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बुधवार, 12 अगस्त 2020

सहायता


    मोर्स कोड का सिगनल एस.ओ.एस. सन 1905 में बना, क्योंकि घोर संकट में फंसे नाविकों को शीघ्रता से सहायता माँगने के लिए कुछ संकेत चाहिए था। इस सिग्नल को सन 1910 में ख्याति मिली जब एक डूबते हुए जहाज़ स्टीमशिप केनटकी के सभी छियालीस लोग इस सिग्नल से समय पर मिली सहायता के कारण बचा लिए गए।

     एस.ओ.एस. चाहे हाल ही का आविष्कार हो, किन्तु शीघ्र सहायता के लिए पुकारना मानव इतिहास जितना ही प्राचीन है। परमेश्वर के वचन बाइबल में हम इसे बहुधा यहोशू की पुस्तक में यहोशू द्वारा प्रयोग होते हुए देखते हैं, जब उसे साथी इस्राएलियों के विरोध (यहोशू 9:18) और चुनौतीपूर्ण भूभागों (यहोशू 3:15-17) का चौदह वर्षों से भी अधिक तक सामना करना पड़ा, जब इस्राएली धीरे धीरे कनान को जीतते जा रहे थे और उसमें बसते जा रहे थे।  इस सारे संघर्ष के समय में “परमेश्वर यहोशू के संग रहा” (यहोशू 6:27)।

    यहोशू 10 अध्याय में, इस्राएली गिबोनियों की सहायता के लिए जाते हैं, जिन्होंने इस्राएलियों के साथ संधि की थी और पाँच राजाओं ने मिलकर उन पर आक्रमण किया था। यहोशू जानता था कि उसे इतने ढेर सारे और बलवान शत्रुओं को हराने के लिए प्रभु की सहायता की आवश्यकता है (पद 12)। परमेश्वर ने यहोशू की प्रार्थना का उत्तर ओलों की तेज़ बौछार, और सूर्य को भी आकाश में रोकने के द्वारा दिया, जिससे इस्राएलियों के पास शत्रु को हराने के लिए और समय उपलब्ध हो गया। यहोशू 10:14 में लिखा है, यहोवा तो इस्राएल की ओर से लड़ता रहा!

    यदि आप किसी चुनौतीपूर्ण स्थिति में फंसे हुए हैं, तो आप भी परमेश्वर को एक एस.ओ.एस. भेज सकते हैं। यद्यपि आपकी सहायता उससे भिन्न दिखाई देगी जो यहोशू को मिली, परन्तु परमेश्वर अपने समय और विधि से देगा अवश्य। आपकी सहायता किसी अनपेक्षित नौकरी, किसी अच्छी समझ-बूझ रखने वाले चिकित्सक, या दुःख की घड़ी में शान्ति मिलने, आदि के द्वारा आ सकती है। अपना भरोसा बनाए रखें, परमेश्वर किसी भी रीति से आपको सहायता प्रदान कर सकता है, क्योंकि उसे आपकी चिंता रहती है। - लीसा सामरा

 

जब हम सहायता के लिए परमेश्वर को पुकारते हैं, तो भरोसा रखिए वह हमारे साथ होता है।


इसलिये परमेश्वर के बलवन्त हाथ के नीचे दीनता से रहो, जिस से वह तुम्हें उचित समय पर बढ़ाए। और अपनी सारी चिन्ता उसी पर डाल दो, क्योंकि उसको तुम्हारा ध्यान है। - 1 पतरस 5:6-7

बाइबल पाठ: यहोशू 10:6-15

यहोशू 10:6 तक गिबोन के निवासियों ने गिलगाल की छावनी में यहोशू के पास यों कहला भेजा, कि अपने दासों की ओर से तू अपना हाथ न हटाना; शीघ्र हमारे पास आकर हमें बचा ले, और हमारी सहायता कर; क्योंकि पहाड़ पर रहने वाले एमोरियों के सब राजा हमारे विरुद्ध इकट्ठे हए हैं।

यहोशू 10:7 तब यहोशू सारे योद्धाओं और सब शूरवीरों को संग ले कर गिलगाल से चल पड़ा।

यहोशू 10:8 और यहोवा ने यहोशू से कहा, उन से मत डर, क्योंकि मैं ने उन को तेरे हाथ में कर दिया है; उन में से एक पुरुष भी तेरे सामने टिक न सकेगा।

यहोशू 10:9 तब यहोशू रातोंरात गिलगाल से जा कर एकाएक उन पर टूट पड़ा।

यहोशू 10:10 तब यहोवा ने ऐसा किया कि वे इस्राएलियों से घबरा गए, और इस्राएलियों ने गिबोन के पास उनका बड़ा संहार किया, और बेथोरान के चढ़ाई पर उनका पीछा कर के अजेका और मक्केदा तक उन को मारते गए।

यहोशू 10:11 फिर जब वे इस्राएलियों के सामने से भागकर बेथोरोन की उतराई पर आए, तब अजेका पहुंचने तक यहोवा ने आकाश से बड़े बड़े पत्थर उन पर बरसाए, और वे मर गए; जो ओलों से मारे गए उनकी गिनती इस्राएलियों की तलवार से मारे हुओं से अधिक थी।

यहोशू 10:12 और उस समय, अर्थात जिस दिन यहोवा ने एमोरियों को इस्राएलियों के वश में कर दिया, उस दिन यहोशू ने यहोवा से इस्राएलियों के देखते इस प्रकार कहा, हे सूर्य, तू गिबोन पर, और हे चन्द्रमा, तू अय्यालोन की तराई के ऊपर थमा रह।

यहोशू 10:13 और सूर्य उस समय तक थमा रहा; और चन्द्रमा उस समय तक ठहरा रहा, जब तक उस जाति के लोगों ने अपने शत्रुओं से पलटा न लिया। क्या यह बात याशार नाम पुस्तक में नहीं लिखी है कि सूर्य आकाश-मण्डल के बीचों-बीच ठहरा रहा, और लगभग चार पहर तक न डूबा?

यहोशू 10:14 न तो उस से पहिले कोई ऐसा दिन हुआ और न उसके बाद, जिस में यहोवा ने किसी पुरुष की सुनी हो; क्योंकि यहोवा तो इस्राएल की ओर से लड़ता था।

यहोशू 10:15 तब यहोशू सारे इस्राएलियों समेत गिलगाल की छावनी को लौट गया।

 

एक साल में बाइबल: 

  • भजन 84-86
  • रोमियों 12


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