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बुधवार, 25 अप्रैल 2012

सह-चालक?

   कार पर लिखे शब्द, "यीशु मेरा सह-चालक है" चाहे एक अच्छे उद्देश्य से लिखे गए हों किंतु मुझे सदा ही विचलित करते हैं। मैं जानता हूँ कि अपनी जीवन-गाड़ी की चालक सीट पर जब भी "मैं" विराजमान होता हूँ, मंज़िल सदा ही अस्पष्ट और गलत ही होती है। मसीही विश्वासी के जीवन में प्रभु यीशु का वास्तविक स्थान सह-चालक के रूप में नहीं होना है, जहां से वह हमें, अर्थात चालक को, यदा-कदा कोई कोई निर्देष देता रहे; वरन हमें प्रभु को सदा सर्वदा अपनी जीवन-गाड़ी की चालक सीट पर ही बैठाए रखना है, और इसमें कोई मतभेद या दो राय का स्थान नहीं है।

   हम अकसर कहते हैं कि मसीह हमारे लिए मरा, जो सत्य भी है, किंतु बात बस इतने तक ही सीमित नहीं है। क्योंकि मसीह हमारे लिए क्रूस पर मरा, उसमें होकर उसके विश्वासियों के लिए कुछ और भी उनके अन्दर से मर गया - उनके पाप करते रहने और पाप में बने रहने का स्वभाव। परमेश्वर के वचन में जब प्रेरित पौलुस ने गलतिया की मण्डली को लिखा कि "मैं मसीह के साथ क्रूस पर चढ़ाया गया हूं, और अब मैं जीवित न रहा, पर मसीह मुझ में जीवित है: और मैं शरीर में अब जो जीवित हूं तो केवल उस विश्वास से जीवित हूं, जो परमेश्वर के पुत्र पर है, जिस ने मुझ से प्रेम किया, और मेरे लिये अपने आप को दे दिया" (गलतियों २:२०), तो उसका यही तात्पर्य था।

   परमेश्वर के इस वचन से पौलुस द्वारा परमेश्वर समझा रहा है कि हम मसीह के साथ क्रूस पर चढ़ाए गए हैं, उसके साथ पाप के लिए मर गए हैं और अब मसीह के साथ ही उसकी धार्मिकता में जीवित हैं। मसीही विश्वासी का जीवन मसीह से है, इसलिए अब प्रत्येक विश्वासी के लिए पुरानी बातें और पुरानी मंज़िलें अस्वीकार्य हैं। अब मसीह ही अपने प्रत्येक विश्वासी का संचालक है, इसलिए विश्वासी अपना मार्ग छोड़कर अब से स्वार्थ, लोभ और वासना की गलियों में नहीं मुड़ सकता; ना ही वह मार्ग के किनारों में विद्यमान घमण्ड के दलदल या कुड़्कुड़ाने और कटुता के गढ़हों में पहिए डालते हुए निकल सकता है। अब हम तो उसके साथ क्रूस पर चढ़ाए गए हैं, अब मसीह ही हमारे जीवन के नियंत्रण में है और केवल उसे ही जीवन गाड़ी को चलाना है और हमारी मंज़िल तय करवानी है।

   इसलिए यदि आप मसीही विश्वासी हैं तो आप मर गए हैं और मसीह आप में जीवित है और वह आपका सह-चालक नहीं वरन एकमात्र चालक है। आपका आनन्द और स्वतंत्रता उसके हाथ में सब कुछ छोड़कर यात्रा का मज़ा लेने में है। संभव है कि मार्ग में कुछ कठिनाईयों का सामना भी करना पड़े, किंतु वह सदा साथ है और अन्ततः आपको सुरक्षित आपकी अनन्त मंज़िल तक पहुँचाएगा - आप उस पर विश्वास कर सकते हैं। - जो स्टोवैल


क्या अभी भी जीवन गाड़ी स्वयं ही चला रहे हैं? यही समय है उसे मसीह को सौंप देने का।

मैं मसीह के साथ क्रूस पर चढ़ाया गया हूं, और अब मैं जीवित न रहा, पर मसीह मुझ में जीवित है: और मैं शरीर में अब जो जीवित हूं तो केवल उस विश्वास से जीवित हूं, जो परमेश्वर के पुत्र पर है, जिस ने मुझ से प्रेम किया, और मेरे लिये अपने आप को दे दिया। - गलतियों २:२०
बाइबल पाठ: गलतियों २:१६-२१
Gal 2:16  तौभी यह जान कर कि मनुष्य व्यवस्था के कामों से नहीं, पर केवल यीशु मसीह पर विश्वास करने के द्वारा धर्मी ठहरता है, हम ने आप भी मसीह यीशु पर विश्वास किया, कि हम व्यवस्था के कामों से नहीं पर मसीह पर विश्वास करने से धर्मी ठहरें; इसलिये कि व्यवस्था के कामों से कोई प्राणी धर्मी न ठहरेगा।
Gal 2:17  हम जो मसीह में धर्मी ठहरना चाहते हैं, यदि आप ही पापी निकलें, तो क्‍या मसीह पाप का सेवक है कदापि नहीं।
Gal 2:18  क्‍योंकि जो कुछ मैं ने गिरा दिया, यदि उसी को फिर बनाता हूं, तो अपने आप को अपराधी ठहराता हूं।
Gal 2:19  मैं जो व्यवस्था के द्वारा व्यवस्था के लिये मर गया, कि परमेश्वर के लिये जीऊं।
Gal 2:20  मैं मसीह के साथ क्रूस पर चढ़ाया गया हूं, और अब मैं जीवित न रहा, पर मसीह मुझ में जीवित है: और मैं शरीर में अब जो जीवित हूं तो केवल उस विश्वास से जीवित हूं, जो परमेश्वर के पुत्र पर है, जिस ने मुझ से प्रेम किया, और मेरे लिये अपने आप को दे दिया।
Gal 2:21  मैं परमेश्वर के अनुग्रह को व्यर्थ नहीं ठहराता, क्‍योंकि यदि व्यवस्था के द्वारा धामिर्कता होती, तो मसीह का मरना व्यर्थ होता। 
  • एक साल में बाइबल: २ शमूएल २१-२२ 
  • लूका १८:२४-४३

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