ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें : rozkiroti@gmail.com / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

रविवार, 21 मार्च 2021

हस्तकला

 

          मेरी दादी, मुन्ना, सिलाई की कार्य करने में बहुत निपुण थीं, और अपने निवासस्थान में उन्होंने अनेकों प्रतियोगिताएँ भी जीती थीं। मेरे जीवन भर, मेरे हर विशेष अवसर पर उन्होंने मुझे कोई न कोई उपहार दिया, प्रत्येक उनकी हस्तकला का सुन्दर नमूना। मेरे हाई-स्कूल उत्तीर्ण करने पर महीन और चिकने ऊन से बना एक गहरे जामुनी रंग का एक स्वेटर। मेरे विवाह पर एक विशेष फिरोजी रज़ाई। उनके हर उपहार के किसी एक कोने में उनके हाथों से कढ़ाई करके लिखा होता था “मुन्ना द्वारा तुम्हारे लिए अपने हाथों से बनाया हुआ।” कढ़ाई किया गया उनका प्रत्येक शब्द मुझे मेरे प्रति मेरी दादी के प्रेम का एहसास करवाता था, और मेरे उज्ज्वल भविष्य के लिए मेरे प्रति उनके विश्वास का प्रबल कथन था।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रेरित पौलुस ने इफिसुस के मसीही विश्वासियों को संसार में उनके होने के उद्देश्य के बारे में लिखा, और उन्हें बताया कि वे “क्योंकि हम उसके बनाए हुए हैं; और मसीह यीशु में उन भले कामों के लिये सृजे गए जिन्हें परमेश्वर ने पहिले से हमारे करने के लिये तैयार किया” (इफिसियों 2:10)। यहाँ पर “उसके बनाए गए” किसी उत्कृष्ट कलाकृति या कला के उत्तम उदाहरण को दिखाता है। पौलुस आगे वर्णन करता है कि परमेश्वर द्वारा अपनी हस्तकला द्वारा हमें बनाना, हमारे द्वारा उसके भले कार्यों की हस्तकला – अर्थात प्रभु यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर के साथ हमारे बहाल किए गए संबंधों के चिह्नों को प्रदर्शित करेगा, जो संसार में परमेश्वर की महिमा के कारण ठहरेंगे। हम कभी भी अपने ही किन्हीं प्रयासों या भले कर्मों के द्वारा उद्धार नहीं पा सकते हैं, परन्तु जब परमेश्वर अपने हाथों से हमें अपने उद्देश्यों के लिए बनाता है, तो वह औरों को अपने महान प्रेम के निकट लाने के लिए हमें प्रयोग कर सकता है।

          मेरी दादी मुन्ना, कढ़ाई करने के लिए सुई-धागे के साथ कपड़े पर झुकी हुई, मेरे लिए चीजों को बनाती रही, जो मेरे प्रति उसके प्रेम की अभिव्यक्ति भी थे, और उनकी अभिलाषा भी कि मैं इस पृथ्वी पर होने के अपने उद्देश्य को समझ सकूँ। परमेश्वर भी, हमारे हृदयों में अपने हाथों से अपने प्रेम और उद्देश्य को सिल देता है जिससे हम स्वयं ही उसे अनुभव कर सकें, और उसकी इस हस्तकला को औरों को दिखा सकें। - एलिसा मॉर्गन

 

पिता परमेश्वर मुझे अपनी हस्तकला का नमूना बनाने के लिए धन्यवाद; 

मेरी सहायता करने कि मैं इसे संसार को दिखा सकूँ।


क्योंकि जब उसके सन्तान मेरा काम देखेंगे, जो मैं उनके बीच में करूंगा, तब वे मेरे नाम को पवित्र मानेंगे, और इस्राएल के परमेश्वर का अति भय मानेंगे। - यशायाह 29:23

बाइबल पाठ: इफिसियों 2:1-10

इफिसियों 2:1 और उसने तुम्हें भी जिलाया, जो अपने अपराधों और पापों के कारण मरे हुए थे।

इफिसियों 2:2 जिन में तुम पहिले इस संसार की रीति पर, और आकाश के अधिकार के हाकिम अर्थात उस आत्मा के अनुसार चलते थे, जो अब भी आज्ञा न मानने वालों में कार्य करता है।

इफिसियों 2:3 इन में हम भी सब के सब पहिले अपने शरीर की लालसाओं में दिन बिताते थे, और शरीर, और मन की मनसाएं पूरी करते थे, और और लोगों के समान स्वभाव ही से क्रोध की सन्तान थे।

इफिसियों 2:4 परन्तु परमेश्वर ने जो दया का धनी है; अपने उस बड़े प्रेम के कारण, जिस से उसने हम से प्रेम किया।

इफिसियों 2:5 जब हम अपराधों के कारण मरे हुए थे, तो हमें मसीह के साथ जिलाया; (अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है।)

इफिसियों 2:6 और मसीह यीशु में उसके साथ उठाया, और स्वर्गीय स्थानों में उसके साथ बैठाया।

इफिसियों 2:7 कि वह अपनी उस कृपा से जो मसीह यीशु में हम पर है, आने वाले समयों में अपने अनुग्रह का असीम धन दिखाए।

इफिसियों 2:8 क्योंकि विश्वास के द्वारा अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है, और यह तुम्हारी ओर से नहीं, वरन परमेश्वर का दान है।

इफिसियों 2:9 और न कर्मों के कारण, ऐसा न हो कि कोई घमण्ड करे।

इफिसियों 2:10 क्योंकि हम उसके बनाए हुए हैं; और मसीह यीशु में उन भले कामों के लिये सृजे गए जिन्हें परमेश्वर ने पहिले से हमारे करने के लिये तैयार किया।

 

एक साल में बाइबल: 

  • यहोशू 7-9
  • लूका 1:21-38 

शनिवार, 20 मार्च 2021

विलाप से आराधना

 

          किम का स्तन कैंसर के साथ संघर्ष 2013 में आरंभ हुआ था; उसके इलाज के पूरा होने के चार दिन पश्चात डॉक्टरों ने उसमें एक अन्य रोग के बारे में बताया – निरंतर बढ़ते जाने वाला फेफड़ों का रोग, जिसके कारण उसका जीवन-काल तीन से पाँच वर्ष और ही होने की संभावना है। यह जानने के बाद, पहले वर्ष भर तो वह दुखी होती और परमेश्वर से रो-रोकर प्रार्थनाएँ करती रही, उसके सामने अपनी भावनाओं का ब्यान करती रही। जब 2015 में मेरी मुलाक़ात किम से हुई, तब तक वह अपनी परिस्थिति को परमेश्वर के हाथों में सौंप चुकी थी और अब उसमें ऐसा आनन्द और शान्ति थे जो दूसरों को भी प्रभावित करते थे। यद्यपि उसके लिए कुछ दिन कठिन अवश्य होते हैं, किन्तु परमेश्वर आज भी उसके हृदय-विदारक तकलीफों को एक आशा से भरी स्तुति की गवाही बनाकर प्रयोग कर रहा है, जिससे वह औरों को प्रोत्साहित करती रहती है।

          हम चाहे असंभव या बहुत कठिन लगने वाली परिस्थितियों में ही क्यों न हों, हमारा प्रभु परमेश्वर हमारे विलाप को भी आराधना में बदल सकता है। चाहे उसकी चंगाई हमेशा ही वैसी न लगे जैसी हमने चाही थी या जिसकी हमने आशा रखी थी, लेकिन परमेश्वर के वचन बाइबल में भजन 30 हमें आश्वस्त करता है कि हम परमेश्वर के मार्गों को लेकर हमेशा भरोसा बनाए रख सकते हैं (भजन 30:1-3)। हमारे मार्ग चाहे जितने भी आँसुओं से भरे हुए हों, फिर भी हमारे पास उसकी स्तुति करने के लिए अनगिनत कारण उपलब्ध रहते है (पद 4)। उसे हमारे विश्वास के भरोसे को और भी दृढ़ करने देते हुए, हम परमेश्वर में सदा आनन्दित रह सकते हैं (पद 5-7)। हम उसकी दया के लिए दुहाई दे सकते हैं (पद 8-10), उस आनन्द का उत्सव मना सकते हैं जो वह अनेकों रोने वाले आराधकों के जीवनों में लेकर आया है। केवल हमारा प्रभु परमेश्वर ही है जो हमारे विलाप की निराशा को भी ऐसे अद्भुत आनन्द में परिवर्तित कर सकता है, जिसे परिस्थितियों पर निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं होती है (पद 11-12)।

          हमारा करुणामय पिता जब हमारे दुखों में हमें दिलासा देता है, तब वह हमें अपनी शान्ति से घेर भी लेता है और हमें सामर्थ्य देता है कि हम औरों तथा अपने प्रति उसकी शान्ति को दिखाएं। हमारा प्रेमी और विश्वासयोग्य प्रभु हमारे विलाप को आराधना में परिवर्तित कर सकता है और करता भी है। विलाप से आराधना में पहुँच जाना हमारे विश्वास को और अधिक दृढ़ और स्थिर करता है, तथा औरों को प्रोत्साहित करता है। - सोहचील डिक्सन

 

परमेश्वर पिता हमें अपनी बाँहों में भरे रहें; हमारे विलाप को आराधना में बदल दें।


क्योंकि चाहे अंजीर के वृक्षों में फूल न लगें, और न दाखलताओं में फल लगें, जलपाई  के वृक्ष से केवल धोखा पाया जाए और खेतों में अन्न न उपजे, भेड़शालाओं में भेड़-बकरियां न रहें, और न थानों में गाय बैल हों, तौभी मैं यहोवा के कारण आनन्दित और मगन रहूंगा, और अपने उद्धारकर्ता परमेश्वर के द्वारा अति प्रसन्न रहूंगा। - हबक्कूक 3:17-18

बाइबल पाठ: भजन 30

भजन संहिता 30:1 हे यहोवा मैं तुझे सराहूंगा, क्योंकि तू ने मुझे खींचकर निकाला है, और मेरे शत्रुओं को मुझ पर आनन्द करने नहीं दिया।

भजन 30:2 हे मेरे परमेश्वर यहोवा, मैं ने तेरी दोहाई दी और तू ने मुझे चंगा किया है।

भजन 30:3 हे यहोवा, तू ने मेरा प्राण अधोलोक में से निकाला है, तू ने मुझ को जीवित रखा और कब्र में पड़ने से बचाया है।

भजन 30:4 हे यहोवा के भक्तों, उसका भजन गाओ, और जिस पवित्र नाम से उसका स्मरण होता है, उसका धन्यवाद करो।

भजन 30:5 क्योंकि उसका क्रोध, तो क्षण भर का होता है, परन्तु उसकी प्रसन्नता जीवन भर की होती है। कदाचित रात को रोना पड़े, परन्तु सबेरे आनन्द पहुंचेगा।

भजन 30:6 मैं ने तो अपने चैन के समय कहा था, कि मैं कभी नहीं टलने का।

भजन 30:7 हे यहोवा अपनी प्रसन्नता से तू ने मेरे पहाड़ को दृढ़ और स्थिर किया था; जब तू ने अपना मुख फेर लिया तब मैं घबरा गया।

भजन 30:8 हे यहोवा मैं ने तुझी को पुकारा; और यहोवा से गिड़गिड़ाकर यह बिनती की, कि

भजन 30:9 जब मैं कब्र में चला जाऊंगा तब मेरे लहू से क्या लाभ होगा? क्या मिट्टी तेरा धन्यवाद कर सकती है? क्या वह तेरी सच्चाई का प्रचार कर सकती है?

भजन 30:10 हे यहोवा, सुन, मुझ पर अनुग्रह कर; हे यहोवा, तू मेरा सहायक हो।

भजन 30:11 तू ने मेरे लिये विलाप को नृत्य में बदल डाला, तू ने मेरा टाट उतरवाकर मेरी कमर में आनन्द का पटुका बान्धा है;

भजन 30:12 ताकि मेरी आत्मा तेरा भजन गाती रहे और कभी चुप न हो। हे मेरे परमेश्वर यहोवा, मैं सर्वदा तेरा धन्यवाद करता रहूंगा।

 

एक साल में बाइबल: 

  • यहोशू 4-6
  • लूका 1:1-20  

शुक्रवार, 19 मार्च 2021

विरासत

 

          उनका नाम लंबा था, किन्तु उनकी आयु और भी बहुत लम्बी थी। मैडिलीन हैरियट ओर्र जैक्सन विलियम्स 101 वर्ष की आयु, और अपने दो पतियों से अधिक लम्बे समय तक जीवित रहीं। उनके दोनों पति मसीही प्रचारक थे, और मैडिलीन मेरी दादी थीं, जिन्हें हम ‘मोम्माख कर संबोधित करते थे। मैं और मेरे भाई-बहन उन्हें बहुत अच्छे से जानते थे, क्योंकि हम उन्हीं के घर में रहा करते थे, जब तक कि उनके दूसरे विवाह के पश्चात उनके पति उन्हें अपने साथ नहीं ले गए। तब भी वे हम से पचास मील दूर ही रहती थीं। हमारी दादी मसीही भजन गाते रहने, धर्म की शिक्षाओं के पाठों को सिखाते रहने, प्यानों बजाने, और परमेश्वर के भय में जीने वाली महिला थीं, और मुझ पर उनके इस मसीही विश्वास की गहरी छाप पड़ी है।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में 2 तिमुथियुस 1:3-7 के अनुसार, तिमुथियुस के जीवन पर उसकी नानी लोइस और माता यूनीके की गहरी छाप पड़ी थी। उन दोनों महिलाओं का जीवन पवित्र शास्त्र की शिक्षाओं में स्थापित था (पद 5; 2 तिमुथियुस 3:14-16), और अन्ततः उनका यही विश्वास तिमुथियुस के जीवन में भी फला-फूला। परमेश्वर के वचन के अनुसार की गई उसकी परवरिश न केवल उसके परमेश्वर के साथ संबंध का आधार थी, वरन उसके परमेश्वर के लिए उपयोगी होने का बहुत महत्वपूर्ण कारण भी थी (1:6-7)।

          जैसे तिमुथियुस के समय में, वैसे ही आज भी और हमेशा ही, परमेश्वर विश्वासयोग्य लोगों, महिलाओं और पुरुषों, को भावी पीढ़ियों पर छाप छोड़ने के लिए प्रयोग करता है। हमारी प्रार्थनाएँ, शब्द, कार्य, और सेवकाई हमारे जीवन काल में भी और हमारे जीवन के बाद भी प्रभु परमेश्वर के द्वारा बड़ी सामर्थ्य के साथ प्रयोग की जा सकती है। इसीलिए आज भी मैं और मेरे भाई-बहनें उन बातों को स्मरण करते और दोहराते रहते हैं जो हमें मोम्मा ने सिखाई थीं। मेरी प्रार्थना यही है कि मोम्मा की यह विरासत हमारे साथ ही समाप्त न होने पाए, वरन आगे तक चलती चली जाए। - आर्थर जैक्सन

 

हे स्वर्गीय पिता, हमें अपनी जीवित विरासत के समान, 

अपनी महिमा तथा औरों की उन्नति के लिए प्रयोग कर।


और ये आज्ञाएं जो मैं आज तुझ को सुनाता हूं वे तेरे मन में बनी रहें; और तू इन्हें अपने बाल-बच्चों को समझाकर सिखाया करना, और घर में बैठे, मार्ग पर चलते, लेटते, उठते, इनकी चर्चा किया करना। - व्यवस्थाविवरण 6:6, 7

बाइबल पाठ: 2 तिमुथियुस 1:3-7

2 तीमुथियुस 1:3 जिस परमेश्वर की सेवा मैं अपने बाप दादों की रीति पर शुद्ध विवेक से करता हूं, उसका धन्यवाद हो कि अपनी प्रार्थनाओं में तुझे लगातार स्मरण करता हूं।

2 तीमुथियुस 1:4 और तेरे आंसुओं की सुधि कर कर के रात दिन तुझ से भेंट करने की लालसा रखता हूं कि आनन्द से भर जाऊं।

2 तीमुथियुस 1:5 और मुझे तेरे उस निष्कपट विश्वास की सुधि आती है, जो पहिले तेरी नानी लोइस, और तेरी माता यूनीके में थी, और मुझे निश्चय हुआ है, कि तुझ में भी है।

2 तीमुथियुस 1:6 इसी कारण मैं तुझे सुधि दिलाता हूं, कि तू परमेश्वर के उस वरदान को जो मेरे हाथ रखने के द्वारा तुझे मिला है चमका दे।

2 तीमुथियुस 1:7 क्योंकि परमेश्वर ने हमें भय की नहीं पर सामर्थ्य, और प्रेम, और संयम की आत्मा दी है।

 

एक साल में बाइबल: 

  • यहोशू 1-3
  • मरकुस 16

गुरुवार, 18 मार्च 2021

आनन्द

 

          जब भी मेरी मित्र मेरी फोन कॉल को ले पाने में किसी भी कारण से असमर्थ होती थी, उसकी वोइस मेल रिकॉडिंग मशीन मुझे उसके लिए सन्देश रिकार्ड कर के छोड़ देने के लिए कहती थी, और अपनी बात का अन्त प्रसन्नता के सन्देश, “आपका दिन अच्छा बीते” कहकर करती थी। मैं उस मशीन द्वारा कही गई बात पर मनन कर रही थी, और मुझे ध्यान आया कि यह हमारे हाथ में नहीं है कि हम अपने हर दिन को अच्छा बना सकें – कभी-कभी कुछ परिस्थितियाँ वास्तव में बहुत दुःख देने वाली होती हैं। परन्तु यदि मैं दिन भर की बातों और कार्यों का ध्यान से पुनः अवलोकन करूँ, तो मुझे अपने दिन में कुछ न कुछ मनोहर या अच्छा लगने वाला मिल सकता है, चाहे परिस्थितियाँ भली हों अथवा बुरी।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में हबक्कूक नबी कठिन परिस्थितियों से होकर निकल रहा था। परमेश्वर ने उसे आने वाले वो दिन दिखाए थे जब उनकी निरंतर अनाज्ञाकारिता और पाप के कारण सब बर्बाद हो जाएगा, न फसल और न पशु – जिन पर परमेश्वर के लोग निर्भर करते थे, फलदायी रहेंगे (3:17)। आने वाली कठिन परिस्थितियों को झेल पाने के लिए केवल आशावादी होने भर से ही काम नहीं चलेगा। इस्राएल अत्यधिक निर्धनता की स्थिति से होकर निकलेगा, जो कलेजे को कंपा देने, होंठ थरथरा देने, टाँगों को कंपकंपा देने वाली होगी (पद 16)।

          लेकिन ऐसा होते हुए भी, हबक्कूक ने कहा कि वह यहोवा के कारण आनन्दित और मगन रहेगा (पद 18)। उसने अपनी आशा परमेश्वर ही को बनाया, जो कठिन स्थानों में भी चलते रहने की सामर्थ्य प्रदान करता है (पद 19)।

          कभी-कभी हम गहरे दुःख और कठिनाइयों के समयों में से होकर निकलते हैं, और जीवन बहुत अभिभूत करने वाला लग सकता है। किन्तु हमने चाहे जो खो दिया हो, या बहुत लालसा रखने के बाद भी कुछ ऐसा ही जिसे हम प्राप्त न कर सके हों, फिर भी हबक्कूक के समान, हम भी प्रेमी पिता परमेश्वर के साथ अपने संबंध को लेकर आनन्दित हो सकते हैं। चाहे हमें ऐसा लगे कि अब हमारे पास कुछ नहीं बचा है, तब भी हमारे पास यह दृढ़ आशा है कि हमारा पिता परमेश्वर न तो हमें अकेला और असहाय छोड़ेगा और न कभी हमें त्यागेगा (इब्रानियों 13:5)। वही हमें हर परिस्थिति में उपलब्ध करवाता है (यशायाह 61:2, 3), वही हमारे आनन्द का कारण है। - कर्स्टन होल्मबर्ग

 

हे प्रभु, मेरी परिस्थितियाँ चाहे कैसी भी हों, मैं आप में सदा आनन्दित रह सकूँ।


कि यहोवा के प्रसन्न रहने के वर्ष का और हमारे परमेश्वर के पलटा लेने के दिन का प्रचार करूं; कि सब विलाप करने वालों को शान्ति दूँ और सिय्योन के विलाप करने वालों के सिर पर की राख दूर कर के सुन्दर पगड़ी बान्ध दूं, कि उनका विलाप दूर कर के हर्ष का तेल लगाऊं और उनकी उदासी हटाकर यश का ओढ़ना ओढ़ाऊं; जिस से वे धर्म के बांज वृक्ष और यहोवा के लगाए हुए कहलाएं और जिस से उसकी महिमा प्रगट हो। - यशायाह 61:2, 3

बाइबल पाठ: हबक्कूक 3:13-19

हबक्कूक 3:13 तू अपनी प्रजा के उद्धार के लिये निकला, हां, अपने अभिषिक्त के संग हो कर उद्धार के लिये निकला। तू ने दुष्ट के घर के सिर को घायल कर के उसे गले से नींव तक नंगा कर दिया।

हबक्कूक 3:14 तू ने उसके योद्धाओं के सिरों को उसी की बरछी  से छेदा है, वे मुझ को तितर-बितर करने के लिये बवंडर की आंधी के समान आए, और दीन लोगों को घात लगा कर मार डालने की आशा से आनन्दित थे।

हबक्कूक 3:15 तू अपने घोड़ों पर सवार हो कर समुद्र से हां, जलप्रलय से पार हो गया।

हबक्कूक 3:16 यह सब सुनते ही मेरा कलेजा कांप उठा, मेरे ओंठ थरथराने लगे; मेरी हड्डियां सड़ने लगीं, और मैं खड़े खड़े कांपने लगा। मैं शान्ति से उस दिन की बाट जोहता रहूंगा जब दल बांध कर प्रजा चढ़ाई करे।

हबक्कूक 3:17 क्योंकि चाहे अंजीर के वृक्षों में फूल न लगें, और न दाखलताओं में फल लगें, जलपाई  के वृक्ष से केवल धोखा पाया जाए और खेतों में अन्न न उपजे, भेड़शालाओं में भेड़-बकरियां न रहें, और न थानों में गाय बैल हों,

हबक्कूक 3:18 तौभी मैं यहोवा के कारण आनन्दित और मगन रहूंगा, और अपने उद्धारकर्ता परमेश्वर के द्वारा अति प्रसन्न रहूंगा।

हबक्कूक 3:19 यहोवा परमेश्वर मेरा बलमूल है, वह मेरे पांव हरिणों के समान बना देता है, वह मुझ को मेरे ऊंचे स्थानों पर चलाता है।

 

एक साल में बाइबल: 

  • व्यवस्थाविवरण 32-34
  • मरकुस 15:26-47

बुधवार, 17 मार्च 2021

साहस

 

          यद्यपि अधिकांश जर्मन चर्च अधिकारियों ने हिटलर के आगे घुटने टेक दिए थे, धर्म-विज्ञानी और पास्टर, मार्टिन निमोलर, उन थोड़े से साहसी लोगों में से थे जिन्होंने नात्ज़ी बुराई का सामना किया। मैंने एक घटना पढ़ी थी, कि कैसे 1970 में कुछ वृद्ध दिखने वाले जर्मन लोगों का एक समूह एक बड़े से होटल के सामने खड़ा था, और उनमें से एक जन, जो कुछ जवान प्रतीत हो रहा था, वह उनके सामान के साथ दौड़-धूप कर रहा था। किसी ने पूछा कि वह समूह किन लोगों का था, और वह जवान दिखने वाला व्यक्ति कौन था? तो उत्तर मिला कि वह जर्मन पास्टरों का समूह था, और दौड़-धूप करने वाला व्यक्ति अस्सी वर्षीय मार्टिन निमोलर था, जो अभी भी जवान था क्योंकि वह डरता नहीं था।

          निमोलर में कोई अलौकिक वस्तु नहीं थी जिसके कारण वह डर का सामना कर सकता था; यह उस पर परमेश्वर के अनुग्रह के कारण था। एक समय ऐसा था जब निमोलर भी यहूदियों के प्रति बैर रखता था; परन्तु उसने पश्चाताप किया और परमेश्वर ने उसे उद्धार दिया, और सत्य बोलने तथा जीने की सामर्थ्य प्रदान की।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में, मूसा ने इस्राएलियों को प्रोत्साहित किया कि वे डर का सामना करें और परमेश्वर के सत्य का निर्वाह करें। जब वे इस्राएली यह जानकर कि उनका अगुवा शीघ्र ही उन से ले लिया जाएगा भयभीत होने लगे तो मूसा ने उन से कहा: “तू हियाव बान्ध और दृढ़ हो, उन से न डर और न भयभीत हो; क्योंकि तेरे संग चलने वाला तेरा परमेश्वर यहोवा है; वह तुझ को धोखा न देगा और न छोड़ेगा” (व्यवस्थाविवरण 31:6)। उन्हें अनिश्चित भविष्य को लेकर भयभीत होने की कोई आवश्यकता नहीं थी, क्योंकि परमेश्वर उनके साथ था, इसलिए वे भविष्य का सामना साहस के साथ निडर होकर कर सकते थे।

          आज आपके जीवन में चाहे जो भी कठिनाई, जो भी अन्धकार क्यों न हो, कोई बात क्यों न हो जो आपको आतंकित कर रही है, परमेश्वर सदा आपके साथ है। परमेश्वर के अनुग्रह और सामर्थ्य से आप हर परिस्थिति का सफलतापूर्वक सामना कर सकते हैं, क्योंकि वह आपको न तो कभी छोड़ेगा और न कभी त्यागेगा। साहस के साथ, निडर होकर परमेश्वर के मार्गों पर चलते रहें, और वह आपको सफलतापूर्वक लिए चलेगा।

 

निडर होने का यह अर्थ नहीं है कि हमें डर नहीं लगता है; 

वरन यह कि हम उस डर के आगे झुकते नहीं हैं।


इतना हो कि तू हियाव बान्धकर और बहुत दृढ़ हो कर जो व्यवस्था मेरे दास मूसा ने तुझे दी है उन सब के अनुसार करने में चौकसी करना; और उस से न तो दाहिने मुड़ना और न बाएं, तब जहां जहां तू जाएगा वहां वहां तेरा काम सफल होगा। व्यवस्था की यह पुस्तक तेरे चित्त से कभी न उतरने पाए, इसी में दिन रात ध्यान दिए रहना, इसलिये कि जो कुछ उस में लिखा है उसके अनुसार करने की तू चौकसी करे; क्योंकि ऐसा ही करने से तेरे सब काम सफल होंगे, और तू प्रभावशाली होगा। - यहोशू 1:7-8

बाइबल पाठ: व्यवस्थाविवरण 31:1-8

व्यवस्थाविवरण 31:1 और मूसा ने जा कर यह बातें सब इस्राएलियों को सुनाईं।

व्यवस्थाविवरण 31:2 और उसने उन से यह भी कहा, कि आज मैं एक सौ बीस वर्ष का हूं; और अब मैं चल फिर नहीं सकता; क्योंकि यहोवा ने मुझ से कहा है, कि तू इस यरदन पार नहीं जाने पाएगा।

व्यवस्थाविवरण 31:3 तेरे आगे पार जाने वाला तेरा परमेश्वर यहोवा ही है; वह उन जातियों को तेरे सामने से नष्ट करेगा, और तू उनके देश का अधिकारी होगा; और यहोवा के वचन के अनुसार यहोशू तेरे आगे आगे पार जाएगा।

व्यवस्थाविवरण 31:4 और जिस प्रकार यहोवा ने एमोरियों के राजा सीहोन और ओग और उनके देश को नष्ट किया है, उसी प्रकार वह उन सब जातियों से भी करेगा।

व्यवस्थाविवरण 31:5 और जब यहोवा उन को तुम से हरवा देगा, तब तुम उन सारी आज्ञाओं के अनुसार उन से करना जो मैं ने तुम को सुनाईं हैं।

व्यवस्थाविवरण 31:6 तू हियाव बान्ध और दृढ़ हो, उन से न डर और न भयभीत हो; क्योंकि तेरे संग चलने वाला तेरा परमेश्वर यहोवा है; वह तुझ को धोखा न देगा और न छोड़ेगा।

व्यवस्थाविवरण 31:7 तब मूसा ने यहोशू को बुलाकर सब इस्राएलियों के सम्मुख कहा, कि तू हियाव बान्ध और दृढ़ हो जा; क्योंकि इन लोगों के संग उस देश में जिसे यहोवा ने इनके पूर्वजों से शपथ खाकर देने को कहा था तू जाएगा; और तू इन को उसका अधिकारी कर देगा।

व्यवस्थाविवरण 31:8 और तेरे आगे आगे चलने वाला यहोवा है; वह तेरे संग रहेगा, और न तो तुझे धोखा देगा और न छोड़ देगा; इसलिये मत डर और तेरा मन कच्चा न हो।

 

एक साल में बाइबल: 

  • व्यवस्थाविवरण 30-31
  • मरकुस 15:1-25 

मंगलवार, 16 मार्च 2021

चिह्न

 

          आयोवा विश्वविद्यालय की बास्केटबॉल टीम का प्रतिष्ठित खिलाड़ी, जॉर्डन बोहानन, अपनी टीम के इतिहास में एक नया कीर्तिमान बनाने की कगार पर था, लेकिन उसने जानबूझकर बॉल को सही नहीं फेंका और उसके स्कूल का पच्चीस वर्ष पुराना कीर्तिमान बना रहा। उसने यह क्यों किया? वर्ष 1993 में आयोवा के क्रिस स्ट्रीट ने एक के बाद एक चौंतीस बार फ्री थ्रो में बॉल सही फेंक कर कीर्तिमान बनाया और उसके कुछ ही दिन के बाद एक कार दुर्घटना में उसकी मृत्यु हो गई। जॉर्डन ने अपनी प्रतिष्ठा के स्थान पर क्रिस की इस स्मृति को बनाए रखने को चुना, और उसके द्वारा स्थापित इस कीर्तिमान को नहीं तोड़ा।

          जॉर्डन ने अपनी उन्नति से अधिक महत्वपूर्ण बात पर ध्यान दिया। हम परमेश्वर के वचन बाइबल में युवा योद्धा दाऊद में भी यही भावना देखते हैं। दाऊद राजा शाऊल और शत्रु फिलिस्तियों की सेनाओं से जान बचा कर एक गुफा में अपने साथियों, जो उसकी ‘सेना भी थे, के साथ छुपा हुआ था। वहाँ उसके मन में अपने घर के स्थान बैतलहम के कुएँ का पानी पीने की तीव्र इच्छा हुई, लेकिन खतरनाक पलिस्तीनी लोग उसके चारों ओर बसे हुए थे (2 शमूएल 23:14-15)।

          हतप्रभ कर देने वाले बहादुरी दिखाते हुए उसके तीन साथियों ने पलिस्तियों का सामना किया, उनसे बच कर निकल गए, कुएँ से पानी लिया और दाऊद के पास ले आए। किन्तु दाऊद उसे पीने के लिए अपने आप को तैयार न कर सका,और कहा, हे यहोवा, मुझ से ऐसा काम दूर रहे। क्या मैं उन मनुष्यों का लहू पीऊं जो अपने प्राणों पर खेल कर गए थे? इसलिये उसने उस पानी को पीने से इनकार किया” (2 शमूएल 23:17)।

          ऐसे संसार में जो अकसर उन्हें आदर देता है जो वह सब कुछ छीन और हथिया लेते है, जो वो ले सकते हैं, प्रेम और बलिदान के ऐसे कार्य कितने शक्तिशाली, और प्रोत्साहन देने वाली स्मृतियाँ हो सकते हैं! इस प्रकार के कार्य केवल एक चिह्न ही नहीं हैं; उनका महत्व चिह्न होने से कहीं बढ़कर है। - टिम गुस्ताफ्सन

 

हे पिता परमेश्वर मुझे औरों की आवश्यकताओं का ध्यान रखने वाला बनाएँ।


हर एक अपनी ही हित की नहीं, वरन दूसरों की हित की भी चिन्ता करे। - फिलिप्पियों 2:4

बाइबल पाठ: 2 शमूएल 23:13-17

2 शमूएल 23:13 फिर तीसों मुख्य सरदारों में से तीन जन कटनी के दिनों में दाऊद के पास अदुल्लाम नाम गुफा में आए, और पलिश्तियों का दल रपाईम नाम तराई में छावनी किए हुए था।

2 शमूएल 23:14 उस समय दाऊद गढ़ में था; और उस समय पलिश्तियों की चौकी बेतलेहेम में थी।

2 शमूएल 23:15 तब दाऊद ने बड़ी अभिलाषा के साथ कहा, कौन मुझे बेतलेहेम के फाटक के पास के कुएं का पानी पिलाएगा?

2 शमूएल 23:16 तो वे तीनों वीर पलिश्तियों की छावनी में टूट पड़े, और बेतलेहेम के फाटक के कुंए से पानी भर के दाऊद के पास ले आए। परन्तु उसने पीने से इनकार किया, और यहोवा के सामने अर्घ कर के उण्डेला,

2 शमूएल 23:17 और कहा, हे यहोवा, मुझ से ऐसा काम दूर रहे। क्या मैं उन मनुष्यों का लहू पीऊं जो अपने प्राणों पर खेल कर गए थे? इसलिये उसने उस पानी को पीने से इनकार किया। इन तीन वीरों ने तो ये ही काम किए।

 

एक साल में बाइबल: 

  • व्यवस्थाविवरण 28-29
  • मरकुस 14:54-72 

सोमवार, 15 मार्च 2021

सामर्थ्य

 

          व्यावसायिक जगत में काम करने के कारण मुझे अवसर मिला कि अनेकों कुशल और सूझ-बूझ वाले लोगों के साथ बातचीत और कार्य करूं, उनसे संपर्क रखूँ। लेकिन एक परियोजना पर काम करने का अनुभव कुछ भिन्न ही था। उस परियोजना का संचालक बाहर स्थान पर रहता था, और हमारी उससे बातचीत फोन के द्वारा होती थी, साप्ताहिक प्रगति रिपोर्ट उसे फोन के द्वारा दी जाती थी। हमने चाहे जितना भी कार्य किया हो, कितनी भी अच्छी प्रगति हुई हो, यह मैनेजर हमेशा ही हमारे कार्य की कटु आलोचना करता था, और हर बार हमारे कार्य को कम बता कर, और अधिक कार्य करने के लिए कहता था। उसकी ये बातें सुनते-सुनते मैं निरुत्साहित होने लगा और उससे बात करने में संकोच करने लगा। कभी-कभी तो मैं काम छोड़ देना चाहता था।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में संभव है कि मूसा को भी कुछ ऐसा ही लगा होगा जब अन्धकार वाली विपत्ति के समय वह फिरौन से मिला होगा। परमेश्वर ने मिस्र पर इससे पहले आठ विपत्तियाँ भेजी थीं, और अब इस नौवीं विपत्ति में पड़ने से फिरौन ने आप खो दिया, और उसने क्रोध में मूसा से कहा,मेरे सामने से चला जा; और सचेत रह; मुझे अपना मुख फिर न दिखाना; क्योंकि जिस दिन तू मुझे मुंह दिखलाए उसी दिन तू मारा जाएगा” (निर्गमन 10:28)।

          उसकी इस धमकी के बावजूद, परमेश्वर ने मूसा ही को इस्राएलियों को मिस्र और फिरौन की अधीनता से छुड़ाने के लिए प्रयोग किया, “विश्वास ही से राजा के क्रोध से न डर कर उसने मिस्र को छोड़ दिया, क्योंकि वह अनदेखे को मानो देखता हुआ दृढ़ रहा” (इब्रानियों 11:27)। मूसा फिरौन का सामना करके उस पर विजय इसलिए प्राप्त कर सका क्योंकि उसे पूरा भरोसा था कि परमेश्वर छुटकारे की अपनी प्रतिज्ञा को पूरा करेगा (निर्गमन 3:17)।

          आज हम इस प्रतिज्ञा पर भरोसा रख सकते हैं कि हर परिस्थिति में परमेश्वर हमारे साथ है, अपनी पवित्र आत्मा के द्वारा हमें सहारा दिए हुए है। वह हमारी सहायता करता है कि हम धमकियों और दबाव का प्रतिरोध कर सकें, उनकी कोई अनुचित प्रतिक्रिया न दें। ऐसा करने के लिए वह हमें अलौकिक सामर्थ्य, प्रेम, और आत्मा-नियंत्रण प्रदान करता है (2 तिमुथियुस 1:7)। हम मसीही विश्वासियों में निवास करने वाला परमेश्वर पवित्र आत्मा हमें अपने कार्यों को करते रहने और परमेश्वर के मार्गदर्शन में चलते रहने का साहस और सामर्थ्य प्रदान करता है। - जेनिफर बेनसन शुल्टज़

 

प्रभु मेरी सहायता करें कि मैं हर बात के लिए आपकी ओर देखता रहूं, 

आपसे मार्गदर्शन और सामर्थ्य प्राप्त करता रहूं।


क्योंकि परमेश्वर ने हमें भय की नहीं पर सामर्थ्य, और प्रेम, और संयम की आत्मा दी है। - 2 तीमुथियुस 1:7

बाइबल पाठ: निर्गमन 10:21-29

निर्गमन 10:21 फिर यहोवा ने मूसा से कहा, अपना हाथ आकाश की ओर बढ़ा कि मिस्र देश के ऊपर अन्धकार छा जाए, ऐसा अन्धकार कि टटोला जा सके।

निर्गमन 10:22 तब मूसा ने अपना हाथ आकाश की ओर बढ़ाया, और सारे मिस्र देश में तीन दिन तक घोर अन्धकार छाया रहा।

निर्गमन 10:23 तीन दिन तक न तो किसी ने किसी को देखा, और न कोई अपने स्थान से उठा; परन्तु सारे इस्राएलियों के घरों में उजियाला रहा।

निर्गमन 10:24 तब फिरौन ने मूसा को बुलवाकर कहा, तुम लोग जाओ, यहोवा की उपासना करो; अपने बालकों को भी संग ले जाओ; केवल अपनी भेड़-बकरी और गाय-बैल को छोड़ जाओ।

निर्गमन 10:25 मूसा ने कहा, तुझ को हमारे हाथ मेलबलि और होमबलि के पशु भी देने पड़ेंगे, जिन्हें हम अपने परमेश्वर यहोवा के लिये चढ़ाएं।

निर्गमन 10:26 इसलिये हमारे पशु भी हमारे संग जाएंगे, उनका एक खुर तक न रह जाएगा, क्योंकि उन्हीं में से हम को अपने परमेश्वर यहोवा की उपासना का सामान लेना होगा, और हम जब तक वहां न पहुंचें तब तक नहीं जानते कि क्या क्या ले कर यहोवा की उपासना करनी होगी।

निर्गमन 10:27 पर यहोवा ने फिरौन का मन हठीला कर दिया, जिस से उसने उन्हें जाने न दिया।

निर्गमन 10:28 तब फिरौन ने उस से कहा, मेरे सामने से चला जा; और सचेत रह; मुझे अपना मुख फिर न दिखाना; क्योंकि जिस दिन तू मुझे मुंह दिखलाए उसी दिन तू मारा जाएगा।

निर्गमन 10:29 मूसा ने कहा, कि तू ने ठीक कहा है; मैं तेरे मुंह को फिर कभी न देखूंगा।

 

एक साल में बाइबल: 

  • व्यवस्थाविवरण 26-27
  • मरकुस 14:27-53