को समय समय पर धो कर, मरे हुए उन कीड़ों को उन पर से हटाना और उन्हें साफ रखना आवश्यक होता है।
मसीही विश्वासी के जीवन में भी यही सिद्धांत कार्यकारी होता है। यदि जीवन में छोटे छोटे पाप जमा होते रहें, तो वे मसीही जीवन के लिए बाधा बन जाते हैं और विश्वास के जीवन को सही तरह से चलने नहीं देते, कार्यकारी नहीं रहने देते। परमेश्वर ने हमारे जीवनों को पाप से साफ रखने के लिए एक विधि दी है। परमेश्वर के वचन बाइबल के १ यूहन्ना १:९ में परमेश्वर का प्रत्येक मसीही विश्वासी को आश्वासन है कि, "यदि हम अपने पापों को मान लें, तो वह हमारे पापों को क्षमा करने, और हमें सब अधर्म से शुद्ध करने में विश्वासयोग्य और धर्मी है"। हमारे जीवनों में पापों के जमाव को होने से बचने के लिए, हमें अपने जीवनों को परमेश्वर के वचन की रौशनी में लगातार जांचते रहना चाहिए, और जहां कहीं कोई ऐसी बात नज़र आए, तुरंत उसे परमेश्वर के सामने स्वीकार करके उस के लिए क्षमा मांगना तथा पुनः उसे दोहराने से बचने का निर्णय लेना आवश्यक है।
मसीही विश्वासी के लिए यह इस लिए भी आवश्यक है, क्योंकि उसकी सामर्थ परमेश्वर से आती है, और पाप उसके तथा परमेश्वर के संबंध में बाधा डालता है, परमेश्वर की संगति में रहने नहीं देता और विश्वासी तक परमेश्वर की सामर्थ पहुँचने नहीं देता। नतीजा होता है एक कमज़ोर, शिथिल, प्रभाव रहित मसीही जीवन - मानो बिना वायु-ऊर्जा की पवन-चक्की, जो स्वयं और दूसरों, दोनो के लिए बोझिल होता है तथा परमेश्वर के लिए अनुपयोगी।
परमेश्वर की सामर्थ में बने रहने और काम करते रहने के लिए प्रतिदिन जीवन से पापों की सफाई अनिवार्य है। - सिंडी हैस कैस्पर
पाप हमारी आत्मिक सामर्थ बाधित कर देता है; पाप का अंगीकार तथा उससे पश्चाताप उस सामर्थ को पुनःस्थापित कर देता है।
परन्तु हमारे पास यह धन मिट्ठी के बरतनों में रखा है, कि यह असीम सामर्थ हमारी ओर से नहीं, वरन परमेश्वर ही की ओर से ठहरे। - २ कुरिन्थियों ४:७
बाइबल पाठ: १ यूहन्ना १:५-१०
1Jn 1:5 जो समाचार हम ने उस से सुना, और तुम्हें सुनाते हैं, वह यह है कि परमेश्वर ज्योति हैं: और उस में कुछ भी अन्धकार नहीं।
1Jn 1:6 यदि हम कहें, कि उसके साथ हमारी सहभागिता है, और फिर अन्धकार में चलें, तो हम झूठे हैं: और सत्य पर नहीं चलते।
1Jn 1:7 पर यदि जैसा वह ज्योति में है, वैसे ही हम भी ज्योति में चलें, तो एक दूसरे से सहभागिता रखते हैं; और उसके पुत्र यीशु मसीह का लोहू हमें सब पापों से शुद्ध करता है।
1Jn 1:8 यदि हम कहें, कि हम में कुछ भी पाप नहीं, तो अपने आप को धोखा देते हैं: और हम में सत्य नहीं।
1Jn 1:9 यदि हम अपने पापों को मान लें, तो वह हमारे पापों को क्षमा करने, और हमें सब अधर्म से शुद्ध करने में विश्वासयोग्य और धर्मी है।
1Jn 1:10 यदि कहें कि हम ने पाप नहीं किया, तो उसे झूठा ठहराते हैं, और उसका वचन हम में नहीं है।
एक साल में बाइबल:
- उत्पत्ति ३३-३५
- मत्ती १०:१-२०
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