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शुक्रवार, 26 फ़रवरी 2021

वचन

 

          हाल ही में हमारे न्यू यॉर्क के एक दौरे में, मैं और मेरी पत्नी ने एक बर्फीली संध्या के समय हमारे होटल से तीन मील दूर स्थित एक क्यूबन रेस्टोरेंट जाना चाहा। मैंने वहाँ जाने के लिए टैक्सी को लेना चाहा, और टैक्सी किराए पर लेने की एप्प पर पूछा गया सारा विवरण भरा, और फिर बुकिंग को करने के लिए दिखाए जा रहे किराए को देखकर मैं भौंचक्का रह गया; हमारे उस थोड़ी सी दूरी की यात्रा का बिल वहाँ $1,546.26 दिखाया जा रहा था। इस झटके से उभरने के बाद जब मैंने गौर से अपने द्वारा भरे गए विवरण को फिर से देखा, तो मुझे गलती पता चली – मैंने गंतव्य स्थान में उस क्यूबन रेस्टोरेंट की बजाए, सैकड़ों मील दूर स्थित हमारे घर का पता भर दिया था।

          यदि आप गलत जानकारी के साथ कार्य कर रहे हैं, तो निश्चय ही आपको गलत परिणाम ही मिलेंगे – हमेशा ही! इसीलिए परमेश्वर के वचन बाइबल में नीतिवचन की पुस्तक में लिखा है कि,अपना हृदय शिक्षा की ओर, और अपने कान ज्ञान की बातों की ओर लगाना” (नीतिवचन 23:12)। परन्तु ऐसा करने के स्थान पर यदि हम ऐसों से परामर्श लेते हैं जो मूर्ख हैं, या जो बहुत ज्ञानवान होने का ढोंग तो करते हैं परन्तु हैं नहीं, या जो परमेश्वर के विमुख चलते हैं, तो हम निश्चय ही परेशानियों में पड़ेंगे। क्योंकि ऐसा सलाहकार “बुद्धि के वचनों को तुच्छ जानेगा” (पद 9) और हमें गलत परामर्श के द्वारा परेशानियों और अनुचित मार्गों में डाल सकते हैं।

          इसके विपरीत हमें,अपना हृदय शिक्षा की ओर” (पद 12) लगाना चाहिए। यदि हम अपने हृदय को परमेश्वर के वचन के लिए खोलें तो हम उस से स्वतंत्र करने वाले शिक्षा-निर्देश, और आशा तथा बुद्धिमत्ता के वचन प्राप्त कर सकते हैं। जब हम उन लोगों की सुनते हैं जो परमेश्वर के मार्गों को वास्तव में गहराई से जानते हैं, तो वे ईश्वरीय बुद्धिमत्ता को प्राप्त करने और उसका पालन करने में हमारी सहायता करते हैं। और, ईश्वरीय बुद्धिमत्ता के वचन कभी भी हमें गलत मार्गों में भटकाएँगे  नहीं, वरन हमें जीवन की परिपूर्णता और भरपूरी की ओर ले जाएँगे। - विन्न कोलिय्यर

 

मूर्ख की बुद्धि सदा ही समस्याएं उत्पन्न करती है, 

परन्तु परमेश्वर की बुद्धिमत्ता सदा ही नई ऊंचाइयों को ले जाती है।


क्योंकि परमेश्वर की मूर्खता मनुष्यों के ज्ञान से ज्ञानवान है; और परमेश्वर की निर्बलता मनुष्यों के बल से बहुत बलवान है। - 1 कुरिन्थियों 1:25

बाइबल पाठ: नीतिवचन 23:9-12

नीतिवचन 23:9 मूर्ख के सामने न बोलना, नहीं तो वह तेरे बुद्धि के वचनों को तुच्छ जानेगा।

नीतिवचन 23:10 पुराने सिवानों को न बढ़ाना, और न अनाथों के खेत में घुसना;

नीतिवचन 23:11 क्योंकि उनका छुड़ाने वाला सामर्थी है; उनका मुकद्दमा तेरे संग वही लड़ेगा।

नीतिवचन 23:12 अपना हृदय शिक्षा की ओर, और अपने कान ज्ञान की बातों की ओर लगाना।

 

एक साल में बाइबल: 

  • गिनती 15-16
  • मरकुस 6:1-29

रविवार, 27 सितंबर 2020

भलाई


         कभी-कभी भलाई करना या सही परामर्श देना उलटे ही परिणाम ले आता है। ऐसे में हम सोच सकते हैं, ‘क्या मेरे भलाई के कार्य और लाभ के लिए कही गई बात का कोई महत्व भी है?’ मुझे भी हाल ही में एक ऐसे ही अनुभव से होकर निकलना पड़ा। मैंने अपनी एक सहेली को प्रोत्साहित करने के लिए प्रार्थना के साथ बहुत विचार करके उसकी परिस्थितियों के अनुसार उसे सही परामर्श देने वाली एक ई-मेल भेजी, और उसने बड़े क्रोध में उसका प्रत्युत्तर दिया। तुरंत ही मेरी प्रतिक्रिया ठेस लगने और क्रोधित होने की थी; मुझे समझ नहीं आया कि, ‘वह मुझे इतना गलत कैसे समझ सकती है?

         अपने क्रोध में होकर उसे उत्तर लिख भेजने के स्थान पर, मुझे स्मरण हो आया कि हम अपने परामर्श या भलाई के परिणाम तुरंत ही नहीं देखेंगे, विशेषकर तब जब हम लोगों को बताएँ कि प्रभु यीशु उनसे प्रेम करते हैं, और उनकी सहायता करना चाहते हैं। जब हम औरों के साथ भलाई करते हैं, और अपेक्षा रखते हैं कि वे प्रभु यीशु की ओर आकर्षित होंगे, तो संभव है कि वे हमारा तिरस्कार करें। सही कार्य के लिए उकसाने के हमारे विनम्र प्रयासों की उपेक्षा की जा सकती है।

         ऐसी निराशा की स्थिति में परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रेरित पौलुस द्वारा गलातिया के मसीही विश्वासियों को लिखी गई पत्री के छठे अध्याय में हमको उचित मार्गदर्शन मिलता है। यहाँ पर पौलुस हमें हमारे उद्देश्यों, अर्थात, जो हम कहते और करते हैं, उन बातों पर विचार करने के लिए कहता है (पद 1-4)। ऐसा कर लेने के पश्चात वह कहता है कि हम भलाई करने में दृढ़ता से लगे रहें, हम भले काम करने में हियाव न छोड़े, क्योंकि यदि हम ढीले न हों, तो ठीक समय पर कटनी काटेंगे। इसलिये जहां तक अवसर मिले हम सब के साथ भलाई करें; विशेष कर के विश्वासी भाइयों के साथ” (पद 9-10)।

         परमेश्वर चाहता है कि हम उसके लिए जीवन व्यतीत करते रहें, और इसमें औरों के लिए प्रार्थना करना, तथा औरों को उसके बारे में बताना भी सम्मिलित है। जब हम भलाई करते रहेंगे, तो उसके परिणाम भी देखने पाएँगे। - एलिसन कीडा

 

अपने जीवनों के कार्य को परिणामों को परमेश्वर के हाथों में छोड़ दें।


अपनी रोटी जल के ऊपर डाल दे, क्योंकि बहुत दिन के बाद तू उसे फिर पाएगा। - सभोपदेशक 11:1

बाइबल पाठ: गलातियों 6:1-10

गलतियों 6:1 हे भाइयों, यदि कोई मनुष्य किसी अपराध में पकड़ा भी जाए, तो तुम जो आत्मिक हो, नम्रता के साथ ऐसे को संभालो, और अपनी भी चौकसी रखो, कि तुम भी परीक्षा में न पड़ो।

गलतियों 6:2 तुम एक दूसरे के भार उठाओ, और इस प्रकार मसीह की व्यवस्था को पूरी करो।

गलतियों 6:3 क्योंकि यदि कोई कुछ न होने पर भी अपने आप को कुछ समझता है, तो अपने आप को धोखा देता है।

गलतियों 6:4 पर हर एक अपने ही काम को जांच ले, और तब दूसरे के विषय में नहीं परन्तु अपने ही विषय में उसको घमण्ड करने का अवसर होगा।

गलतियों 6:5 क्योंकि हर एक व्यक्ति अपना ही बोझ उठाएगा।

गलतियों 6:6 जो वचन की शिक्षा पाता है, वह सब अच्छी वस्तुओं में सिखाने वाले को भागी करे।

गलतियों 6:7 धोखा न खाओ, परमेश्वर ठट्ठों में नहीं उड़ाया जाता, क्योंकि मनुष्य जो कुछ बोता है, वही काटेगा।

गलतियों 6:8 क्योंकि जो अपने शरीर के लिये बोता है, वह शरीर के द्वारा विनाश की कटनी काटेगा; और जो आत्मा के लिये बोता है, वह आत्मा के द्वारा अनन्त जीवन की कटनी काटेगा।

गलतियों 6:9 हम भले काम करने में हियाव न छोड़े, क्योंकि यदि हम ढीले न हों, तो ठीक समय पर कटनी काटेंगे।

गलतियों 6:10 इसलिये जहां तक अवसर मिले हम सब के साथ भलाई करें; विशेष कर के विश्वासी भाइयों के साथ।

 

एक साल में बाइबल: 

  • यशायाह 3-4
  • गलातियों 6

बुधवार, 23 सितंबर 2020

सुनना

 

         मेरे पड़ौस के एक घर में से आग्रह से भरी हुई आवाज़ आई, “तुम्हें मेरी बात को सुनना चाहिए; मैं तुम्हारा बड़ा भाई हूँ!” एक बड़ा भाई, अपने छोटे भाई को, जो उससे दूर होता जा रहा था, समझा रहा था। वह ऐसा इसलिए कर रहा था क्योंकि वह परिस्थिति का आंकलन छोटे भाई से अधिक भली रीति से कर पा रहा था, और समझ रहा था कि क्या करना अधिक अच्छा रहेगा।

         हम में से कितनों ने अपने भाई या बहन के बुद्धिमानी से दिए गए परामर्श का तिरस्कार किया है? यदि आपको किसी के द्वारा दिए गए बुद्धिमत्तापूर्ण परामर्श की अवहेलना करने के कटु परिणामों को भुगतना पड़ा है, तो आप इस बात में अकेले नहीं हैं।

         प्रभु यीशु मसीह के विश्वासी होने के नाते जो महान प्रावधान हमें उपलब्ध करे गए हैं उनमें से एक है हमारा मसीही विश्वासियों के परिवार का एक सदस्य होना – प्रभु यीशु मसीह में लाए गए समान विश्वास के कारण एक दूसरे के साथ आत्मिक रीति से संबंधित होना। हमारे इस आत्मिक परिवार में परिपक्व और अनुभवी पुरुष और स्त्रियाँ भी हैं, जो परमेश्वर से प्रेम करते हैं, और उसके परिवार के अन्य सदस्यों से भी। मेरे पड़ौस के उस छोटे भाई के समान, कभी-कभी हमें भी चेतावनी या सुधार के कुछ शब्दों की आवश्यकता होती है जिससे कि हम वापस सही मार्ग पा आ सकें। ऐसा तब और भी आवश्यक होता है जब या तो हमने किसी को आहत किया हो, या किसी ने हमें आहत किया हो। वह जो सही है उसे करना कठिन हो सकता है। किन्तु परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रभु यीशु ने हमें सिखाया है कि जब हमारे आत्मिक परिवार में एक दूसरे से ठोकर लगे तो किस प्रकार व्यवहार करना चाहिए (मत्ती 18:15-20)।

         हमें अपने परमेश्वर पिता का आभारी होना चाहिए कि वह हमारे जीवनों में ऐसे लोगों को रखता है जो हमारी सहायता करने, हमें उभारने, और अपने प्रभु परमेश्वर की महिमा के लिए सही जीवन जीने, उसे आदर देने में हमारी सहायता करने को तैयार रहते हैं। और जब हम उनकी सुनते हैं, तो हमारे मसीही परिवार में भला होता है (पद 15)।  - आर्थर जैक्सन

 

जब हम परिपक्व मसीही विश्वासियों की सुनते हैं, तो बुद्धिमत्ता उन्नत होती है।


तो वह यह जान ले, कि जो कोई किसी भटके हुए पापी को फेर लाएगा, वह एक प्राण को मृत्यु से बचाएगा, और अनेक पापों पर परदा डालेगा। - याकूब 5:20

बाइबल पाठ: मत्ती 18:15-20

मत्ती 18:15 यदि तेरा भाई तेरा अपराध करे, तो जा और अकेले में बातचीत कर के उसे समझा; यदि वह तेरी सुने तो तू ने अपने भाई को पा लिया।

मत्ती 18:16 और यदि वह न सुने, तो और एक दो जन को अपने साथ ले जा, कि हर एक बात दो या तीन गवाहों के मुंह से ठहराई जाए।

मत्ती 18:17 यदि वह उन की भी न माने, तो कलीसिया से कह दे, परन्तु यदि वह कलीसिया की भी न माने, तो तू उसे अन्य जाति और महसूल लेने वाले के ऐसा जान।

मत्ती 18:18 मैं तुम से सच कहता हूं, जो कुछ तुम पृथ्वी पर बान्‍धोगे, वह स्वर्ग में बन्‍धेगा और जो कुछ तुम पृथ्वी पर खोलोगे, वह स्वर्ग में खुलेगा।

मत्ती 18:19 फिर मैं तुम से कहता हूं, यदि तुम में से दो जन पृथ्वी पर किसी बात के लिये जिसे वे मांगें, एक मन के हों, तो वह मेरे पिता की ओर से स्वर्ग में है उन के लिये हो जाएगी।

मत्ती 18:20 क्योंकि जहां दो या तीन मेरे नाम पर इकट्ठे होते हैं वहां मैं उन के बीच में होता हूं।

 

एक साल में बाइबल: 

  • श्रेष्ठगीत 1-3
  • गलातियों 2

गुरुवार, 11 जून 2020

परामर्श


     मुझे मेरे संपादकीय कार्य से सेवा-निवृत्ति मिलने के बाद, मैं परमेश्वर से प्रार्थना करने लगी कि मुझे कोई नई नौकरी मिल जाए। परन्तु कई सप्ताह निकल गए, और मेरे अनेकों प्रयासों तथा लोगों से संपर्क करने के बावजूद, मुझे कोई काम नहीं मिला। इस स्थिति से मैं खीजने लगी; और इस विचार के साथ कि मेरी यह प्रार्थना परमेश्वर द्वारा सुनी नहीं जा रही है, मैंने कुछ खिसियाहट के साथ परमेश्वर से पूछा, “क्या आप को पता नहीं है कि यह कितना आवश्यक है कि मेरे पास कोई काम हो?”

     मैंने इस परिस्थिति के विषय अपने पिताजी से भी बात की, जो मुझे अकसर परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं पर भरोसा रखने का परामर्श देते रहते थे, तो उन्होंने कहा, “मैं चाहता हूँ कि तुम अपने आप को परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं में भरोसा रखने पर छोड़ दो।”

     मेरे पिताजी द्वारा दिया गया यह परामर्श मुझे परमेश्वर के वचन बाइबल में नीतिवचन 3 में अभिभावक द्वारा अपने प्रिय बच्चे को दिए गए बुद्धिमानी के परामर्श को स्मरण करवाता है। यह जाना-पहचाना परिच्छेद मेरी परिस्थिति पर विशेषतया लागू होता है। सुलैमान के द्वारा परमेश्वर के पवित्र आत्मा ने वहाँ लिखवाया है, “तू अपनी समझ का सहारा न लेना, वरन सम्पूर्ण मन से यहोवा पर भरोसा रखना। उसी को स्मरण कर के सब काम करना, तब वह तेरे लिये सीधा मार्ग निकालेगा” (नीतिवचन 3:5-6)। “सीधा मार्ग निकालेगा” का अर्थ है कि परमेश्वर हमारी बढ़ोतरी के लिए, हमारे जीवनों के लिए उस के उद्देश्यों तक हमें पहुंचाने की ओर, हमारा मार्गदर्शन करता रहेगा। उसका अंतिम लक्ष्य है कि हम उसकी समानता में हो जाएँ।

     इस का यह अर्थ नहीं है कि हमारे लिए जो मार्ग वह चुनेगा वे सरल होंगे। परन्तु मैं यह भरोसा रख सकती हूँ कि उसका मार्गदर्शन और उसके समय के अनुसार किया गया हर कार्य अंततः मेरी भलाई ही के लिए होगा।

     क्या आप भी परमेश्वर से किसी प्रार्थना के उत्तर प्राप्त करने की प्रतीक्षा कर रहे हैं? ऐसे में उस के निकट रहने और उस पर भरोसा बनाए रखने को चुनें, और वह आप का सही दिशा में मार्गदर्शन करता रहेगा। - लिंडा वॉशिंगटन

 

आपका स्वर्गीय परमेश्वर पिता जानता है कि आप के लिए क्या सर्वोत्तम है।


परन्तु जब हम सब के उघाड़े चेहरे से प्रभु का प्रताप इस प्रकार प्रगट होता है, जिस प्रकार दर्पण में, तो प्रभु के द्वारा जो आत्मा है, हम उसी तेजस्‍वी रूप में अंश अंश कर के बदलते जाते हैं। -  2 कुरिन्थियों 3:18

बाइबल पाठ: नीतिवचन 3:1-7

नीतिवचन 3:1 हे मेरे पुत्र, मेरी शिक्षा को न भूलना; अपने हृदय में मेरी आज्ञाओं को रखे रहना;

नीतिवचन 3:2 क्योंकि ऐसा करने से तेरी आयु बढ़ेगी, और तू अधिक कुशल से रहेगा।

नीतिवचन 3:3 कृपा और सच्चाई तुझ से अलग न होने पाएं; वरन उन को अपने गले का हार बनाना, और अपनी हृदय रूपी पटिया पर लिखना।

नीतिवचन 3:4 और तू परमेश्वर और मनुष्य दोनों का अनुग्रह पाएगा, तू अति बुद्धिमान होगा।

नीतिवचन 3:5 तू अपनी समझ का सहारा न लेना, वरन सम्पूर्ण मन से यहोवा पर भरोसा रखना।

नीतिवचन 3:6 उसी को स्मरण कर के सब काम करना, तब वह तेरे लिये सीधा मार्ग निकालेगा।

नीतिवचन 3:7 अपनी दृष्टि में बुद्धिमान न होना; यहोवा का भय मानना, और बुराई से अलग रहना।   

 

एक साल में बाइबल: 

  • एज्रा 1-2
  • यूहन्ना 19:23-42


रविवार, 11 फ़रवरी 2018

क्षमा


   अपने बेटे के विवाह भोज के समय, मेरे मित्र बॉब ने नवविवाहितों को आने वाले वैवाहिक जीवन के लिए परामर्श और प्रोत्साहन देते हुए एक घटना बताई। उसने निकट के एक शहर के एक फुटबॉल प्रशिक्षक के बारे में बताया, जिसकी टीम अपना एक खेल हार गई थी। अपनी टीम को यह बात याद दिलाते रहने के लिए उसने सारे सप्ताह उनके हारने वाले अंकों को स्कोरबोर्ड पर लगाए रखा। हो सकता है कि यह फुटबॉल में अच्छी रणनीति हो, परन्तु बॉब ने बुद्धिमता से सलाह दी कि विवाह में ऐसा करना बहुत हानिकारक होता है। यदि आपका जोड़ीदार किसी रीति से आपको परेशान या विचलित कर देता है, या आपकी आशा के अनुरूप कार्य नहीं करता है, तो उसकी इस विफलता के बारे में लगातार उसे स्मरण मत दिलाते रहिए। हिसाब रखने के स्कोरबोर्ड से उस बात को हटा दीजिए।

   कितना भला परामर्श! परमेश्वर का वचन बाइबल एक दूसरे से प्रेम रखने और एक दूसरे की गलतियों को नज़रंदाज़ करने के निर्देषों और आज्ञाओं से भरी पड़ी है। हमें स्मरण दिलाया गया है कि प्रेम बुरा नहीं मानता है (1 कुरिन्थियों 13:5), और हमें भी एक दूसरे को वैसे ही क्षमा कर देने को तैयार रहना चाहिए, जैसे परमेश्वर ने हमारे साथ किया है: “और एक दूसरे पर कृपाल, और करूणामय हो, और जैसे परमेश्वर ने मसीह में तुम्हारे अपराध क्षमा किए, वैसे ही तुम भी एक दूसरे के अपराध क्षमा करो” (इफिसियों 4:32)।

   मैं परमेश्वर का बहुत कृतज्ञ और आभारी हूँ कि वह मेरी गलतियों का हिसाब नहीं रखता है। जब भी हम अपनी गलतियों के लिए पश्चाताप करते हैं, वह केवल हमारी गलतियों और अपराधों को क्षमा ही नहीं करता है, वरन उन्हें उतनी दूर कर देता है, जितना पूरब से पश्चिम दूर है (भजन 103:12)। परमेश्वर के साथ क्षमा का अर्थ है कि हमारा पाप न केवल दृष्टि से दूर है, वरन उसके मन से भी हट गया है। परमेश्वर हमें अनुग्रह प्रदान करे कि हम भी औरों को ऐसे ही क्षमा कर सकें जैसे परमेश्वर ने हमें क्षमा किया है। - जो स्टोवैल


वैसे क्षमा करें जैसे परमेश्वर आपको करता है; हिसाब न रखें।

उदयाचल अस्ताचल से जितनी दूर है, उसने हमारे अपराधों को हम से उतनी ही दूर कर दिया है। - भजन 103:12  

बाइबल पाठ: इफिसियों 4:25-32
Ephesians 4:25 इस कारण झूठ बोलना छोड़कर हर एक अपने पड़ोसी से सच बोले, क्योंकि हम आपस में एक दूसरे के अंग हैं।
Ephesians 4:26 क्रोध तो करो, पर पाप मत करो: सूर्य अस्‍त होने तक तुम्हारा क्रोध न रहे।
Ephesians 4:27 और न शैतान को अवसर दो।
Ephesians 4:28 चोरी करने वाला फिर चोरी न करे; वरन भले काम करने में अपने हाथों से परिश्रम करे; इसलिये कि जिसे प्रयोजन हो, उसे देने को उसके पास कुछ हो।
Ephesians 4:29 कोई गन्‍दी बात तुम्हारे मुंह से न निकले, पर आवश्यकता के अनुसार वही जो उन्नति के लिये उत्तम हो, ताकि उस से सुनने वालों पर अनुग्रह हो।
Ephesians 4:30 और परमेश्वर के पवित्र आत्मा को शोकित मत करो, जिस से तुम पर छुटकारे के दिन के लिये छाप दी गई है।
Ephesians 4:31 सब प्रकार की कड़वाहट और प्रकोप और क्रोध, और कलह, और निन्‍दा सब बैरभाव समेत तुम से दूर की जाए।
Ephesians 4:32 और एक दूसरे पर कृपाल, और करूणामय हो, और जैसे परमेश्वर ने मसीह में तुम्हारे अपराध क्षमा किए, वैसे ही तुम भी एक दूसरे के अपराध क्षमा करो।


एक साल में बाइबल: 
  • लैव्यवस्था 11-12
  • मत्ती 26:1-25



गुरुवार, 2 नवंबर 2017

बुद्धिमता


   मेरी भांजी के पति ने हाल ही में एक सोशल नेटवर्क साईट पर लिखा, "मैं इन्टरनैट पर और बहुत कुछ कहता, यदि यह धीमी आवाज़ मुझे ऐसा करने के लिए मना नहीं करती। प्रभु यीशु का अनुयायी होने के नाते, आप को लगता होगा कि यह धीमी आवाज़ पवित्र आत्मा की है; किंतु यह है नहीं। यह आवाज़ मेरी पत्नि की है!"

   इसे पढ़कर आने वाली मुस्कान के साथ एक बुद्धिमता का विचार भी आता है - विवेकी मित्र से मिली चेतावनी, परमेश्वर की बुद्धिमता से मिला निर्देष भी हो सकती है। परमेश्वर के वचन बाइबल में, सभोपदेशक नामक पुस्तक में लिखा है, "बुद्धिमानों के वचन जो धीमे धीमे कहे जाते हैं वे मूर्खों के बीच प्रभुता करने वाले के चिल्ला चिल्लाकर कहने से अधिक सुने जाते हैं" (सभोपदेशक 9:17)।

   पवित्र-शास्त्र हमें सचेत करता है कि हम अपनी नज़रों में बुद्धिमान या घमण्डी ना बने (नीतिवचन 3:5-7; यशायाह 5:21; रोमियों 12:16)। दूसरे शब्दों में, हम यह मान कर न चलें कि हमारे पास सब बातों के लिए सभी उत्तर उपलब्ध हैं। नीतिवचन में लिखा है, "सम्मति को सुन ले, और शिक्षा को ग्रहण कर, कि तू अन्तकाल में बुद्धिमान ठहरे" (नीतिवचन 19:20)। वह चाहे मित्र हो, या जीवन-साथी, या कोई सहकर्मी अथवा पादरी, परमेश्वर हमें और भी अधिक अपनी बुद्धिमता प्रदान करने के लिए किसी को भी उपयोग कर सकता है।

   नीतिवचन में एक अन्य स्थान पर लिखा है, "समझ वाले के मन में बुद्धि वास किए रहती है, परन्तु मूर्खों के अन्त:काल में जो कुछ है वह प्रगट हो जाता है" (नीतिवचन 14:33)। एक दूसरे की बात सुनना और एक दूसरे से सीखना परमेश्वर की पवित्र-आत्मा से मिलने वाली बुद्धिमता को पहचानने और सीखने का एक तरीका है। - सिंडी हैस कैस्पर


