एक ईस्टर इतवार की प्रातः ७:३० बजे, न्यूयॉर्क शहर के उस होटल में बैठा हुआ मैं एकमात्र ग्राहक था। होटल का द्वार खुला, एक व्यक्ति अन्दर आया, मुझे बैठा हुआ देखकर मेरी मेज़ के निकट आया, मुझे संबोधित करते हुए उसने कहा, "नमस्कार, प्रभु आपको आशीष दे", फिर मेरे सामने एक सुसमाचार लेख का पर्चा रखा और चला गया। मैं मुस्कुराया, उसकी इस गवाही की मन ही मन प्रशंसा करी और एहसास किया कि परमेश्वर के गवाह सब स्थानों पर उपस्थित हैं। उस रात्रि को मैं और मेरी बेटी डेबी चर्च में ३०० उत्साहपूर्ण लोगों के साथ आराधना में सम्मिलित हुए जिनमें अधिकांश जवान थे। प्रभु यीशु के प्रति उनके प्रेम और उस प्रेम के कारण अन्य लोगों से भी उनके प्रेम और सहभागिता को देखना, उस आत्मिक अन्धकार से भरे हुए शहर में मानो अन्धेरे में प्रकाश देखने के समान था।
प्रथम ईस्वीं में प्रेरित पौलुस यूनान के कुरिन्थुस शहर आया, जो अपनी अनैतिकता, भ्रष्टाचार और वहां के समाज में व्याप्त व्यभिचार के लिए जाना जाता था। जब वहां पौलुस ने प्रभु यीशु के सुसमाचार का प्रचार करने का प्रयास किया तो उसका बहुत विरोध हुआ। किंतु प्रभु ने उसे दर्शन देकर उससे प्रचार करते रहने को कहा, और प्रभु की सामर्थ से पौलुस उस पाप और आत्मिक अन्धकार से भरे शहर में डेढ़ वर्ष तक प्रचार करता रहा: "और प्रभु ने रात को दर्शन के द्वारा पौलुस से कहा, मत डर, वरन कहे जा, और चुप मत रह। क्योंकि मैं तेरे साथ हूं: और कोई तुझ पर चढ़ाई करके तेरी हानि न करेगा; क्योंकि इस नगर में मेरे बहुत से लोग हैं। सो वह उन में परमेश्वर का वचन सिखाते हुए डेढ़ वर्ष तक रहा" (प्रेरितों १८:९-११)।
हम चाहे कहीं भी जाएं, परमेश्वर के लोग सब जगह विद्यमान हैं, और उनमें होकर प्रभु यीशु की सामर्थी उपस्थिति भी विद्यमान है। आप जहां हैं, प्रभु यीशु के गवाह वहां भी उपस्थित हैं, उनका पता कीजिए और उनके साथ संगति कीजिए। आप को जहां प्रभु यीशु ने रखा है वहीं प्रभु यीशु के गवाह भी बनिए और सुसमाचार का प्रचार कीजिए। - डेविड मैक्कैसलैंड
आप जहां हैं, वहीं प्रभु यीशु के अनेक गवाह भी हैं।
क्योंकि इस नगर में मेरे बहुत से लोग हैं। - प्रेरितों १८:१०
बाइबल पाठ: प्रेरितों १८:१-११
Act 18:1 इस के बाद पौलुस अथेने को छोड़कर कुरिन्थुस में आया।
Act 18:2 और वहां अक्विला नाम एक यहूदी मिला, जिस का जन्म पुन्तुस का था और अपनी पत्नी प्रिस्किल्ला समेत इतालिया से नया आया था, क्योंकि क्लौदियुस ने सब यहूदियों को रोम से निकल जाने की आज्ञा दी थी, सो वह उन के यहां गया।
Act 18:3 और उसका और उन का एक ही उद्यम था इसलिथे वह उन के साथ रहा, और वे काम करने लगे, और उन का उद्यम तम्बू बनाने का था।
Act 18:4 और वह हर एक सब्त के दिन आराधनालय में वाद-विवाद करके यहूदियों और यूनानियों को भी समझाता था।
