अमरीकी विज्ञापन इतिहास में सबसे प्रभावशाली नारों में से एक है कलिफोर्निया के दुग्ध-उत्पादकों द्वारा दिया गया दो शब्द का प्रश्न "दूध है?" इस छोटे से वाक्यांश से उन लोगों ने लगभग सब के ध्यान को बड़े ही प्रभावी रूप से अपनी ओर खींचा। सर्वेक्षणों में पाया गया कि इस छोटे से नारे को 90% से अधिक लोगों जानते और पहिचानते थे।
यदि यह दो शब्द का नारा लोगों को गाय का दूध प्रयोग करने के लिए इतनी प्रभावशाली रीति से प्रभावित कर सकता है, तो क्यों ना हम अपने लिए भी कुछ ऐसे ही छोटे नारे बना लें जो हमें परमेश्वर की और भी निकटता में जीवन जीने का स्मरण दिलाएं तथा प्रेरित करें। इसके लिए हम परमेश्वर के वचन बाइबल में याकूब द्वारा लिखी पत्री के 4 अध्याय से कुछ प्रेरणा पा सकते हैं। यहाँ पद 7 से पद 10 में इस विषय पर चार विशिष्ट मार्गदर्शिकाएं दी गई हैं:
1. आधीन हो! पद 7 हमें परमेश्वर के आधीन हो जाने को कहता है। जब परमेश्वर हमसे प्रेम करता है और हमारे भले के लिए ही कार्य करता है तो क्यों ना उसे अपना कार्य स्वतंत्रता से करने दें, बजाए इसके कि अपनी मन-मर्ज़ी पूरी करने के प्रयासों में रहें या उसे निर्देश देते रहें कि वह क्या करे, कैसे करे, कब करे, किस के माध्यम से करे इत्यादि। उसके आधीन हो जाएं और परमेश्वर के प्रति अपने जीवन का सच्चा समर्पण लोगों के सामने प्रदर्शित करें। वह जो करेगा सदा भला ही करेगा।
2. निकट आओ! पद 8 का पहला भाग हमें परमेश्वर के निकट रहने के लाभ को बताता है। जब हम परमेश्वर के निकट आने का सच्चा प्रयास करते हैं तो प्रत्युत्तर में परमेश्वर भी हमारे निकट आ जाता है, और जहाँ परमेश्वर की निकटता है वहाँ दुष्ट का प्रभाव नहीं रह सकता।
3. पश्चाताप करो! पद 8 का दूसरा भाग और पद 9 पापों से पश्चाताप और मन की पवित्रता के लिए कहते हैं; हम अपने पापों के लिए दुखी हों, परमेश्वर के सामने पश्चाताप के आँसू बहाएं, उनका शोक करें और यह सुनिश्चित करें कि हमारे मन पवित्र हैं।
4. दीन बनो! हमें प्रभु के सामने घमंडी नहीं वरन दीन होकर रहना है। परमेश्वर हमारे बारे में सब कुछ जानता है, हमें उसे कुछ बताने की या कोई शेखी मारने की आवश्यकता नहीं है। जो उसके सामने पश्चातापी, पवित्र और दीन रहते हैं उन्हें वह उचित समय पर और उचित रीति से बढ़ाता भी है।
आधीन हो! निकट आओ! पश्चाताप करो! दीन बनो! ये ’दो शब्द’ के नारे टी-शर्ट पर चाहे अच्छे ना लगें और बहुत संभव है कि ये ’दूध है?’ जैसे लोकप्रीय भी ना होने पाएं, लेकिन किसी भी व्यक्ति के जीवन पर ये बहुत प्रभावी और उन्नति देने वाले होंगे। आज़मा कर देख लीजिए।
सोचिए और मानिए! - डेव ब्रैनन
परमेश्वर के लिए सबसे सशक्त साक्षी एक धर्मी जीवन है।
इसलिये परमेश्वर के बलवन्त हाथ के नीचे दीनता से रहो, जिस से वह तुम्हें उचित समय पर बढ़ाए। - 1 पतरस 5:6
बाइबल पाठ: याकूब 4:7-10
James 4:7 इसलिये परमेश्वर के आधीन हो जाओ; और शैतान का साम्हना करो, तो वह तुम्हारे पास से भाग निकलेगा।
James 4:8 परमेश्वर के निकट आओ, तो वह भी तुम्हारे निकट आएगा: हे पापियों, अपने हाथ शुद्ध करो; और हे दुचित्ते लोगों अपने हृदय को पवित्र करो।
James 4:9 दुखी होओ, और शोक करा, और रोओ: तुम्हारी हंसी शोक में और तुम्हारा आनन्द उदासी में बदल जाए।
James 4:10 प्रभु के साम्हने दीन बनो, तो वह तुम्हें शिरोमणि बनाएगा।
एक साल में बाइबल:
- 1 राजा 16-18
- लूका 22:47-71
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