मैं यह तो नहीं जानती कि आप जहाँ रहते हैं वहाँ कैसे होता है, लेकिन मैं जहाँ रहती हूँ वहाँ यदि मेरा कोई उपकरण खराब हो जाए और मैं उपकरण की कंपनी को फोन करके उसकी मरम्मत के लिए कहूँ, तो वो मुझे कुछ ऐसा उत्तर देते हैं: "मरम्मत करने वाला आपके पास दोपहर बाद 1:00 से 5:00 के बीच में पहुँच जाएगा"। अब क्योंकि मैं यह नहीं जानती हूँ कि वह किस समय आएगा, इस लिए सिवाय प्रतीक्षा करने के मेरे पास और कोई चारा नहीं होता।
प्रभु यीशु ने पृथ्वी पर अपनी सेवकाई के समय में अपने अनुयायियों से कहा था कि वे शीघ्र उन्हें छोड़कर जाएंगे और उन लोगों को कुछ समय के लिए (यूहन्ना 16:16) उनके पुनःआगमन की प्रतीक्षा करनी होगी। प्रभु यीशु के पुनरुत्थान के बाद चेलों ने उन्हें देखा और चेलों को लगा कि प्रभु अब पृथ्वी पर अपना राज्य स्थापित करेंगे; लेकिन प्रभु यीशु ने उन से कहा, "...उन समयों या कालों को जानना, जिन को पिता ने अपने ही अधिकार में रखा है, तुम्हारा काम नहीं" (प्रेरितों 1:7); अब उनकी प्रतीक्षा का समय और बढ़ गया।
लेकिन प्रभु ने अपने चेलों से केवल प्रतीक्षा-मात्र ही करने के लिए नहीं कहा, वरन उस प्रतीक्षा के समय में चेलों को प्रभु का गवाह भी होना था: "परन्तु जब पवित्र आत्मा तुम पर आएगा तब तुम सामर्थ पाओगे; और यरूशलेम और सारे यहूदिया और सामरिया में, और पृथ्वी की छोर तक मेरे गवाह होगे" (प्रेरितों 1:8)। ऐसा करने के लिए प्रभु यीशु ने अपने चेलों को परमेश्वर का पवित्र-आत्मा भी दिया जो उन्हें इस सेवकाई के लिए सिखाने, संवारने, संभालने और सामर्थ देने के लिए था।
हम मसीही विश्वासी आज भी प्रभु यीशु के पुनःआगमन की प्रतीक्षा में हैं। इस प्रतीक्षा के समय में हमें पवित्र-आत्मा कि अगुवाई और सामर्थ से औरों को यह बताना और दिखाना है कि प्रभु यीशु कौन है, उसने समस्त संसार के प्रत्येक जन के लिए कैसे अपने बलिदान और पुनरुत्थान के द्वारा पापों की क्षमा और उद्धार का मार्ग तैयार करके दे दिया है, जिससे अपने पुनःआगमन पर वह अपने चेलों को अपने साथ लेकर जा सके। - ऐनी सेटास
प्रभु यीशु के पुनःआगमन तक प्रतीक्षा करें और उसकी गवाही दें।
यीशु ने उन के पास आकर कहा, कि स्वर्ग और पृथ्वी का सारा अधिकार मुझे दिया गया है। इसलिये तुम जा कर सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता और पुत्र और पवित्रआत्मा के नाम से बपतिस्मा दो। और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ: और देखो, मैं जगत के अन्त तक सदैव तुम्हारे संग हूं। - मत्ती 28:18-20
बाइबल पाठ: प्रेरितों 1:1-11
Acts 1:1 हे थियुफिलुस, मैं ने पहिली पुस्तिका उन सब बातों के विषय में लिखी, जो यीशु ने आरम्भ में किया और करता और सिखाता रहा।
Acts 1:2 उस दिन तक जब वह उन प्रेरितों को जिन्हें उसने चुना था, पवित्र आत्मा के द्वारा आज्ञा देकर ऊपर उठाया न गया।
Acts 1:3 और उसने दु:ख उठाने के बाद बहुत से बड़े प्रमाणों से अपने आप को उन्हें जीवित दिखाया, और चालीस दिन तक वह उन्हें दिखाई देता रहा: और परमेश्वर के राज्य की बातें करता रहा।
Acts 1:4 ओर उन से मिलकर उन्हें आज्ञा दी, कि यरूशलेम को न छोड़ो, परन्तु पिता की उस प्रतिज्ञा के पूरे होने की बाट जोहते रहो, जिस की चर्चा तुम मुझ से सुन चुके हो।
Acts 1:5 क्योंकि यूहन्ना ने तो पानी में बपतिस्मा दिया है परन्तु थोड़े दिनों के बाद तुम पवित्रात्मा से बपतिस्मा पाओगे।
Acts 1:6 सो उन्हों ने इकट्ठे हो कर उस से पूछा, कि हे प्रभु, क्या तू इसी समय इस्त्राएल को राज्य फेर देगा?
Acts 1:7 उसने उन से कहा; उन समयों या कालों को जानना, जिन को पिता ने अपने ही अधिकार में रखा है, तुम्हारा काम नहीं।
Acts 1:8 परन्तु जब पवित्र आत्मा तुम पर आएगा तब तुम सामर्थ पाओगे; और यरूशलेम और सारे यहूदिया और सामरिया में, और पृथ्वी की छोर तक मेरे गवाह होगे।
Acts 1:9 यह कहकर वह उन के देखते देखते ऊपर उठा लिया गया; और बादल ने उसे उन की आंखों से छिपा लिया।
Acts 1:10 और उसके जाते समय जब वे आकाश की ओर ताक रहे थे, तो देखो, दो पुरूष श्वेत वस्त्र पहिने हुए उन के पास आ खड़े हुए।
Acts 1:11 और कहने लगे; हे गलीली पुरूषों, तुम क्यों खड़े स्वर्ग की ओर देख रहे हो? यही यीशु, जो तुम्हारे पास से स्वर्ग पर उठा लिया गया है, जिस रीति से तुम ने उसे स्वर्ग को जाते देखा है उसी रीति से वह फिर आएगा।
एक साल में बाइबल:
- भजन 119:1-88
- 1 कुरिन्थियों 7:20-40
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