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रविवार, 2 नवंबर 2014

सचेत


   एक प्रातः मैं मूँह-अंधेरे ही अपनी कार चला कर अपने काम पर जा रहा था, मैं अपने सामने अचानक ही आई एक बड़ी सी भूरी चीज़ से चौंक गया और फिर साथ ही मेरी गाड़ी के किसी चीज़ से टकराने की आवाज़ आई। उस समय मैं खाली सड़क पर 70 मील प्रति घंटे की रफतार से गाड़ी चला रहा था और मेरी गाड़ी की साईड किसी बड़े से जानवर से लगी थी; सौभाग्यवश, ना मेरी गाड़ी और संभवतः ना ही उस जानवर को कोई नुकसान पहुँचा था, क्योंकि पीछे का दृश्य दिखाने वाले दर्पण में सड़क पर कोई ना तो कोई खून और ना ही कोई गिरा हुआ जानवर दिखाई दिया। लेकिन इस घटना ने मुझे हिला दिया; मैं तो अपनी कार हमेशा की तरह खाली सड़क पर निश्चिंत होकर चला रहा था, यह जानते हुए कि इस समय पर सड़क पर बहुत ही कम यात्री होते हैं। लेकिन उस बात ने मेरा ध्यान गाड़ी चलाने पर केंद्रित कर दिया और मैं बिलकुल सचेत होकर गाड़ी चलाने लगा तथा बहुत देर तक अपने दिल की बढ़ी हुई धड़कन को काबू में लाने का प्रयास करता रहा। एक दो पल का ही अन्तर था, वरना मेरी गाड़ी की साईड नहीं सामने का हिस्सा उस जानवर से टकराता और दोनों के ही लिए तब परिणाम बहुत भिन्न हो सकता था। उस दिन सचेत होकर गाड़ी चलाने की वह वास्तव में बहुत अप्रीय चेतावनी थी।

   संसार भी अपनी रफतार में अपने चुने हुए मार्ग पर निश्चिंत दौड़ा जा रहा है, इस बात से बेपरवाह कि उसके न्याय का एक दिन निर्धारित है और प्रतिपल निकट आता जा रहा है। क्योंकि जीवन वैसा ही चल रहा है जैसा रोज़ चलता है, इसलिए लोग सोचते हैं कि कभी कुछ भिन्न होगा ही नहीं। लेकिन अचानक ही वह दिन उनके सामने आकर खड़ा हो जाएगा और तब निर्णय बदलने का समय भी नहीं रहेगा। परमेश्वर के वचन बाइबल में दिए गए अन्त के दिनों के चिन्ह एक एक करके पूरे होते जा रहे हैं, जो हमारे लिए प्रमाण है कि उस न्याय के दिन का समय बहुत निकट है। सारे संसार में मसीह यीशु और मसीही विश्वासियों के प्रति बढ़ता हुआ विरोध और सताव भी इन पूरे होने वाले चिन्हों में से एक है। संसार जाने या ना जाने, बाईबल की बात माने या ना माने, परन्तु शैतान जानता और मानता है कि उसका समय पूरा होने को है और वह पूरे जी-जान से सच्चे जीवते परमेश्वर प्रभु यीशु मसीह के प्रति विरोध को बढ़ाने और उसके अनुयायियों को गिराने, फंसाने, सताने में लगा हुआ है।

   प्रभु यीशु ने अपने चेलों को सचेत किया कि वे जब इन बातों तथा घटनाओं को होते हुए देखें तो समझ जाएं कि अन्त का समय निकट है (मत्ती 24)। यह समय हम मसीही विश्वासियों के लिए अपने प्रभु यीशु की निकटता में बढ़ने, उसके वचन बाइबल को दृढ़ता और विश्वास से थामे रहने एवं उसे अपने मन-मस्तिष्क में बसा लेने तथा अपने प्रभु के निर्देशों के अनुसार प्रभु यीशु में संसार के लिए पापों की क्षमा और उद्धार के सुसमाचार का भरपूरी से प्रचार करने का समय है। इन अन्त के दिनों में हमारी सुरक्षा तथा आशीष सचेत रहने तथा प्रभु यीशु की निकटता में बने रहने और उसकी आज्ञाओं के पालन में ही है।


मसीही जीवन आत्मिक युद्ध का जीवन है - तैयार रहें।

इसी रीति से जब तुम इन सब बातों को देखो, तो जान लो, कि वह निकट है, वरन द्वार ही पर है। - मत्ती 24:33

बाइबल पाठ: मत्ती 24:4-14
Matthew 24:4 यीशु ने उन को उत्तर दिया, सावधान रहो! कोई तुम्हें न भरमाने पाए। 
Matthew 24:5 क्योंकि बहुत से ऐसे होंगे जो मेरे नाम से आकर कहेंगे, कि मैं मसीह हूं: और बहुतों को भरमाएंगे। 
Matthew 24:6 तुम लड़ाइयों और लड़ाइयों की चर्चा सुनोगे; देखो घबरा न जाना क्योंकि इन का होना अवश्य है, परन्तु उस समय अन्‍त न होगा। 
Matthew 24:7 क्योंकि जाति पर जाति, और राज्य पर राज्य चढ़ाई करेगा, और जगह जगह अकाल पड़ेंगे, और भुईंडोल होंगे। 
Matthew 24:8 ये सब बातें पीड़ाओं का आरम्भ होंगी। 
Matthew 24:9 तब वे क्‍लेश दिलाने के लिये तुम्हें पकड़वाएंगे, और तुम्हें मार डालेंगे और मेरे नाम के कारण सब जातियों के लोग तुम से बैर रखेंगे। 
Matthew 24:10 तब बहुतेरे ठोकर खाएंगे, और एक दूसरे से बैर रखेंगे। 
Matthew 24:11 और बहुत से झूठे भविष्यद्वक्ता उठ खड़े होंगे, और बहुतों को भरमाएंगे। 
Matthew 24:12 और अधर्म के बढ़ने से बहुतों का प्रेम ठण्‍डा हो जाएगा। 
Matthew 24:13 परन्तु जो अन्‍त तक धीरज धरे रहेगा, उसी का उद्धार होगा। 
Matthew 24:14 और राज्य का यह सुसमाचार सारे जगत में प्रचार किया जाएगा, कि सब जातियों पर गवाही हो, तब अन्‍त आ जाएगा।

एक साल में बाइबल: 
  • यूहन्ना 1-3


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