ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

रविवार, 6 अक्तूबर 2019

स्वतंत्र



      अपने काम पर जाते समय मैं एक गीत “Dear Younger Me” सुन रही थी; इस गीत में बड़ी सुंदरता से पूछा गया है कि यदि आप अपने जीवन में वापस लौट सकते तो अपने अभी तक के अनुभवों के आधार पर अपने उस युवा व्यक्तित्व से क्या कहते, उसे क्या सिखाते? उस गीत को सुनते हुए मैं उन बुद्धिमत्ता की बातों और चेतावनियों के बारे में सोचने लगी जो मैं अपने उस युवा व्यक्तित्व को बताती, जो तब उतना बुद्धिमान नहीं था जितना मैं अब हो गई हूँ। कभी-न-कभी, हम सब ने अपने जीवनों में इस बात पर विचार किया है कि यदि हमें फिर से अवसर मिलता तो हम कैसे कुछ बातों को उससे भिन्न करते जैसा हम ने कर दिया है।

      परन्तु वह गीत यह भी सिखाता है कि चाहे अपने अतीत को लेकर हम कुछ बातों के लिए खेदित हो सकते हैं, फिर भी आज जो हम हैं वह अपनी उन अनुभवों के कारण ही हैं। हम पीछे लौट कर अपने  कार्यों, चुनावों और पापों को तो नहीं बदल सकते हैं, और न ही उनके कारण हमारे जीवन में आए परिणामों को बदल सकते हैं; परन्तु परमेश्वर का धन्यवाद हो कि प्रभु यीशु मसीह ने जो हमारे लिए किया है उसके कारण हमें अपनी गलतियों और पापों के भारी बोझ को उठाए हुए चलते जाने की कोई आवश्यकता नहीं है। परमेश्वर का वचन बाइबल हमें बताती है कि, “हमारे प्रभु यीशु मसीह के परमेश्वर और पिता का धन्यवाद दो, जिसने यीशु मसीह के हुओं में से जी उठने के द्वारा, अपनी बड़ी दया से हमें जीवित आशा के लिये नया जन्म दिया” (1 पतरस 1:3)।

      यदि हम अपने पापों के लिए सच्चे पश्चाताप के साथ प्रभु यीशु की ओर, उसमें पूर्ण विश्वास तथा समर्पण के साथ मुड़ते हैं, तो वह हमारे पापों को क्षमा कर देता है। प्रभु से क्षमा प्राप्त करते ही हम तुरंत ही एक नई सृष्टि हो जाते हैं, और हमारे आत्मिक परिवर्तन की प्रक्रिया भी आरंभ हो जाती है (2 कुरिन्थियों 5:17)। फिर इसका कोई महत्व नहीं रहता है कि हमने क्या किया था या नहीं किया था; हमारी क्षमा और परिवर्तन प्रभु यीशु द्वारा हमारे लिए किए गए पर आधारित है, न कि हमारे अपने किसी काम पर। फिर हम निःसंकोच जीवन में आगे बढ़ सकते हैं, वर्तमान का पूरा लाभ उठाते हुए तथा, प्रभु के साथ अपने उज्जवल और अनन्त भविष्य के आश्वासन के साथ। मसीह यीशु में हम पापों तथा पापों के दुष्परिणामों से पूर्णतः स्वतंत्र किए गए हैं। - एलीसन कीडा

अपने सभी बोझ प्रभु परमेश्वर को सौंप दें।

हे सब परिश्रम करने वालों और बोझ से दबे लोगों, मेरे पास आओ; मैं तुम्हें विश्राम दूंगा। - मत्ती 11:28

बाइबल पाठ: 1 पतरस 1:3-9
1 Peter 1:3 हमारे प्रभु यीशु मसीह के परमेश्वर और पिता का धन्यवाद दो, जिसने यीशु मसीह के हुओं में से जी उठने के द्वारा, अपनी बड़ी दया से हमें जीवित आशा के लिये नया जन्म दिया।
1 Peter 1:4 अर्थात एक अविनाशी और निर्मल, और अजर मीरास के लिये।
1 Peter 1:5 जो तुम्हारे लिये स्वर्ग में रखी है, जिन की रक्षा परमेश्वर की सामर्थ से, विश्वास के द्वारा उस उद्धार के लिये, जो आने वाले समय में प्रगट होने वाली है, की जाती है।
1 Peter 1:6 और इस कारण तुम मगन होते हो, यद्यपि अवश्य है कि अब कुछ दिन तक नाना प्रकार की परीक्षाओं के कारण उदास हो।
1 Peter 1:7 और यह इसलिये है कि तुम्हारा परखा हुआ विश्वास, जो आग से ताए हुए नाशमान सोने से भी कहीं, अधिक बहुमूल्य है, यीशु मसीह के प्रगट होने पर प्रशंसा, और महिमा, और आदर का कारण ठहरे।
1 Peter 1:8 उस से तुम बिन देखे प्रेम रखते हो, और अब तो उस पर बिन देखे भी विश्वास कर के ऐसे आनन्‍दित और मगन होते हो, जो वर्णन से बाहर और महिमा से भरा हुआ है।
1 Peter 1:9 और अपने विश्वास का प्रतिफल अर्थात आत्माओं का उद्धार प्राप्त करते हो।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 26-27
  • फिलिप्पियों 2



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें