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शुक्रवार, 3 मार्च 2017

बदलाव


   यदि आप मेरे समान हैं तो आपने ने भी कोई नई ज़िम्मेदारी को निभाना स्वीकार करने के लिए संघर्ष किया होगा - विशेषकर तब जब वह किसी भले कार्य तथा औरों की सहायाता करने से संबंधित हो। निभाने के लिए इन्कार करने या अपनी प्राथमिकताओं का ध्यानपूर्वक चयन करने के हमारे पास उचित कारण हो सकते हैं। परन्तु फिर भी कई बार, और अधिक कुछ करने के लिए सहमत नहीं होने के कारण हम दोषी अनुभव कर सकते हैं या हमें प्रतीत हो सकता है कि हम अपने मसीही विश्वास में कम हो गए हैं।

   परन्तु परमेश्वर के वचन बाइबल में सभोपदेशक 3:1-8 के अनुसार, बुद्धि पहचानती है कि जीवन में प्रत्येक बात का अपना समय होता है - मानवीय गतिविधियों में भी तथा प्रकृति के कार्यों में भी: "हर एक बात का एक अवसर और प्रत्येक काम का, जो आकाश के नीचे होता है, एक समय है" (सभोपदेशक 3:1)।

   हो सकता है कि आप का विवाह होने वाला हो, या आप पहली बार माता या पिता बनने वाले हैं। हो सकता है कि आपके लिए पढ़ाई पूरी कर के अब नौकरी में जाने का समय आ रहा है, या अपनी कार्य अवधि पूरी करके आप की सेवानिवृति होने वाली है। जैसे जैसे हमारे समय बदलते हैं, हमारी प्राथमिकताएं भी बदलती हैं। हमें जो हम करते आ रहे हैं उसे छोड़कर अपनी शक्तियों को किसी अन्य ओर लगाने के बारे में विचार करना पड़ता है।

   जब जीवन हमारी परिस्थितियों तथा ज़िम्मेदारियों में बदलाव लाता है, तो उन नई परिस्थितियों में हमें बुद्धिमता तथा ज़िम्मेदारी के साथ चुनाव करना होता है कि हम किन बातों को स्वीकार करें या निभाएं, और किन को नहीं। ऐसे समय में निर्णय लेने में सहायक बातों में से एक है, "जो कुछ भी करो परमेश्वर कि महिमा के लिए करो" (1 कुरिन्थियों 10:31)। बाइबल में नीतिवचन 3:5-6 हमें आश्वस्त करता है कि जब हम सब बातों में परमेश्वर को प्राथमिकता देते हैं, तो वह जिस मार्ग पर हमें जाना चाहिए उसके लिए हमारा मार्गदर्शन भी करता है; हमारे जीवन के हर बदलाव और हर परिस्थिति में। - पो फैंग चिया


मसीह यीशु के प्रति समर्पण का जीवन विचार करके 
सही कार्य करने की हमारी प्रतिदिन की बुलाहट है।

तू अपनी समझ का सहारा न लेना, वरन सम्पूर्ण मन से यहोवा पर भरोसा रखना। उसी को स्मरण कर के सब काम करना, तब वह तेरे लिये सीधा मार्ग निकालेगा। - नीतिवचन 3:5-6

बाइबल पाठ: सभोपदेशक 3:1-13
Ecclesiastes 3:1 हर एक बात का एक अवसर और प्रत्येक काम का, जो आकाश के नीचे होता है, एक समय है। 
Ecclesiastes 3:2 जन्म का समय, और मरण का भी समय; बोने का समय; और बोए हुए को उखाड़ने का भी समय है; 
Ecclesiastes 3:3 घात करने का समय, और चंगा करने का भी समय; ढा देने का समय, और बनाने का भी समय है; 
Ecclesiastes 3:4 रोने का समय, और हंसने का भी समय; छाती पीटने का समय, और नाचने का भी समय है; 
Ecclesiastes 3:5 पत्थर फेंकने का समय, और पत्थर बटोरने का भी समय; गल लगाने का समय, और गल लगाने से रूकने का भी समय है; 
Ecclesiastes 3:6 ढूंढ़ने का समय, और खो देने का भी समय; बचा रखने का समय, और फेंक देने का भी समय है; 
Ecclesiastes 3:7 फाड़ने का समय, और सीने का भी समय; चुप रहने का समय, और बोलने का भी समय है; 
Ecclesiastes 3:8 प्रेम का समय, और बैर करने का भी समय; लड़ाई का समय, और मेल का भी समय है। 
Ecclesiastes 3:9 काम करने वाले को अधिक परिश्रम से क्या लाभ होता है? 
Ecclesiastes 3:10 मैं ने उस दु:खभरे काम को देखा है जो परमेश्वर ने मनुष्यों के लिये ठहराया है कि वे उस में लगे रहें। 
Ecclesiastes 3:11 उसने सब कुछ ऐसा बनाया कि अपने अपने समय पर वे सुन्दर होते है; फिर उसने मनुष्यों के मन में अनादि-अनन्त काल का ज्ञान उत्पन्न किया है, तौभी काल का ज्ञान उत्पन्न किया है, वह आदि से अन्त तक मनुष्य बूझ नहीं सकता। 
Ecclesiastes 3:12 मैं ने जान लिया है कि मनुष्यों के लिये आनन्द करने और जीवन भर भलाई करने के सिवाय, और कुछ भी अच्छा नहीं; 
Ecclesiastes 3:13 और यह भी परमेश्वर का दान है कि मनुष्य खाए-पीए और अपने सब परिश्रम में सुखी रहे। 

एक साल में बाइबल: 
  • गिनती 28-30
  • मरकुस 8:22-38


गुरुवार, 2 मार्च 2017

घातक हथियार


   बॉक्सिंग के दिग्गज मुहम्मद अली अपने प्रतिपक्षी को पराजित करने के लिए कई युक्त्तियों का प्रयोग करता था; जिनमें से एक थी ताने मारना या निन्दा करना। जॉर्ज फोरमैन के साथ 1974 में हुए अपने मुकाबले में अली ने फोरमैन को ताने मारे, "जरा ज़ोर से मारो! मुझे कुछ करके तो दिखाओ, जॉर्ज। इससे तो कोई चोट नहीं पहुँची; मैंने सुना था कि तुम बहुत ज़ोरावर हो।" अली की इन बातों को सुनकर फोरमैन क्रोधावेश में आकर इधर-उधर अपने मुक्के चलाता रहा, अपनी ताकत गँवाता रहा, और उसका आत्मविश्वास कम होता चला गया।

   तानों और निन्दा द्वारा इस प्रकार कमज़ोर करना शैतान द्वारा परमेश्वर के लोगों के विरुद्ध प्रयोग किए जाने वाला एक पुराना हथियार भी है। परमेश्वर के वचन बाइबल में हम देखते हैं कि यरुशालेम की टूटी हुई दीवार को पुनः बनाने के लिए नेहम्याह द्वारा किए जाने वाले प्रयासों का तोबियाह ने यह कहकर उपहास किया कि यदि गीदड़ भी उस बनाई जाने वाली दीवार पर चढ़ गए तो वह टूट जाएगी (नहेम्याह 4:3)। तोबियाह निराश कर देने वाले कटु शब्दों के द्वारा उन्हें कमज़ोर कर देना चाह रहा था। यही बात गोलियत ने दाऊद पर भी आज़माई जब दाऊद उसे मारने के लिए आगे बढ़ा; गोलियत ने दाऊद के लड़कपन का और उसके गोफन तथा पत्थर लेकर उसके साथ युद्ध करने आने का मज़ाक उड़ाया (1 शमूएल 17:41-44)।

   उपहास या निराश करने वाली टिप्पणी घातक हथियार हो सकती है। परन्तु ना ही नहेमयाह ने तोबियाह की बात पर कोई ध्यान दिया, और ना ही दाऊद ने गोलियत के उपहास को गंभीरता से लिया। दोनों ने ही अपने प्रतिद्वन्दियों की बातों की बजाए परमेश्वर और उसके वायदों पर अपना ध्यान केंद्रित रखा, और परमेश्वर पर भरोसा रखने के द्वारा अपने विरोधियों पर प्रबल तथा जयवन्त हुए।

   ताने मारना, निन्दा करना किसी के द्वारा भी आ सकता है। उन लोगों की बातों पर ध्यान करके उसका प्रत्युत्तर देने के प्रयास हमारे बल को क्षीण कर सकते हैं; परन्तु परमेश्वर अपने वायदों, अपने वचन के द्वारा हमें प्रोत्साहित करता है। उसने हम से वायदा किया है कि वह हमें ना तो कभी छोड़ेगा और ना हि कभी त्यागेगा (भजन 9:10; इब्रानियों 13:5), और वह चाहता है कि हम सदा उस पर निर्भर होकर चलते रहें: "इसलिये आओ, हम अनुग्रह के सिंहासन के निकट हियाव बान्‍धकर चलें, कि हम पर दया हो, और वह अनुग्रह पाएं, जो आवश्यकता के समय हमारी सहायता करे" (इब्रानियों 4:16)। - लॉरेंस दरमानी


यदि आप निराशा की सुरंग में हैं तो ज्योति की ओर चलते रहें।

वह थके हुए को बल देता है और शक्तिहीन को बहुत सामर्थ देता है। तरूण तो थकते और श्रमित हो जाते हैं, और जवान ठोकर खाकर गिरते हैं; परन्तु जो यहोवा की बाट जोहते हैं, वे नया बल प्राप्त करते जाएंगे, वे उकाबों की नाईं उड़ेंगे, वे दौड़ेंगे और श्रमित न होंगे, चलेंगे और थकित न होंगे। - यशायाह 40:29-31

बाइबल पाठ: नहेम्याह 4:1-9
Nehemiah 4:1 जब सम्बल्लत ने सुना कि यहूदी लोग शहरपनाह को बना रहे हैं, तब उसने बुरा माना, और बहुत रिसियाकर यहूदियों को ठट्ठों में उड़ाने लगा। 
Nehemiah 4:2 वह अपने भाइयों के और शोमरोन की सेना के साम्हने यों कहने लगा, वे निर्बल यहूदी क्या किया चाहते हैं? क्या वे वह काम अपने बल से करेंगे? क्या वे अपना स्थान दृढ़ करेंगे? क्या वे यज्ञ करेंगे? क्या वे आज ही सब काम निपटा डालेंगे? क्या वे मिट्टी के ढेरों में के जले हुए पत्थरों को फिर नये सिरे से बनाएंगे? 
Nehemiah 4:3 उसके पास तो अम्मोनी तोबियाह था, और वह कहने लगा, जो कुछ वे बना रहे हैं, यदि कोई गीदड़ भी उस पर चढ़े, तो वह उनकी बनाई हुई पत्थर की शहरपनाह को तोड़ देगा। 
Nehemiah 4:4 हे हमारे परमेश्वर सुन ले, कि हमारा अपमान हो रहा है; और उनका किया हुआ अपमान उन्हीं के सिर पर लौटा दे, और उन्हें बन्धुआई के देश में लुटवा दे। 
Nehemiah 4:5 और उनका अधर्म तू न ढांप, और न उनका पाप तेरे सम्मुख से मिटाया जाए; क्योंकि उन्होंने तुझे शहरपनाह बनाने वालों के साम्हने क्रोध दिलाया है। 
Nehemiah 4:6 और हम लोगों ने शहरपनाह को बनाया; और सारी शहरपनाह आधी ऊंचाई तक जुड़ गई। क्योंकि लोगों का मन उस काम में नित लगा रहा। 
Nehemiah 4:7 जब सम्बल्लत और तोबियाह और अरबियों, अम्मोनियों और अशदोदियों ने सुना, कि यरूशलेम की शहरपनाह की मरम्मत होती जाती है, और उस में के नाके बन्द होने लगे हैं, तब उन्होंने बहुत ही बुरा माना; 
Nehemiah 4:8 और सभों ने एक मन से गोष्ठी की, कि जा कर यरूशलेम से लड़ें, और उस में गड़बड़ी डालें। 
Nehemiah 4:9 परन्तु हम लोगों ने अपने परमेश्वर से प्रार्थना की, और उनके डर के मारे उनके विरुद्ध दिन रात के पहरुए ठहरा दिए। 

एक साल में बाइबल: 
  • गिनती 26-27
  • मरकुस 8:1-21


बुधवार, 1 मार्च 2017

कीमत


   हाल ही में हमने अपने दो-वर्षीय बेटे के लिए नए जूते खरीदे; उन्हें पाकर वह इतना प्रसन्न हुआ कि रात को सोने के लिए जाते समय तक उसने उन्हें नहीं उतारा। लेकिन अगली प्रातः वह उनके बारे में भूल गया और उसने अपने पुराने जूते ही पहन लिए। यह देखकर मेरे पति ने टिप्पणी की, "काश कि उसे ध्यान होता कि चीज़ों की कीमत क्या होती है।" उसके नए जूते महंगे थे लेकिन एक छोटा बच्चा वेतन के लिए काम करने के घंटों, मेहनत और चुकाए गए करों के बारे में नहीं जानता है। उसे जो उपहार मिलते हैं उन्हें वह खुले हाथों से स्वीकार तो कर लेता है, लेकिन उससे यह अपेक्षा नहीं की जा सकती है कि वह उन महंगे उपहारों को खरीदने और देने में माता-पिता द्वारा चुकाई गई कीमत और किए गए बलिदान के बारे में ध्यान करे या उसकी सराहना करे।

   कभी कभी मैं भी एक बच्चे के समान व्यवहार करती हूँ। खुले हाथों से मैं परमेश्वर द्वारा मुझे उपहार के रूप में दी गई असीम करुणा और अनुग्रह को स्वीकार तो कर लेती हूँ, परन्तु क्या मैं उस सब के लिए सदा उसके प्रति धन्यवादी रहती हूँ? मेरे प्रति रखी गई परमेश्वर की यह करुणा और अनुग्रह बेशकीमती है, अमूल्य है। परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रेरित पौलुस इसकी कीमत के विषय में लिखता है: "क्योंकि तुम जानते हो, कि तुम्हारा निकम्मा चाल-चलन जो बाप दादों से चला आता है उस से तुम्हारा छुटकारा चान्दी सोने अर्थात नाशमान वस्‍तुओं के द्वारा नहीं हुआ। पर निर्दोष और निष्‍कलंक मेम्ने अर्थात मसीह के बहुमूल्य लोहू के द्वारा हुआ" (1 पतरस 1:18-19)। प्रभु यीशु ने अपने लहू, अपने प्राण के बलिदान के द्वारा इस कीमत को हमारे लिए चुकाया है; और परमेश्वर ने उसे मृतकों में से जिला उठाया (पद 21), जिससे हम उसके परिवार में सम्मिलित हो सकें।

   जब हम सेंत-मेंत में, हमें उपहारास्वरूप मिले इस उद्धार की कीमत समझने लगते हैं, तब ही हम उसके लिए परमेश्वर के प्रति कृतज्ञ और धन्यवादी भी रहने लगते हैं। - कीला ओकोआ


हमारा उद्धार बेशकीमती है, अमूल्य है, 
परन्तु हमें सेंत-मेंत उपलब्ध करवाया गया है।

क्या तुम नहीं जानते, कि तुम्हारी देह पवित्रात्मा का मन्दिर है; जो तुम में बसा हुआ है और तुम्हें परमेश्वर की ओर से मिला है, और तुम अपने नहीं हो? क्योंकि दाम देकर मोल लिये गए हो, इसलिये अपनी देह के द्वारा परमेश्वर की महिमा करो। - 1 कुरिन्थियों 6:19-20

बाइबल पाठ: 1 पतरस 1:15-23
1 Peter 1:15 पर जैसा तुम्हारा बुलाने वाला पवित्र है, वैसे ही तुम भी अपने सारे चाल चलन में पवित्र बनो। 
1 Peter 1:16 क्योंकि लिखा है, कि पवित्र बनो, क्योंकि मैं पवित्र हूं। 
1 Peter 1:17 और जब कि तुम, हे पिता, कह कर उस से प्रार्थना करते हो, जो बिना पक्षपात हर एक के काम के अनुसार न्याय करता है, तो अपने परदेशी होने का समय भय से बिताओ। 
1 Peter 1:18 क्योंकि तुम जानते हो, कि तुम्हारा निकम्मा चाल-चलन जो बाप दादों से चला आता है उस से तुम्हारा छुटकारा चान्दी सोने अर्थात नाशमान वस्‍तुओं के द्वारा नहीं हुआ। 
1 Peter 1:19 पर निर्दोष और निष्‍कलंक मेम्ने अर्थात मसीह के बहुमूल्य लोहू के द्वारा हुआ। 
1 Peter 1:20 उसका ज्ञान तो जगत की उत्‍पत्ति के पहिले ही से जाना गया था, पर अब इस अन्‍तिम युग में तुम्हारे लिये प्रगट हुआ। 
1 Peter 1:21 जो उसके द्वारा उस परमेश्वर पर विश्वास करते हो, जिसने उसे मरे हुओं में से जिलाया, और महिमा दी; कि तुम्हारा विश्वास और आशा परमेश्वर पर हो। 
1 Peter 1:22 सो जब कि तुम ने भाईचारे की निष्‍कपट प्रीति के निमित्त सत्य के मानने से अपने मनों को पवित्र किया है, तो तन मन लगा कर एक दूसरे से अधिक प्रेम रखो। 
1 Peter 1:23 क्योंकि तुम ने नाशमान नहीं पर अविनाशी बीज से परमेश्वर के जीवते और सदा ठहरने वाले वचन के द्वारा नया जन्म पाया है।

