ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

शनिवार, 14 जून 2014

आराधना के योग्य


   परमेश्वर के वचन बाइबल की अन्तिम पुस्तक, यूहन्ना के प्रकाशितवाक्य, के 5 अध्याय में प्रभु यीशु मसीह के दो शब्द चित्र मिलते हैं - यहूदा का सिंह (पद 5) तथा वध किया हुआ मेमना (पद 6)। इन शब्द चित्रों का संदर्भ देकर प्रसिद्ध मसीही प्रचारक चार्ल्स स्पर्जन ने प्रश्न किया, "ऐसा क्यों है कि हमारा महान प्रभु अपनी महिमा में घातक घावों के साथ दिखाया गया है?" अपने प्रश्न का स्पर्जन ने उत्तर दिया, "क्योंकि वे घाव ही उसकी महिमा हैं।"

   सामान्यतः मेमने का चिन्ह सामर्थ और विजय का प्रतीक नहीं हैं। अधिकांश लोग ऐसे चिन्ह पसन्द करते हैं जो सामर्थ दिखाते हैं और लोगों की प्रशंसा को आमंत्रित करते हैं। लेकिन परमेश्वर ने यही चुना कि वह एक शिशु बनकर संसार में अवतरित हो, एक गरीब बढ़ई के घर में जन्म ले और बड़ा हो। वह अपनी सेवकाई के दिनों में पैदल ही एक से दूसरे स्थान पर यात्रा करते हुए परमेश्वर के राज्य और धार्मिकता तथा पापों से पश्चताप का प्रचार करता रहा और एक रोमी क्रूस पर लटा कर उसे मार डाला गया। सबने, यहाँ तक कि उसके चेलों ने भी यही सोचा कि क्रूस पर उसकी मृत्यु का तात्पर्य था अपने समय की स्थापित धर्म व्यवस्था को चुनौती देने वाले का अन्त। लेकिन मेमने के समान दीन जीवन बिताने वाले प्रभु यीशु मसीह ने तीसरे दिन मृतकों में से पुनः जी उठ कर, परमेश्वर की अतुल्य सामर्थ और महिमा को संसार के सामने प्रकट किया।

   वह दिन आने वाला है जब प्रभु यीशु अपनी महिमा में लौट कर आएगा और अपना राज्य स्थापित करेगा। उस दिन सारे संसार के सब लोग उसके सामने दण्डवत करेंगे और कहेंगे, "... कि वध किया हुआ मेम्ना ही सामर्थ, और धन, और ज्ञान, और शक्ति, और आदर, और महिमा, और धन्यवाद के योग्य है" (प्रकाशितवाक्य 5:12)! मेमने के समान दीन और नम्र प्रभु यीशु, सिंह के समान सामर्थी और जयवन्त तथा हमारी आराधना के योग्य है। - सी. पी. हिया


अपने राजा के आदर के लिए हम उसका यशगान करते हैं।

इस कारण परमेश्वर ने उसको अति महान भी किया, और उसको वह नाम दिया जो सब नामों में श्रेष्ठ है। कि जो स्वर्ग में और पृथ्वी पर और जो पृथ्वी के नीचे है; वे सब यीशु के नाम पर घुटना टेकें। और परमेश्वर पिता की महिमा के लिये हर एक जीभ अंगीकार कर ले कि यीशु मसीह ही प्रभु है। फिलिप्पियों 2:9-11

बाइबल पाठ: प्रकाशितवाक्य 5:1-12
Revelation 5:1 और जो सिंहासन पर बैठा था, मैं ने उसके दाहिने हाथ में एक पुस्‍तक देखी, जो भीतर और बाहर लिखी हुई भी, और वह सात मुहर लगा कर बन्‍द की गई थी। 
Revelation 5:2 फिर मैं ने एक बलवन्‍त स्वर्गदूत को देखा जो ऊंचे शब्द से यह प्रचार करता था कि इस पुस्‍तक के खोलने और उस की मुहरें तोड़ने के योग्य कौन है? 
Revelation 5:3 और न स्वर्ग में, न पृथ्वी पर, न पृथ्वी के नीचे कोई उस पुस्‍तक को खोलने या उस पर दृष्टि डालने के योग्य निकला। 
Revelation 5:4 और मैं फूट फूटकर रोने लगा, क्योंकि उस पुस्‍तक के खोलने, या उस पर दृष्टि करने के योग्य कोई न मिला। 
Revelation 5:5 तब उन प्राचीनों में से एक ने मुझे से कहा, मत रो; देख, यहूदा के गोत्र का वह सिंह, जो दाऊद का मूल है, उस पुस्‍तक को खोलने और उसकी सातों मुहरें तोड़ने के लिये जयवन्‍त हुआ है। 
Revelation 5:6 और मैं ने उस सिंहासन और चारों प्राणियों और उन प्राचीनों के बीच में, मानों एक वध किया हुआ मेम्ना खड़ा देखा: उसके सात सींग और सात आंखे थीं; ये परमेश्वर की सातों आत्माएं हैं, जो सारी पृथ्वी पर भेजी गई हैं। 
Revelation 5:7 उसने आ कर उसके दाहिने हाथ से जो सिंहासन पर बैठा था, वह पुस्‍तक ले ली, 
Revelation 5:8 और जब उसने पुस्‍तक ले ली, तो वे चारों प्राणी और चौबीसों प्राचीन उस मेम्ने के साम्हने गिर पड़े; और हर एक के हाथ में वीणा और धूप से भरे हुए सोने के कटोरे थे, ये तो पवित्र लोगों की प्रार्थनाएं हैं। 
Revelation 5:9 और वे यह नया गीत गाने लगे, कि तू इस पुस्‍तक के लेने, और उसकी मुहरें खोलने के योग्य है; क्योंकि तू ने वध हो कर अपने लोहू से हर एक कुल, और भाषा, और लोग, और जाति में से परमेश्वर के लिये लोगों को मोल लिया है। 
Revelation 5:10 और उन्हें हमारे परमेश्वर के लिये एक राज्य और याजक बनाया; और वे पृथ्वी पर राज्य करते हैं। 
Revelation 5:11 और जब मैं ने देखा, तो उस सिंहासन और उन प्राणियों और उन प्राचीनों के चारों ओर बहुत से स्‍वर्गदूतों का शब्द सुना, जिन की गिनती लाखों और करोड़ों की थी। 
Revelation 5:12 और वे ऊंचे शब्द से कहते थे, कि वध किया हुआ मेम्ना ही सामर्थ, और धन, और ज्ञान, और शक्ति, और आदर, और महिमा, और धन्यवाद के योग्य है।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 61-63


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें