संभवतः आपने यह उक्ति सुनी होगी, "जीवन के मार्ग में अतीत के अनुभव, भविष्य के लिए मार्गदर्शक हैं ना कि थाम कर बैठ जाने का कारण।" बीते समयों की यादों तथा अनुभवों के आधार पर जीवन में आगे बढ़ने का मार्ग ढूंढ़ने की बजाए, उन यादों तथा अनुभवों में थम कर बैठ जाना काफी सरल होता है। हम सब बीते दिनों की यादों को लेकर शिथिल होकर बैठने के प्रति अतिसंवेदन शील रहते हैं।
परमेश्वर के वचन बाइबल का एक नबी, यिर्मयाह, जिसे परमेश्वर ने संसार भर की जातियों के लिए भविष्यद्वक्ता होने के लिए बुलाया था (यिर्मयाह 1:4-5), यरुशालेम के निकट के एक छोटे नगर में रहने वाला पुरोहित था। यिर्मयाह को परमेश्वर ने एक बहुत कठिन कार्य सौंपा - लोगों को परमेश्वर से विमुख हो जाने के कारण उन पर आने वाले परमेश्वर के न्याय के बारे में बताए, मुख्यतः यहूदा के लोगों को। अपनी इस ज़िम्मेदारी को निभाते समय यिर्मयाह ने यह स्पष्ट कर दिया कि जो सन्देश वह दे रहा है उसका अपना नहीं है, वरन उसे परमेश्वर की ओर से मिला है (यिर्मयाह 7:1-2)।
परमेश्वर ने उसके द्वारा लोगों से कहा: "...सड़कों पर खडे हो कर देखो, और पूछो कि प्राचीनकाल का अच्छा मार्ग कौन सा है, उसी में चलो, और तुम अपने अपने मन में चैन पाओगे। पर उन्होंने कहा, हम उस पर न चलेंगे" (यिर्मयाह 6:16)। परमेश्वर चाहता था कि लोग आगे बढ़ने के लिए अपने अतीत पर ग़ौर करें, ताकि उन्हीं गलतियों को पुनः ना दोहराएं। बीते समयों और अनुभवों पर विचार करने से लोगों के लिए परमेश्वर के खरे मार्गों को पहचानना, परमेश्वर की विश्वासयोग्यता तथा उसकी उपलब्ध क्षमा को जानना, और जीवन में हमारे सही मार्ग पर आगे बढ़ने की उसकी इच्छा को समझना सरल हो जाता। परमेश्वर हमें हमारे अतीत से सिखाता है कि आगे बढ़ने का सही मार्ग उसपर विश्वास करके, उसके वचन बाइबल की शिक्षाओं के मार्गदर्शन द्वारा हमें मिलता है। - डेविड मैक्कैसलैंड
बीते समयों में परमेश्वर की संगति से मिले अनुभव,
अच्छे भविष्य के लिए उसके मार्गदर्शन में चलने की इच्छा जागृत करते हैं।
प्राचीनकाल के दिनों को स्मरण करो, पीढ़ी पीढ़ी के वर्षों को विचारो; अपने बाप से पूछो, और वह तुम को बताएगा; अपने वृद्ध लोगों से प्रश्न करो, और वे तुझ से कह देंगे। - व्यवस्थाविवरण 32:7
बाइबल पाठ: यिर्मयाह 6:10-20
Jeremiah 6:10 मैं किस से बोलूं और किस को चिता कर कहूं कि वे मानें? देख, ये ऊंचा सुनते हैं, वे ध्यान भी नहीं दे सकते; देख, यहोवा के वचन की वे निन्दा करते और उसे नहीं चाहते हैं।
Jeremiah 6:11 इस कारण यहोवा का कोप मेरे मन में भर गया हे; मैं उसे रोकते रोकते उकता गया हूँ। बाज़ारों में बच्चों पर और जवानों की सभा में भी उसे उंडेल दे; क्योंकि पति अपनी पत्नी के साथ और अधेड़ बूढ़े के साथ पकड़ा जाएगा।
Jeremiah 6:12 उन लोगों के घर और खेत और स्त्रियां सब औरों की हो जाएंगीं; क्योंकि मैं इस देश के रहने वालों पर हाथ बढ़ाऊंगा, यहोवा की यही वाणी है।
Jeremiah 6:13 क्योंकि उन में छोटे से ले कर बड़े तक सब के सब लालची हैं; और क्या भविष्यद्वक्ता क्या याजक सब के सब छल से काम करते हैं।
Jeremiah 6:14 वे, “शान्ति है, शान्ति,” ऐसा कह कह कर मेरी प्रजा के घाव को ऊपर ही ऊपर चंगा करते हैं, परन्तु शान्ति कुछ भी नहीं।
Jeremiah 6:15 क्या वे कभी अपने घृणित कामों के कारण लज्जित हुए? नहीं, वे कुछ भी लज्जित नहीं हुए; वे लज्जित होना जानते ही नहीं; इस कारण जब और लोग नीचे गिरें, तब वे भी गिरेंगे, और जब मैं उन को दण्ड देने लगूंगा, तब वे ठोकर खाकर गिरेंगे, यहोवा का यही वचन है।
Jeremiah 6:16 यहोवा यों भी कहता है, सड़कों पर खडे हो कर देखो, और पूछो कि प्राचीनकाल का अच्छा मार्ग कौन सा है, उसी में चलो, और तुम अपने अपने मन में चैन पाओगे। पर उन्होंने कहा, हम उस पर न चलेंगे।
Jeremiah 6:17 मैं ने तुम्हारे लिये पहरुए बैठा कर कहा, नरसिंगे का शब्द ध्यान से सुनना! पर उन्होंने कहा, हम न सुनेंगे।
Jeremiah 6:18 इसलिये, हे जातियो, सुनो, और हे मण्डली, देख, कि इन लोगों में क्या हो रहा है।
Jeremiah 6:19 हे पृथ्वी, सुन; देख, कि मैं इस जाति पर वह विपत्ति ले आऊंगा जो उनकी कल्पनाओं का फल है, क्योंकि इन्होंने मेरे वचनों पर ध्यान नहीं लगाया, और मेरी शिक्षा को इन्होंने निकम्मी जाना है।
Jeremiah 6:20 मेरे लिये जो लोबान शबा से, और सुगन्धित नरकट जो दूर देश से आता है, इसका क्या प्रयोजन है? तुम्हारे होमबलियों से मैं प्रसन्न नहीं हूँ, और न तुम्हारे मेलबलि मुझे मीठे लगते हैं।
एक साल में बाइबल:
- अय्यूब 32-33
- प्रेरितों 14
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