ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

शुक्रवार, 1 जून 2012

प्रश्न

   एक अफ्रीकी कहावत है: "जो प्रश्न पूछता है वह भटकता नहीं।" परमेश्वर के वचन बाइबल में दाउद द्वारा उठाए गए प्रश्न हम इसी बात से समझ सकते हैं। अपने लिखे भजनों में दाउद ने परमेश्वर के सम्मुख कई प्रश्न किए, क्योंकि वह परमेश्वर के मार्गदर्शन का खोजी था, अपनी राह परमेश्वर की इच्छा के अनुकूल रखना चाहता था।

दाउद द्वारा पूछे गए प्रश्नों के कुछ उदाहरण देखिए:

  • परमेश्वर की योजना के कार्यान्वित होने की लालसा का प्रश्न - "हे यहोवा, कब तक?" (भजन ६:३)
  • परमेश्वर के प्रति श्रद्धा और भय का प्रश्न क्योंकि परमेश्वर एक पापी जन की भी चिंता करता है - "तो फिर मनुष्य क्या है कि तू उसका स्मरण रखे, और आदमी क्या है कि तू उसकी सुधि ले?" (भजन ८:४)
  • परमेश्वर की निकटता और उपस्थिति में हर समय बने रहने की लालसा का प्रश्न - "हे यहोवा तू क्यों दूर खड़ा रहता है? संकट के समय में क्यों छिपा रहता है?" (भजन १०:१)
  • परमेश्वर के सम्मुख रह पाने के लिए सबसे मुख्य प्रश्न - " हे परमेश्वर तेरे तम्बू में कौन रहेगा? तेरे पवित्र पर्वत पर कौन बसने पाएगा?" (भजन १५:१)


   दाउद के पास परमेश्वर की संगति में रहने के लिए कुछ कठिन प्रश्न थे, क्योंकि वह अपने अनुभव से जान चुका था कि अपने जीवन में परमेश्वर को नज़रांदाज़ कर के अपनी लालसाओं की पूर्ति में पाप के मार्ग पर चल निकलने का क्या अंजाम होता है। जैसे जैसे वह अपने मनन में होकर भजन लिखता गया, वह परमेश्वर के हृदय को खोजने वाला व्यक्ति बनता गया, परमेश्वर की इच्छाओं को जानकर उन पर चलने वाला बन गया। इसीलिए नए नियम में आकर दाउद के विषय में परमेश्वर की ओर से लिखा गया : "जिस के विषय में उस [परमेश्वर] ने गवाही दी, कि मुझे एक मनुष्य यिशै का पुत्र दाऊद, मेरे मन के अनुसार मिल गया है। वही मेरे सारी इच्‍छा पूरी करेगा" (प्रेरितों १३:२२)।

   दाउद के समान, आपके भी मन में प्रश्न होंगे। उन्हें पूछते रहिये, और परमेश्वर के वचन और परमेश्वर के पवित्र आत्मा के कार्य में विश्वास रखकर, दाउद के समान परमेश्वर द्वारा दिखाए मार्ग पर चलते रहिए। - डेव ब्रैनन


प्रश्न पूछना अच्छा है; परमेश्वर के उत्तरों को खोजना और उनका पालन करना और भी अच्छा और लाभदायक है।

तो फिर मनुष्य क्या है कि तू उसका स्मरण रखे, और आदमी क्या है कि तू उसकी सुधि ले? - भजन ८:४

बाइबल पाठ: भजन ८
Psa 8:1  हे यहोवा हमारे प्रभु, तेरा नाम सारी पृथ्वी पर क्या ही प्रतापमय है! तू ने अपना वैभव स्वर्ग पर दिखाया है।
Psa 8:2  तू ने अपने बैरियों के कारण बच्चों और दूध पिउवों के द्वारा सामर्थ्य की नेव डाली है, ताकि तू शत्रु और पलटा लेने वालों को रोक रखे।
Psa 8:3  जब मैं आकाश को, जो तेरे हाथों का कार्य है, और चंद्रमा और तरागण को जो तू ने नियुक्त किए हैं, देखता हूं;
Psa 8:4  तो फिर मनुष्य क्या है कि तू उसका स्मरण रखे, और आदमी क्या है कि तू उसकी सुधि ले?
Psa 8:5  क्योंकि तू ने उसको परमेश्वर से थोड़ा ही कम बनाया है, और महिमा और प्रताप का मुकुट उसके सिर पर रखा है।
Psa 8:6  तू ने उसे अपने हाथों के कार्यों पर प्रभुता दी है; तू ने उसके पांव तले सब कुछ कर दिया है।
Psa 8:7  सब भेड़-बकरी और गाय-बैल और जितने वनपशु हैं,
Psa 8:8  आकाश के पक्षी और समुद्र की मछलियां, और जितने जीव-जन्तु समुद्रों में चलते फिरते हैं।
Psa 8:9  हे यहोवा, हे हमारे प्रभु, तेरा नाम सारी पृथ्वी पर क्या ही प्रतापमय है।


एक साल में बाइबल: 

  • २ इतिहास १५-१६ 
  • यूहन्ना १२:२७-५०

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें