एक ७६ वर्ष की आयु के स्वस्थ और मज़बूत दिखने वाले व्यक्ति के अच्छे स्वास्थ्य के लिए जब मैंने उसकी प्रशंसा करी तो, तो वह बोला, "यह मेरे लिए सबसे बड़ी आशीष है।" मैंने उत्तर दिया, "क्या वाकई आप इसे सबसे बड़ी आशीष मानते हैं? मैं एक ऐसे मनुष्य को भी जानता हूँ जो अपनी बीमारी के लिए परमेश्वर का धन्यवादी है, क्योंकि बीमारी में हो कर ही उसने परमेश्वर पर निर्भर रहना और उसकी सामर्थ पर विश्वास करना सीखा है।" मुस्कुराते हुए उस व्यक्ति ने उत्तर दिया, "आप ठीक कहते हैं, परमेश्वर पर भरोसा रख पाना अच्छी सेहत से कहीं बेहतर आशीष है। यदि बीमारी और तकलीफ द्वारा परमेश्वर और उसकी महिमा के बारे में सीखने को मिलता है, तो मैं कहूँगा कि बीमारी और तकलीफ के लिए परमेश्वर का धन्यवाद हो।"
भजनकार ने लिखा, "मुझे जो दु:ख हुआ वह मेरे लिये भला ही हुआ है, जिस से मैं तेरी विधियों को सीख सकूं" (भजन ११९:७१)। बहुत से विश्वासियों ने दुख और क्लेषों के समयों में ही परमेश्वर के कोमल स्पर्श और उसकी शांतिदायक उपस्थिति का अनुभव किया है, और सीखा है कि परमेश्वर कभी उनसे दूर नहीं होता। संभवतः वे नहीं चाहेंगे कि ऐसी परिस्थितियों से उन्हें दोबारा निकलना पड़े, लेकिन परमेश्वर के बारे में जो कुछ उन्होंने उन दुखों में जाना और सीखा, उसके मूल्य के सामने उनकी वे तकलीफें बहुत छोटी हैं।
अच्छा स्वास्थ्य और आर्थिक संपन्नता अवश्य बड़ी आशीषें हैं, और उनके लिए हमें परमेश्वर का धन्यवादी भी होना चाहिए। लेकिन यदि हमें बीमारी और कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़े तो हमें निराश और हतोसाहित नहीं होना चाहिए क्योंकि इन के द्वारा भी प्रत्येक मसीही विश्वासी अपने परमेश्वर को बेहतर जान सकता है, और अय्युब के साथ मिलकर कह सकता है: "मैंने कानों से तेरा समाचार सुना था, परन्तु अब मेरी आंखें तुझे देखती हैं" - अय्युब ४२:५।
परमेश्वर को निकटता से जान पाना सबसे बड़ी आशीष यही है। - हर्ब वैन्डर लुग्ट
मैं ने कानों से तेरा समाचार सुना था, परन्तु अब मेरी आंखें तुझे देखती हैं। - अय्युब ४२:५
बाइबल पाठ: अय्युब ४२
Job 42:1 तब अय्यूब यहोवा को उत्तर दिया,
Job 42:2 मैं जानता हूँ कि तू सब कुछ कर सकता है, और तेरी युक्तियों में से कोई रुक नहीं सकती।
Job 42:3 तू कौन है जो ज्ञान रहित होकर युक्ति पर परदा डालता है? परन्तु मैं ने तो जो नहीं समझता था वही कहा, अर्थात जो बातें मेरे लिये अधिक कठिन और मेरी समझ से बाहर थीं जिनको मैं जानता भी नहीं था।
Job 42:4 मैं निवेदन करता हूं सुन, मैं कुछ कहूंगा, मैं तुझ से प्रश्न करता हूँ, तू मुझे बता दे।
Job 42:5 मैं ने कानों से तेरा समाचार सुना था, परन्तु अब मेरी आंखें तुझे देखती हैं;
Job 42:6 इसलिये मुझे अपने ऊपर घृणा आती है, और मैं धूलि और राख में पश्चात्ताप करता हूँ।
Job 42:7 और ऐसा हुआ कि जब यहोवा ये बातें अय्यूब से कह चुका, तब उस ने तेमानी एलीपज से कहा, मेरा क्रोध तेरे और तेरे दोनों मित्रों पर भड़का है, क्योंकि जैसी ठीक बात मेरे दास अय्यूब ने मेरे विषय कही है, वैसी तुम लोगों ने नहीं कही।
Job 42:8 इसलिये अब तुम सात बैल और सात मेढ़े छांटकर मेरे दास अय्यूब के पास जाकर अपने निमित्त होमबलि चढ़ाओ, तब मेरा दास अय्यूब तुम्हारे लिये प्रार्थना करेगा, क्योंकि उसी की मैं ग्रहण करूंगा और नहीं, तो मैं तुम से तुम्हारी मूढ़ता के योग्य बर्ताव करूंगा, क्योंकि तुम लोगों ने मेरे विषय मेरे दास अय्यूब की सी ठीक बात नहीं कही।
Job 42:9 यह सुन तेमानी एलीपज, शूही बिल्दद और नामाती सोपर ने जाकर यहोवा की आज्ञा के अनुसार किया, और यहोवा ने अय्यूब की प्रार्थना ग्रहण की।
Job 42:10 जब अय्यूब ने अपने मित्रों के लिथे प्रार्थना की, तब यहोवा ने उसका सारा दु:ख दूर किया, और जितना अय्यूब का पहिले था, उसका दुगना यहोवा ने उसे दे दिया।
Job 42:11 तब उसके सब भाई, और सब बहिनें, और जितने पहिले उसको जानते पहिचानते थे, उन सभों ने आकर उसके यहां उसके संग भोजन किया और जितनी विपत्ति यहोवा ने उस पर डाली थी, उस सब के विषय उन्होंने विलाप किया, और उसे शान्ति दी और उसे एक एक सिक्का और सोने की एक एक बाली दी।
Job 42:12 और यहोवा ने अय्यूब के पिछले दिनों में उसको अगले दिनों से अधिक आशीष दी और उसके चौदह हजार भेड़ बकरियां, छ: हजार ऊंट, हजार जोड़ी बैल, और हजार गदहियां हो गई।
Job 42:13 और उसके सात बेटे ओर तीन बेटियां भी उत्पन्न हुई।
Job 42:14 इन में से उस ने जेठी बेटी का नाम तो यमीमा, दूसरी का कसीआ और तीसरी का केरेन्हप्पूक रखा।
Job 42:15 और उस सारे देश में ऐसी स्त्रियां कहीं न थीं, जो अय्यूब की बेटियों के समान सुन्दर हों, और उनके पिता ने उनको उनके भाइयों के संग ही सम्पत्ति दी।
Job 42:16 इसके बाद अय्यूब एक सौ चालीस वर्ष जीवित रहा, और चार पीढ़ी तक अपना वंश देखने पाया।
Job 42:17 निदान अय्यूब वृद्धावस्था में दीर्घायु होकर मर गया।
एक साल में बाइबल:
भजनकार ने लिखा, "मुझे जो दु:ख हुआ वह मेरे लिये भला ही हुआ है, जिस से मैं तेरी विधियों को सीख सकूं" (भजन ११९:७१)। बहुत से विश्वासियों ने दुख और क्लेषों के समयों में ही परमेश्वर के कोमल स्पर्श और उसकी शांतिदायक उपस्थिति का अनुभव किया है, और सीखा है कि परमेश्वर कभी उनसे दूर नहीं होता। संभवतः वे नहीं चाहेंगे कि ऐसी परिस्थितियों से उन्हें दोबारा निकलना पड़े, लेकिन परमेश्वर के बारे में जो कुछ उन्होंने उन दुखों में जाना और सीखा, उसके मूल्य के सामने उनकी वे तकलीफें बहुत छोटी हैं।
अच्छा स्वास्थ्य और आर्थिक संपन्नता अवश्य बड़ी आशीषें हैं, और उनके लिए हमें परमेश्वर का धन्यवादी भी होना चाहिए। लेकिन यदि हमें बीमारी और कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़े तो हमें निराश और हतोसाहित नहीं होना चाहिए क्योंकि इन के द्वारा भी प्रत्येक मसीही विश्वासी अपने परमेश्वर को बेहतर जान सकता है, और अय्युब के साथ मिलकर कह सकता है: "मैंने कानों से तेरा समाचार सुना था, परन्तु अब मेरी आंखें तुझे देखती हैं" - अय्युब ४२:५।
परमेश्वर को निकटता से जान पाना सबसे बड़ी आशीष यही है। - हर्ब वैन्डर लुग्ट
कभी कभी परमेश्वर हमें अन्धेरों में जा लेने देता है, जिससे हम पहचान सकें कि सच्ची ज्योति वही है।
मैं ने कानों से तेरा समाचार सुना था, परन्तु अब मेरी आंखें तुझे देखती हैं। - अय्युब ४२:५
बाइबल पाठ: अय्युब ४२
Job 42:1 तब अय्यूब यहोवा को उत्तर दिया,
Job 42:2 मैं जानता हूँ कि तू सब कुछ कर सकता है, और तेरी युक्तियों में से कोई रुक नहीं सकती।
Job 42:3 तू कौन है जो ज्ञान रहित होकर युक्ति पर परदा डालता है? परन्तु मैं ने तो जो नहीं समझता था वही कहा, अर्थात जो बातें मेरे लिये अधिक कठिन और मेरी समझ से बाहर थीं जिनको मैं जानता भी नहीं था।
Job 42:4 मैं निवेदन करता हूं सुन, मैं कुछ कहूंगा, मैं तुझ से प्रश्न करता हूँ, तू मुझे बता दे।
Job 42:5 मैं ने कानों से तेरा समाचार सुना था, परन्तु अब मेरी आंखें तुझे देखती हैं;
Job 42:6 इसलिये मुझे अपने ऊपर घृणा आती है, और मैं धूलि और राख में पश्चात्ताप करता हूँ।
Job 42:7 और ऐसा हुआ कि जब यहोवा ये बातें अय्यूब से कह चुका, तब उस ने तेमानी एलीपज से कहा, मेरा क्रोध तेरे और तेरे दोनों मित्रों पर भड़का है, क्योंकि जैसी ठीक बात मेरे दास अय्यूब ने मेरे विषय कही है, वैसी तुम लोगों ने नहीं कही।
Job 42:8 इसलिये अब तुम सात बैल और सात मेढ़े छांटकर मेरे दास अय्यूब के पास जाकर अपने निमित्त होमबलि चढ़ाओ, तब मेरा दास अय्यूब तुम्हारे लिये प्रार्थना करेगा, क्योंकि उसी की मैं ग्रहण करूंगा और नहीं, तो मैं तुम से तुम्हारी मूढ़ता के योग्य बर्ताव करूंगा, क्योंकि तुम लोगों ने मेरे विषय मेरे दास अय्यूब की सी ठीक बात नहीं कही।
Job 42:9 यह सुन तेमानी एलीपज, शूही बिल्दद और नामाती सोपर ने जाकर यहोवा की आज्ञा के अनुसार किया, और यहोवा ने अय्यूब की प्रार्थना ग्रहण की।
Job 42:10 जब अय्यूब ने अपने मित्रों के लिथे प्रार्थना की, तब यहोवा ने उसका सारा दु:ख दूर किया, और जितना अय्यूब का पहिले था, उसका दुगना यहोवा ने उसे दे दिया।
Job 42:11 तब उसके सब भाई, और सब बहिनें, और जितने पहिले उसको जानते पहिचानते थे, उन सभों ने आकर उसके यहां उसके संग भोजन किया और जितनी विपत्ति यहोवा ने उस पर डाली थी, उस सब के विषय उन्होंने विलाप किया, और उसे शान्ति दी और उसे एक एक सिक्का और सोने की एक एक बाली दी।
Job 42:12 और यहोवा ने अय्यूब के पिछले दिनों में उसको अगले दिनों से अधिक आशीष दी और उसके चौदह हजार भेड़ बकरियां, छ: हजार ऊंट, हजार जोड़ी बैल, और हजार गदहियां हो गई।
Job 42:13 और उसके सात बेटे ओर तीन बेटियां भी उत्पन्न हुई।
Job 42:14 इन में से उस ने जेठी बेटी का नाम तो यमीमा, दूसरी का कसीआ और तीसरी का केरेन्हप्पूक रखा।
Job 42:15 और उस सारे देश में ऐसी स्त्रियां कहीं न थीं, जो अय्यूब की बेटियों के समान सुन्दर हों, और उनके पिता ने उनको उनके भाइयों के संग ही सम्पत्ति दी।
Job 42:16 इसके बाद अय्यूब एक सौ चालीस वर्ष जीवित रहा, और चार पीढ़ी तक अपना वंश देखने पाया।
Job 42:17 निदान अय्यूब वृद्धावस्था में दीर्घायु होकर मर गया।
एक साल में बाइबल:
- अय्युब २२-२४
- प्रेरितों ११
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