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बुधवार, 20 नवंबर 2019

शांति


      हमारे घर के पीछे के आँगन में चेरी का एक पुराना पेड़ है, जिसके हाल बिगड़ने लगे थे और लग रहा था कि वह अब मरने लगा है। इसलिए मैंने पेड़ों की देखभाल करने वाले एक विशेषज्ञ को उसे देखने के लिए बुलाया। उस विशेषज्ञ ने उस पेड़ की जांच करके कहा कि वह बहुत “थका” हुआ है और उसे तुरंत देखभाल की आवश्यकता है। मेरी पत्नि ने यह सुनकर वहाँ से जाते हुए पेड़ से बुदबुदा कर कहा, “शांति रखो;” उसके लिए वह एक कठिन सप्ताह रहा था।

      हम सभी के साथ ऐसा होता है, हम कठिन समयों से होकर निकलते हैं, चिंताओं से भरे हुए समय – वे किसी भी बात के कारण, चाहे हमारे पथभ्रष्ट होते हुए समाज, या हमारी वैवाहिक स्थिति, या बच्चों को लेकर हमारी चिंताएं, या हमारे कार्य और व्यवसाय, हमारी आर्थिक स्थिति, हमारा स्वास्थ्य या हमारी सुख-समृद्धि, आदि द्वारा हो सकते हैं। परन्तु हम मसीही विश्वासियों से प्रभु यीशु मसीह ने वायदा किया है कि परिस्थितियाँ चाहे कैसी भी हों, हम शांति में रह सकते हैं। प्रभु ने अपने वचन बाइबल में अपने शिष्यों से कहा, “मैं तुम्हें शान्‍ति दिए जाता हूं, अपनी शान्‍ति तुम्हें देता हूं; जैसे संसार देता है, मैं तुम्हें नहीं देता: तुम्हारा मन न घबराए और न डरे” (यूहन्ना 14:27)।

      प्रभु यीशु के दिन सदा ही परेशानी और अव्यवस्था से भरे होते थे। उसके शत्रु उसे तंग करते रहते थे और उसके परिवार तथा मित्र जन उसे ठीक से समझते नहीं थे। अकसर उसके पास सिर रखने के लिए भी स्थान नहीं होता था। परन्तु फिर भी उसके व्यवहार और आचरण में कभी कोई तनाव अथवा अशांति नहीं होती थी। उसमें एक भीतरी शान्ति थी, एक ठहराव था। उसने जिस शांति को हमें देने का वायदा किया है, वह यही शांति है – बीते, वर्तमान, या आने वाले समय की चिंता से स्वतंत्रता; वही शांति जो उसने अपने जीवन से दिखाई।

      किसी भी परिस्थिति में, वह चाहे कितनी भी भयावह या फिर साधारण हो, हम प्रार्थना में प्रभु के पास आ सकते हैं। वहाँ उसकी उपस्थिति में हम उसे अपनी चिंताएं और भय बता सकते हैं। प्रेरित पौलुस हमें आश्वस्त करता है कि “तब परमेश्वर की शान्‍ति, जो समझ से बिलकुल परे है, तुम्हारे हृदय और तुम्हारे विचारों को मसीह यीशु में सुरिक्षत रखेगी” (फिलिप्पियों 4:7)। चाहे हम कठिन समय से होकर निकले हों अथवा निकल रहे हों, प्रभु की शांति सदा हमारे साथ बनी रहती है। - डेविड रोपर

समस्याओं के मध्य में भी, प्रभु यीशु में होकर हमें शांति मिल सकती है।

यहोवा परमेश्वर मेरी ज्योति और मेरा उद्धार है; मैं किस से डरूं? यहोवा मेरे जीवन का दृढ़ गढ़ ठहरा है, मैं किस का भय खाऊं? – भजन 27:1

बाइबल पाठ: यूहन्ना 14:15-27
John 14:15 यदि तुम मुझ से प्रेम रखते हो, तो मेरी आज्ञाओं को मानोगे।
John 14:16 और मैं पिता से बिनती करूंगा, और वह तुम्हें एक और सहायक देगा, कि वह सर्वदा तुम्हारे साथ रहे।
John 14:17 अर्थात सत्य का आत्मा, जिसे संसार ग्रहण नहीं कर सकता, क्योंकि वह न उसे देखता है और न उसे जानता है: तुम उसे जानते हो, क्योंकि वह तुम्हारे साथ रहता है, और वह तुम में होगा।
John 14:18 मैं तुम्हें अनाथ न छोडूंगा, मैं तुम्हारे पास आता हूं।
John 14:19 और थोड़ी देर रह गई है कि फिर संसार मुझे न देखेगा, परन्तु तुम मुझे देखोगे, इसलिये कि मैं जीवित हूं, तुम भी जीवित रहोगे।
John 14:20 उस दिन तुम जानोगे, कि मैं अपने पिता में हूं, और तुम मुझ में, और मैं तुम में।
John 14:21 जिस के पास मेरी आज्ञा है, और वह उन्हें मानता है, वही मुझ से प्रेम रखता है, और जो मुझ से प्रेम रखता है, उस से मेरा पिता प्रेम रखेगा, और मैं उस से प्रेम रखूंगा, और अपने आप को उस पर प्रगट करूंगा।
John 14:22 उस यहूदा ने जो इस्करियोती न था, उस से कहा, हे प्रभु, क्या हुआ कि तू अपने आप को हम पर प्रगट किया चाहता है, और संसार पर नहीं।
John 14:23 यीशु ने उसको उत्तर दिया, यदि कोई मुझ से प्रेम रखे, तो वह मेरे वचन को मानेगा, और मेरा पिता उस से प्रेम रखेगा, और हम उसके पास आएंगे, और उसके साथ वास करेंगे।
John 14:24 जो मुझ से प्रेम नहीं रखता, वह मेरे वचन नहीं मानता, और जो वचन तुम सुनते हो, वह मेरा नहीं वरन पिता का है, जिसने मुझे भेजा।
John 14:25 ये बातें मैं ने तुम्हारे साथ रहते हुए तुम से कहीं।
John 14:26 परन्तु सहायक अर्थात पवित्र आत्मा जिसे पिता मेरे नाम से भेजेगा, वह तुम्हें सब बातें सिखाएगा, और जो कुछ मैं ने तुम से कहा है, वह सब तुम्हें स्मरण कराएगा।
John 14:27 मैं तुम्हें शान्‍ति दिए जाता हूं, अपनी शान्‍ति तुम्हें देता हूं; जैसे संसार देता है, मैं तुम्हें नहीं देता: तुम्हारा मन न घबराए और न डरे।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजकेल 14-15
  • याकूब 2


