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सोमवार, 25 फ़रवरी 2019

संपूर्ण


      परमेश्वर के वचन बाइबल का एक पात्र, कालिब संपूर्ण मन से परमेश्वर का काम करने वाला व्यक्ति था। मिस्र के दासत्व से इस्राएल के निकलने के पश्चात जब प्रतिज्ञा किए हुए देश के विषय जानकारी लेने के लिए बारह लोगों के दल को कनान देश में टोह लेने के लिए भेजा गया तो उनमें यहोशू और कालिब भी थे। उस दल ने आकर मूसा और इस्राएल की मण्डली को देश के विषय बताया, और लोगों को घबरा दिया। किन्तु कालिब ने कहा “पर कालेब ने मूसा के साम्हने प्रजा के लोगों को चुप कराने की मनसा से कहा, हम अभी चढ़ के उस देश को अपना कर लें; क्योंकि नि:सन्देह हम में ऐसा करने की शक्ति है” (गिनती 13:30), और यहोशू ने भी उसका साथ दिया। किन्तु शेष दस सदस्यों ने कहा कि उनके सफल होने की संभावन बहुत कम है, और केवल बाधाओं को ही देखा (पद 31-33)।

      उन दस लोगों के द्वारा औरों को हताश करने के कारण इस्राएली परमेश्वर के विरुद्ध बड़बड़ाने  लगे, जिसके परिणामस्वरूप इस्राएलियों को चालीस वर्ष की जंगल की यात्रा झेलनी पड़ी। किन्तु कालेब ने कभी हार नहीं मानी, और उसके विषय परमेश्वर की गवाही थी, “मेरे दास कालिब के साथ और ही आत्मा है, और उसने पूरी रीति से मेरा अनुकरण किया है, मैं उसको उस देश में जिस में वह हो आया है पहुंचाऊंगा, और उसका वंश उस देश का अधिकारी होगा” (गिनती 14:24)। इस घटना के पैंतालीस वर्ष पश्चात, परमेश्वर ने कालिब को, 85 वर्ष की आयु में, हेब्रोन नगर दिया क्योंकि “...वह इस्राएल के परमेश्वर यहोवा का पूरी रीति से अनुगामी था” (यहोशू 14:14)।

      इसके सदियों बाद एक व्यवस्थापक ने प्रभु यीशु मसीह से पूछा, “हे गुरू; व्यवस्था में कौन सी आज्ञा बड़ी है?” और प्रभु यीशु मसीह का उत्तर था, “तू परमेश्वर अपने प्रभु से अपने सारे मन और अपने सारे प्राण और अपनी सारी बुद्धि के साथ प्रेम रख। बड़ी और मुख्य आज्ञा तो यही है” (मत्ती 22:35-38)।

      हम आज भी कालिब के जीवन से प्रोत्साहन प्राप्त करते हैं, परमेश्वर के प्रति उसके भरोसे के द्वारा; उस परमेश्वर के प्रति जो हमारे संपूर्ण प्रेम, भरोसे और समर्पण के योग्य है। - डेविड मैक्कैस्लैंड


मसीह यीशु के प्रति समर्पण प्रति दिन की बुलाहट है।

और जो कुछ तुम करते हो, तन मन से करो, यह समझ कर कि मनुष्यों के लिये नहीं परन्तु प्रभु के लिये करते हो। - कुलुस्सियों 3:23

बाइबल पाठ: गिनती 13:26-32; 14:20-24
Numbers 13:26 और पारान जंगल के कादेश नाम स्थान में मूसा और हारून और इस्त्राएलियों की सारी मण्डली के पास पहुंचे; और उन को और सारी मण्डली को संदेशा दिया, और उस देश के फल उन को दिखाए।
Numbers 13:27 उन्होंने मूसा से यह कहकर वर्णन किया, कि जिस देश में तू ने हम को भेजा था उस में हम गए; उस में सचमुच दूध और मधु की धाराएं बहती हैं, और उसकी उपज में से यही है।
Numbers 13:28 परन्तु उस देश के निवासी बलवान हैं, और उसके नगर गढ़ वाले हैं और बहुत बड़े हैं; और फिर हम ने वहां अनाकवंशियों को भी देखा।
Numbers 13:29 दक्षिण देश में तो अमालेकी बसे हुए हैं; और पहाड़ी देश में हित्ती, यबूसी, और एमोरी रहते हैं; और समुद्र के किनारे किनारे और यरदन नदी के तट पर कनानी बसे हुए हैं।
Numbers 13:30 पर कालेब ने मूसा के साम्हने प्रजा के लोगों को चुप कराने की मनसा से कहा, हम अभी चढ़ के उस देश को अपना कर लें; क्योंकि नि:सन्देह हम में ऐसा करने की शक्ति है।
Numbers 13:31 पर जो पुरूष उसके संग गए थे उन्होंने कहा, उन लोगों पर चढ़ने की शक्ति हम में नहीं है; क्योंकि वे हम से बलवान हैं।
Numbers 13:32 और उन्होंने इस्त्राएलियों के साम्हने उस देश की जिसका भेद उन्होंने लिया था यह कहकर निन्दा भी की, कि वह देश जिसका भेद लेने को हम गये थे ऐसा है, जो अपने निवासियों निगल जाता है; और जितने पुरूष हम ने उस में देखे वे सब के सब बड़े डील डौल के हैं।
Numbers 14:20 यहोवा ने कहा, तेरी बिनती के अनुसार मैं क्षमा करता हूं;
Numbers 14:21 परन्तु मेरे जीवन की शपथ सचमुच सारी पृथ्वी यहोवा की महिमा से परिपूर्ण हो जाएगी;
Numbers 14:22 उन सब लोगों ने जिन्होंने मेरी महिमा मिस्र देश में और जंगल में देखी, और मेरे किए हुए आश्चर्यकर्मों को देखने पर भी दस बार मेरी परीक्षा की, और मेरी बातें नहीं मानी,
Numbers 14:23 इसलिये जिस देश के विषय मैं ने उनके पूर्वजों से शपथ खाई, उसको वे कभी देखने न पाएंगे; अर्थात जितनों ने मेरा अपमान किया है उन में से कोई भी उसे देखने न पाएगा।
Numbers 14:24 परन्तु इस कारण से कि मेरे दास कालिब के साथ और ही आत्मा है, और उसने पूरी रीति से मेरा अनुकरण किया है, मैं उसको उस देश में जिस में वह हो आया है पहुंचाऊंगा, और उसका वंश उस देश का अधिकारी होगा।

एक साल में बाइबल: 
  • गिनती 12-14
  • मरकुस 5:21-43


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