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शुक्रवार, 9 दिसंबर 2016

पाठ्यपुस्तक


   द न्यू इंगलैंड प्राइमर नामक आरंभिक पाठ्यपुस्तिका सर्वप्रथम सन 1600 के अन्त के समय में प्रकाशित हुई थी। उन सभी उपनिवेशों में, जो बाद में संगठित होकर ’संयुकत राज्य अमेरिका’ बने यह पुस्तक आरंभिक पढ़ना-लिखना सीखने के लिए बहुतायत से उपयोग होने वाला स्त्रोत बनी। यह प्राचीन अमेरिकी पाठ्यपुस्तक मुख्यतः परमेश्वर के वचन बाइबल पर आधारित थी, और इसमें बाइबल की घटनाओं को आधार बना कर चित्र और बच्चों की कविताएं थीं जिनके द्वारा बच्चे पढ़ना-लिखना सीखते थे। इसमें स्मरण करने के लिए प्रार्थनाएं भी थीं, जैसे कि वर्तमान में भी बच्चों को बहुधा सिखाई जाने वाली यह प्रार्थना: "सोने अब मैं जाता हूँ, प्रार्थना यह मैं करता हूँ; मेरी आत्मा का रखवाला हो, जो मैं जागूँ तो, मेरी आत्मा स्वीकार करना तू।"

   उपनिवेशिक अमेरिका में एक से दूसरी पीढ़ी को अपने मसीही विश्वास की बातें पहुँचाने का यह एक कारगर तरीका बन गया। यह उस बात के साथ बहुत मेल खाता है जो परमेश्वर अपनी प्रजा प्राचीन इस्त्राएलियों से चाहता था, जैसा कि व्यवस्थाविवरण 6:6-7 में लिखा है: "और ये आज्ञाएं जो मैं आज तुझ को सुनाता हूं वे तेरे मन में बनी रहें;और तू इन्हें अपने बाल-बच्चों को समझाकर सिखाया करना, और घर में बैठे, मार्ग पर चलते, लेटते, उठते, इनकी चर्चा किया करना।"

   जब हम अपनी अगली पीढ़ी से परमेश्वर की हस्ती, अस्तित्व और कार्यों के बारे में बातचीत करते हैं, उन्हें हमारे प्रति उसके प्रेम, देखभाल, प्रावधान और चिंता के बारे में बताते हैं और उन्हें उस आज्ञाकारिता तथा समर्पण को समझाते हैं जो वह हम से चाहता है, तो हम अपनी अगली पीढ़ी के लिए वह आरंभिक पाठ्यपुस्तक बन जाते हैं जिसके द्वारा वह पीढ़ी परमेश्वर के साथ चलने और उसके कार्यों को करने के लिए तैयार होती है। परमेश्वर हमें औरों को सिखाने के लिए इस्तेमाल करता है। - डेनिस फिशर


हम जब औरों को मसीह यीशु के बारे में सिखाते हैं तो 
हम केवल समय व्यतीत नहीं करते हैं, हम समय का निवेश करते हैं।

व्यवस्था की यह पुस्तक तेरे चित्त से कभी न उतरने पाए, इसी में दिन रात ध्यान दिए रहना, इसलिये कि जो कुछ उस में लिखा है उसके अनुसार करने की तू चौकसी करे; क्योंकि ऐसा ही करने से तेरे सब काम सफल होंगे, और तू प्रभावशाली होगा। - यहोशु 1:8

बाइबल पाठ: व्यवस्थाविवरण 6:1-9
Deuteronomy 6:1 यह वह आज्ञा, और वे विधियां और नियम हैं जो तुम्हें सिखाने की तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने आज्ञा दी है, कि तुम उन्हें उस देश में मानो जिसके अधिकारी होने को पार जाने पर हो; 
Deuteronomy 6:2 और तू और तेरा बेटा और तेरा पोता यहोवा का भय मानते हुए उसकी उन सब विधियों और आज्ञाओं पर, जो मैं तुझे सुनाता हूं, अपने जीवन भर चलते रहें, जिस से तू बहुत दिन तक बना रहे। 
Deuteronomy 6:3 हे इस्राएल, सुन, और ऐसा ही करने की चौकसी कर; इसलिये कि तेरा भला हो, और तेरे पितरों के परमेश्वर यहोवा के वचन के अनुसार उस देश में जहां दूध और मधु की धाराएं बहती हैं तुम बहुत हो जाओ। 
Deuteronomy 6:4 हे इस्राएल, सुन, यहोवा हमारा परमेश्वर है, यहोवा एक ही है; 
Deuteronomy 6:5 तू अपने परमेश्वर यहोवा से अपने सारे मन, और सारे जीव, और सारी शक्ति के साथ प्रेम रखना। 
Deuteronomy 6:6 और ये आज्ञाएं जो मैं आज तुझ को सुनाता हूं वे तेरे मन में बनी रहें; 
Deuteronomy 6:7 और तू इन्हें अपने बाल-बच्चों को समझाकर सिखाया करना, और घर में बैठे, मार्ग पर चलते, लेटते, उठते, इनकी चर्चा किया करना। 
Deuteronomy 6:8 और इन्हें अपने हाथ पर चिन्हानी कर के बान्धना, और ये तेरी आंखों के बीच टीके का काम दें। 
Deuteronomy 6:9 और इन्हें अपने अपने घर के चौखट की बाजुओं और अपने फाटकों पर लिखना।

एक साल में बाइबल: 
  • दान्नियेल 11-12
  • यहूदा


गुरुवार, 8 दिसंबर 2016

पुकार


   प्रत्येक बीतते वर्ष के साथ, प्रतीत होता है कि क्रिसमस और अधिक व्यवसायिक होता चला जा रहा है। उन देशों में भी जिनमें अधिकांश लोग अपने आप को इसाई कहते हैं, यह समय प्रभु यीशु की आराधना का कम और व्यक्तिगत खरीददारी का अधिक होता चला जा रहा है। उपहार खरीदने और बड़ी तथा सुनियोजित पार्टियों का आयोजन करने का दबाव इस अवकाश-समय के असल उद्देश्य - परमेश्वर के एकलौते पुत्र, और सारे संसार का उद्धारकर्ता, प्रभु यीशु के जन्म के महत्व पर नज़रें जमाए रखने और उसे निभाने को कठिन कर देता है।

   परन्तु प्रत्येक वर्ष इस अवकाश-समय में मैं सुसमाचार को अचंभित कर देने वाले स्थानों से प्रचार होता देखती हूँ - उन ही शॉपिंग मॉल्स से जो क्रिसमस को ऐसा व्यवसायिक बना रही हैं। जब मैं उन स्थानों के लाउडस्पीकरों से क्रिसमस और प्रभु यीशु के जन्म के गीतों को, जैसे कि "खुश हो खुदावन्द आया है! उसको कुबूल कर लो", बजते सुनती हूँ तो मुझे उन फरीसियों का ध्यान आता है जिन्होंने प्रभु यीशु से कहा था कि वे उन लोगों की भीड़ को जो उसकी स्तुति और प्रशंसा कर रहे थे, खामोश रहने को कहें। प्रभु यीशु ने उन्हें उत्तर दिया था, "यदि वे चुप रहे तो पत्थर चिल्ला उठेंगे" (लूका 19:40)।

   क्रिसमस पर हम "पत्थरों" को पुकारते हुए ही तो सुनते हैं। आत्मिक रीति से मरे हुए लोग, प्रभु यीशु और परमेश्वर में विश्वास ना रखने वाले लोग, प्रभु यीशु और उनके अनुयायियों से बैर रखने वाले लोग भी इस उत्सव का आनन्द मनाते हैं, इस उत्सव के उपलक्ष में उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं, उसके लिए एक दूसरे का अभिनदन करते हैं, क्रिसमिस की सभाओं में सम्मिलित होते हैं और प्रभु यीशु के जन्म की स्तुति के गीत गाते हैं जिन्हें प्रभु के लोगों ने अनेकों वर्ष पहले लिखा था, और लिखने वाले अब इस संसार में भी नहीं रहे लेकिन उनकी रचनाएं आज भी लोगों को आनन्दित करती हैं, प्रभु की आराधना करवाती हैं। यह सब हमें बताता है कि लोग प्रभु यीशु के जन्म के उद्देश्य को दबाने और छिपाने का चाहे जितना प्रयास कर लें, वो सफल कभी नहीं होने पाएंगे।

  उस व्यवसायिकता के बावजूद जो मसीह यीशु के जन्म के सन्देश को बिगाड़ देना चाहती है, परमेश्वर अपने पुत्र और जगत के उद्धारकर्ता के जन्म के सुसमाचार को संसार के प्रत्येक स्थान पर पहुँचा रहा है; कई बार तो उन ही को सुसमाचार वाहक बना रहा है जो इस सुसमाचार पर विश्वास भी नहीं करते। वास्तव में, परमेश्वर जब चाहता है तो पत्थर भी उसकी स्तुति में पुकार उठते हैं। - जूली ऐकैरमैन लिंक


मसीह को क्रिसमस से पृथक करना वैसा ही व्यर्थ है 
जैसा समुद्र की लहरों को थाम देने का प्रयास करना।

परन्तु जब पवित्र आत्मा तुम पर आएगा तब तुम सामर्थ पाओगे; और यरूशलेम और सारे यहूदिया और सामरिया में, और पृथ्वी की छोर तक मेरे गवाह होगे। - प्रेरितों 1:8

बाइबल पाठ: लूका 19:28-40
Luke 19:28 ये बातें कहकर वह यरूशलेम की ओर उन के आगे आगे चला।
Luke 19:29 और जब वह जैतून नाम पहाड़ पर बैतफगे और बैतनियाह के पास पहुंचा, तो उसने अपने चेलों में से दो को यह कहके भेजा। 
Luke 19:30 कि साम्हने के गांव में जाओ, और उस में पहुंचते ही एक गदही का बच्‍चा जिस पर कभी कोई सवार नहीं हुआ, बन्‍धा हुआ तुम्हें मिलेगा, उसे खोल कर लाओ। 
Luke 19:31 और यदि कोई तुम से पूछे, कि क्यों खोलते हो, तो यह कह देना, कि प्रभु को इस का प्रयोजन है। 
Luke 19:32 जो भेजे गए थे; उन्होंने जा कर जैसा उसने उन से कहा था, वैसा ही पाया। 
Luke 19:33 जब वे गदहे के बच्‍चे को खोल रहे थे, तो उसके मालिकों ने उन से पूछा; इस बच्‍चे को क्यों खोलते हो? 
Luke 19:34 उन्होंने कहा, प्रभु को इस का प्रयोजन है। 
Luke 19:35 वे उसको यीशु के पास ले आए और अपने कपड़े उस बच्‍चे पर डालकर यीशु को उस पर सवार किया। 
Luke 19:36 जब वह जा रहा था, तो वे अपने कपड़े मार्ग में बिछाते जाते थे। 
Luke 19:37 और निकट आते हुए जब वह जैतून पहाड़ की ढलान पर पहुंचा, तो चेलों की सारी मण्‍डली उन सब सामर्थ के कामों के कारण जो उन्होंने देखे थे, आनन्‍दित हो कर बड़े शब्द से परमेश्वर की स्‍तुति करने लगी। 
Luke 19:38 कि धन्य है वह राजा, जो प्रभु के नाम से आता है; स्वर्ग में शान्‍ति और आकाश मण्‍डल में महिमा हो। 
Luke 19:39 तब भीड़ में से कितने फरीसी उस से कहने लगे, हे गुरू अपने चेलों को डांट। 
Luke 19:40 उसने उत्तर दिया, कि तुम से कहता हूं, यदि ये चुप रहें, तो पत्थर चिल्ला उठेंगे।

एक साल में बाइबल: 
  • दान्नियेल 8-10
  • 3 यूहन्ना 1


बुधवार, 7 दिसंबर 2016

प्रोत्साहन


   जब 19 वर्षीय जौनी अगर ने 5k दौड़ पूरी की तो उसके पीछे अनेकों लोग खड़े थे - परिवार जन और मित्रगण जो उसकी इस उपलब्धि का उत्सव मना रहे थे। जौनी को सेरेब्रल पाल्सी है, जिसके कारण कोई भी शारीरिक कार्य कर पाना कठिन हो जाता है। लेकिन जौनी और उसके पिता ने टीम बनाकर अनेकों प्रतियोगिताओं में भाग लिया है - पिता गाड़ी को धक्का लगाते हैं और जौनी गाड़ी में बैठकर उसे दिशा देता है। लेकिन एक दिन जौनी ने इच्छा व्यक्त की कि वह अकेला ही दौड़ पूरी करना चाहता है। दौड़ के बीच से पिता ने जौनी को गाड़ी से निकाल खड़ा किया और उसे उसके वॉकर तक जाने में सहायता की, और फिर जौनी के अपने पैरों द्वारा वॉकर के सहारे चलते हुए दौड़ को पूरा करने में उसके सहायक बने। यह एक बड़े उत्सव का कारण बना जहाँ परिवारजनों और मित्रगणों ने उसकी उपलब्धि की सराहना की। जौनी ने पत्रकार से कहा, "उनके मेरे पीछे होने से मेरे लिए यह कर पाना सरल हो गया; उनका प्रोत्साहन मुझे अग्रसर करता रहा।"

   क्या मसीह यीशु के अनुयायियों को यही नहीं करना चाहिए? परमेश्वर के वचन बाइबल में इब्रानियों 10:24 हमें स्मरण दिलाता है कि "प्रेम, और भले कामों में उक्साने के लिये एक दूसरे की चिन्‍ता किया करें" । यदि हम अपने उद्धारकर्ता प्रभु यीशु के नमूने का अनुसरण करें (यूहन्ना 13:34-35), यदि हम आश्वस्त हों कि हमारे पीछे हमें बढ़ावा और सहारा देने के लिए मित्रों का समूह है, तो ज़रा कल्पना करें उस परिवर्तन की जो हम सबके द्वारा एक दुसरे को प्रोत्साहित करने से आ जाएगा।

   यदि हम 1 थिस्सुलुनीकियों 5:11 के शब्दों को गंभीरता से लेने लगें तो जीवन की यह दौड़ हम सबके लिए कितनी आसान हो जाएगी। - डेव ब्रैनन


प्रोत्साहन का एक शब्द आगे बढ़ने या हार कर बैठ जाने का अन्तर ला सकता है।

इस कारण एक दूसरे को शान्‍ति दो, और एक दूसरे की उन्नति के कारण बनो, निदान, तुम ऐसा करते भी हो। - 1 थिस्सुलुनीकियों 5:11

