वीनस फ्लाईट्रैप नामक पौधे को
सबसे पहले हमारे घर के पास के इलाके के रेतीले-दलदली क्षेत्र में देखा गया था। इन
पौधों को देखना बहुत दिलचस्प होता है, क्योंकि ये मांसाहारी होते हैं। ये पौधे
खिले हुए फूलों के समान दिखने वाले फंदों में मीठा सुगन्धित द्रव्य छोड़ते हैं। जब
कोई कीड़ा उस सुगन्ध और मिठास से आकर्षित होकर उन खुले हुए फूलों के समान दिखने
वाले फंदे के अन्दर को आता है तो एक सेकेंड से भी कम समय में वह फंदा बन्द हो जाता
है, कीड़ा अन्दर
फंसा जाता है, फिर उस ‘फूल’ में से उस
कीड़े को गलाकर पचा लेने वाले पदार्थ निकलते हैं, और वह पौधा
इस प्रकार अपने लिए उन पोषक तत्वों को प्राप्त कर लेता है,
जो उसकी जड़ें रेतीली भूमि से नहीं लेने पाती हैं।
परमेश्वर के वचन बाइबल में हमें
सचेत किया गया है कि हम भी एक अन्य प्रकार के फंदे से बच कर रहें, जो कभी भी हमें फंसा
सकता है। प्रेरित पौलुस ने अपने शिष्य तीमुथियुस को चेतावनी दी: “जो धनी होना चाहते
हैं, वे
ऐसी परीक्षा, और फंदे और बहुतेरे व्यर्थ और हानिकारक लालसाओं
में फंसते हैं, जो मनुष्यों को बिगाड़ देती हैं और विनाश के समुद्र
में डूबा देती हैं” और “क्योंकि रुपये का लोभ सब प्रकार की बुराइयों की जड़ है, जिसे प्राप्त करने का प्रयत्न करते हुए
कितनों ने विश्वास से भटक कर अपने आप को नाना प्रकार के दुखों से छलनी बना लिया है” (1 तिमुथियुस 6:9-10)।
धन और भौतिक वस्तुएँ हमें सुख
की प्रतिज्ञाएं तो देती हैं,
किन्तु जब वे हमारे जीवनों में प्रथम स्थान ले लेती हैं, तब
हम खतरे की स्थिति में आ जाते हैं। हम इस फंदे में फंसने से बच सकते हैं, परमेश्वर के प्रति दीन और नम्र होकर तथा उसकी भलाइयों के लिए सदा
धन्यवादी बने रहकर, जो आशीषें उसने हमें प्रभु यीशु मसीह में होकर प्रदान की हैं: “पर
सन्तोष सहित भक्ति बड़ी कमाई है” (पद 6)।
जैसी संतुष्टि परमेश्वर
प्रदान कर सकता है, इस
संसार की नश्वर वस्तुएँ वह कभी प्रदान नहीं कर सकती हैं। सच्ची और स्थाई संतुष्टि
केवल प्रभु परमेश्वर के साथ एक सच्चे संबंध में आने से मिलती है। - जेम्स बैंक्स
हे प्रभु आप ही मेरे जीवन के लिए सबसे महान आशीष हैं।
मैं दीन होना भी जानता हूं और बढ़ना भी जानता हूं: हर एक बात और सब दशाओं में तृप्त
होना, भूखा रहना, और बढ़ना-घटना सीखा है। - फिलिप्पियों 4:12
बाइबल पाठ: 1 तिमुथियुस 6:6-10
1 तीमुथियुस 6:6 पर सन्तोष सहित भक्ति बड़ी कमाई है।
1 तीमुथियुस 6:7 क्योंकि न हम जगत में कुछ लाए हैं और न कुछ ले जा सकते हैं।
1 तीमुथियुस 6:8 और यदि हमारे पास खाने और पहनने को हो, तो इन्हीं पर सन्तोष करना चाहिए।
1 तीमुथियुस 6:9 पर जो धनी होना चाहते हैं, वे ऐसी परीक्षा, और फंदे और बहुतेरे व्यर्थ
और हानिकारक लालसाओं में फंसते हैं, जो मनुष्यों को बिगाड़ देती
हैं और विनाश के समुद्र में डूबा देती हैं।
1 तीमुथियुस 6:10 क्योंकि रुपये का लोभ सब प्रकार की बुराइयों
की जड़ है, जिसे
प्राप्त करने का प्रयत्न करते हुए कितनों ने विश्वास से भटक कर अपने आप को नाना प्रकार
के दुखों से छलनी बना लिया है।
एक साल में बाइबल:
- भजन 13-15
- प्रेरितों 19:21-41
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें