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शुक्रवार, 23 नवंबर 2012

खुली पहुँच


   नवंबर २००९ की घटना है, जब अमरीकी राष्ट्रपति के सुरक्षा घेरे में एक अप्रत्याशित चूक हुई; एक दंपत्ति बड़े रौब के साथ अमरीकी राष्ट्रपति निवास में आयोजित एक भोज में घुस आया, और यहां तक दुस्साहस किया कि उन्होंने राष्ट्रपति के साथ अपनी एक तस्वीर भी खिंचवा ली। साधारणतया इन अतिविशिश्ट लोगों के समीप कोई पहुँच नहीं सकता। जहां ऐसे अतिविशिश्ट लोग आमंत्रित होते हैं वहां सुरक्षा कर्मियों द्वारा आमंत्रित मेहमानों की सूची की पहले ही से बड़ी बारीकी से जाँच की जाती है और बुलाए गए मेहमानों की पृष्ठभूमि और गतिविधियों का व्यापक अध्ययन किया जाता है और अन्दर जाने वालों को पहचान कर ही जाने दिया जाता है जिससे जो आमंत्रित नहीं हैं वे अन्दर पहुँच ना सकें और जो पहुँचें उन से कोई खतरा ना हो।

   हम सामान्य लोगों के लिए स्थान स्थान पर प्रवेश निषेध एक आम बात हो गई है। जगह जगह सूचक चिन्ह लगे होते हैं: ’केवल कर्मचारियों के लिए’; ’प्रवेश निषेध’; ’केवल अधिकृत वाहनों के लिए’; ’इससे आगे जाना वर्जित है’ इत्यादि। हम में से कोई यह सुनना नहीं चाहता कि किसी स्थान पर उसका स्वागत नहीं है, किंतु सत्य यही है कि ऐसे अनेक स्थान होते हैं जहां हमारा स्वागत नहीं होता, हमारे प्रवेश पर प्रतिबंध लगा होता है। यह मुझे परमेश्वर का और भी अधिक धन्यवादी बनाता है, क्योंकि मेरे उसके पास जाने के लिए कभी कोई प्रतिबन्ध नहीं होता है।

   जो परमेश्वर के पास आना चाहते हैं, उनके लिए कभी कोई प्रतिबन्ध या रुकावट नहीं होती। प्रार्थना द्वारा हम कभी भी और कहीं भी उससे संपर्क कर सकते हैं, क्योंकि हमारे उद्धाकर्ता प्रभु यीशु ने अपने प्रत्येक विश्वासी को पिता परमेश्वर तक पहुँचने का खुला मार्ग बनाकर दे दिया है (इफिसीयों २:१८)। प्रभु यीशु ने निमंत्रण दिया है: "हे सब परिश्रम करने वालों और बोझ से दबे लोगों, मेरे पास आओ; मैं तुम्हें विश्राम दूंगा" (मत्ती ११:२८); "जो कुछ पिता मुझे देता है वह सब मेरे पास आएगा, उसे मैं कभी न निकालूंगा" (यूहन्ना ६:३७); "यीशु खड़ा हुआ और पुकार कर कहा, यदि कोई पियासा हो तो मेरे पास आकर पीए" (यूहन्ना ७:३७)।

   एक बार जब आप मसीह यीशु के पास समर्पण और पश्चाताप के साथ आ जाते हैं और उसे अपना निज उद्धारकर्ता स्वीकार कर लेते हैं, उसके साथ आपकी अविरल संगति बनी रहती है और परमेश्वर पास खुली पहुँच का मार्ग सदा उपलब्ध रहता है। - सिंडी हैस कैसपर


परमेश्वर का सिंहासन स्थान में प्रवेश उसकी संतान के लिए सदा खुला है।

क्‍योंकि उस ही के द्वारा हम दोनों की एक आत्मा में पिता के पास पंहुच होती है। - इफिसीयों २:१८

बाइबल पाठ: इफिसीयों २:११-२२
Eph 2:11  इस कारण स्मरण करो, कि तुम जो शारीरिक रीति से अन्यजाति हो, (और जो लोग शरीर में हाथ के किए हुए खतने से खतनावाले कहलाते हैं, वे तुम को खतनारिहत कहते हैं)। 
Eph 2:12 तुम लोग उस समय मसीह से अलग और इस्‍त्राएल की प्रजा के पद से अलग किए हुए, और प्रतिज्ञा की वाचाओं के भागी न थे, और आशाहीन और जगत में ईश्वररिहत थे। 
Eph 2:13  पर अब तो मसीह यीशु में तुम जो पहिले दूर थे, मसीह के लोहू के द्वारा निकट हो गए हो। 
Eph 2:14 क्‍योंकि वही हमारा मेल है, जिस ने दोनों को एक कर लिया: और अलग करने वाली दीवार को जो बीच में थी, ढा दिया। 
Eph 2:15 और अपने शरीर में बैर अर्थात वह व्यवस्था जिस की आज्ञाएं विधियों की रीति पर थीं, मिटा दिया, कि दोनों से अपने में एक नया मनुष्य उत्‍पन्न करके मेल करा दे। 
Eph 2:16  और क्रूस पर बैर को नाश करके इस के द्वारा दानों को एक देह बनाकर परमेश्वर से मिलाए। 
Eph 2:17 और उस ने आकर तुम्हें जो दूर थे, और उन्‍हें जो निकट थे, दानों को मेल-मिलाप का सुसमाचार सुनाया। 
Eph 2:18 क्‍योंकि उस ही के द्वारा हम दोनों की एक आत्मा में पिता के पास पंहुच होती है। 
Eph 2:19 इसलिये तुम अब विदेशी और मुसाफिर नहीं रहे, परन्‍तु पवित्र लोगों के संगी स्‍वदेशी और परमेश्वर के घराने के हो गए। 
Eph 2:20  और प्रेरितों और भविष्यद्वक्ताओं की नेव पर जिस के कोने का पत्थर मसीह यीशु आप ही है, बनाए गए हो। 
Eph 2:21 जिस में सारी रचना एक साथ मिलकर प्रभु में एक पवित्र मन्‍दिर बनती जाती है। 
Eph 2:22  जिस में तुम भी आत्मा के द्वारा परमेश्वर का निवासस्थान होने के लिये एक साथ बनाए जाते हो।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजकेल २०-२१ 
  • याकूब ५

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