सच्ची बुद्धिमता का आरंभ और अन्त प्रभु परमेश्वर ही है।

तू अपनी समझ का सहारा न लेना, वरन सम्पूर्ण मन से यहोवा पर भरोसा रखना। उसी को स्मरण कर के सब काम करना, तब वह तेरे लिये सीधा मार्ग निकालेगा। अपनी दृष्टि में बुद्धिमान न होना; यहोवा का भय मानना, और बुराई से अलग रहना। - नीतिवचन 3:5-7

बाइबल पाठ: सभोपदेशक 9:13-18
Ecclesiastes 9:13 मैं ने सूर्य के नीचे इस प्रकार की बुद्धि की बात भी देखी है, जो मुझे बड़ी जान पड़ी। 
Ecclesiastes 9:14 एक छोटा सा नगर था, जिस में थोड़े ही लोग थे; और किसी बड़े राजा ने उस पर चढ़ाई कर के उसे घेर लिया, और उसके विरुद्ध बड़ी मोर्चेबन्दी कर दी। 
Ecclesiastes 9:15 परन्तु उस में एक दरिद्र बुद्धिमान पुरूष पाया गया, और उसने उस नगर को अपनी  बुद्धि के द्वारा बचाया। तौभी किसी ने उस दरिद्र का स्मरण न रखा। 
Ecclesiastes 9:16 तब मैं ने कहा, यद्यपि दरिद्र की बुद्धि तुच्छ समझी जाती है और उसका वचन कोई नहीं सुनता तौभी पराक्रम से बुद्धि उत्तम है। 
Ecclesiastes 9:17 बुद्धिमानों के वचन जो धीमे धीमे कहे जाते हैं वे मूर्खों के बीच प्रभुता करने वाले के चिल्ला चिल्लाकर कहने से अधिक सुने जाते हैं। 
Ecclesiastes 9:18 लड़ाई के हथियारों से बुद्धि उत्तम है, परन्तु एक पापी बहुत भलाई नाश करता है।

एक साल में बाइबल: 
  • यिर्मयाह 27-29
  • तीतुस 3


शुक्रवार, 17 जनवरी 2014

नेक सलाहकार


   हम में से कई लोग बहुत व्यस्त जीवन व्यतीत करते हैं, इसलिए परमेश्वर के वचन बाइबल के निर्गमन 18 अध्याय में दिए मूसा की व्यस्तता के वर्णन को समझ सकते हैं, उसके साथ सहानुभूति रख सकते हैं। उन लाखों इस्त्राएलियों के मध्य, जिन्हें वह मिस्त्र के दासत्व से निकालकर कनान देश को लिए जा रहा था, मूसा ही एक मात्र न्यायी था। इस लिए प्रातः से सन्धया तक मूसा ज़रूरतमन्द लोगों की भीड़ से घिरा रहता था (निर्गमन 18:3)।

   मेरे पास आकर कई लोगों ने, विशेषकर जवान माता-पिता ने कहा है कि वे मूसा की परिस्थिति समझते हैं और उससे सहानुभूति रखते हैं। मुझे लगता है कि ऐसी व्यस्त परिस्थितियों में जीवन निर्वाह के लिए हमें मूसा के समान दो गुणों को विकसित कर लेना चाहिए; पहला तो सुनने में प्रवीण होना (पद 24) तथा दूसरा अन्य लोगों की सहायता स्वीकार करना (पद 25)। कई बार तो हमारा अहम हमें दूसरों से सहायता लेना स्वीकार करने से रोकता है, लेकिन यह सदा ही होने वाली बात नहीं है।

   जैसा मूसा के साथ हुआ, वैसे ही हमारे साथ भी होता है कि जीवन इतनी तेज़ी से चल रहा होता है और हमारे समय पर इतनी माँगें बनी रहती हैं (पद 13-15) कि हमारे पास उन माँगों को ही उचित प्रतिक्रीया देने का ही समय नहीं होता, किसी के पास परामर्श या सहायता की माँग लेकर जाना तो बहुत दूर की बात है। संभवतः इसीलिए परमेश्वर का वचन बाइबल हमें सलाह देती है कि हमारे साथ और हमारे संपर्क में अच्छे सलाहकार रहने चाहिएं जो अपने अनुभव और भली समझ-बूझ के आधार पर हमें आवश्यकतानुसार स्वयं ही सही सलाह दे सकें, चाहे हमारे पास सलाह माँगने का अवसर हो या ना हो। हम यही बात मूसा के जीवन की इस घटना में भी देखते हैं जहाँ उसके ससुर येत्रो ने मूसा की हालत देखकर उसे समझाया कि वह अपनी कुछ ज़िम्मेदारियाँ अन्य योग्य लोगों में बाँट दे जो साधारण और हलके मामले सुलझा सकें और मूसा को केवल कठिन मामलों के लिए ही समय देना पड़े (पद 17-23)।