एक साल में बाइबल: 
  • गिनती 23-25
  • मरकुस 7:14-37


मंगलवार, 28 फ़रवरी 2017

स्वीकार


   एक स्थानीय अखबार में एक पास्टर ने अपने जीवन से संबंधित एक घटना बताई। उस पास्टर का परिचय एक बुज़ुर्ग व्यक्ति से करवाया गया और वे दोनों बातचीत कर रहे थे; पास्टर ने एक कंपनी का नाम लेते हुए कहा, "तो आप दैनिक जीवन की वस्तुओं से संबम्धित कंपनी में कार्य करते थे।" बुज़ुर्ग व्यक्ति ने सहमति जताते हुए कहा, "जी हाँ, अवश्य।" पास्टर ने बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि जब यह बालक था तो उसके माता-पिता की भूमि से होकर उस कंपनी द्वारा बिछाए गए केबल जाया करते थे। बुज़ुर्ग ने पूछा, "आप कहाँ रहा करते थे?" जब पास्टर ने अपने बचपन के घर का पता बताया, तो बुज़ुर्ग ने उत्तर दिया, "मुझे वह स्थान अच्छे से याद है; उस जगह केबल संबंधित चेतावनी के चिन्ह लगाए रखना मेरे लिए बड़ी कठिनाई का कार्य हुआ करता था क्योंकि वहाँ के बच्चे अवसर मिलते ही उन चिन्हों को तोड़ डालते थे।" यह सुनकर जब बुज़ुर्ग ने पास्टर के चेहरे को शर्म से लाल होते देखा, तो पूछा, "तो क्या आप भी उन दंगा करते रहने वाले बच्चों में से एक थे?" पास्टर को स्वीकार करना पड़ा कि उन बच्चों में वह भी हुआ करता था।

   पास्टर ने अपनी इस कहानी का शीर्षक रखा था, "आपके चिन्ह आपको ढूँढ़ लेंगे" जो परमेश्वर के वचन बाइबल में परमेश्वर द्वारा मूसा को कही गई बात तुम्हारे पाप तुम्हें ढूँढ़ लेंगे (गिनती 32:23) पर आधारित था।

   हमारी पुरानी गलतियों और पापों में हमें ढूँढ़ निकालने और पिछला हिसाब चुकता करने की क्षमता रहती है; और वे पाप जिनका निवारण नहीं किया गया है हमारे जीवनों में बड़े गंभीर परिणाम ला सकते हैं। इस बात को अनुभव करते हुए दाऊद ने भजन 32 में लिखा, "जब मैं चुप रहा तब दिन भर कराहते कराहते मेरी हडि्डयां पिघल गईं" (भजन 32:3); फिर उसने आगे पापों को स्वीकार कर लेने से मिलने वाली क्षमा के विषय लिखा, "जब मैं ने अपना पाप तुझ पर प्रगट किया और अपना अधर्म न छिपाया, और कहा, मैं यहोवा के साम्हने अपने अपराधों को मान लूंगा; तब तू ने मेरे अधर्म और पाप को क्षमा कर दिया" (भजन 32:5)। परमेश्वर के आगे गलतियों, बुराईयों और पापों को स्वीकार करके उनके लिए उससे क्षमा माँग लेना हमारे लिए परमेश्वर से आशीषों का मार्ग खोल देता है। - डेव ब्रैनन


जो पाप परमेश्वर हमारे लेखे से मिटा देता है, 
हम मसीही विश्वासियों को उसे अपने स्मरण से भी मिटा देना चाहिए।

यदि हम अपने पापों को मान लें, तो वह हमारे पापों को क्षमा करने, और हमें सब अधर्म से शुद्ध करने में विश्वासयोग्य और धर्मी है। - 1 यूहन्ना 1:9

बाइबल पाठ: भजन 32
Psalms 32:1 क्या ही धन्य है वह जिसका अपराध क्षमा किया गया, और जिसका पाप ढ़ाँपा गया हो। 
Psalms 32:2 क्या ही धन्य है वह मनुष्य जिसके अधर्म का यहोवा लेखा न ले, और जिसकी आत्मा में कपट न हो।
Psalms 32:3 जब मैं चुप रहा तब दिन भर कराहते कराहते मेरी हडि्डयां पिघल गईं। 
Psalms 32:4 क्योंकि रात दिन मैं तेरे हाथ के नीचे दबा रहा; और मेरी तरावट धूप काल की सी झुर्राहट बनती गई।
Psalms 32:5 जब मैं ने अपना पाप तुझ पर प्रगट किया और अपना अधर्म न छिपाया, और कहा, मैं यहोवा के साम्हने अपने अपराधों को मान लूंगा; तब तू ने मेरे अधर्म और पाप को क्षमा कर दिया।
Psalms 32:6 इस कारण हर एक भक्त तुझ से ऐसे समय में प्रार्थना करे जब कि तू मिल सकता है। निश्चय जब जल की बड़ी बाढ़ आए तौभी उस भक्त के पास न पहुंचेगी। 
Psalms 32:7 तू मेरे छिपने का स्थान है; तू संकट से मेरी रक्षा करेगा; तू मुझे चारों ओर से छुटकारे के गीतों से घेर लेगा।
Psalms 32:8 मैं तुझे बुद्धि दूंगा, और जिस मार्ग में तुझे चलना होगा उस में तेरी अगुवाई करूंगा; मैं तुझ पर कृपा दृष्टि रखूंगा और सम्मत्ति दिया करूंगा। 
Psalms 32:9 तुम घोड़े और खच्चर के समान न बनो जो समझ नहीं रखते, उनकी उमंग लगाम और बाग से रोकनी पड़ती है, नहीं तो वे तेरे वश में नहीं आने के।
Psalms 32:10 दुष्ट को तो बहुत पीड़ा होगी; परन्तु जो यहोवा पर भरोसा रखता है वह करूणा से घिरा रहेगा। 
Psalms 32:11 हे धर्मियों यहोवा के कारण आनन्दित और मगन हो, और हे सब सीधे मन वालों आनन्द से जयजयकार करो!

एक साल में बाइबल: 
  • गिनती 20-22
  • मरकुस 7:1-13


सोमवार, 27 फ़रवरी 2017

समर्पित जीवन


   परमेश्वर के वचन बाइबल के अपने अध्ययन में दानिय्येल की पुस्तक का अध्ययन करते समय मेरा ध्यान इस बात पर गया कि दानिय्येल के लिए शेरों की माँद में फेंके जाने से बचना कितना सरल हो सकता था। दानिय्येल बेबिलौन के राजा के नीचे कार्य करने वाले मुख्य प्रशासनिक अधिकारियों में से एक था, और उसके साथ के अन्य अधिकारी उससे ईर्ष्या करते थे। परमेश्वर के प्रति समर्पित और परमेश्वर से प्रार्थना करने की दैनिक दिनचर्या के आधार पर उन ईर्ष्या करने वाले अधिकारियों ने दानिय्येल के विरुद्ध षड़यंत्र रचा, कि एक महीने तक राजा को छोड़ किसी और की आराधना ना की जाए (दानिय्येल 6:1-9)। दानिय्येल उनके इस षड़यंत्र से भलि-भांति परिचित था, और वह एक महीने तक, जब तक कि हालात फिर से सामान्य ना हो जाएं, छुप कर परमेश्वर से प्रार्थना, उसकी आराधना कर सकता था। परन्तु दानिय्येल ऐसे समझौते के समर्पण वाला व्यक्ति नहीं था।

   बाइबल बताती है कि, "जब दानिय्येल को मालूम हुआ कि उस पत्र पर हस्ताक्षर किया गया है, तब वह अपने घर में गया जिसकी उपरौठी कोठरी की खिड़कियां यरूशलेम के सामने खुली रहती थीं, और अपनी रीति के अनुसार जैसा वह दिन में तीन बार अपने परमेश्वर के साम्हने घुटने टेक कर प्रार्थना और धन्यवाद करता था, वैसा ही तब भी करता रहा" (दानिय्येल 6:10)। विपरीत परिस्थिति को आया देख कर दानिय्येल घबराया नहीं, सताव की लगभग निश्चित संभावना से वह अभिभूत नहीं हुआ, उसने परमेश्वर के साथ सौदा करने या परिस्थितियों के साथ समझौता करने का विचार भी नहीं किया, वरन जैसे वह पहले परमेश्वर के साथ समय बिताता था, इस षड़यंत्र के समय में भी वह परमेश्वर के साथ वैसे ही समय बिताता रहा।

   मेरे लिए सीखने के बात थी दानिय्येल के जीवन में परमेश्वर के प्रति दृढ़ समर्पण और प्रतिदिन उस समर्पण को निभाने का जीवन। दानिय्येल जानता था कि उसकी सामर्थ और सुरक्षा परमेश्वर ही से है, और वह प्रतिदिन परमेश्वर को ही प्रसन्न करने का जीवन व्यतीत करने में लगा रहा। जब परिस्थितियाँ विपरीत हो गईं, दानिय्येल ने अपनी दिनचर्या में कोई परिवर्तन नहीं किया; वह परमेश्वर के प्रति अपने समर्पित जीवन को पहले ही के समान व्यतीत करता रहा और परमेश्वर ने उसे बचाया भी तथा शिरोमणि भी कर दिया। - डेविड मैक्कैसलैंड


जब हम प्रार्थना और आराधना में परमेश्वर के सामने झुक जाते हैं, 
तो परमेश्वर हमें अपनी महिमा के लिए खड़े होने वाला बना देता है।

तब दारा राजा ने सारी पृथ्वी के रहने वाले देश-देश और जाति-जाति के सब लोगों, और भिन्न-भिन्न भाषा बोलने वालों के पास यह लिखा, तुम्हारा बहुत कुशल हो। मैं यह आज्ञा देता हूं कि जहां जहां मेरे राज्य का अधिकार है, वहां के लोग दानिय्येल के परमेश्वर के सम्मुख कांपते और थरथराते रहें, क्योंकि जीवता और युगानयुग तक रहने वाला परमेश्वर वही है; उसका राज्य अविनाशी और उसकी प्रभुता सदा स्थिर रहेगी। जिसने दानिय्येल को सिंहों से बचाया है, वही बचाने और छुड़ाने वाला है; और स्वर्ग में और पृथ्वी पर चिन्हों और चमत्कारों का प्रगट करने वाला है। और दानिय्येल, दारा और कुस्रू फारसी, दोनों के राज्य के दिनों में भाग्यवान्‌ रहा। - दानिय्येल 6:25-28

बाइबल पाठ: दानिय्येल 6:1-16
Daniel 6:1 दारा को यह अच्छा लगा कि अपने राज्य के ऊपर एक सौ बीस ऐसे अधिपति ठहराए, जो पूरे राज्य में अधिकार रखें। 
Daniel 6:2 और उनके ऊपर उसने तीन अध्यक्ष, जिन में से दानिय्येल एक था, इसलिये ठहराए, कि वे उन अधिपतियों से लेखा लिया करें, और इस रीति राजा की कुछ हानि न होने पाए। 
Daniel 6:3 जब यह देखा गया कि दानिय्येल में उत्तम आत्मा रहती है, तब उसको उन अध्यक्षों और अधिपतियों से अधिक प्रतिष्ठा मिली; वरन राजा यह भी सोचता था कि उसको सारे राज्य के ऊपर ठहराए। 
Daniel 6:4 तब अध्यक्ष और अधिपति राजकार्य के विषय में दानिय्येल के विरुद्ध दोष ढूंढ़ने लगे; परन्तु वह विश्वासयोग्य था, और उसके काम में कोई भूल वा दोष न निकला, और वे ऐसा कोई अपराध वा दोष न पा सके। 
Daniel 6:5 तब वे लोग कहने लगे, हम उस दानिय्येल के परमेश्वर की व्यवस्था को छोड़ और किसी विषय में उसके विरुद्ध कोई दोष न पा सकेंगे।
Daniel 6:6 तब वे अध्यक्ष और अधिपति राजा के पास उतावली से आए, और उस से कहा, हे राजा दारा, तू युगयुग जीवित रहे। 
Daniel 6:7 राज्य के सारे अध्यक्षों ने, और हाकिमों, अधिपतियों, न्यायियों, और गवर्नरों ने भी आपास में सम्मति की है, कि राजा ऐसी आज्ञा दे और ऐसी कड़ी आज्ञा निकाले, कि तीस दिन तक जो कोई, हे राजा, तुझे छोड़ किसी और मनुष्य वा देवता से बिनती करे, वह सिंहों की मान्द में डाल दिया जाए। 
Daniel 6:8 इसलिये अब हे राजा, ऐसी आज्ञा दे, और इस पत्र पर हस्ताक्षर कर, जिस से यह बात मादियों और फारसियों की अटल व्यवस्था के अनुसार अदल-बदल न हो सके। 
Daniel 6:9 तब दारा राजा ने उस आज्ञा पत्र पर हस्ताक्षर कर दिया।
Daniel 6:10 जब दानिय्येल को मालूम हुआ कि उस पत्र पर हस्ताक्षर किया गया है, तब वह अपने घर में गया जिसकी उपरौठी कोठरी की खिड़कियां यरूशलेम के सामने खुली रहती थीं, और अपनी रीति के अनुसार जैसा वह दिन में तीन बार अपने परमेश्वर के साम्हने घुटने टेक कर प्रार्थना और धन्यवाद करता था, वैसा ही तब भी करता रहा। 
Daniel 6:11 तब उन पुरूषों ने उतावली से आकर दानिय्येल को अपने परमेश्वर के सामने बिनती करते और गिड़गिड़ाते हुए पाया। 
Daniel 6:12 सो वे राजा के पास जा कर, उसकी राजआज्ञा के विषय में उस से कहने लगे, हे राजा, क्या तू ने ऐसे आज्ञापत्र पर हस्ताक्षर नहीं किया कि तीस दिन तक जो कोई तुझे छोड़ किसी मनुष्य वा देवता से बिनती करेगा, वह सिंहों की मान्द में डाल दिया जाएगा? राजा ने उत्तर दिया, हां, मादियों और फारसियों की अटल व्यवस्था के अनुसार यह बात स्थिर है। 
Daniel 6:13 तब उन्होंने राजा से कहा, यहूदी बंधुओं में से जो दानिय्येल है, उसने, हे राजा, न तो तेरी ओर कुछ ध्यान दिया, और न तेरे हस्ताक्षर किए हुए आज्ञापत्र की ओर; वह दिन में तीन बार बिनती किया करता है।
Daniel 6:14 यह वचन सुनकर, राजा बहुत उदास हुआ, और दानिय्येल के बचाने के उपाय सोचने लगा; और सूर्य के अस्त होने तक उसके बचाने का यत्न करता रहा। 
Daniel 6:15 तब वे पुरूष राजा के पास उतावली से आकर कहने लगे, हे राजा, यह जान रख, कि मादियों और फारसियों में यह व्यवस्था है कि जो जो मनाही वा आज्ञा राजा ठहराए, वह नहीं बदल सकती।
Daniel 6:16 तब राजा ने आज्ञा दी, और दानिय्येल लाकर सिंहों की मान्द में डाल दिया गया। उस समय राजा ने दानिय्येल से कहा, तेरा परमेश्वर जिसकी तू नित्य उपासना करता है, वही तुझे बचाए!

एक साल में बाइबल: 
  • गिनती 17-19
  • मरकुस 6:30-56


रविवार, 26 फ़रवरी 2017

दृष्टिकोण


   मेरी पत्नि परिवार से पहले तड़के ही उठ जाती है। वह परिवर के अन्य जनों के उठने से पहले के इस शान्त समय को प्रार्थना करने तथा परमेश्वर का वचन बाइबल पढ़ने में लगाती है। हाल ही में वह अपनी कुर्सी पर बैठकर ऐसा करना आरंभ ही कर रही थी कि उसका ध्यान वहाँ रखे सोफा की अस्त-व्यस्त स्थिति तथा वहाँ फैली हुई गन्दगी पर गया, जहाँ मैंने पिछली रात्रि बैठकर अपनी पसन्द का फुटबॉल का खेल देखा था और फिर बिना उसे ठीक किए ऐसे ही उठ गया था। उस अव्यवस्थित सोफा और वहाँ की गन्दगी को देखकर पहले तो वह विचलित हुई और उसका ध्यान विच्छेदित हुआ, और मुझे लेकर हुई उसकी निराशा ने परमेश्वर से बातचीत करने के उसके समय के उत्साह को भंग किया। फिर उसे कुछ ध्यान आया और उसने अपनी कुर्सी का रुख बदलकर खिड़की की ओर कर लिया जहाँ से वह एटलांटिक महासागर पर होते हुए सूर्योदय के सुन्दर दृश्य को देख सकी। उस प्रातः परमेश्वर द्वारा रचे गए उस दृश्य की सुन्दरता ने मेरे कारण बने उसके कुँठित कर देने वाले दृष्टिकोण को बदल दिया।

