कार में बैठकर मेरे नए धूप के चश्मे को कुछ देर पहनकर रखने के पश्चात मेरी बेटी ने उन्हें उतारकर मुझे वापस करते हुए कहा, "ये कोई धूप से बचने के चश्मे थोड़े ही हैं, ये तो केवल फैशन के चश्मे हैं।" फिर मुझे छेड़ने के लिए बोली, "मुझे लगता है कि आपने ये केवल इसलिए खरीदे हैं क्योंकि इन्हें पहनकार आप अच्छे दिखते हैं।" हाँ, मैं मानती हूँ कि मेरी बेटी मुझे पहचानती है; और यह भी कि उस चश्मे को खरीदते समय मैंने उनके सूर्य की किरणों को रोक पाने की क्षमता के बारे में ज़रा भी नहीं विचारा था। बस क्योंकि वे मेरे चेहरे पर अच्छे लग रहे थे, इसीलिए मैंने उन्हें खरीद लिया था।
प्रायः हम सभी चाहते हैं कि हम अच्छे दिखें। हमें देखकर लोगों को लगे कि हम पूर्ण हैं - हमें ना तो किसी परेशानी और ना ही किसी भय या दुःख को झेलना पड़ रहा है। किंतु हम बाहर से चाहे जो भी दिखाएं, अन्दर की स्थिति तो कुछ और ही होती है; और वास्तविकता छुपती नहीं है, कभी ना कभी बाहर आ ही जाती है।
इसी प्रकार आत्मिक जीवन में भी सिद्धता का दिखावा करना ना तो हमारे अपने लिए और ना ही हमारे साथ के लोगों के लिए भला होता है। लेकिन मसीह यीशु के विश्वासियों की मंडली में हमें यह आदर है कि हम अपने जीवन और बातें अपने साथ के अन्य विश्वासियों के साथ बाँट सकते हैं, जो हमारे तथा अन्य विश्वासियों दोनों ही के लिए लाभदायक रहता है। जब हम अपने आप को कुछ खुला और पारदर्शी बनाते हैं, तो हमें कुछ और लोग भी मिलते हैं जो हमारे समान ही परिस्थितियों से जूझ रहे हैं, और हम एक दूसरे को सहायता तथा सांत्वना देने वाले हो जाते हैं। मंडली में हम ना केवल परमेश्वर के साथ वरन एक-दूसरे के साथ भी संगति और सहभागिता रखना सीखते हैं, एक दूसरे के साथ आनन्दित होना, एक दूसरे के सहायक होना सीखते हैं। हम अपनी सीमाओं और कमज़ोरियों के प्रति संवेदनशील होकर परमेश्वर की अगुवाई तथा सामर्थ से, अपनी उन अयोग्यताओं की दशा में भी एक दूसरे के लिए तथा परमेश्वर के लिए उपयोगी बनने लगते हैं।
होने दें कि परमेश्वर आप पर चढ़े दिखावे के हर आवरण को हटा दे, और आप अपने सच्चे स्वरूप में, "प्रेम, और भले कामों में उक्साने के लिये एक दूसरे की चिन्ता किया करें" (इब्रानियों 10:24)। - सिंडी हैस कैस्पर
मसीही विश्वासी तब और भी सामर्थी होते हैं जब वे अकेले खड़े नहीं होते।
निदान हम बलवानों को चाहिए, कि निर्बलों की निर्बलताओं को सहें; न कि अपने आप को प्रसन्न करें। हम में से हर एक अपने पड़ोसी को उस की भलाई के लिये सुधारने के निमित प्रसन्न करे। - रोमियों 15:1-2
बाइबल पाठ: इब्रानियों 10:19-25
Hebrews 10:19 सो हे भाइयो, जब कि हमें यीशु के लोहू के द्वारा उस नए और जीवते मार्ग से पवित्र स्थान में प्रवेश करने का हियाव हो गया है।
Hebrews 10:20 जो उसने परदे अर्थात अपने शरीर में से हो कर, हमारे लिये अभिषेक किया है,
Hebrews 10:21 और इसलिये कि हमारा ऐसा महान याजक है, जो परमेश्वर के घर का अधिकारी है।
Hebrews 10:22 तो आओ; हम सच्चे मन, और पूरे विश्वास के साथ, और विवेक का दोष दूर करने के लिये हृदय पर छिड़काव ले कर, और देह को शुद्ध जल से धुलवा कर परमेश्वर के समीप जाएं।
Hebrews 10:23 और अपनी आशा के अंगीकार को दृढ़ता से थामें रहें; क्योंकि जिसने प्रतिज्ञा किया है, वह सच्चा है।
Hebrews 10:24 और प्रेम, और भले कामों में उक्साने के लिये एक दूसरे की चिन्ता किया करें।
Hebrews 10:25 और एक दूसरे के साथ इकट्ठा होना ने छोड़ें, जैसे कि कितनों की रीति है, पर एक दूसरे को समझाते रहें; और ज्यों ज्यों उस दिन को निकट आते देखो, त्यों त्यों और भी अधिक यह किया करो।
एक साल में बाइबल:
- भजन 18-19
- प्रेरितों 20:17-38
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