मंगलवार, 19 नवंबर 2019

उत्कृष्ट कृति



      मेरे पिता, तीरंदाजों के लिए उनकी पसंद के अनुसार तरकश बनाते हैं, जिसमें वे अपने तीर ले जा सकें। वे असली चमड़े के भागों पर पहले वन्य जीव-जंतुओं की आकृतियाँ काट और खोद कर बनाते हैं, और फिर उन भागों को साथ मिलाकर सिल देते हैं। मैं जब उनसे मिलाने गई हुई थी, तो मैंने बैठकर उन्हें अपनी एक कृति को बनाते हुए देखा। उनके सावधान हाथों ने चाकू की नोक से चमड़े पर उचित दबाव के साथ कटाई और खुदाई की, और विभिन्न आकृतियों को बनाया, और फिर एक कपड़े को रंग में डुबोकर उनपर रंग चढ़ा दिया जिससे वे और अधिक सुन्दर लगने लगीं।

      मैं बैठी अपने पिता की कारीगरी की सराहना कर रही थी, तो मुझे ध्यान आया कि कितनी ही बार मैं अपने स्वर्गीय पिता परमेश्वर की कारीगरी की, जो मुझमें तथा औरों में विदित है, सराहना और अंगीकार करने से चूक जाती हूँ। परमेश्वर की अद्भुत कारीगरी पर मनन करते हुए मुझे परमेश्वर के वचन बाइबल में राजा दाऊद द्वारा परमेश्वर की रचना की पुष्टि स्मरण हो आई, कि परमेश्वर ने ही हमारे आतंरिक अस्तित्व को रचा है, और हम भयानक तथा अद्भुत रीति से रचे गए हैं (भजन 139:13-14)।

      क्योंकि हम जानते हैं कि हमारे सृष्टिकर्ता की प्रत्येक रचना अद्भुत है (पद 14), इसलिए हम भरोसे के साथ उसकी स्तुति और प्रशंसा कर सकते हैं। हम अपना तथा दूसरों का भी और अधिक आदर करने के लिए प्रोत्साहित हो सकते हैं, क्योंकि परमेश्वर ही हमारा और उनका रचियता है, और समस्त सृष्टि के सृष्टिकर्ता ने हमारे अस्तितिव में आने से पहले ही हमें पूरी तरह से, अन्दर और बाहर, न केवल जाना, वरन हमारे सभी दिन भी ठहराए (पद 15-16)।

      जैसे वह चमड़े का टुकड़ा मेरे पिता के कुशल हाथों में तराशा जाकर एक सुन्दर तरकश बन गया, वैसे ही हम भी परमेश्वर की अनुपम और एकमात्र सुन्दर रचना हैं, इसलिए बहुमूल्य हैं। हम में से प्रत्येक को परमेश्वर ने अपनी इच्छा के अनुसार अद्वितीय और एक उद्देश्य के साथ बनाया है, जिससे हम उसकी एक उत्कृष्ट कृति होकर परमेश्वर की भव्यता और महानता को प्रगट करें। - जोशील डिक्सन

परमेश्वर प्रत्येक व्यक्ति को एक उद्देश्य और विशिष्टता के साथ अद्भुत रीति से बनाता है।

तब यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा, गर्भ में रचने से पहिले ही मैं ने तुझ पर चित्त लगाया, और उत्पन्न होने से पहिले ही मैं ने तुझे अभिषेक किया; मैं ने तुझे जातियों का भविष्यद्वक्ता ठहराया। - यिर्मयाह 1:4-5

बाइबल पाठ: भजन 139:11-18
Psalms 139:11 यदि मैं कहूं कि अन्धकार में तो मैं छिप जाऊंगा, और मेरे चारों ओर का उजियाला रात का अन्धेरा हो जाएगा,
Psalms 139:12 तौभी अन्धकार तुझ से न छिपाएगा, रात तो दिन के तुल्य प्रकाश देगी; क्योंकि तेरे लिये अन्धियारा और उजियाला दोनों एक समान हैं।
Psalms 139:13 मेरे मन का स्वामी तो तू है; तू ने मुझे माता के गर्भ में रचा।
Psalms 139:14 मैं तेरा धन्यवाद करूंगा, इसलिये कि मैं भयानक और अद्भुत रीति से रचा गया हूं। तेरे काम तो आश्चर्य के हैं, और मैं इसे भली भांति जानता हूं।
Psalms 139:15 जब मैं गुप्त में बनाया जाता, और पृथ्वी के नीचे स्थानों में रचा जाता था, तब मेरी हडि्डयां तुझ से छिपी न थीं।
Psalms 139:16 तेरी आंखों ने मेरे बेडौल तत्व को देखा; और मेरे सब अंग जो दिन दिन बनते जाते थे वे रचे जाने से पहिले तेरी पुस्तक में लिखे हुए थे।
Psalms 139:17 और मेरे लिये तो हे ईश्वर, तेरे विचार क्या ही बहुमूल्य हैं! उनकी संख्या का जोड़ कैसा बड़ा है।
Psalms 139:18 यदि मैं उन को गिनता तो वे बालू के किनकों से भी अधिक ठहरते। जब मैं जाग उठता हूं, तब भी तेरे संग रहता हूं।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजकेल 11-13
  • याकूब 1



