किशोरावस्था में अपना ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करके अपनी जेब में बटुआ रखना आरंभ करने के पश्चात हमारे पुत्र के संबंध में हमें अनेकों लोगों से फोन आने लगे - जो उसके द्वारा अपना बटुआ यहाँ-वहाँ भूल जाने या छोड़ देने के पश्चात बटुआ ले जाने के लिए होते थे। हमें बारंबार उसे सचेत करना पड़ा कि वह अपने बटुए का ध्यान रखे और उसे ऐसे ही कहीं भी नहीं छोड़ दिया करे।
लेकिन अपनी चीज़ें छोड़ देना सदा ही बुरा नहीं होता है। परमेश्वर के वचन बाइबल में यूहन्ना 4 में हम एक स्त्री के बारे में पढ़ते हैं जो कुएं पर पानी भरने आई थी। उसी कुएं पर प्रभु यीशु भी बैठे थे; उनसे उस स्त्री के वार्तालाप के पश्चात, उस स्त्री का उद्देश्य बिलकुल बदल गया और वह पानी भरने के अपने बरतन को वहीं छोड़कर वापस नगर को लौट गई ताकि जो बातें प्रभु यीशु ने उससे कहीं उन्हें लोगों को बता सके (पद 28-29)। प्रभु यीशु के बारे में बताने के उत्साह के सामने पानी की उसकी शारीरिक आवश्यकता फीकी पड़ गई।
प्रभु यीशु की सेवकाई के आरंभ में, झील के तट पर काम करते हुए पतरस और अन्द्रियास उन्हें मिले, और प्रभु ने उन्हें अपने पीछे हो लेने के लिए बुलाया। वे दोनों तुरंत अपने मछली पकड़ने के जाल, जो उनके जीविका कमाने के साधन थे, छोड़कर प्रभु यीशु के पीछे हो लिए (मत्ती 4:18-20)। इसी प्रकार जब प्रभु यीशु ने उन्हें बुलाया तो यूहन्ना और याकूब भी अपने जाल, नाव और पिता को छोड़कर प्रभु यीशु के पीछे हो लिए (पद 21-22)।
प्रभु यीशु मसीह के पीछे हो लेने के हमारे नए जीवन में हमें कई बातों, कई चीज़ों को पीछे छोड़ना हो सकता है, जिनमें से कई ऐसी भी हैं जिनसे स्थायी संतुष्टि प्राप्त नहीं होती है। जिनकी कभी हमें तीव्र लालसा रहती थी, प्रभु यीशु से मिलने वाले जीवन जल और उसकी तृप्ति के सामने वे बातें व्यर्थ हो जाती हैं, उन्हें छोड़ देना कोई घाटे का सौदा नहीं रह जाता। - सिंडी हैस कैस्पर
प्रभु यीशु ने हमारे प्रति अपना प्रेम हमारे लिए अपने प्राण बलिदान करके दिखाया;
आज, उसके प्रति हम अपना प्रेम उसके लिए जीवन व्यतीत करके दिखाते हैं।
इसलिये तुम चिन्ता कर के यह न कहना, कि हम क्या खाएंगे, या क्या पीएंगे, या क्या पहिनेंगे? क्योंकि अन्यजाति इन सब वस्तुओं की खोज में रहते हैं, और तुम्हारा स्वर्गीय पिता जानता है, कि तुम्हें ये सब वस्तुएं चाहिए। इसलिये पहिले तुम उसे राज्य और धर्म की खोज करो तो ये सब वस्तुएं भी तुम्हें मिल जाएंगी। - मत्ती 6:31-33
बाइबल पाठ: यूहन्ना 4:6-14; 24-30
John 4:6 और याकूब का कूआं भी वहीं था; सो यीशु मार्ग का थका हुआ उस कूएं पर यों ही बैठ गया, और यह बात छठे घण्टे के लगभग हुई।
John 4:7 इतने में एक सामरी स्त्री जल भरने को आई: यीशु ने उस से कहा, मुझे पानी पिला।
John 4:8 क्योंकि उसके चेले तो नगर में भोजन मोल लेने को गए थे।
John 4:9 उस सामरी स्त्री ने उस से कहा, तू यहूदी हो कर मुझ सामरी स्त्री से पानी क्यों मांगता है? (क्योंकि यहूदी सामरियों के साथ किसी प्रकार का व्यवहार नहीं रखते)।
John 4:10 यीशु ने उत्तर दिया, यदि तू परमेश्वर के वरदान को जानती, और यह भी जानती कि वह कौन है जो तुझ से कहता है; मुझे पानी पिला तो तू उस से मांगती, और वह तुझे जीवन का जल देता।
John 4:11 स्त्री ने उस से कहा, हे प्रभु, तेरे पास जल भरने को तो कुछ है भी नहीं, और कूआं गहिरा है: तो फिर वह जीवन का जल तेरे पास कहां से आया?
John 4:12 क्या तू हमारे पिता याकूब से बड़ा है, जिसने हमें यह कूआं दिया; और आप ही अपने सन्तान, और अपने ढोरों समेत उस में से पीया?
John 4:13 यीशु ने उसको उत्तर दिया, कि जो कोई यह जल पीएगा वह फिर प्यासा होगा।
John 4:14 परन्तु जो कोई उस जल में से पीएगा जो मैं उसे दूंगा, वह फिर अनन्तकाल तक प्यासा न होगा: वरन जो जल मैं उसे दूंगा, वह उस में एक सोता बन जाएगा जो अनन्त जीवन के लिये उमड़ता रहेगा।
John 4:24 परमेश्वर आत्मा है, और अवश्य है कि उसके भजन करने वाले आत्मा और सच्चाई से भजन करें।
John 4:25 स्त्री ने उस से कहा, मैं जानती हूं कि मसीह जो ख्रीस्तुस कहलाता है, आनेवाला है; जब वह आएगा, तो हमें सब बातें बता देगा।
John 4:26 यीशु ने उस से कहा, मैं जो तुझ से बोल रहा हूं, वही हूं।
John 4:27 इतने में उसके चेले आ गए, और अचंभा करने लगे, कि वह स्त्री से बातें कर रहा है; तौभी किसी ने न कहा, कि तू क्या चाहता है? या किस लिये उस से बातें करता है।
John 4:28 तब स्त्री अपना घड़ा छोड़कर नगर में चली गई, और लोगों से कहने लगी।
John 4:29 आओ, एक मनुष्य को देखो, जिसने सब कुछ जो मैं ने किया मुझे बता दिया: कहीं यह तो मसीह नहीं है?
John 4:30 सो वे नगर से निकलकर उसके पास आने लगे।
एक साल में बाइबल:
- उत्पत्ति 41-42
- मत्ती 12:1-23
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