टोगो
की मोनो नदी में अपने बपतिस्मा होने के प्रतीक्षा करते हुए, कोस्सी ने नीचे झुक कर
एक घिसी हुई लकड़ी की मूर्ति उठाई। उसका परिवार पीढ़ियों से उस मूर्ति का उपासक रहा
था। परिवार के लोगों के सामने, कोस्सी ने उस मूर्ति को पास में जल रही आग में फेंक
दिया। अब उन्हें अपनी सबसे बढ़िया मुर्गियों को उस मूर्ति के लिए बलिदान चढ़ाने की
कोई आवश्यकता नहीं रही थी।
पश्चिमी
देशों में अधिकांश लोग मूर्तियों को रूपक अलंकार के रूप में लेते हैं, उन बातों के
लिए जिन्हें वे अपने जीवनों में परमेश्वर के समान या उससे भी महत्वपूर्ण स्थान और
सम्मान देते हैं। किन्तु पश्चिमी अफ्रीका के देश टोगो में मूर्तियां वास्तविक
देवता मानी जाती हैं, जिन्हें प्रसन्न रखने के लिए उनके सामने बलिदान चढ़ाते रहना
पड़ता है। एक नए मसीही विश्वासी के द्वारा बपतिस्मा लेना और मूर्तियों को जलाना,
सच्चे जीवते परमेश्वर प्रभु यीशु मसीह के प्रति उसके समर्पण का साहसिक कार्य और
प्रतीक है।
परमेश्वर
के वचन बाइबल के पुराने नियम खण्ड में इस्राएल के इतिहास में हम पाते हैं कि आठ
वर्षीय राजा योशिय्याह एक ऐसे समय पर राजा-गद्दी पर आया जब यहूदा में मूर्तिपूजा
और व्यभिचार व्याप्त था। उस के पिता और दादा यहूदा के उस अनैतिक काल के सबसे बुरे
राजाओं में से थे। योशिय्याह के समय परमेश्वर के प्रधान-पुजारी को मंदिर में
परमेश्वर की व्यवस्था की पुस्तक मिली, और उसने वह योशिय्याह को दी। जब युवा योशिय्याह
ने उस पुस्तक में लिखी व्यवस्था की बातों को सुना तो उसने उन्हें आदर दिया और
उन्हें अपनाया (2 राजा 22:8-13)। परमेश्वर के वचन का पालन करते हुए योशिय्याह ने
विधर्मियों की वेदियाँ नष्ट कीं, और अशेराह देवी को समर्पित वस्तुओं को जलाया, तथा
पारंपरिक वेश्यावृत्ति पर प्रतिबन्ध लगा दिया। इन विधर्मी परंपराओं के स्थान पर
उसने परमेश्वर के फसह के पर्व को मनाया (23:21-23)।
जब
भी हम परमेश्वर के अतिरिक्त किसी अन्य से समाधान ढूँढते हैं, तो जाने या अनजाने
में हम एक झूठे देवता, एक मूर्ति के पीछे हो लेते हैं। आज हमारे लिए यह उपयुक्त
होगा कि हम अपने आप से पूछें, हमारे जीवनों में ऐसी कौन सी मूर्तियां हैं जिन्हें
हमें फेंकने और जला देने की आवश्यकता है जिससे हम पूर्ण समर्पण के साथ प्रभु
परमेश्वर के पीछे चला सकें। - टिम गुस्ताफ्सन
हे बालको, अपने आप को
मुरतों से बचाए रखो। - 1यूहन्ना 5:21
बाइबल पाठ: 2 राजा 23:1-8, 21-25
2 Kings 23:1 राजा ने
यहूदा और यरूशलेम के सब पुरनियों को अपने पास इकट्ठा बुलवाया।
2 Kings 23:2 और राजा,
यहूदा के सब लोगों और यरूशलेम के सब निवासियों और याजकों और नबियों
वरन छोटे बड़े सारी प्रजा के लोगों को संग ले कर यहोवा के भवन में गया। तब उसने जो
वाचा की मुस्तक यहोवा के भवन में मिली थी, उसकी सब बातें उन
को पढ़ कर सुनाईं।
2 Kings 23:3 तब राजा
ने खम्भे के पास खड़ा हो कर यहोवा से इस आशय की वाचा बान्धी, कि मैं यहोवा के पीछे पीछे चलूंगा, और अपने सारे मन
और सारे प्राण से उसकी आज्ञाएं, चितौनियां और विधियों का नित
पालन किया करूंगा, और इस वाचा की बातों को जो इस पुस्तक में
लिखी है पूरी करूंगा। और सब प्रजा वाचा में सम्भागी हुई।
2 Kings 23:4 तब राजा
ने हिलकिय्याह महायाजक और उसके नीचे के याजकों और द्वारपालों को आज्ञा दी कि जितने
पात्र बाल और अशेरा और आकाश के सब गण के लिये बने हैं, उन
सभों को यहोवा के मन्दिर में से निकाल ले आओ। तब उसने उन को यरूशलेम के बाहर
किद्रोन के खेतों में फूंक कर उनकी राख बेतेल को पहुंचा दी।
2 Kings 23:5 और जिन
पुजारियों को यहूदा के राजाओं ने यहूदा के नगरों के ऊंचे स्थानों में और यरूशलेम
के आस पास के स्थानों में धूप जलाने के लिये ठहराया था, उन
को और जो बाल और सूर्य-चन्द्रमा, राशिचक्र और आकाश के कुल गण
को धूप जलाते थे, उन को भी राजा ने दूर कर दिया।
2 Kings 23:6 और वह
अशेरा को यहोवा के भवन में से निकाल कर यरूशलेम के बाहर किद्रोन नाले में लिवा ले
गया और वहीं उसको फूंक दिया, और पीस कर बुकनी कर दिया। तब वह
बुकनी साधारण लोगों की कबरों पर फेंक दी।
2 Kings 23:7 फिर
पुरुषगामियों के घर जो यहोवा के भवन में थे, जहां स्त्रियां अशेरा
के लिये पर्दे बुना करती थीं, उन को उसने ढा दिया।
2 Kings 23:8 और उसने
यहूदा के सब नगरों से याजकों को बुलवाकर गेबा से बेर्शेबा तक के उन ऊंचे स्थानों
को, जहां उन याजकों ने धूप जलाया था, अशुद्ध
कर दिया; और फाटकों के ऊंचे स्थान अर्थात जो स्थान नगर के यहोशू
नाम हाकिम के फाटक पर थे, और नगर के फाटक के भीतर जाने वाले
की बाई ओर थे, उन को उसने ढा दिया।
2 Kings 23:21 और
राजा ने सारी प्रजा के लोगों को आज्ञा दी, कि इस वाचा की
पुस्तक में जो कुछ लिखा है, उसके अनुसार अपने परमेश्वर यहोवा
के लिये फसह का पर्व मानो।
2 Kings 23:22 निश्चय
ऐसा फसह न तो न्यायियों के दिनों में माना गया था जो इस्राएल का न्याय करते थे,
और न इस्राएल वा यहूदा के राजाओं के दिनों में माना गया था।
2 Kings 23:23 राजा
योशिय्याह के अठारहवें वर्ष में यहोवा के लिये यरूशलेम में यह फसह माना गया।
2 Kings 23:24 फिर
ओझे, भूतसिद्धि वाले, गृहदेवता,
मूरतें और जितनी घिनौनी वस्तुएं यहूदा देश और यरूशलेम में जहां कहीं
दिखाई पड़ीं, उन सभों को योशिय्याह ने उस मनसा से नाश किया,
कि व्यवस्था की जो बातें उस पुस्तक में लिखी थीं जो हिलकिय्याह याजक
को यहोवा के भवन में मिली थी, उन को वह पूरी करे।
2 Kings 23:25 और
उसके तुल्य न तो उस से पहिले कोई ऐसा राजा हुआ और न उसके बाद ऐसा कोई राजा उठा,
जो मूसा की पूरी व्यवस्था के अनुसार अपने पूर्ण मन और मूर्ण प्राण
और पूर्ण शक्ति से यहोवा की ओर फिरा हो।
एक साल में बाइबल:
- 1 शमूएल 1-3
- लूका 8:26-56
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