बैटी
की पुत्री विदेश यात्रा से लौटी थी, और वह अस्वस्थ अनुभव कर रही थी। जब उसकी पीड़ा
असहनीय हो गई तो बैटी और उसके पति अपनी पुत्री को लेकर अस्पताल के आपातकालीन
चिकित्सा विभाग में ले गए। वहाँ पहुँचने पर डॉक्टरों और नर्सों ने अपना काम करना
आरंभ कर दिया, और बैटी बेचैन सी कभी टहलती, और कभी बैठ जाती। कुछ समय के पश्चात एक
नर्स ने आकर बैटी को सांत्वना देते हुए कहा, “चिन्ता मत कीजिए, वह ठीक हो जाएगी;
हम उसकी अच्छी देखभाल करेंगे और उसे स्वस्थ बना देंगे।” उस पल में बैटी ने शान्ति
और प्रेम को अपने ऊपर प्रवाहित होते अनुभव किया। उसे यह एहसास हुआ कि यद्यपि वह
चिन्तित होकर अपनी बेटी के आस-पास मंडरा रही थी, वह प्रभु ही है जो उसकी बेटी की देखभाल कर रहा था और उस कठिन समय
में उसे भी शान्ति प्रदान कर रहा था।
परमेश्वर
के वचन बाइबल में व्यवस्थाविवरण की पुस्तक में परमेश्वर ने अपने लोगों को स्मरण
दिलाया कि जब वे मरुभूमि और जंगल में से होकर जा रहे थे तब परमेश्वर उनपर प्रेमी
पिता के समान मंडराता रहता था, उसने उन्हें कभी अकेला नहीं छोड़ा। परमेश्वर ने उकाब
पक्षी के रूपक के द्वारा उन्हें बताया कि उसने उन पर अपने पंख फैला रखे थे और उन्हें
ऊपर उठाए रखता था (32:11)। परमेश्वर चाहता था कि वे लोग स्मरण रखें कि चाहे उन्हें
उस यात्रा में कठिनाइयों और संघर्षों का सामना करना पड़ा था, परन्तु परमेश्वर ने
उन्हें कभी छोड़ा नहीं था, वह सदा उनके साथ-साथ बना रहता था।
हमें
भी अनेकों प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, परन्तु हम भी इस बात से
शान्ति पा सकते हैं कि हमारा परमेश्वर पिता हमें कभी नहीं छोड़ता है। जब भी हमें
लगता है कि हम गिरने लगे हैं, हमारा परमेश्वर उकाब के समान अपने पंखों पर हमें उठा
लेता है, अपनी शान्ति से हमें सांत्वना प्रदान करता है। - एमी बाउचर पाई
हमारा परमेश्वर पिता हम पर मंडराता रहता
है।
तू हियाव बान्ध और दृढ़ हो, उन से न डर और न भयभीत हो; क्योंकि तेरे संग चलने
वाला तेरा परमेश्वर यहोवा है; वह तुझ को धोखा न देगा और न
छोड़ेगा। - व्यवस्थाविवरण 31:6
बाइबल पाठ: व्यवस्थाविवरण 32:7-12
Deuteronomy 32:7 प्राचीनकाल के दिनों को
स्मरण करो, पीढ़ी पीढ़ी के वर्षों को विचारो; अपने बाप से पूछो, और वह तुम को बताएगा; अपने वृद्ध लोगों से प्रश्न करो, और वे तुझ से कह
देंगे।
Deuteronomy 32:8 जब परमप्रधान ने एक एक
जाति को निज निज भाग बांट दिया, और आदमियों को अलग अलग बसाया,
तब उसने देश देश के लोगों के सिवाने इस्राएलियों की गिनती के अनुसार
ठहराए।
Deuteronomy 32:9 क्योंकि यहोवा का अंश
उसकी प्रजा है; याकूब उसका नपा हुआ निज भाग है।
Deuteronomy 32:10 उसने उसको जंगल में,
और सुनसान और गरजने वालों से भरी हुई मरूभूमि में पाया; उसने उसके चंहु ओर रहकर उसकी रक्षा की, और अपनी आंख
की पुतली के समान उसकी सुधि रखी।
Deuteronomy 32:11 जैसे उकाब अपने घोंसले
को हिला हिलाकर अपने बच्चों के ऊपर ऊपर मंडराता है, वैसे ही
उसने अपने पंख फैलाकर उसको अपने परों पर उठा लिया।
Deuteronomy 32:12 यहोवा अकेला ही उसकी
अगुवाई करता रहा, और उसके संग कोई पराया देवता न था।
एक साल में बाइबल:
- यशायाह 23-25
- फिलिप्पियों 1
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