कहते
हैं सँसार में हम सब के समान एक व्यक्ति और होता है; वह हम से संबंधित तो नहीं
होगा किन्तु देखने में हमारे समान दिखेगा। मेरे समान दिखने वाला संगीत की दुनिया
का एक प्रसिद्ध कलाकार है। जब मैं उसका एक संगीत समारोह देखने गया, तो मध्यांतर के
समय मुझे देखना लोगों को बहुत रोचक और मनोरंजक लगा। परन्तु मेरी और उसकी समानता बस
दिखाई देने तक ही है। मैं उसके समान न तो गिटार बजा सकता हूँ और न ही गा सकता हूँ।
आप
किस के समान दिखाई देते हैं? इस प्रश्न पर विचार करते समय, परमेश्वर के वचन बाइबल
में 2 कुरिन्थियों 3:18 पर भी थोड़ा मनन करें, जहाँ प्रेरित पौलुस ने लिखा है कि हम
मसीही विश्वासी अंश-अंश करके प्रभु यीशु के स्वरूप में ढाले जा जा रहे हैं। जब हम
अपने जीवनों से प्रभु यीशु को आदर देने के प्रयास करते हैं तो हमारे जीवनों का एक
उद्देश्य होना चाहिए कि उसके स्वरूप का आदर करें, उसे अपना लें। इसका यह अर्थ नहीं
है कि हमें दाढ़ी उगा लेनी चाहिए और चप्पल पहनकर रहना चाहिए। वरन, इसका अर्थ है कि
हम पवित्र आत्मा की सहायता तथा प्रेरणा से अपने जीवनों में मसीह यीशु के समान
गुणों को प्रदर्शित करें। उदाहरण के लिए, हमें प्रभु यीशु के समान व्यवहार में
दीन, चरित्र से प्रेम रखने वाला, दयालुता में दीन-हीन लोगों का साथ देने वाला होना
चाहिए। हमें प्रभु यीशु के समान दिखना और जीवन जीना चाहिए।
जब
हम अपनी दृष्टि प्रभु यीशु पर लगाए हुए उसकी महिमा के विषय मनन करते हैं, हम उसकी
समानता में अधिकाधिक रूपांतरित होते जाते हैं। यह कितना अद्भुत होगा कि लोग हमें
देखकर कहें, मुझे आप में प्रभु यीशु की समानता दिखाई देती है। - डेव ब्रैनन
मसीह के अनुयायियों में प्रेम वह पारिवारिक
गुण है जो दिखाई देना चाहिए।
तुम मेरी सी चाल चलो जैसा मैं मसीह की सी
चाल चलता हूं। - 1 कुरिन्थियों 11:1
बाइबल पाठ: 2 कुरिन्थियों 3:17-4:2
2 Corinthians 3:17
प्रभु तो आत्मा है: और जहां कहीं प्रभु का आत्मा है वहां स्वतंत्रता है।
2 Corinthians 3:18
परन्तु जब हम सब के उघाड़े चेहरे से प्रभु का प्रताप इस प्रकार प्रगट होता है,
जिस प्रकार दर्पण में, तो प्रभु के द्वारा जो
आत्मा है, हम उसी तेजस्वी रूप में अंश अंश कर के बदलते जाते
हैं।
2 Corinthians 4:1
इसलिये जब हम पर ऐसी दया हुई, कि हमें यह सेवा मिली, तो हम हियाव नहीं छोड़ते।
2 Corinthians 4:2
परन्तु हम ने लज्ज़ा के गुप्त कामों को त्याग दिया, और न
चतुराई से चलते, और न परमेश्वर के वचन में मिलावट करते हैं,
परन्तु सत्य को प्रगट कर के, परमेश्वर के
साम्हने हर एक मनुष्य के विवेक में अपनी भलाई बैठाते हैं।
एक साल में बाइबल:
- 1 इतिहास 22-24
- यूहन्ना 8:28-59
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें