गड़ा
हुआ खज़ाना बच्चों की कहानियों की बात लगती है। किन्तु एक सनकी करोड़पति फोर्रेस्ट
फेन्न का कहना है कि उन्होंने दो करोड़ डॉलर के बराबर जवाहरात और सोने से भरा एक
संदूक रॉकी माउंटेन्स में कही दबा रखा है। बहुत से लोगों ने उसे ढूँढ़ने का प्रयास
किया है और चार लोग तो उसकी तलाश में अपना जीवन गँवा चुके हैं।
परमेश्वर
के वचन बाइबल में नीतिवचन की पुस्तक का लेखक हमें थोड़ा थम कर इस के बारे में विचार
करने के लिए कारण देता है कि ‘क्या कोई भी खज़ाना इस प्रकार की खोज में लगाने के
योग्य हो सकता है?’। नीतिवचन 4 में,
पिता ने अपने पुत्र को लिखा कि बुद्धि ही एकमात्र ऐसी वस्तु है जिसे किसी भी कीमत
पर खोजना चाहिए (पद 7)। उसका कहना है कि बुद्धि हमें जीवन भर मार्गदर्शन करेगी, हमें ठोकर खाने से बचाए रखेगी, और हमें आदर का
मुकुट पहनाएगी (पद 8-12)।
इससे
सैकड़ों वर्ष बाद लिखते हुए प्रभु यीशु के भाई और शिष्य याकूब ने भी बुद्धि के
महत्व पर बल दिया। उसने लिखा, “पर जो ज्ञान ऊपर से आता है वह पहिले तो
पवित्र होता है फिर मिलनसार, कोमल और मृदुभाव और दया, और अच्छे फलों से लदा हुआ और पक्षपात और कपट रहित होता है” (याकूब 3:17)। जब हम बुद्धि के खोजी होते हैं, तो हम अपने जीवन में कई
प्रकार की भली बातों की भरपूरी को देखते हैं।
बुद्धि
को खोजना अन्ततः परमेश्वर को, जो समस्त बुद्धिमानी और समझ का स्त्रोत है, खोजना है। और जो बुद्धि ऊपर से आती है वह किसी भी गड़े हुए खज़ाने से, जिसकी हम कलपना कर सकते हैं, अधिक बहुमूल्य है। - एमी
पीटरसन
हे परमेश्वर मेरे मन को बुद्धि का खोजी, और मेरे पांवों को तेरे मार्गों में चलने वाला बना।
क्योंकि बुद्धि यहोवा ही देता है; ज्ञान और
समझ की बातें उसी के मुंह से निकलती हैं। - नीतिवचन 2:6
बाइबल पाठ: नीतिवचन 4:5-19
नीतिवचन 4:5 बुद्धि को प्राप्त कर, समझ को भी
प्राप्त कर; उन को भूल न जाना,
न मेरी बातों को छोड़ना।
नीतिवचन 4:6 बुद्धि को न छोड़, वह तेरी
रक्षा करेगी; उस से प्रीति रख,
वह तेरा पहरा देगी।
नीतिवचन 4:7 बुद्धि श्रेष्ठ है इसलिये उसकी
प्राप्ति के लिये यत्न कर;
जो कुछ तू प्राप्त करे उसे प्राप्त तो कर परन्तु समझ की प्राप्ति
का यत्न घटने न पाए।
नीतिवचन 4:8 उसकी बड़ाई कर, वह तुझ को
बढ़ाएगी; जब तू उस से लिपट जाए,
तब वह तेरी महिमा करेगी।
नीतिवचन 4:9 वह तेरे सिर पर शोभायमान भूषण
बान्धेगी; और तुझे सुन्दर मुकुट देगी।
नीतिवचन 4:10 हे मेरे पुत्र, मेरी बातें
सुन कर ग्रहण कर,
तब तू बहुत वर्ष तक जीवित रहेगा।
नीतिवचन 4:11 मैं ने तुझे बुद्धि का मार्ग
बताया है; और सिधाई के पथ पर चलाया है।
नीतिवचन 4:12 चलने में तुझे रोक टोक न होगी, और चाहे
तू दौड़े, तौभी ठोकर न खाएगा।
नीतिवचन 4:13 शिक्षा को पकड़े रह, उसे छोड़
न दे; उसकी रक्षा कर,
क्योंकि वही तेरा जीवन है।
नीतिवचन 4:14 दुष्टों की बाट में पांव न
धरना, और न बुरे लोगों के मार्ग पर चलना।
नीतिवचन 4:15 उसे छोड़ दे, उसके पास
से भी न चल, उसके निकट से मुड़ कर आगे बढ़ जा।
नीतिवचन 4:16 क्योंकि दुष्ट लोग यदि बुराई
न करें, तो उन को नींद नहीं आती;
और जब तक वे किसी को ठोकर न खिलाएं, तब तक उन्हें
नींद नहीं मिलती।
नीतिवचन 4:17 वे तो दुष्टता से कमाई हुई
रोटी खाते, और उपद्रव के द्वारा पाया हुआ दाखमधु पीते हैं।
नीतिवचन 4:18 परन्तु धर्मियों की चाल उस
चमकती हुई ज्योति के समान है,
जिसका प्रकाश दोपहर तक अधिक अधिक बढ़ता रहता है।
नीतिवचन 4:19 दुष्टों का मार्ग घोर अन्धकारमय
है; वे नहीं जानते कि वे किस से ठोकर खाते हैं।
एक साल में बाइबल:
- गिनती 26-27
- मरकुस 8:1-21
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