बाइबल पाठ: इब्रानियों 10:19-25
Hebrews 10:19 सो हे भाइयो, जब कि हमें यीशु के लोहू के द्वारा उस नए और जीवते मार्ग से पवित्र स्थान में प्रवेश करने का हियाव हो गया है। 
Hebrews 10:20 जो उसने परदे अर्थात अपने शरीर में से हो कर, हमारे लिये अभिषेक किया है, 
Hebrews 10:21 और इसलिये कि हमारा ऐसा महान याजक है, जो परमेश्वर के घर का अधिकारी है। 
Hebrews 10:22 तो आओ; हम सच्चे मन, और पूरे विश्वास के साथ, और विवेक का दोष दूर करने के लिये हृदय पर छिड़काव ले कर, और देह को शुद्ध जल से धुलवा कर परमेश्वर के समीप जाएं। 
Hebrews 10:23 और अपनी आशा के अंगीकार को दृढ़ता से थामें रहें; क्योंकि जिसने प्रतिज्ञा किया है, वह सच्चा है। 
Hebrews 10:24 और प्रेम, और भले कामों में उक्साने के लिये एक दूसरे की चिन्‍ता किया करें। 
Hebrews 10:25 और एक दूसरे के साथ इकट्ठा होना ने छोड़ें, जैसे कि कितनों की रीति है, पर एक दूसरे को समझाते रहें; और ज्यों ज्यों उस दिन को निकट आते देखो, त्यों त्यों और भी अधिक यह किया करो। इसलिये अब अपने दास की भेंट ग्रहण कर।

एक साल में बाइबल: 
  • दान्नियेल 5-7
  • 2 यूहन्ना 1


मंगलवार, 6 दिसंबर 2016

बेहतर


   शिशु अवस्था में मेरे बच्चों की तवचा लगभग सर्वोत्तम थी। उनकी माँसपेशियाँ मुलायम थीं, उनकी कोहनियाँ सूखी और रूखी नहीं थीं और ना ही पैरों में कोई दाग़-धब्बे थे। उनके वे कोमल और नए शरीर मेरे वर्षों पुराने शरिर से, जिसमें कई स्थानों पर निशान और ठेठ पड़ गए थे, एक तुलना प्रस्तुत करते थे।

   संभव है कि परमेश्वर के वचन बाइबल के एक पात्र, नामान, जो एक महान योद्धा और आराम की सेना का सेनापति था, की त्वचा रूखी तथा युद्ध के घावों के चिन्हों से भरी हो; परन्तु उसे त्वचा की एक गंभीर बीमारी और भी थी - कोढ़। जब उसकी एक दासी लड़की ने उसे बताया कि इस्त्राएल का भविष्यद्वक्ता एलीशा उसे चंगा कर सकता है, तो नामान एलीशा के पास गया। एलीशा द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करने के पश्चात उसका रोगी शरीर "...छोटे लड़के का सा हो गया; उौर वह शुद्ध हो गया" (2 राजा 5:14)। यह चंगाई प्राप्त करने से नामान शारीरिक और आत्मिक रीति से पहल से बेहतर हो गया; और उसने कहा, "...अब मैं ने जान लिया है, कि समस्त पृथ्वी में इस्राएल को छोड़ और कहीं परमेश्वर नहीं है..." (2 राजा 5:15)।

   नामान के समान हम भी अपने अनुभवों के द्वारा परमेश्वर के बारे में महत्वपूर्ण पाठ सीख सकते हैं। परमेश्वर की आशीष पाने से हम उसकी करुणा एवं भलाई के बारे में सीख सकते हैं (मत्ती 7:11)। किसी कठिन परीक्षा से सुरक्षित निकल पाना हमें परमेश्वर के प्रावधानों और देख-भाल के बारे में सिखाता है। उसके ज्ञान में बढ़ना सदा ही हमें पहले से बेहतर करेगा (2 पतरस 1:3)। - जेनिफर बेन्सन शुल्ट


जीवन के अनुभवों में परमेश्वर की शिक्षाएं छिपी होती हैं।

क्योंकि उसके ईश्वरीय सामर्थ ने सब कुछ जो जीवन और भक्ति से सम्बन्‍ध रखता है, हमें उसी की पहचान के द्वारा दिया है, जिसने हमें अपनी ही महिमा और सद्गुण के अनुसार बुलाया है। - 2 पतरस 1:3

बाइबल पाठ: 2 राजा 5:1-15
2 Kings 5:1 अराम के राजा का नामान नाम सेनापति अपने स्वामी की दृष्टि में बड़ा और प्रतिष्ठित पुरुष था, क्योंकि यहोवा ने उसके द्वारा अरामियों को विजयी किया था, और यह शूरवीर था, परन्तु कोढ़ी था। 
2 Kings 5:2 अरामी लोग दल बान्ध कर इस्राएल के देश में जा कर वहां से एक छोटी लड़की बन्धुवाई में ले आए थे और वह नामान की पत्नी की सेवा करती थी। 
2 Kings 5:3 उसने अपनी स्वामिन से कहा, जो मेरा स्वामी शोमरोन के भविष्यद्वक्ता के पास होता, तो क्या ही अच्छा होता! क्योंकि वह उसको कोढ़ से चंगा कर देता। 
2 Kings 5:4 तो किसी ने उसके प्रभु के पास जा कर कह दिया, कि इस्राएली लड़की इस प्रकार कहती है। 
2 Kings 5:5 अराम के राजा ने कहा, तू जा, मैं इस्राएल के राजा के पास एक पत्र भेजूंगा; तब वह दस किक्कार चान्दी और छ: हजार टुकड़े सोना, और दस जोड़े कपड़े साथ ले कर रवाना हो गया। 
2 Kings 5:6 और वह इस्राएल के राजा के पास वह पत्र ले गया जिस में यह लिखा था, कि जब यह पत्र तुझे मिले, तब जानना कि मैं ने नामान नाम अपने एक कर्मचारी को तेरे पास इसलिये भेजा है, कि तू उसका कोढ़ दूर कर दे। 
2 Kings 5:7 इस पत्र के पढ़ने पर इस्राएल का राजा अपने वस्त्र फाड़ कर बोला, क्या मैं मारने वाला और जिलाने वाला परमेश्वर हूँ कि उस पुरुष ने मेरे पास किसी को इसलिये भेजा है कि मैं उसका कोढ़  दूर करूं? सोच विचार तो करो, वह मुझ से झगड़े का कारण ढूंढ़ता होगा।
2 Kings 5:8 यह सुनकर कि इस्राएल के राजा ने अपने वस्त्र फाड़े हैं, परमेश्वर के भक्त एलीशा ने राजा के पास कहला भेजा, तू ने क्यों अपने वस्त्र फाड़े हैं? वह मेरे पास आए, तब जान लेगा, कि इस्राएल में भविष्यद्वक्ता तो है। 
2 Kings 5:9 तब नामान घोड़ों और रथों समेत एलीशा के द्वार पर आकर खड़ा हुआ। 
2 Kings 5:10 तब एलीशा ने एक दूत से उसके पास यह कहला भेजा, कि तू जा कर यरदन में सात बार डुबकी मार, तब तेरा शरीर ज्यों का त्यों हो जाएगा, और तू शुद्ध होगा। 
2 Kings 5:11 परन्तु नामान क्रोधित हो यह कहता हुआ चला गया, कि मैं ने तो सोचा था, कि अवश्य वह मेरे पास बाहर आएगा, और खड़ा हो कर अपने परमेश्वर यहोवा से प्रार्थना कर के कोढ़ के स्थान पर अपना हाथ फेर कर कोढ़ को दूर करेगा! 
2 Kings 5:12 क्या दमिश्क की अबाना और पर्पर नदियां इस्राएल के सब जलाशयों से अत्तम नहीं हैं? क्या मैं उन में स्नान कर के शुद्ध नहीं हो सकता हूँ? इसलिये वह जलजलाहट से भरा हुआ लौट कर चला गया। 
2 Kings 5:13 तब उसके सेवक पास आकर कहने लगे, हे हमारे पिता यदि भविष्यद्वक्ता तुझे कोई भारी काम करने की आज्ञा देता, तो क्या तू उसे न करता? फिर जब वह कहता है, कि स्नान कर के शुद्ध हो जा, तो कितना अधिक इसे मानना चाहिये। 
2 Kings 5:14 तब उसने परमेश्वर के भक्त के वचन के अनुसार यरदन को जा कर उस में सात बार डुबकी मारी, और उसका शरीर छोटे लड़के का सा हो गया; उौर वह शुद्ध हो गया। 
2 Kings 5:15 तब वह अपने सब दल बल समेत परमेश्वर के भक्त के यहां लौट आया, और उसके सम्मुख खड़ा हो कर कहने लगा सुन, अब मैं ने जान लिया है, कि समस्त पृथ्वी में इस्राएल को छोड़ और कहीं परमेश्वर नहीं है। इसलिये अब अपने दास की भेंट ग्रहण कर।

एक साल में बाइबल: 
  • दान्नियेल 3-4
  • 1 यूहन्ना 5


सोमवार, 5 दिसंबर 2016

प्रेम


   शतरंज एक प्राचीन खेल है जिसमें खिलाड़ी परस्पर अपने कौशल और नीति के दाँव आज़माते हैं। प्रत्येक खिलाड़ी के पास 16 मोहरे होते हैं जिन्हें वह बिसात पर लगा और चला कर प्रतिद्वंदी खिलाड़ी के राजा को फंसाने और पराजित करने का प्रयास करता है। समय के साथ इस खेल ने कई रूप लिए हैं। एक रूप है मानव शतरंज जिसे लगभग 735 ईसवीं में ऑस्ट्रेशिया के ड्यूक, चार्ल्स मारटेल ने आरंभ किया था। मारटेल इस खेल को विशाल बिसात पर खेलता था और मोहरों के स्थान पर उन मोहरों की पहचान करवाने वाले कपड़े पहने हुए मनुष्य खड़े किए जाते थे, जिन्हें खिलाड़ियों की इच्छानुसार इधर से उधर चलाया और उपयोग किया जाता था।

   क्या ऐसे ही शतरंज के समान मनुष्यों को अपनी इच्छानुसार इधर-उधर चलाने, उपयोग करने का खेल कहीं हम भी तो नहीं खेलते हैं? संभव है कि हम अपने उद्देश्यों की पूर्ति से वशिभूत हो कर लोगों को अपने लिए एक मोहरा बना लें जिन्हें हम केवल अपने स्वार्थ-सिद्धि के लिए प्रयोग करने लग जाएं। लेकिन परमेश्वर का वचन पवित्रशास्त्र बाइबल हमें अपने आस-पास के लोगों के प्रति एक भिन्न ही दृष्टिकोण रखने के लिए कहती है: हमें लोगों को परमेश्वर के द्वारा परमेश्वर के ही स्वरूप में सृजे गए देखना है (उत्पत्ति 1:26); वे परमेश्वर के प्रेम के पात्र हैं (यूहन्ना 3:16) और हमारे प्रेम तथा परवाह पाने के योग्य भी हैं।

   प्रेरित यूहन्ना ने लिखा, "हे प्रियों, हम आपस में प्रेम रखें; क्योंकि प्रेम परमेश्वर से है: और जो कोई प्रेम करता है, वह परमेश्वर से जन्मा है; और परमेश्वर को जानता है" (1 यूहन्ना 4:7)। क्योंकि परमेश्वर ने पहले होकर हम से प्रेम किया है, इसलिए उसके प्रति हमारा प्रत्युत्तर उससे तथा उसके द्वारा अपने स्वरूप में सृजे गए लोगों से प्रेम दिखाने का होना चाहिए। - बिल क्राउडर


लोगों से प्रेम के पात्र हैं, उपयोग किए जाने के नहीं।

क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए। - यूहन्ना 3:16

बाइबल पाठ: 1 यूहन्ना 4:7-12
1 John 4:7 हे प्रियों, हम आपस में प्रेम रखें; क्योंकि प्रेम परमेश्वर से है: और जो कोई प्रेम करता है, वह परमेश्वर से जन्मा है; और परमेश्वर को जानता है। 
1 John 4:8 जो प्रेम नहीं रखता, वह परमेश्वर को नहीं जानता है, क्योंकि परमेश्वर प्रेम है। 
1 John 4:9 जो प्रेम परमेश्वर हम से रखता है, वह इस से प्रगट हुआ, कि परमेश्वर ने अपने एकलौते पुत्र को जगत में भेजा है, कि हम उसके द्वारा जीवन पाएं। 
1 John 4:10 प्रेम इस में नहीं कि हम ने परमेश्वर से प्रेम किया; पर इस में है, कि उसने हम से प्रेम किया; और हमारे पापों के प्रायश्‍चित्त के लिये अपने पुत्र को भेजा। 
1 John 4:11 हे प्रियो, जब परमेश्वर ने हम से ऐसा प्रेम किया, तो हम को भी आपस में प्रेम रखना चाहिए। 
1 John 4:12 परमेश्वर को कभी किसी ने नहीं देखा; यदि हम आपस में प्रेम रखें, तो परमेश्वर हम में बना रहता है; और उसका प्रेम हम में सिद्ध हो गया है।

एक साल में बाइबल: 
  • दान्नियेल 1-2
  • 1 यूहन्ना 4


रविवार, 4 दिसंबर 2016

नाम


   एक स्कूल की प्रधानाध्यापिका ने शैक्षिक वर्ष के आरंभ में प्रण लिया कि अपने स्कूल के सभी 600 विद्यार्थियों के नाम कंटस्थ कर लेंगी। यदि किसी को उनकी इस क्षमता अथवा निश्चय पर कोई संदेह था, तो वह इस विषय पर उनके पिछले कारनामों पर दृष्टि कर सकता था। इससे पिछले वर्ष उन्होंने 700 बच्चों के नाम स्मरण किए थे, और उससे पूर्व, एक भिन्न स्कूल में 400 बच्चों के। ज़रा सोचिए उन विद्यार्थियों के लिए यह कितना अर्थपूर्ण होता होगा कि उनकी प्रधानाध्यापिका द्वारा उन्हें पहचाना और नाम से बुलाया जाता था।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में ज़क्कई की प्रभु यीशु से मुलाकात की घटना (लूका 19:1-10) में भी व्यक्तिगत पहचान का विलक्षण उदाहरण है। जब प्रभु यीशु यरीहो से होकर निकल रहे थे, ज़क्कई नाम का एक धनी महसूल लेने वाला उन्हें देखने के लिए पेड़ पर चढ़ गया; "जब यीशु उस जगह पहुंचा, तो ऊपर दृष्टि कर के उस से कहा; हे ज़क्कई झट उतर आ; क्योंकि आज मुझे तेरे घर में रहना अवश्य है" (लूका 19:5)। प्रभु यीशु ने ना तो ज़क्कई को अनदेखा किया और ना ही कुछ ऐसा कहा, "अरे, तुम जो पेड़ पर हो"; प्रभु यीशु ने उसे उसके नाम से बुलाया। इस पल के बाद से उसका जीवन बदलना आरंभ हो गया।

   जब कभी आपको लगे कि आपको कोई नहीं जानता, ना ही किसी को आपकी परवाह है कि आप कौन हैं, तब प्रभु यीशु को स्मरण कीजिए। प्रभु यीशु हम सबको हमारे नाम से, व्यक्तिगत रीति से तथा गहराई से जानता है, और चाहता है कि हम भी उसे व्यक्तिगत रीति से तथा गहराई से जानने वाले बनें। हमारा स्वर्गीय प्रेमी पिता हमें अपने प्रेम की नज़रों से देखता है और हमारे जीवन की हर बात की सुधि रखता है, चिन्ता करता है। - डेविड मैक्कैसलैंड


प्रभु यीशु आपको व्यक्तिगत रीति से आपके नाम से जानता है 
और उसकी लालसा है कि आप भी उसे व्यक्तिगत रीति से जानने वाले बनें।

वह खेदित मन वालों को चंगा करता है, और उनके शोक पर मरहम- पट्टी बान्धता है। वह तारों को गिनता, और उन में से एक एक का नाम रखता है। हमारा प्रभु महान और अति सामर्थी है; उसकी बुद्धि अपरम्पार है। - भजन 147:3-5

बाइबल पाठ: लूका 19:1-10
Luke 19:1 वह यरीहो में प्रवेश कर के जा रहा था। 
Luke 19:2 और देखो, ज़क्कई नाम एक मनुष्य था जो चुंगी लेने वालों का सरदार और धनी था। 
Luke 19:3 वह यीशु को देखना चाहता था कि वह कौन सा है परन्तु भीड़ के कारण देख न सकता था। क्योंकि वह नाटा था। 
Luke 19:4 तब उसको देखने के लिये वह आगे दौड़कर एक गूलर के पेड़ पर चढ़ गया, क्योंकि वह उसी मार्ग से जाने वाला था। 
Luke 19:5 जब यीशु उस जगह पहुंचा, तो ऊपर दृष्टि कर के उस से कहा; हे ज़क्कई झट उतर आ; क्योंकि आज मुझे तेरे घर में रहना अवश्य है। 
Luke 19:6 वह तुरन्त उतर कर आनन्द से उसे अपने घर को ले गया। 
Luke 19:7 यह देख कर सब लोगे कुड़कुड़ा कर कहने लगे, वह तो एक पापी मनुष्य के यहां जा उतरा है। 
Luke 19:8 ज़क्कई ने खड़े हो कर प्रभु से कहा; हे प्रभु, देख मैं अपनी आधी सम्पत्ति कंगालों को देता हूं, और यदि किसी का कुछ भी अन्याय कर के ले लिया है तो उसे चौगुना फेर देता हूं। 
Luke 19:9 तब यीशु ने उस से कहा; आज इस घर में उद्धार आया है, इसलिये कि यह भी इब्राहीम का एक पुत्र है। 
Luke 19:10 क्योंकि मनुष्य का पुत्र खोए हुओं को ढूंढ़ने और उन का उद्धार करने आया है।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजेकल 47-48
  • 1 यूहन्ना 3


शनिवार, 3 दिसंबर 2016

किसकी ओर?


   अमेरिका के गृहयुद्ध के समय में, राष्ट्रपति लिंकन के सलाहकारों में से एक ने कहा कि वह कृतज्ञ है कि परमेश्वर उनकी ओर है। लिंकन ने उत्तर दिया, "श्रीमान, मेरी चिन्ता यह नहीं है कि क्या परमेश्वर मेरी ओर है; मेरी सबसे बड़ी चिन्ता तो यह है कि क्या मैं परमेश्वर की ओर हूँ; क्योंकि केवल परमेश्वर ही सर्वदा सही होता है।"

   हमारे लिए जो यह मान के चलते हैं परमेश्वर हमारी योजनाओं, दृष्टिकोण, निर्णयों और लालसाओं का समर्थन करता है, लिंकन का यह कथन अपना आँकलन करने की बड़ी चुनौती प्रस्तुत करता है। लिंकन की यह बात हमें स्मरण करवाती है कि यह बहुत संभव है कि हमारी अच्छी से अच्छी योजनाएं भी परमेश्वर की इच्छा के अनुरूप ना हों।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में भजनकार स्पष्टतः परमेश्वर की ओर होना चाहता है, तभी उसने लिखा: "हे ईश्वर, मुझे जांच कर जान ले! मुझे परख कर मेरी चिन्ताओं को जान ले! और देख कि मुझ में कोई बुरी चाल है कि नहीं, और अनन्त के मार्ग में मेरी अगुवाई कर!" (भजन 139:23-24)। जब हम परमेश्वर के निकट आने के लिए (भजन 73:28) भजनकार के उदाहरण का अनुसरण करते हैं तो हम निश्चित रह सकते हैं कि हम उसकी ओर हैं, क्योंकि उसका पवित्र आत्मा हमें अपने प्रत्येक विचार और कार्य का आँकलन उसके मापदण्ड से, जो सर्वदा सही होता है, करने में सहायता करता है।

   इसलिए आईये हम अपने आप से प्रश्न करें, क्या हम प्रभु की ओर हैं? उसकी ओर होने का अर्थ है उसके स्वभाव को अपने जीवन से दिखाना; हम जब लोगों से संपर्क रखते हैं तो प्रभु के प्रेम को उन लोगों के समक्ष प्रतिबिंबित करेंगे, हम उन्हें क्षमा करेंगे, उनके साथ सही व्यवहार करेंगे और शान्ति के खोजी रहेंगे। क्योंकि परमेश्वर के मार्ग सर्वदा सही होते हैं; इसलिए विचार करें कि हम किसकी ओर हैं? - जो स्टोवैल


यदि आप परमेश्वर की निकटता में आते हैं, तो अवश्य ही आप उसकी ओर भी होंगे।

इसलिये परमेश्वर के आधीन हो जाओ; और शैतान का साम्हना करो, तो वह तुम्हारे पास से भाग निकलेगा। परमेश्वर के निकट आओ, तो वह भी तुम्हारे निकट आएगा: हे पापियों, अपने हाथ शुद्ध करो; और हे दुचित्ते लोगों अपने हृदय को पवित्र करो। - याकूब 4:7-8

बाइबल पाठ: भजन 73
Psalms 73:1 सचमुच इस्त्राएल के लिये अर्थात शुद्ध मन वालों के लिये परमेश्वर भला है। 
Psalms 73:2 मेरे डग तो उखड़ना चाहते थे, मेरे डग फिसलने ही पर थे। 
Psalms 73:3 क्योंकि जब मैं दुष्टों का कुशल देखता था, तब उन घमण्डियों के विषय डाह करता था।
Psalms 73:4 क्योंकि उनकी मृत्यु में वेदनाएं नहीं होतीं, परन्तु उनका बल अटूट रहता है। 
Psalms 73:5 उन को दूसरे मनुष्यों की नाईं कष्ट नहीं होता; और और मनुष्यों के समान उन पर विपत्ति नहीं पड़ती। 
Psalms 73:6 इस कारण अहंकार उनके गले का हार बना है; उनका ओढ़ना उपद्रव है। 
Psalms 73:7 उनकी आंखें चर्बी से झलकती हैं, उनके मन की भवनाएं उमण्डती हैं। 
Psalms 73:8 वे ठट्ठा मारते हैं, और दुष्टता से अन्धेर की बात बोलते हैं; 
Psalms 73:9 वे डींग मारते हैं। वे मानों स्वर्ग में बैठे हुए बोलते हैं, और वे पृथ्वी में बोलते फिरते हैं।
Psalms 73:10 तौभी उसकी प्रजा इधर लौट आएगी, और उन को भरे हुए प्याले का जल मिलेगा। 
Psalms 73:11 फिर वे कहते हैं, ईश्वर कैसे जानता है? क्या परमप्रधान को कुछ ज्ञान है? 
Psalms 73:12 देखो, ये तो दुष्ट लोग हैं; तौभी सदा सुभागी रहकर, धन सम्पत्ति बटोरते रहते हैं। 
Psalms 73:13 निश्चय, मैं ने अपने हृदय को व्यर्थ शुद्ध किया और अपने हाथों को निर्दोषता में धोया है; 
Psalms 73:14 क्योंकि मैं दिन भर मार खाता आया हूं और प्रति भोर को मेरी ताड़ना होती आई है।
Psalms 73:15 यदि मैं ने कहा होता कि मैं ऐसा ही कहूंगा, तो देख मैं तेरे लड़कों की सन्तान के साथ क्रूरता का व्यवहार करता, 
Psalms 73:16 जब मैं सोचने लगा कि इसे मैं कैसे समझूं, तो यह मेरी दृष्टि में अति कठिन समस्या थी, 
Psalms 73:17 जब तक कि मैं ने ईश्वर के पवित्र स्थान में जा कर उन लोगों के परिणाम को न सोचा। 
Psalms 73:18 निश्चय तू उन्हें फिसलने वाले स्थानों में रखता है; और गिराकर सत्यानाश कर देता है। 
Psalms 73:19 अहा, वे क्षण भर में कैसे उजड़ गए हैं! वे मिट गए, वे घबराते घबराते नाश हो गए हैं। 
Psalms 73:20 जैसे जागने हारा स्वप्न को तुच्छ जानता है, वैसे ही हे प्रभु जब तू उठेगा, तब उन को छाया सा समझ कर तुच्छ जानेगा।
Psalms 73:21 मेरा मन तो चिड़चिड़ा हो गया, मेरा अन्त:करण छिद गया था, 
Psalms 73:22 मैं तो पशु सरीखा था, और समझता न था, मैं तेरे संग रह कर भी, पशु बन गया था। 
Psalms 73:23 तौभी मैं निरन्तर तेरे संग ही था; तू ने मेरे दाहिने हाथ को पकड़ रखा। 
Psalms 73:24 तू सम्मति देता हुआ, मेरी अगुवाई करेगा, और तब मेरी महिमा कर के मुझ को अपने पास रखेगा। 
Psalms 73:25 स्वर्ग में मेरा और कौन है? तेरे संग रहते हुए मैं पृथ्वी पर और कुछ नहीं चाहता। 
Psalms 73:26 मेरे हृदय और मन दोनों तो हार गए हैं, परन्तु परमेश्वर सर्वदा के लिये मेरा भाग और मेरे हृदय की चट्टान बना है।
Psalms 73:27 जो तुझ से दूर रहते हैं वे तो नाश होंगे; जो कोई तेरे विरुद्ध व्यभिचार करता है, उसको तू विनाश करता है। 
Psalms 73:28 परन्तु परमेश्वर के समीप रहना, यही मेरे लिये भला है; मैं ने प्रभु यहोवा को अपना शरणस्थान माना है, जिस से मैं तेरे सब कामों का वर्णन करूं।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजेकल 45-46
  • 1 यूहन्ना 2