   बाद में जब उसने यह बात मुझे बताई, तो हम दोनों ने उस प्रातः के सीखे गए उस पाठ के महत्व को समझा। हम चाहे हमारे दिन पर प्रभाव डालने वाली हर बात को नियंत्रित ना कर सकें, फिर भी हर बात के प्रति एक चुनाव हमारे पास सदैव होता है - हम उस अस्त-व्यस्त परिस्थिति और "गन्दगी" पर ध्यान करते रह सकते हैं और कुँठित बने रह सकते हैं, या फिर अपना दृष्टिकोण बदल कर कुछ अच्छा देख सकते हैं उस से आनन्दित हो सकते हैं।

   जब प्रेरित पौलुस एथेन्स में था तो "... नगर को मूरतों से भरा हुआ देखकर उसका जी जल गया" (प्रेरितों 17:16)। लेकिन उसने अपनी जलन में फंसे रहने की बजाए, धर्म के प्रति एथेन्स के लोगों की रुचि को अवसर बना कर उन्हें सच्चे परमेश्वर तथा सारे जगत के सभी लोगों के उद्धारकर्ता प्रभु यीशु मसीह के बारे में बताने के लिए प्रयोग किया।

   उस प्रातः मेरी पत्नि के काम पर जाने के बाद मेरे लिए अवसर था कि मैं प्रातः के पाठ के संदर्भ में अपना दृष्टिकोण बदलता, और परमेश्वर की सहायता से घर में मेरे द्वारा उत्पन्न की जाने अव्यवस्था को अपनी पत्नि की नज़रों से देखना और समझना सीखता। - रैंडी किलगोर


परमेश्वर के दृष्टिकोण से अपने जीवन का अवलोकन करने में ही बुद्धिमानी है।

यदि मैं कहूं, मैं उसकी चर्चा न करूंगा न उसके नाम से बोलूंगा, तो मेरे हृदय की ऐसी दशा होगी मानो मेरी हड्डियों में धधकती हुई आग हो, और मैं अपने को रोकते रोकते थक गया पर मुझ से रहा नहीं जाता। - यिर्मयाह 20:9

बाइबल पाठ: प्रेरितों 17:16-31
Acts 17:16 जब पौलुस अथेने में उन की बाट जोह रहा था, तो नगर को मूरतों से भरा हुआ देखकर उसका जी जल गया। 
Acts 17:17 सो वह आराधनालय में यहूदियों और भक्तों से और चौक में जो लोग मिलते थे, उन से हर दिन वाद-विवाद किया करता था। 
Acts 17:18 तब इपिकूरी और स्‍तोईकी पण्‍डितों में से कितने उस से तर्क करने लगे, और कितनों ने कहा, यह बकवादी क्या कहना चाहता है परन्तु औरों ने कहा; वह अन्य देवताओं का प्रचारक मालूम पड़ता है, क्योंकि वह यीशु का, और पुनरुत्थान का सुसमाचार सुनाता था। 
Acts 17:19 तब वे उसे अपने साथ अरियुपगुस पर ले गए और पूछा, क्या हम जान सकते हैं, कि यह नया मत जो तू सुनाता है, क्या है? 
Acts 17:20 क्योंकि तू अनोखी बातें हमें सुनाता है, इसलिये हम जानना चाहते हैं कि इन का अर्थ क्या है? 
Acts 17:21 (इसलिये कि सब अथेनवी और परदेशी जो वहां रहते थे नई नई बातें कहने और सुनने के सिवाय और किसी काम में समय नहीं बिताते थे)। 
Acts 17:22 तब पौलुस ने अरियुपगुस के बीच में खड़ा हो कर कहा; हे अथेने के लोगों मैं देखता हूं, कि तुम हर बात में देवताओं के बड़े मानने वाले हो। 
Acts 17:23 क्योंकि मैं फिरते हुए तुम्हारी पूजने की वस्‍तुओं को देख रहा था, तो एक ऐसी वेदी भी पाई, जिस पर लिखा था, कि अनजाने ईश्वर के लिये। सो जिसे तुम बिना जाने पूजते हो, मैं तुम्हें उसका समाचार सुनाता हूं। 
Acts 17:24 जिस परमेश्वर ने पृथ्वी और उस की सब वस्‍तुओं को बनाया, वह स्वर्ग और पृथ्वी का स्‍वामी हो कर हाथ के बनाए हुए मन्‍दिरों में नहीं रहता। 
Acts 17:25 न किसी वस्तु का प्रयोजन रखकर मनुष्यों के हाथों की सेवा लेता है, क्योंकि वह तो आप ही सब को जीवन और स्‍वास और सब कुछ देता है। 
Acts 17:26 उसने एक ही मूल से मनुष्यों की सब जातियां सारी पृथ्वी पर रहने के लिये बनाईं हैं; और उन के ठहराए हुए समय, और निवास के सिवानों को इसलिये बान्‍धा है। 
Acts 17:27 कि वे परमेश्वर को ढूंढ़ें, कदाचित उसे टटोल कर पा जाएं तौभी वह हम में से किसी से दूर नहीं! 
Acts 17:28 क्योंकि हम उसी में जीवित रहते, और चलते-फिरते, और स्थिर रहते हैं; जैसे तुम्हारे कितने कवियों ने भी कहा है, कि हम तो उसी के वंश भी हैं। 
Acts 17:29 सो परमेश्वर का वंश हो कर हमें यह समझना उचित नहीं, कि ईश्वरत्‍व, सोने या रूपे या पत्थर के समान है, जो मनुष्य की कारीगरी और कल्पना से गढ़े गए हों। 
Acts 17:30 इसलिये परमेश्वर आज्ञानता के समयों में अनाकानी कर के, अब हर जगह सब मनुष्यों को मन फिराने की आज्ञा देता है। 
Acts 17:31 क्योंकि उसने एक दिन ठहराया है, जिस में वह उस मनुष्य के द्वारा धर्म से जगत का न्याय करेगा, जिसे उसने ठहराया है और उसे मरे हुओं में से जिलाकर, यह बात सब पर प्रामाणित कर दी है।

एक साल में बाइबल: 
  • गिनती 15-16
  • मरकुस 6:1-29


शनिवार, 25 फ़रवरी 2017

प्रेम


   जब हमारे बच्चे छोटे थे तो रात को उन्हें सोने के लिए बिस्तर में लेटा कर हम उनके साथ प्रार्थना करते थे। अकसर मैं उनके बिस्तर के किनारे बैठ कर उन से बात भी करता था। मुझे स्मरण आता है कि मैं अपनी बेटी लिब्बी से कहा करता था, "यदि मैं सारे संसार की चार वर्षीय बालिकाओं को एक पंक्ति में खड़ा कर पाता, तो उस पंक्ति में खड़ी बालिकाओं में मैं तुम्हें ढूँढ़ता; और पंक्ति में खड़ी सारी बालिकाओं को देखने के बाद भी मैं तुम्हें ही अपनी बेटी होने लिए चुनता।" यह सुनकर लिब्बी के चेहरे पर एक बड़ी सी मुस्कान आ जाती, क्योंकि उसे एहसास होता था कि वह विशेष है।

   यदि मेरा ऐसा कहना लिब्बी के लिए खुशी और मुस्कुराहट का कारण था, तो उस अनुग्रह से भरे तथ्य के बारे में सोचिए जो सृष्टिकर्ता परमेश्वर हम से कहता है: "...परमेश्वर ने आदि से तुम्हें चुन लिया; कि आत्मा के द्वारा पवित्र बन कर, और सत्य की प्रतीति कर के उद्धार पाओ" (2 थिस्सलुनीकियों 2:13)। समय के आरंभ से पहले ही उसने चाहा कि हम उसके बन जाएँ। इसीलिए परमेश्वर के वचन बाइबल में बहुधा गोद लेने या लेपालक पुत्र होने के उदाहरण के द्वारा इस अद्भुत तथ्य को प्रस्तुत किया जाता है, जहाँ हम में ऐसी कोई योग्यता या किसी गुण के ना होने पर भी परमेश्वर ने हमें अपने प्रेम का पात्र होने के लिए चुन लिया, और हमें पाप से छुड़ा कर अपने परिवार का अंग बना लेने के लिए प्रभु यीशु को दे दिया।

   यह चौंका देने वाला समाचार है - परमेश्वर हम से, हम जैसे भी हैं, प्रेम करता है, हमारे साथ संगति रखने की लालसा करता है, हमें अपने परिवार में सम्मिलित कर के अपनी आशीषों से भर देना चाहता है; और उसने यह सब संभव करने का उपाय भी बना कर दे दिया है - प्रभु यीशु में लाया गया विश्वास। उसके महान प्रेम के इस अद्भुत सत्य के द्वारा हमारे जीवन नम्रता और उसके प्रति कृतज्ञता से भर जाने चाहिएं। - जो स्टोवैल


आप से प्रेम करना और आप को अपने परिवार का अंग बनाना परमेश्वर का चुनाव है।

तुम ने मुझे नहीं चुना परन्तु मैं ने तुम्हें चुना है और तुम्हें ठहराया ताकि तुम जा कर फल लाओ; और तुम्हारा फल बना रहे, कि तुम मेरे नाम से जो कुछ पिता से मांगो, वह तुम्हें दे। - यूहन्ना 15:16

बाइबल पाठ: 2 थिस्सलुनीकियों 2:13-17
2 Thessalonians 2:13 पर हे भाइयो, और प्रभु के प्रिय लोगो चाहिये कि हम तुम्हारे विषय में सदा परमेश्वर का धन्यवाद करते रहें, कि परमेश्वर ने आदि से तुम्हें चुन लिया; कि आत्मा के द्वारा पवित्र बन कर, और सत्य की प्रतीति कर के उद्धार पाओ। 
2 Thessalonians 2:14 जिस के लिये उसने तुम्हें हमारे सुसमाचार के द्वारा बुलाया, कि तुम हमारे प्रभु यीशु मसीह की महिमा को प्राप्त करो। 
2 Thessalonians 2:15 इसलिये, हे भाइयों, स्थिर रहो; और जो जो बातें तुम ने क्या वचन, क्या पत्री के द्वारा हम से सीखी है, उन्हें थामे रहो।
2 Thessalonians 2:16 हमारा प्रभु यीशु मसीह आप ही, और हमारा पिता परमेश्वर जिसने हम से प्रेम रखा, और अनुग्रह से अनन्त शान्‍ति और उत्तम आशा दी है। 
2 Thessalonians 2:17 तुम्हारे मनों में शान्‍ति दे, और तुम्हें हर एक अच्‍छे काम, और वचन में दृढ़ करे।

एक साल में बाइबल: 
  • गिनती 12-14
  • मरकुस 5:21-43