   कार्य करने की ज़िम्मेदारी परमेश्वर ने सब को दी है, लेकिन वह हमें कुछ ही कार्यों द्वारा अभिभूत होकर अन्य ज़िम्मेदारियों से मूँह मोड़ते हुए नहीं देखना चाहता। इसलिए परमेश्वर का भय मानने वाले भले सलाहकारों के साथ संगति रखें, आवश्यकतानुसार उनसे परामर्श लें और फिर उस परामर्श का पालन भी करें। - रैण्डी किलगोर


जो सलाह नहीं लेता वह सहायता से भी वंचित रहता है।

जहां बुद्धि की युक्ति नहीं, वहां प्रजा विपत्ति में पड़ती है; परन्तु सम्मति देने वालों की बहुतायत के कारण बचाव होता है। - नीतिवचन 11:14

बाइबल पाठ: निर्गमन 18:13-24
Exodus 18:13 दूसरे दिन मूसा लोगों का न्याय करने को बैठा, और भोर से सांझ तक लोग मूसा के आसपास खड़े रहे। 
Exodus 18:14 यह देखकर कि मूसा लोगों के लिये क्या क्या करता है, उसके ससुर ने कहा, यह क्या काम है जो तू लोगों के लिये करता है? क्या कारण है कि तू अकेला बैठा रहता है, और लोग भोर से सांझ तक तेरे आसपास खड़े रहते हैं? 
Exodus 18:15 मूसा ने अपने ससुर से कहा, इसका कारण यह है कि लोग मेरे पास परमेश्वर से पूछने आते है। 
Exodus 18:16 जब जब उनका कोई मुकद्दमा होता है तब तब वे मेरे पास आते हैं और मैं उनके बीच न्याय करता, और परमेश्वर की विधि और व्यवस्था उन्हें जताता हूं। 
Exodus 18:17 मूसा के ससुर ने उस से कहा, जो काम तू करता है वह अच्छा नहीं। 
Exodus 18:18 और इस से तू क्या, वरन ये लोग भी जो तेरे संग हैं निश्चय हार जाएंगे, क्योंकि यह काम तेरे लिये बहुत भारी है; तू इसे अकेला नहीं कर सकता। 
Exodus 18:19 इसलिये अब मेरी सुन ले, मैं तुझ को सम्मति देता हूं, और परमेश्वर तेरे संग रहे। तू तो इन लोगों के लिये परमेश्वर के सम्मुख जाया कर, और इनके मुकद्दमों को परमेश्वर के पास तू पहुंचा दिया कर। 
Exodus 18:20 इन्हें विधि और व्यवस्था प्रगट कर कर के, जिस मार्ग पर इन्हें चलना, और जो जो काम इन्हें करना हो, वह इन को जता दिया कर। 
Exodus 18:21 फिर तू इन सब लोगों में से ऐसे पुरूषों को छांट ले, जो गुणी, और परमेश्वर का भय मानने वाले, सच्चे, और अन्याय के लाभ से घृणा करने वाले हों; और उन को हज़ार-हज़ार, सौ-सौ, पचास-पचास, और दस-दस मनुष्यों पर प्रधान नियुक्त कर दे। 
Exodus 18:22 और वे सब समय इन लोगों का न्याय किया करें; और सब बड़े बड़े मुकद्दमों को तो तेरे पास ले आया करें, और छोटे छोटे मुकद्दमों का न्याय आप ही किया करें; तब तेरा बोझ हलका होगा, क्योंकि इस बोझ को वे भी तेरे साथ उठाएंगे। 
Exodus 18:23 यदि तू यह उपाय करे, और परमेश्वर तुझ को ऐसी आज्ञा दे, तो तू ठहर सकेगा, और ये सब लोग अपने स्थान को कुशल से पहुंच सकेंगें। 
Exodus 18:24 अपने ससुर की यह बात मान कर मूसा ने उसके सब वचनों के अनुसार किया।

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  • निर्गमन 5-7