Act 18:5 जब सीलास और तीमुथियुस मकिदुनिया से आए, तो पौलुस वचन सुनाने की धुन में लगकर यहूदियों को गवाही देता था कि यीशु ही मसीह है।
Act 18:6 परन्तु जब वे विरोध और निन्दा करने लगे, तो उस ने अपने कपड़े झाड़कर उन से कहा, तुम्हारा लोहू तुम्हारी गर्दन पर रहे: मैं निर्दोष हूं: अब से मैं अन्यजातियों के पास जाऊंगा।
Act 18:7 और वहां से चलकर वह तितुस युस्तुस नाम परमेश्वर के एक भक्त के घर में आया, जिस का घर आराधनालय से लगा हुआ था।
Act 18:8 तब आराधनालय के सरदार क्रिस्पुस ने अपने सारे घराने समेत प्रभु पर विश्वास किया, और बहुत से कुरिन्थी सुनकर विश्वास लाए और बपतिस्मा लिया।
Act 18:9 और प्रभु ने रात को दर्शन के द्वारा पौलुस से कहा, मत डर, वरन कहे जा, और चुप मत रह।
Act 18:10 क्योंकि मैं तेरे साथ हूं: और कोई तुझ पर चढ़ाई कर के तेरी हानि न करेगा; क्योंकि इस नगर में मेरे बहुत से लोग हैं।
Act 18:11 सो वह उन में परमेश्वर का वचन सिखाते हुए डेढ़ वर्ष तक रहा।
Act 18:1 इस के बाद पौलुस अथेने को छोड़कर कुरिन्थुस में आया।
Act 18:2 और वहां अक्विला नाम एक यहूदी मिला, जिस का जन्म पुन्तुस का था और अपनी पत्नी प्रिस्किल्ला समेत इतालिया से नया आया था, क्योंकि क्लौदियुस ने सब यहूदियों को रोम से निकल जाने की आज्ञा दी थी, सो वह उन के यहां गया।
Act 18:3 और उसका और उन का एक ही उद्यम था इसलिथे वह उन के साथ रहा, और वे काम करने लगे, और उन का उद्यम तम्बू बनाने का था।
Act 18:4 और वह हर एक सब्त के दिन आराधनालय में वाद-विवाद करके यहूदियों और यूनानियों को भी समझाता था।
Act 18:5 जब सीलास और तीमुथियुस मकिदुनिया से आए, तो पौलुस वचन सुनाने की धुन में लगकर यहूदियों को गवाही देता था कि यीशु ही मसीह है।
Act 18:6 परन्तु जब वे विरोध और निन्दा करने लगे, तो उस ने अपने कपड़े झाड़कर उन से कहा, तुम्हारा लोहू तुम्हारी गर्दन पर रहे: मैं निर्दोष हूं: अब से मैं अन्यजातियों के पास जाऊंगा।
Act 18:7 और वहां से चलकर वह तितुस युस्तुस नाम परमेश्वर के एक भक्त के घर में आया, जिस का घर आराधनालय से लगा हुआ था।
Act 18:8 तब आराधनालय के सरदार क्रिस्पुस ने अपने सारे घराने समेत प्रभु पर विश्वास किया, और बहुत से कुरिन्थी सुनकर विश्वास लाए और बपतिस्मा लिया।
Act 18:9 और प्रभु ने रात को दर्शन के द्वारा पौलुस से कहा, मत डर, वरन कहे जा, और चुप मत रह।
Act 18:10 क्योंकि मैं तेरे साथ हूं: और कोई तुझ पर चढ़ाई कर के तेरी हानि न करेगा; क्योंकि इस नगर में मेरे बहुत से लोग हैं।
Act 18:11 सो वह उन में परमेश्वर का वचन सिखाते हुए डेढ़ वर्ष तक रहा।
एक साल में बाइबल:
- १ शमूएल १०-१२
- लूका ९:३७-६२
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