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मंगलवार, 12 जुलाई 2016

नाम


   किसी व्यक्ति के उपनाम अकसर उस व्यक्ति के किसी गुण या शारीरिक विशेषता पर आधारित होते हैं, और उम्र भर उस व्यक्ति के साथ लगे रहते हैं। बचपन में मेरे होंठ चेहरे के अनुपात में काफी मोटे थे और मुझे चिड़ाने के लिए बच्चे मुझे "बड़े होंठोंवाला" कहा करते थे; मैं प्रसन्न हूँ कि बचपन में मेरे प्राथमिक स्कूल में मेरे सहपाठियों द्वारा दिया गया मेरा यह उपनाम मेरे साथ लगा हुआ नहीं है।

   अपने उस उपनाम के विपरीत, मैं परमेश्वर के विभिन्न गुणों और चरित्र को दर्शाने वाले, परमेश्वर के वचन बाइबल में दिए गए, उसके अनेक नामों को बहुत पसन्द करता हूँ। परमेश्वर अद्भुत रूप से बहुआयामी तथा अनेकों गुणों को दिखाने वाला परमेश्वर है, और बाइबल में दिए गए ये नाम यही दिखाते हैं। उन नामों में से कुछ हैं:
  • एलोहिम, परमेश्वर जो ईश्वरों का ईशवर है
  • यहोवा यिरे, परमेश्वर जो प्रावधान करता है
  • एल-शद्दाई, सर्वशक्तिमान परमेश्वर
  • यहोवा राफा, चंगा करने वाला परमेश्वर
  • यहोवा शालोम, शान्ति का परमेश्वर
  • यहोवा शामा, साथ-साथ रहने वाला परमेश्वर
  • यहोवा याहवे, वाचाओं को निभाने वाला हमारा प्रेमी परमेश्वर


   इसलिए इसमें कोई विसमय की बात नहीं है कि बाइबल की नीतिवचन पुस्तक का लेखक हमें स्मरण करवाता है कि "यहोवा का नाम दृढ़ गढ़ है; धर्मी उस में भाग कर सब दुर्घटनाओं से बचता है" (नीतिवचन 18:10)। जब जीवन की परिस्थितियाँ कठिन हों, आप भयभीत या असुरक्षित महसूस करें, तो परमेश्वर के इन तथा अन्य नामों पर मनन करें और उससे प्रार्थना करें। आश्वस्त रहें, प्रभु परमेश्वर अपने नाम के प्रति वफादार रहेगा। - जो स्टोवैल


परमेश्वर के नाम, जो उसके चरित्र को दर्शाते हैं, 
हमें जब भी उसकी आवश्यकता होती है, सांत्वना प्रदान करते हैं।

यहोवा मेरी चट्टान, और मेरा गढ़ और मेरा छुड़ाने वाला है; मेरा ईश्वर, मेरी चट्टान है, जिसका मैं शरणागत हूं, वह मेरी ढ़ाल और मेरी मुक्ति का सींग, और मेरा ऊँचा गढ़ है। - भजन 18:2

बाइबल पाठ: नीतिवचन 18:1-10
Proverbs 18:1 जो औरों से अलग हो जाता है, वह अपनी ही इच्छा पूरी करने के लिये ऐसा करता है, 
Proverbs 18:2 और सब प्रकार की खरी बुद्धि से बैर करता है। मूर्ख का मन समझ की बातों में नहीं लगता, वह केवल अपने मन की बात प्रगट करना चाहता है। 
Proverbs 18:3 जहां दुष्ट आता, वहां अपमान भी आता है; और निन्दित काम के साथ नामधराई होती है। 
Proverbs 18:4 मनुष्य के मुंह के वचन गहिरा जल, वा उमण्डने वाली नदी वा बुद्धि के सोते हैं। 
Proverbs 18:5 दुष्ट का पक्ष करना, और धर्मी का हक मारना, अच्छा नहीं है। 
Proverbs 18:6 बात बढ़ाने से मूर्ख मुकद्दमा खड़ा करता है, और अपने को मार खाने के योग्य दिखाता है। 
Proverbs 18:7 मूर्ख का विनाश उस की बातों से होता है, और उसके वचन उस के प्राण के लिये फन्दे होते हैं। 
Proverbs 18:8 कानाफूसी करने वाले के वचन स्वादिष्ट भोजन की नाईं लगते हैं; वे पेट में पच जाते हैं। 
Proverbs 18:9 जो काम में आलस करता है, वह बिगाड़ने वाले का भाई ठहरता है। 
Proverbs 18:10 यहोवा का नाम दृढ़ गढ़ है; धर्मी उस में भाग कर सब दुर्घटनाओं से बचता है।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 4-6
  • प्रेरितों 17:16-34


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