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गुरुवार, 11 मार्च 2010

निराशा में आशा

जेम्स टेलर १९७० के प्रारम्भ में अंग्रेज़ी संगीत की दुनिया में अपने गाने ’फायर एंड रेन’ के कारण एक बड़ी कामयाबी के साथ आए। इस गीत में उसने जीवन की निराशाओं का वर्णन किया, मानों वे "टुकड़े टुकड़े होकर ज़मीन पर बिखरे हवा में उन्मुक्त उड़ान भरने के यंत्र तथा ऐसे ही टूटे हुए मधुर सपने हों।" इन पंकतियों में टेलर की भूतपूर्व संगीत मंडली "फ्लाइंग मशीन्स" की ओर संकेत है, जो असफल रही थी और फलस्वरूप टेलर के मन में संदेह आया कि वह कभी संगीत की दुनिया में अपनी पहचान बनाने के अपने सपने को साकार होते देखेगा या नहीं। उन टूट कर बिखरी हुई इच्छाओं ने टेलर को निराशा से और विफलता के नुकसान की आशंका से भर दिया।

भजन कर्ता दाऊद ने भी ऐसी निराशा का अनुभव किया। उसने जीवन की अपनी पराजयों से संघर्ष किया, दूसरों के ताने सहे। हताशा में वह आंसु बहाता रहा (भजन ६:६)। उसके दुख और विफलता ने उसे भयंकर दर्द दिया, परन्तु उस असहनीय पीड़ा में दाऊद ने यहोवा की सांत्वना में आश्रय लिया। दाऊद की टूटी "फ्लाइंग मशीन्स" ने उसे परमेश्वर की देख-रेख का निश्चय दिया। उसने कहा, "यहोवा ने मेरा गिड़गिड़ाना सुना है; यहोवा मेरी प्रार्थना को ग्रहण भी करेगा" (पद ९)।

हमारी निराशाओं में हम परमेश्वर में सांत्वना पा सकते हैं; वह हमारे टूटे हृदय की परवाह करता है। - बिल क्राउडर


परमेश्वर की सांत्वना की फुस्फुसाहट हमारे कष्टों के शोर को शांत करती है।


बाइबल पाठ: भजन ६


मैं कराहते कराहते थक गया; मैं अपनी खाट को आंसुओं से भिगोता हूँ, प्रति रात मेरा बिछौना भीगता है। - भजन ६:६


एक साल में बाइबल:
  • व्यवस्थाविवरण १४-१६
  • मरकुस १२:२८-४४

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