सोमवार, 18 नवंबर 2019

छिपे



      छोटे बच्चे ‘लुका-छिपी’ खेलते हैं, एक दूसरे से छुपते हैं और एक दूसरे को ढूँढ़ते हैं। कभी-कभी उन्हें यह लगता है कि अपनी आँखें बंद कर लेने से वे औरों की दृष्टि से भी छिप गए हैं – क्योंकि वे औरों को नहीं देख सकते हैं, इसलिए अन्य भी उन्हें नहीं देख पा रहे हैं। उनकी यह बात बड़ों को चाहे कितनी भी भोली और मूर्खतपूर्ण लगे, परन्तु व्यसक भी परमेश्वर के साथ बहुधा यही करते हैं। जब हम वयस्कों की इच्छा कुछ ऐसा करने की होती है जिसे हम जानते हैं कि वह गलत है, तो हो सकता है कि हम परमेश्वर को नज़रन्दाज़ करके अपनी इच्छा को पूरा करें, मानो हमारे उसे नज़रन्दाज़ कर देने से परमेश्वर उस बात से अनभिज्ञ ही रहेगा।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में भविष्यद्वक्ता यहेजकेल ने इस सत्य को परमेश्वर द्वारा उसे दिए गए दर्शन में होकर, जो परमेश्वर ने उसे बाबुल में निर्वासित हुए अपने लोगों के लिए दिया था, पहचाना। परमेश्वर ने यहेजकेल से पूछा, “हे मनुष्य के सन्तान, क्या तू ने देखा है कि इस्राएल के घराने के पुरनिये अपनी अपनी नक्काशी वाली कोठरियों के भीतर अर्थात अन्धियारे में क्या कर रहे हैं? वे कहते हैं कि यहोवा हम को नहीं देखता; यहोवा ने देश को त्याग दिया है” (यहेजकेल 8:12)।

      परमेश्वर से कुछ छिपा नहीं रहता है, और यहेजकेल का दर्शन इस बात का प्रमाण था। परन्तु फिर भी, चाहे उन्होंने पाप किया था, परमेश्वर ने अपने पश्चातापी लोगों को आशा प्रदान की, एक नई प्रतिज्ञा के द्वारा, “मैं तुम को नया मन दूंगा, और तुम्हारे भीतर नई आत्मा उत्पन्न करूंगा; और तुम्हारी देह में से पत्थर का हृदय निकाल कर तुम को मांस का हृदय दूंगा” (यहेजकेल 36:26)।

      हमारे लिए, परमेश्वर ने हमारे पाप के कारण आई बर्बादी के निवारण के लिए कलवारी के क्रूस पर अपनी कोमल करुणा में होकर प्रावधान प्रदान किया, मसीह यीशु के बलिदान के द्वारा हमारे पाप के सम्पूर्ण दण्ड को हमारे लिए चुका दिया। मसीह यीशु में होकर परमेश्वर न केवल हमें एक नया आरंभ देता है, वरन जब हम उसका अनुसरण करते हैं तो वह हमारे अन्दर अपना कार्य करके हमारे हृदयों को परिवर्तित करता है, अपने अनुरूप करता है।

      परमेश्वर कितना भला है! जब हम पाप में खोए और उससे छिपे हुए थे, तब भी वह प्रभु यीशु में होकर हमारे निकट आया, हमें ढूँढ़ने और हमारा उद्धार करने के लिए (लूका 19:10; रोमियों 5:8)। - जेम्स बैंक्स

परमेश्वर हमें पूरी तरह से जानता है...और पूरी तरह से हमें प्रेम भी करता है।

हमारे प्रभु यीशु मसीह के परमेश्वर और पिता का धन्यवाद दो, जिसने यीशु मसीह के हुओं में से जी उठने के द्वारा, अपनी बड़ी दया से हमें जीवित आशा के लिये नया जन्म दिया। - 1 पतरस 1:3

बाइबल पाठ: यहेजकेल 8
Ezekiel 8:1 फिर छठवें वर्ष के छठवें महीने के पांचवें दिन को जब मैं अपने घर में बैठा था, और यहूदियों के पुरनिये मेरे साम्हने बैठे थे, तब प्रभु यहोवा की शक्ति वहीं मुझ पर प्रगट हुई।
Ezekiel 8:2 और मैं ने देखा कि आग का सा एक रूप दिखई देता है; उसकी कमर से नीचे की ओर आग है, और उसकी कमर से ऊपर की ओर झलकाए हुए पीतल की झलक सी कुछ है।
Ezekiel 8:3 उसने हाथ सा कुछ बढ़ा कर मेरे सिर के बाल पकड़े; तब आत्मा ने मुझे पृथ्वी और आकाश के बीच में उठा कर परमेश्वर के दिखाए हुए दर्शनों में यरूशलेम के मन्दिर के भीतर, आंगन के उस फाटक के पास पहुचा दिया जिसका मुंह उत्तर की ओर है; और जिस में उस जलन उपजाने वाली प्रतिमा का स्थान था जिसके कारण द्वेष उपजता है।
Ezekiel 8:4 फिर वहां इस्राएल के परमेश्वर का तेज वैसा ही था जैसा मैं ने मैदान में देखा था।
Ezekiel 8:5 उसने मुझ से कहा, हे मनुष्य के सन्तान, अपनी आंखें उत्तर की ओर उठा कर देख। सो मैं ने अपनी आंखें उत्तर की ओर उठा कर देखा कि वेदी के फाटक की उत्तर की ओर उसके प्रवेश स्थान ही में वह डाह उपजाने वाली प्रतिमा है।
Ezekiel 8:6 तब उसने मुझ से कहा, हे मनुष्य के सन्तान, क्या तू देखता है कि ये लोग क्या कर रहे हैं? इस्राएल का घराना क्या ही बड़े घृणित काम यहां करता है, ताकि मैं अपने पवित्र स्थान से दूर हो जाऊं; परन्तु तू इन से भी अधिक घृणित काम देखेगा।
Ezekiel 8:7 तब वह मुझे आंगन के द्वार पर ले गया, और मैं ने देखा, कि भीत में एक छेद है।
Ezekiel 8:8 तब उसने मुझ से कहा, हे मनुष्य के सन्तान, भीत को फोड़; तो मैं ने भीत को फोड़कर क्या देखा कि एक द्वार है
Ezekiel 8:9 उसने मुझ से कहा, भीतर जा कर देख कि ये लोग यहां कैसे कैसे और अति घृणित काम कर रहे हैं।
Ezekiel 8:10 सो मैं ने भीतर जा कर देखा कि चारों ओर की भीत पर जाति जाति के रेंगने वाले जन्तुओं और घृणित पशुओं और इस्राएल के घराने की सब मूरतों के चित्र खिंचे हुए हैं।
Ezekiel 8:11 और इस्राएल के घराने के पुरनियों में से सत्तर पुरुष जिन के बीच में शापान का पुत्र याजन्याह भी है, वे उन चित्रों के साम्हने खड़े हैं, और हर एक पुरुष अपने हाथ में घूपदान लिये हुए है; और धूप के धूएं के बादल की सुगन्ध उठ रही है।
Ezekiel 8:12 तब उसने मुझ से कहा, हे मनुष्य के सन्तान, क्या तू ने देखा है कि इस्राएल के घराने के पुरनिये अपनी अपनी नक्काशी वाली कोठरियों के भीतर अर्थात अन्धियारे में क्या कर रहे हैं? वे कहते हैं कि यहोवा हम को नहीं देखता; यहोवा ने देश को त्याग दिया है।
Ezekiel 8:13 फिर उसने मुझ से कहा, तू इन से और भी अति घृणित काम देखेगा जो वे करते हैं।
Ezekiel 8:14 तब वह मुझे यहोवा के भवन के उस फाटक के पास ले गया जो उत्तर की ओर था और वहां स्त्रियाँ बैठी हुई तम्मूज के लिये रो रही थीं।
Ezekiel 8:15 तब उसने मुझ से कहा, हे मनुष्य के सन्तान, क्या तू ने यह देखा है? फिर इन से भी बड़े घृणित काम तू देखेगा।
Ezekiel 8:16 तब वह मुझे यहोवा के भवन के भीतरी आंगन में ले गया; और वहां यहोवा के भवन के द्वार के पास ओसारे और वेदी के बीच कोई पच्चीस पुरुष अपनी पीठ यहोवा के भवन की ओर और अपने मुख पूर्व की ओर किए हुए थे; और वे पूर्व दिशा की ओर सूर्य को दण्डवत कर रहे थे।
Ezekiel 8:17 तब उसने मुझ से कहा, हे मनुष्य के सन्तान, क्या तू ने यह देखा? क्या यहूदा के घराने के लिये घृणित कामों का करना जो वे यहां करते हैं छोटी बात है? उन्होंने अपने देश को उपद्रव से भर दिया, और फिर यहां आकर मुझे रिस दिलाते हैं। वरन वे डाली को अपनी नाक के आगे लिये रहते हैं।
Ezekiel 8:18 इसलिये मैं भी जलजलाहट के साथ काम करूंगा, न मैं दया करूंगा और न मैं कोमलता करूंगा; और चाहे वे मेरे कानों में ऊंचे शब्द से पुकारें, तौभी मैं उनकी बात न सुनूंगा।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजकेल 8-10
  • इब्रानियों 13



रविवार, 17 नवंबर 2019

सेवा



      मैरिलिन कई सप्ताहों से बीमार पड़ी थी, और उसके इस कठिन समय में बहुत से लोग उसके सहायक और उसे प्रोत्साहित करते रहने वाले रहे थे। उसे चिंता रहने लगी – “मैं इन सभी की इस दयालुता को कैसे चुका पाऊँगी?” फिर एक दिन उसने एक लिखित प्रार्थना के शब्दों को पढ़ा, “प्रार्थना करें कि लोग नम्र हो सकें, जिससे न केवल वे औरों की सेवा करने वाले बनें, वरन औरों से सेवा स्वीकार भी कर सकें।” मैरिलिन को तुरंत यह बोध हुआ कि उसे कोई हिसाब चुकाने की चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं थी। उसे बस उसकी सहायता करने वालों के प्रति धन्यवादी बने रहना था, और दूसरों को सेवा करने के आनन्द को लेने देना था।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में, फिलिप्पियों 4 अध्याय में, प्रेरित पौलुस ने अपनी कृतज्ञता व्यक्त की, उन सभी के प्रति, जो उसके क्लेशों में उसके सहभागी बने थे (पद 18)। वह सुसमाचार प्रचार और मसीही शिक्षाएं देने के कार्य को करते समय अपनी देखरेख किए जाने  के लिए लोगों पर निर्भर था। वह यह समझता था कि उसे दिए जाने वाले उपहार और भेंटें, लोगों के परमेश्वर के प्रति प्रेम की अभिव्यक्ति थे: “मेरे पास सब कुछ है, वरन बहुतायत से भी है: जो वस्तुएं तुम ने इपफ्रुदीतुस के हाथ से भेजी थीं उन्हें पाकर मैं तृप्‍त हो गया हूं, वह तो सुगन्‍ध और ग्रहण करने के योग्य बलिदान है, जो परमेश्वर को भाता है” (पद 18)।

      किसी से कुछ स्वीकार कर लेना सरल नहीं है, विशेषकर तब जब आप स्वयं ही लोगों की सहायता करने के लिए देने में अग्रणीय रहे हों। परन्तु, जब हम किसी आवश्यकता में हों, तब नम्रता के साथ हम परमेश्वर की ओर से, लोगों से मिलने वाली सहायता को स्वीकार करने वाले बनें, जो विभिन्न स्वरूपों में हमें प्राप्त हो सकती है।

      पौलुस ने लिखा, “और मेरा परमेश्वर भी अपने उस धन के अनुसार जो महिमा सहित मसीह यीशु में है तुम्हारी हर एक घटी को पूरी करेगा” (पद 19)। उसने यह बात अपने संघर्षों के जीवन के अनुभवों से सीखी थी। परमेश्वर विश्वासयोग्य है, और हमारे लिए उसके प्रावधानों की कोई सीमा नहीं है; वह औरों की हमारी सेवा के द्वारा भी हमारे लिए उपलब्ध करवा सकता है। - सिंडी हैस कैस्पर

औरों से प्रेम प्राप्त करें; औरों को प्रेम दें; इसे दोहराते रहें!

क्‍लेश की बड़ी परीक्षा में उन के बड़े आनन्द और भारी कंगालपन के बढ़ जाने से उन की उदारता बहुत बढ़ गई। और उनके विषय में मेरी यह गवाही है, कि उन्होंने अपनी सामर्थ भर वरन सामर्थ से भी बाहर मन से दिया। - 2 कुरिन्थियों 8:2-3

बाइबल पाठ: फिलिप्पियों 4:10-19
Philippians 4:10 मैं प्रभु में बहुत आनन्‍दित हूं कि अब इतने दिनों के बाद तुम्हारा विचार मेरे विषय में फिर जागृत हुआ है; निश्‍चय तुम्हें आरम्भ में भी इस का विचार था, पर तुम्हें अवसर न मिला।
Philippians 4:11 यह नहीं कि मैं अपनी घटी के कारण यह कहता हूं; क्योंकि मैं ने यह सीखा है कि जिस दशा में हूं, उसी में सन्‍तोष करूं।
Philippians 4:12 मैं दीन होना भी जानता हूं और बढ़ना भी जानता हूं: हर एक बात और सब दशाओं में तृप्‍त होना, भूखा रहना, और बढ़ना-घटना सीखा है।
Philippians 4:13 जो मुझे सामर्थ देता है उस में मैं सब कुछ कर सकता हूं।
Philippians 4:14 तौभी तुम ने भला किया, कि मेरे क्‍लेश में मेरे सहभागी हुए।
Philippians 4:15 और हे फिलप्‍पियो, तुम आप भी जानते हो, कि सुसमाचार प्रचार के आरम्भ में जब मैं ने मकिदुनिया से कूच किया तब तुम्हें छोड़ और किसी मण्‍डली ने लेने देने के विषय में मेरी सहयता नहीं की।
Philippians 4:16 इसी प्रकार जब मैं थिस्सलुनीके में था; तब भी तुम ने मेरी घटी पूरी करने के लिये एक बार क्या वरन दो बार कुछ भेजा था।
Philippians 4:17 यह नहीं कि मैं दान चाहता हूं परन्तु मैं ऐसा फल चाहता हूं, जो तुम्हारे लाभ के लिये बढ़ता जाए।
Philippians 4:18 मेरे पास सब कुछ है, वरन बहुतायत से भी है: जो वस्तुएं तुम ने इपफ्रुदीतुस के हाथ से भेजी थीं उन्हें पाकर मैं तृप्‍त हो गया हूं, वह तो सुगन्‍ध और ग्रहण करने के योग्य बलिदान है, जो परमेश्वर को भाता है।
Philippians 4:19 और मेरा परमेश्वर भी अपने उस धन के अनुसार जो महिमा सहित मसीह यीशु में है तुम्हारी हर एक घटी को पूरी करेगा।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजकेल 5-7
  • इब्रानियों 12



शनिवार, 16 नवंबर 2019

उपथिति में



      सत्रहवीं शताब्दी के सुविख्यात मठ निवासी, ब्रदर लौरेंस, अपने मठ के लोगों के लिए रसोईए का कार्य करते थे; अपने काम को आरंभ करने से पहले वे प्रार्थना में परमेश्वर से कहते, “हे मेरे परमेश्वर...मुझ पर अपना अनुग्रह करें की मैं आपकी उपस्थिति में बना रहूँ। मेरे समस्त परिश्रम में मेरी सहायत करें। मेरी सभी लालसाओं को अपके लिए लालसा बना दीजिए।” वे काम करते समय, परमेश्वर से बातें करते रहते थे, उसकी अगुवाई को सुनते रहते थे, और अपने सभी कार्यों को परमेश्वर को समर्पित करते रहते थे। वे जब सर्वाधिक व्यस्त भी होते थे, तब भी, शान्ति के थोड़े से समय का भी उपयोग परमेश्वर से उसका अनुग्रह माँगने के लिए लगाते थे। चाहे जो भी हो रहा हो, वो अपने सृष्टिकर्ता के प्रेम के खोजी रहते थे और उसकी निकटता के अनुभव में बने रहते थे।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में भजन 89 कहता है कि हम सब के सृष्टिकर्ता के प्रति, जो सभी महासागरों पर अधिकार रखता है, और जिसकी आराधना सवर्गदूतों की सेनाएं करती रहती हैं, हमारा उचित प्रत्युत्तर यही है की हम अपने जीवन उसकी ओर उठाएं – समस्त जीवन। जब हम यह समझने लगते हैं कि परमेश्वर कौन है, तो हम जहां भी हों, जिस भी स्थिति में हों, परमेश्वर की आराधना में आनन्द के साथ सम्मिलित होने की पुकार को सुनना आरंभ कर देते हैं (पद 15-16)।

      चाहे हम किसी दुकान में या फिर किसी हवाई अड्डे पर पंक्ति में खड़े हों, या किसी फोन को होल्ड पर लिए उत्तर आने की प्रतीक्षा में पल गिन रहे हों, हम सभी के जीवनों में ऐसे समय आते हैं जब हम खिन्न हो कर खिसिया सकते हैं। परन्तु यही समय वह समय भी हो सकते हैं जब हम उन्हें वह अवसर देखें जिनमें हम परमेश्वर की ज्योति की उपस्थिति में चलना सीखने के लिए लगा सकते हैं (पद 15)।

      हमारे जीवनों के व्यर्थ किए गए पल, जब हम प्रतीक्षा कर रहे हों, या अस्वस्थ पड़े हों, या विचार कर रहे हों की अब आगे क्या करना चाहिए, आदि, सभी अवसर हैं जिनमें हम अपने जीवनों को परमेश्वर की उपस्थिति में जीने के लिए, उसकी निकटता में बढ़ने के लिए लगा सकते हैं। - हैरोल्ड माइरा, अतिथि लेखक

प्रत्येक पल परमेश्वर की उपस्थिति में जिया जा सकता है।

तुम्हारा स्‍वभाव लोभरिहत हो, और जो तुम्हारे पास है, उसी पर संतोष किया करो; क्योंकि उसने आप ही कहा है, कि मैं तुझे कभी न छोडूंगा, और न कभी तुझे त्यागूंगा। - इब्रानियों 13:5

बाइबल पाठ: भजन 89:1-17
Psalms 89:1 मैं यहोवा की सारी करूणा के विषय सदा गाता रहूंगा; मैं तेरी सच्चाई पीढ़ी पीढ़ी तक जताता रहूंगा।
Psalms 89:2 क्योंकि मैं ने कहा है, तेरी करूणा सदा बनी रहेगी, तू स्वर्ग में अपनी सच्चाई को स्थिर रखेगा।
Psalms 89:3 मैं ने अपने चुने हुए से वाचा बान्धी है, मैं ने अपने दास दाऊद से शपथ खाई है,
Psalms 89:4 कि मैं तेरे वंश को सदा स्थिर रखूंगा; और तेरी राजगद्दी को पीढ़ी पीढ़ी तक बनाए रखूंगा।
Psalms 89:5 हे यहोवा, स्वर्ग में तेरे अद्भुत काम की, और पवित्रों की सभा में तेरी सच्चाई की प्रशंसा होगी।
Psalms 89:6 क्योंकि आकाश मण्डल में यहोवा के तुल्य कौन ठहरेगा? बलवन्तों के पुत्रों में से कौन है जिसके साथ यहोवा की उपमा दी जाएगी?
Psalms 89:7 ईश्वर पवित्रों की गोष्ठी में अत्यन्त प्रतिष्ठा के योग्य, और अपने चारों ओर सब रहने वालों से अधिक भय योग्य है।
Psalms 89:8 हे सेनाओं के परमेश्वर यहोवा, हे याह, तेरे तुल्य कौन सामर्थी है? तेरी सच्चाई तो तेरे चारों ओर है!
Psalms 89:9 समुद्र के गर्व को तू ही तोड़ता है; जब उसके तरंग उठते हैं, तब तू उन को शान्त कर देता है।
Psalms 89:10 तू ने रहब को घात किए हुए के समान कुचल डाला, और अपने शत्रुओं को अपने बाहुबल से तितर बितर किया है।
Psalms 89:11 आकाश तेरा है, पृथ्वी भी तेरी है; जगत और जो कुछ उस में है, उसे तू ही ने स्थिर किया है।
Psalms 89:12 उत्तर और दक्खिन को तू ही ने सिरजा; ताबोर और हेर्मोन तेरे नाम का जयजयकार करते हैं।
Psalms 89:13 तेरी भुजा बलवन्त है; तेरा हाथ शक्तिमान और तेरा दहिना हाथ प्रबल है।
Psalms 89:14 तेरे सिंहासन का मूल, धर्म और न्याय है; करूणा और सच्चाई तेरे आगे आगे चलती है।
Psalms 89:15 क्या ही धन्य है वह समाज जो आनन्द के ललकार को पहिचानता है; हे यहोवा, वे लोग तेरे मुख के प्रकाश में चलते हैं,
Psalms 89:16 वे तेरे नाम के हेतु दिन भर मगन रहते हैं, और तेरे धर्म के कारण महान हो जाते हैं।
Psalms 89:17 क्योंकि तू उनके बल की शोभा है, और अपनी प्रसन्नता से हमारे सींग को ऊंचा करेगा।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजकेल 3-4
  • इब्रानियों 11:20-40



शुक्रवार, 15 नवंबर 2019

उपहार



      प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान, अक्तूबर 1915 में, ओस्वौल्ड चैम्बर्स मिस्र की राजधानी, काहिरा के निकट स्थित जैतोउन शिविर में, जो राष्ट्रमंडल देशों की सेनाओं के सैनिक प्रशिक्षण के लिए था, YMCA की ओर से ब्रिटिश सैनिकों के लिए पादरी की सेवकाई करने के लिए आए। जब उन्होंने सप्ताह भर की रात्रि धार्मिक सभा की घोषणा की तो 400 लोग उनके प्रवचन को, जिसका शीर्षक था, “प्रार्थना की क्या उपयोगिता है” आए। बाद में वे जब व्यक्तिगत रीति से उन लोगों से बातचीत करते थे, जिनमें वे भी थे जो उस युद्ध में परमेश्वर को ढूँढ़ रहे थे, तो वे बहुधा परमेश्वर के वचन बाइबल से लूका 11:13, “सो जब तुम बुरे हो कर अपने लड़के-बालों को अच्छी वस्‍तुएं देना जानते हो, तो स्‍वर्गीय पिता अपने मांगने वालों को पवित्र आत्मा क्यों न देगा” को बताते थे।

      अपने पुत्र प्रभु यीशु मसीह में होकर, संसार के सभी लोगों के लिए, परमेश्वर का मुफ्त उपहार है पापों से क्षमा, अनंतकालीन आशा, और पवित्र आत्मा में होकर उसकी हमारे साथ सदा बनी रहने वाली उपस्थिति। प्रभु ने हम से वायदा किया है, “क्योंकि जो कोई मांगता है, उसे मिलता है; और जो ढूंढ़ता है, वह पाता है; और जो खटखटाता है, उसके लिये खोला जाएगा” (पद 10)।

      ओस्वौल्ड चैम्बर्स का, 15 नवम्बर 1917 को अचानक ही, उनके अपेंडिक्स के फट जाने के कारण देहांत हो गया। उनके आदर में, एक सैनिक ने संगमरमर के पत्थर पर बनी हुई खुली हुई बाइबल, जिसपर लूका 11:13 लिखा हुआ था, खरीदी और उनकी कब्र के निकट रख दी।

      तो स्‍वर्गीय पिता अपने मांगने वालों को पवित्र आत्मा क्यों न देगा” परमेश्वर की हमारे साथ लगातार बनी रहने वाली उपस्थिति का यह उपहार, उसके प्रत्येक विश्वासी के लिए मुफ्त और सहजता से उपलब्ध है। - डेविड मैक्कैस्लैंड

परमेश्वर द्वारा हमें प्रदान किया गया पवित्र आत्मा का उपहार, 
उसके वरदानों सहित सभी मसीही विश्वासियों के लिए उपलब्ध है।

और उसी में तुम पर भी जब तुम ने सत्य का वचन सुना, जो तुम्हारे उद्धार का सुसमाचार है, और जिस पर तुम ने विश्वास किया, प्रतिज्ञा किए हुए पवित्र आत्मा की छाप लगी। - इफिसियों 1:13

बाइबल पाठ: लूका 11:5 – 13
Luke 11:5 और उसने उन से कहा, तुम में से कौन है कि उसका एक मित्र हो, और वह आधी रात को उसके पास आकर उस से कहे, कि हे मित्र; मुझे तीन रोटियां दे।
Luke 11:6 क्योंकि एक यात्री मित्र मेरे पास आया है, और उसके आगे रखने के लिये मेरे पास कुछ नहीं है।
Luke 11:7 और वह भीतर से उत्तर दे, कि मुझे दुख न दे; अब तो द्वार बन्‍द है, और मेरे बालक मेरे पास बिछौने पर हैं, इसलिये मैं उठ कर तुझे दे नहीं सकता
Luke 11:8 मैं तुम से कहता हूं, यदि उसका मित्र होने पर भी उसे उठ कर न दे, तौभी उसके लज्ज़ा छोड़कर मांगने के कारण उसे जितनी आवश्यकता हो उतनी उठ कर देगा।
Luke 11:9 और मैं तुम से कहता हूं; कि मांगो, तो तुम्हें दिया जाएगा; ढूंढ़ों तो तुम पाओगे; खटखटाओ, तो तुम्हारे लिये खोला जाएगा।
Luke 11:10 क्योंकि जो कोई मांगता है, उसे मिलता है; और जो ढूंढ़ता है, वह पाता है; और जो खटखटाता है, उसके लिये खोला जाएगा।
Luke 11:11 तुम में से ऐसा कौन पिता होगा, कि जब उसका पुत्र रोटी मांगे, तो उसे पत्थर दे: या मछली मांगे, तो मछली के बदले उसे सांप दे?
Luke 11:12 या अण्‍डा मांगे तो उसे बिच्‍छू दे?
Luke 11:13 सो जब तुम बुरे हो कर अपने लड़के-बालों को अच्छी वस्‍तुएं देना जानते हो, तो स्‍वर्गीय पिता अपने मांगने वालों को पवित्र आत्मा क्यों न देगा।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजकेल 1-2
  • इब्रानियों 11:1-19



गुरुवार, 14 नवंबर 2019

महान प्रेम



      हाल ही में हम ने अपनी 22 महीने की पोती, मोरियाह को एक रात के लिए अपने घर अपने साथ रखा; उस अकेली को, बिना उसके बड़े भाईयों के। हमने, जो उसे खेलना अच्छा लगता था, उसके साथ मिलकर खेला; बिना किसी अन्य पर कोई ध्यान या प्रेम की अभिव्यक्ति को विभाजित किए, उस पर ही सप्रेम बहुत ध्यान लगाया। अगले दिन उसे उसके घर छोड़ने के पश्चात, हमने विदा ली और दरवाज़े से बाहर निकलने के लिए आगे बढ़े; हमें बाहर जाता देख, मोरियाह ने भी बिना कुछ कहे, तुरंत अपना बैग उठाया, जो अभी भी दरवाज़े के पास ही रखा था, और हमारे साथ आने के लिए हमारे पीछे हो ली।

      उसकी यह छवि अभी भी मेरी स्मृति में अंकित है: मोरियाह, अपनी चड्डी और दो अलग-अलग प्रकार की सैंडिल पहने हुए, बैग उठाए, दादा–दादी के साथ फिर से जाने के लिए तैयार। जब भी मुझे यह स्मरण आता है, मैं मुस्कुराने लगती हूँ। वह हमारे साथ जाने के लिए इसलिए तत्पर थी क्योंकि उसे उसके प्रति अविभाजित प्रेम और देखभाल पाने की इच्छा थी।

      यद्यपि वह अभी अपनी भावनाएं व्यक्त नहीं कर सकती है, हमारी पोती को प्रेम और महत्त्व की अनुभूति हुई थी। एक प्रकार से मोरियाह के प्रति हमारा प्रेम, हमारे, उसके बच्चों, के प्रति परमेश्वर के प्रेम का एक छोटा सा नमूना है। परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रेरित यूहन्ना ने लिखा, “देखो पिता ने हम से कैसा प्रेम किया है, कि हम परमेश्वर की सन्तान कहलाएं, और हम हैं भी” (1 यूहन्ना 3:1)।

      जब हम प्रभु यीशु मसीह पर अपना निज उद्धारकर्ता होने के लिए विश्वास लाते हैं, तो हम अपने प्रभु परमेश्वर की संतान हो जाते हैं, और उसके उस उदार प्रेम को, जो उसने क्रूस पर हमारे लिए अपने जीवन के बलिदान के द्वारा प्रदर्शित किया, समझना आरंभ कर देते हैं (पद 16)। फिर हमारी इच्छा अपनी कथनी और करनी के द्वारा उसे प्रसन्न करने की हो जाते है। उसके प्रति हमारे, और हमारे प्रति उसके उस महान प्रेम के कारण, हम उसके साथ समय बिताने के लिए उत्सुक्त रहते हैं। - एलिसन कीडा

पिता परमेश्वर का प्रेम हमारे प्रति कितना महान है!

परन्तु जितनों ने उसे ग्रहण किया, उसने उन्हें परमेश्वर के सन्तान होने का अधिकार दिया, अर्थात उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास रखते हैं। वे न तो लोहू से, न शरीर की इच्छा से, न मनुष्य की इच्छा से, परन्तु परमेश्वर से उत्पन्न हुए हैं। -  यूहन्ना 1:12-13

बाइबल पाठ: 1 यूहन्ना 3:1-8
1 John 3:1 देखो पिता ने हम से कैसा प्रेम किया है, कि हम परमेश्वर की सन्तान कहलाएं, और हम हैं भी: इस कारण संसार हमें नहीं जानता, क्योंकि उसने उसे भी नहीं जाना।
1 John 3:2 हे प्रियों, अभी हम परमेश्वर की सन्तान हैं, और अब तक यह प्रगट नहीं हुआ, कि हम क्या कुछ होंगे! इतना जानते हैं, कि जब वह प्रगट होगा तो हम भी उसके समान होंगे, क्योंकि उसको वैसा ही देखेंगे जैसा वह है।
1 John 3:3 और जो कोई उस पर यह आशा रखता है, वह अपने आप को वैसा ही पवित्र करता है, जैसा वह पवित्र है।
1 John 3:4 जो कोई पाप करता है, वह व्यवस्था का विरोध करता है; और पाप तो व्यवस्था का विरोध है।
1 John 3:5 और तुम जानते हो, कि वह इसलिये प्रगट हुआ, कि पापों को हर ले जाए; और उसके स्‍वभाव में पाप नहीं।
1 John 3:6 जो कोई उस में बना रहता है, वह पाप नहीं करता: जो कोई पाप करता है, उसने न तो उसे देखा है, और न उसको जाना है।
1 John 3:7 हे बालकों, किसी के भरमाने में न आना; जो धर्म के काम करता है, वही उस के समान धर्मी है।
1 John 3:8 जो कोई पाप करता है, वह शैतान की ओर से है, क्योंकि शैतान आरम्भ ही से पाप करता आया है: परमेश्वर का पुत्र इसलिये प्रगट हुआ, कि शैतान के कामों को नाश करे।

एक साल में बाइबल: 
  • विलापगीत 3-5
  • इब्रानियों 10:19-39