तकनीक विज्ञान में घर्षण से उतपन्न प्रतिरोध कार्य कुशलता का विरोधी है। इसी कारण वाहन निर्माता वाहन में कम से कम वायु-प्रतिरोध, आसानी से घूम सकने वाले टायर और अधिक से अधिक कार्य कुशल इंजनों पर ज़ोर देते हैं। वे वायु, सड़क और इंजन के पुर्ज़ों के घर्षण प्रतिरोध को कम से कम करना चाहते हैं।
बाइबल की गिनती नामक पुस्तक में हम एक ऐसे प्रतिरोध के बारे में पढ़ते हैं जो आपसी तनाव उतपन्न करता है, हमारी गवाही को खराब करता है, हमारी आराधना को रोकता है और हमारे जीवन में परमेश्वर के आत्मा के कार्य में बाधा डालता है। मिरियम द्वारा अपने भाई के विरुद्ध ईर्ष्या से किये गये विरोध के कारण परमेश्वर का क्रोध उन पर भड़का और इस्त्राएलियों के आगे बढ़ने में बाधा बना। जैसे मिरियम द्वारा उतपन्न प्रतिरोध इस्त्राएल के लिए बाधा बना, ऐसे ही आज भी चर्च के लोगों के आपसी संबंधों में आपसी ईर्ष्या और द्वेश उनकी बढ़ोतरी में बाधा हैं।
हम सबने विद्वेशियों के शब्दबाणों की वेदना का अनुभव किया है, लेकिन विद्वेश से सबसे अधिक तकलीफ उसे होती है जो विद्वेश को अपने मन में पालता है। ईर्ष्या ईर्ष्यालु व्यक्ति को अन्दर ही अन्दर खा जाती है और उसके आत्मिक तथा सांसारिक, दोनो जीवनों का नाश कर देती है। इसीलिए प्राचीन काल के दार्शनिक सुकरात (Socrates) ने ईर्ष्या को "आत्मा की आरी" कहा।
जब कभी हम विद्वेश के प्रतिरोध को अपने अन्दर अनुभव करें, हमें तुरंत परमेश्वर के सामने उसका अंगीकार कर लेना चाहिए और परमेश्वर से उसके ऊपर जयवंत होने की सामर्थ मांगनी चाहिए। साथ ही उन्हें भी क्षमा कर देना चाहिए जिन्होंने हमारा बुरा किया या चाहा; और जिनका हमने बुरा किया या चाहा, उनसे क्षमा मांग लेनी चाहिए।
ऐसा करने से हमारे अन्दर का "घर्षण प्रतिरोध" समाप्त हो जाएगा और हमारे जीवन में कार्य कुशलता पुनः लौट आएगी। - हर्ब वैन्डर लुग्ट
...क्या यहोवा ने केवल मूसा ही के साथ बातें की हैं? क्या उस ने हम से भी बातें नहीं कीं? - गिनती १२:२
बाइबल पाठ: गिनती १२
Num 12:1 मूसा ने तो एक कूशी स्त्री के साथ ब्याह कर लिया था। सो मरियम और हारून उसकी उस ब्याहता कूशी स्त्री के कारण उसकी निन्दा करने लगे;
Num 12:2 उन्होंने कहा, क्या यहोवा ने केवल मूसा ही के साथ बातें की हैं? क्या उस ने हम से भी बातें नहीं कीं? उनकी यह बात यहोवा ने सुनी।
Num 12:3 मूसा तो पृथ्वी भर के रहने वाले मनुष्यों से बहुत अधिक नम्र स्वभाव का था।
Num 12:4 सो यहोवा ने एकाएक मूसा और हारून और मरियम से कहा, तुम तीनों मिलापवाले तम्बू के पास निकल आओ। तब वे तीनों निकल आए।
Num 12:5 तब यहोवा ने बादल के खम्भे में उतर कर तम्बू के द्वार पर खड़ा होकर हारून और मरियम को बुलाया; सो वे दोनों उसके पास निकल आए।
Num 12:6 तब यहोवा ने कहा, मेरी बातें सुनो: यदि तुम में कोई नबी हो, तो उस पर मैं यहोवा दर्शन के द्वारा अपने आप को प्रगट करूंगा, वा स्वप्न में उस से बातें करूंगा।
Num 12:7 परन्तु मेरा दास मूसा ऐसा नहीं है; वह तो मेरे सब घरानों मे विश्वास योग्य है।
Num 12:8 उस से मैं गुप्त रीति से नहीं, परन्तु आम्हने साम्हने और प्रत्यक्ष होकर बातें करता हूं और वह यहोवा का स्वरूप निहारने पाता है। सो तुम मेरे दास मूसा की निन्दा करते हुए क्यों नहीं डरे?
Num 12:9 तब यहोवा का कोप उन पर भड़का, और वह चला गया;
Num 12:10 तब वह बादल तम्बू के ऊपर से उठ गया, और मरियम कोढ़ से हिम के समान श्वेत हो गई। और हारून ने मरियम की ओर दृष्टि की, और देखा, कि वह कोढ़िन हो गई है।
Num 12:11 तब हारून मूसा से कहने लगा, हे मेरे प्रभु, हम दोनों ने जो मूर्खता की वरन पाप भी किया, यह पाप हम पर न लगने दे।
Num 12:12 और मरियम को उस मरे हुए के समान न रहने दे, जिसकी देह अपनी मां के पेट से निकलते ही अधगली हो।
Num 12:13 सो मूसा ने यह कहकर यहोवा की दोहाई दी, हे ईश्वर, कृपा कर, और उसको चंगा कर।
Num 12:14 यहोवा ने मूसा से कहा, यदि उसका पिता उसके मुंह पर थूका ही होता, तो क्या सात दिन तक वह लज्जित न रहती? सो वह सात दिन तक छावनी से बाहर बन्द रहे, उसके बाद वह फिर भीतर आने पाए।
Num 12:15 सो मरियम सात दिन तक छावनी से बाहर बन्द रही, और जब तक मरियम फिर आने न पाई तब तक लोगों ने प्रस्थान न किया।
Num 12:16 उसके बाद उन्होंने हसेरोत से प्रस्थान करके पारान नाम जंगल में अपने डेरे खड़े किए।
एक साल में बाइबल:
बाइबल की गिनती नामक पुस्तक में हम एक ऐसे प्रतिरोध के बारे में पढ़ते हैं जो आपसी तनाव उतपन्न करता है, हमारी गवाही को खराब करता है, हमारी आराधना को रोकता है और हमारे जीवन में परमेश्वर के आत्मा के कार्य में बाधा डालता है। मिरियम द्वारा अपने भाई के विरुद्ध ईर्ष्या से किये गये विरोध के कारण परमेश्वर का क्रोध उन पर भड़का और इस्त्राएलियों के आगे बढ़ने में बाधा बना। जैसे मिरियम द्वारा उतपन्न प्रतिरोध इस्त्राएल के लिए बाधा बना, ऐसे ही आज भी चर्च के लोगों के आपसी संबंधों में आपसी ईर्ष्या और द्वेश उनकी बढ़ोतरी में बाधा हैं।
हम सबने विद्वेशियों के शब्दबाणों की वेदना का अनुभव किया है, लेकिन विद्वेश से सबसे अधिक तकलीफ उसे होती है जो विद्वेश को अपने मन में पालता है। ईर्ष्या ईर्ष्यालु व्यक्ति को अन्दर ही अन्दर खा जाती है और उसके आत्मिक तथा सांसारिक, दोनो जीवनों का नाश कर देती है। इसीलिए प्राचीन काल के दार्शनिक सुकरात (Socrates) ने ईर्ष्या को "आत्मा की आरी" कहा।
जब कभी हम विद्वेश के प्रतिरोध को अपने अन्दर अनुभव करें, हमें तुरंत परमेश्वर के सामने उसका अंगीकार कर लेना चाहिए और परमेश्वर से उसके ऊपर जयवंत होने की सामर्थ मांगनी चाहिए। साथ ही उन्हें भी क्षमा कर देना चाहिए जिन्होंने हमारा बुरा किया या चाहा; और जिनका हमने बुरा किया या चाहा, उनसे क्षमा मांग लेनी चाहिए।
ऐसा करने से हमारे अन्दर का "घर्षण प्रतिरोध" समाप्त हो जाएगा और हमारे जीवन में कार्य कुशलता पुनः लौट आएगी। - हर्ब वैन्डर लुग्ट
हम एक ही समय में ईर्ष्यालु और कार्य कुशल नहीं हो सकते।
...क्या यहोवा ने केवल मूसा ही के साथ बातें की हैं? क्या उस ने हम से भी बातें नहीं कीं? - गिनती १२:२
बाइबल पाठ: गिनती १२
Num 12:1 मूसा ने तो एक कूशी स्त्री के साथ ब्याह कर लिया था। सो मरियम और हारून उसकी उस ब्याहता कूशी स्त्री के कारण उसकी निन्दा करने लगे;
Num 12:2 उन्होंने कहा, क्या यहोवा ने केवल मूसा ही के साथ बातें की हैं? क्या उस ने हम से भी बातें नहीं कीं? उनकी यह बात यहोवा ने सुनी।
Num 12:3 मूसा तो पृथ्वी भर के रहने वाले मनुष्यों से बहुत अधिक नम्र स्वभाव का था।
Num 12:4 सो यहोवा ने एकाएक मूसा और हारून और मरियम से कहा, तुम तीनों मिलापवाले तम्बू के पास निकल आओ। तब वे तीनों निकल आए।
Num 12:5 तब यहोवा ने बादल के खम्भे में उतर कर तम्बू के द्वार पर खड़ा होकर हारून और मरियम को बुलाया; सो वे दोनों उसके पास निकल आए।
Num 12:6 तब यहोवा ने कहा, मेरी बातें सुनो: यदि तुम में कोई नबी हो, तो उस पर मैं यहोवा दर्शन के द्वारा अपने आप को प्रगट करूंगा, वा स्वप्न में उस से बातें करूंगा।
Num 12:7 परन्तु मेरा दास मूसा ऐसा नहीं है; वह तो मेरे सब घरानों मे विश्वास योग्य है।
Num 12:8 उस से मैं गुप्त रीति से नहीं, परन्तु आम्हने साम्हने और प्रत्यक्ष होकर बातें करता हूं और वह यहोवा का स्वरूप निहारने पाता है। सो तुम मेरे दास मूसा की निन्दा करते हुए क्यों नहीं डरे?
Num 12:9 तब यहोवा का कोप उन पर भड़का, और वह चला गया;
Num 12:10 तब वह बादल तम्बू के ऊपर से उठ गया, और मरियम कोढ़ से हिम के समान श्वेत हो गई। और हारून ने मरियम की ओर दृष्टि की, और देखा, कि वह कोढ़िन हो गई है।
Num 12:11 तब हारून मूसा से कहने लगा, हे मेरे प्रभु, हम दोनों ने जो मूर्खता की वरन पाप भी किया, यह पाप हम पर न लगने दे।
Num 12:12 और मरियम को उस मरे हुए के समान न रहने दे, जिसकी देह अपनी मां के पेट से निकलते ही अधगली हो।
Num 12:13 सो मूसा ने यह कहकर यहोवा की दोहाई दी, हे ईश्वर, कृपा कर, और उसको चंगा कर।
Num 12:14 यहोवा ने मूसा से कहा, यदि उसका पिता उसके मुंह पर थूका ही होता, तो क्या सात दिन तक वह लज्जित न रहती? सो वह सात दिन तक छावनी से बाहर बन्द रहे, उसके बाद वह फिर भीतर आने पाए।
Num 12:15 सो मरियम सात दिन तक छावनी से बाहर बन्द रही, और जब तक मरियम फिर आने न पाई तब तक लोगों ने प्रस्थान न किया।
Num 12:16 उसके बाद उन्होंने हसेरोत से प्रस्थान करके पारान नाम जंगल में अपने डेरे खड़े किए।
एक साल में बाइबल:
- १ शमूएल २२-२४
- लूका १२:१-३१
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