ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

शनिवार, 6 अप्रैल 2019

अपरिवर्तनीय


      मेरी एक सहेली ने, जो हाल ही में अनेकों परिस्थितियों से होकर निकली थी, लिखा, “मैं जब अपने विद्यार्थी जीवन के पिछले चार छःमाही सत्रों पर ध्यान करती हूँ, तो पाती हूँ कि बहुत सी बातें परिवर्तित हुई हैं...यह भयावह है, वास्तव में बहुत भयावह है कि कुछ भी स्थाई नहीं है, सब परिवर्तित हो जाता है।

      यह सत्य है कि दो वर्ष के अंतराल में बहुत कुछ हो सकता है – जीविका के स्त्रोत में परिवर्तन, नए मित्र मिलना, कोई बीमारी, किसकी मृत्यु, कुछ भी। हमें पता भी नहीं है, कोई जीवन-परिवर्तन कर देने वाला अनुभव, चाहे अच्छा हो या बुरा, अगले पल में  हमारी प्रतीक्षा कर रहा हो और हम कभी भी उसके चँगुल में फंस सकते हैं। इसलिए यह कितनी शान्ति की बात है कि हमारा प्रेमी स्वर्गीय परमेश्वर पिता कभी नहीं बदलता है।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में भजनकार ने लिखा है, “परन्तु तू वहीं है, और तेरे वर्षों का अन्त नहीं होने का” (भजन 102:27)। इस सत्य के अभिप्राय अति गहन हैं। इसका अभिप्राय है कि  परमेश्वर सदा काल के लिए प्रेमी, न्यायी, और बुद्धिमान है। जैसा कि बाइबल शिक्षक ए. डब्ल्यू. पिंक ने कहा, “सृष्टि के अस्तित्व में बुलाए जाने से पहले परमेश्वर के जो भी गुण थे, वे अभी भी बिलकुल वैसे ही हैं, और अनन्तकाल तक वैसे ही बने रहेंगे।”

      बाइबल के नए नियम खण्ड में याकूब ने लिखा, “क्योंकि हर एक अच्छा वरदान और हर एक उत्तम दान ऊपर ही से है, और ज्योतियों के पिता की ओर से मिलता है, जिस में न तो कोई परिवर्तन हो सकता है, ओर न अदल बदल के कारण उस पर छाया पड़ती है” (याकूब 1:17)। परिवर्तित होती हुई हमारी परिस्थितियों में, हम इस बात के प्रति निश्चित रह सकते हैं कि हमारे प्रभु परमेश्वर के गुण कभी परिवर्तित नहीं होंगे, और वह अपने सभी गुणों के प्रति अपरिवर्तनीय बना रहेगा। वही सभी भली बातों का स्त्रोत है और वह जो भी करता है भला ही करता है।

      ऐसा प्रतीत हो सकता है कि कुछ भी सदाकाल के लिए नहीं है, परन्तु हमारा प्रभु परमेश्वर अपने लोगों के लिए सदा भला बना रहता; वह अपरिवर्तनीय है। - पोह फैंग चिया


वह जो सृष्टि को थामे रहता है, वह आपको भी थामे रहेगा।

क्योंकि मैं यहोवा बदलता नहीं; इसी कारण, हे याकूब की सन्तान तुम नाश नहीं हुए। - मलाकी 3:6

बाइबल पाठ: भजन 102:25-28
Psalms 102:25 आदि में तू ने पृथ्वी की नेव डाली, और आकाश तेरे हाथों का बनाया हुआ है।
Psalms 102:26 वह तो नाश होगा, परन्तु तू बना रहेगा; और वह सब कपड़े के समान पुराना हो जाएगा। तू उसको वस्त्र के समान बदलेगा, और वह तो बदल जाएगा;
Psalms 102:27 परन्तु तू वही है, और तेरे वर्षों का अन्त नहीं होने का।
Psalms 102:28 तेरे दासों की सन्तान बनी रहेगी; और उनका वंश तेरे साम्हने स्थिर रहेगा।

एक साल में बाइबल:  
  • 1 शमूएल 4-6
  • लूका 9:1-17


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें