एक व्यक्ति एक घने जंगल में घूमने के लिये निकला। जंगल इतना घना था कि उस में खो जाना आसान था। जब दिन ढलने लगा तो उस ने सोचा कि अब घर वापस लौट चलना चाहिये। अपने दिशा ज्ञान के अनुसर काफी देर तक चलने के बाद भी जब उसे कोई पहचाना स्थान नहीं दीख पड़ा तो उसने अपना मार्ग जांचने के लिये अपनी जेब से कुतुबनुमा (compass) निकाल कर देखा, उसे तब मालूम पड़ा कि वह अपने अनुमान के अनुसार पूर्व दिशा में नहीं वरन वासतव में पश्चिम की ओर जा रहा था। लेकिन उस व्यक्ति को अपने दिशा ज्ञान पर इतना भरोसा था कि कुतुबनुमा से मिली जानकारी पर उसे भरोसा नहीं हुआ, उसे लगा कि कुतुबनुमा में कोई खराबी होगी। अपने इस विचार के कारण वह खिसियाकर अपने कुतुबनुमा को फेंकने पर ही था कि उसे ध्यान आया कि "मेरे इस कुतुबनुमा ने आज तक कभी मुझे धोखा नहीं दिया है, सदा मुझे सही मार्ग ही दिखाया है, इसलिये मुझे आज भी इसकी मान लेनी चहिये।" अपने उसी कुतुबनुमा की सहायता से वह व्यक्ति अनततः जंगल से बाहर निकल सका और सुरक्षित घर पहुंच सका - क्योंकि उसने अपनी समझ पर भरोसा रखना छोड़कर अपने भरोसेमंद सहायक पर भरोसा किया।
राजा सुलेमान ने अपनी प्रजा इस्त्राएल से परमेश्वर के बारे में कहा कि उसने "...ठीक अपने कथन के अनुसार अपनी प्रजा इस्राएल को विश्राम दिया है, जितनी भलाई की बातें उसने अपने दास मूसा के द्वारा कही थीं, उन में से एक भी बिना पूरी हुए नहीं रही।" - १ राजा ८:५६। परमेश्वर का यह आश्वासन उसके लोगों के लिये आज भी वैसा ही बना हुआ है जैसा राजा सुलेमान के समय में था।
परमेश्वर जो वायदा करता है, उसे पूरा भी करता है। उसके निर्देष सदा सम्पूर्णतया भरोसेमन्द रहते हैं, वह कभी किसी रीति से भी हमें भटकाता नहीं। यदि हम अपनी बुद्धि पर इतना भरोसा करते हैं कि उसके समक्ष हम परमेश्वर के विश्वसनीय वचन पर भरोसा नहीं कर पाते, तो निश्चय हम मुसीबत की ओर अग्रसर हैं और अवश्य ही किसी दिन भयानक विपित्ति में जा पड़ेंगे।
परमेश्वर का वचन आज तक न कभी टला है और न टलेगा - आप उस पर सम्पूर्ण भरोसा रख सकते हैं। - रिचर्ड डी हॉन
जिस ने ठीक अपने कथन के अनुसार अपनी प्रजा इस्राएल को विश्राम दिया है, जितनी भलाई की बातें उसने अपने दास मूसा के द्वारा कही थीं, उन में से एक भी बिना पूरी हुए नहीं रही। - १ राजा ८:५६
बाइबल पाठ: १ राजा ८:५४-६१
जब सुलैमान यहोवा से यह सब प्रार्थना गिड़गिड़ाहट के साथ कर चुका, तब वह जो घुटने टेके और आकाश की ओर हाथ फैलाए हुए था, सो यहोवा की वेदी के साम्हने से उठा,
और खड़ा हो, समस्त इस्राएली सभा को ऊंचे स्वर से यह कह कर आशीर्वाद दिया, कि धन्य है यहोवा,
जिस ने ठीक अपने कथन के अनुसार अपनी प्रजा इस्राएल को विश्राम दिया है, जितनी भलाई की बातें उसने अपने दास मूसा के द्वारा कही थीं, उन में से एक भी बिना पूरी हुए नहीं रही।
हमारा परमेश्वर यहोवा जैसे हमारे पुरखाओं के संग रहता था, वैसे ही हमारे संग भी रहे, वह हम को त्याग न दे और न हम को छोड़ दे।
वह हमारे मन अपनी ओर ऐसा फिराए रखे, कि हम उसके सब मार्गों पर चला करें, और उसकी आज्ञाएं और विधियां और नियम जिन्हें उसने हमारे पुरखाओं को दिया था, नित्य माना करें।
और मेरी ये बातें जिनकी मैं ने यहोवा के साम्हने बिनती की है, वह दिन और रात हमारे परमेश्वर यहोवा के मन में बनी रहें, और जैसा दिन दिन प्रयोजन हो वैसा ही वह अपने दास का और अपनी प्रजा इस्राएल का भी न्याय किया करे,
और इस से पृथ्वी की सब जातियां यह जान लें, कि यहोवा ही परमेश्वर है, और कोई दूसरा नहीं।
तो तुम्हारा मन हमारे परमेश्वर यहोवा की ओर ऐसी पूरी रीति से लगा रहे, कि आज की नाई उसकी विधियों पर चलते और उसकी आज्ञाएं मानते रहो।
एक साल में बाइबल:
राजा सुलेमान ने अपनी प्रजा इस्त्राएल से परमेश्वर के बारे में कहा कि उसने "...ठीक अपने कथन के अनुसार अपनी प्रजा इस्राएल को विश्राम दिया है, जितनी भलाई की बातें उसने अपने दास मूसा के द्वारा कही थीं, उन में से एक भी बिना पूरी हुए नहीं रही।" - १ राजा ८:५६। परमेश्वर का यह आश्वासन उसके लोगों के लिये आज भी वैसा ही बना हुआ है जैसा राजा सुलेमान के समय में था।
परमेश्वर जो वायदा करता है, उसे पूरा भी करता है। उसके निर्देष सदा सम्पूर्णतया भरोसेमन्द रहते हैं, वह कभी किसी रीति से भी हमें भटकाता नहीं। यदि हम अपनी बुद्धि पर इतना भरोसा करते हैं कि उसके समक्ष हम परमेश्वर के विश्वसनीय वचन पर भरोसा नहीं कर पाते, तो निश्चय हम मुसीबत की ओर अग्रसर हैं और अवश्य ही किसी दिन भयानक विपित्ति में जा पड़ेंगे।
परमेश्वर का वचन आज तक न कभी टला है और न टलेगा - आप उस पर सम्पूर्ण भरोसा रख सकते हैं। - रिचर्ड डी हॉन
बाइबल सदा अपने विश्वासी को सही दिशा ही दिखाती है।
जिस ने ठीक अपने कथन के अनुसार अपनी प्रजा इस्राएल को विश्राम दिया है, जितनी भलाई की बातें उसने अपने दास मूसा के द्वारा कही थीं, उन में से एक भी बिना पूरी हुए नहीं रही। - १ राजा ८:५६
बाइबल पाठ: १ राजा ८:५४-६१
जब सुलैमान यहोवा से यह सब प्रार्थना गिड़गिड़ाहट के साथ कर चुका, तब वह जो घुटने टेके और आकाश की ओर हाथ फैलाए हुए था, सो यहोवा की वेदी के साम्हने से उठा,
और खड़ा हो, समस्त इस्राएली सभा को ऊंचे स्वर से यह कह कर आशीर्वाद दिया, कि धन्य है यहोवा,
जिस ने ठीक अपने कथन के अनुसार अपनी प्रजा इस्राएल को विश्राम दिया है, जितनी भलाई की बातें उसने अपने दास मूसा के द्वारा कही थीं, उन में से एक भी बिना पूरी हुए नहीं रही।
हमारा परमेश्वर यहोवा जैसे हमारे पुरखाओं के संग रहता था, वैसे ही हमारे संग भी रहे, वह हम को त्याग न दे और न हम को छोड़ दे।
वह हमारे मन अपनी ओर ऐसा फिराए रखे, कि हम उसके सब मार्गों पर चला करें, और उसकी आज्ञाएं और विधियां और नियम जिन्हें उसने हमारे पुरखाओं को दिया था, नित्य माना करें।
और मेरी ये बातें जिनकी मैं ने यहोवा के साम्हने बिनती की है, वह दिन और रात हमारे परमेश्वर यहोवा के मन में बनी रहें, और जैसा दिन दिन प्रयोजन हो वैसा ही वह अपने दास का और अपनी प्रजा इस्राएल का भी न्याय किया करे,
और इस से पृथ्वी की सब जातियां यह जान लें, कि यहोवा ही परमेश्वर है, और कोई दूसरा नहीं।
तो तुम्हारा मन हमारे परमेश्वर यहोवा की ओर ऐसी पूरी रीति से लगा रहे, कि आज की नाई उसकी विधियों पर चलते और उसकी आज्ञाएं मानते रहो।
एक साल में बाइबल:
- निर्गमन २७-२८
- मत्ती २१:१-२२
बहुत अच्छी बोध कथा है। धन्यवाद।
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