ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

गुरुवार, 22 सितंबर 2016

सुसमाचार


   यदि आपने हवाई-अड्डों पर कभी स्वचलित मार्ग-पट्टी का प्रयोग किया है तो आप अवश्य बारंबार दोहराई जाने वाली चेतावनी, "सावधान! स्वचलित मार्ग-पट्टी समाप्त होने पर है" से परिचित होंगे। हवाई-अड्डों पर यह चेतावनी बारंबार क्यों दोहराई जाती है? इसलिए कि यात्री सावधान रहें, उस ’स्वचलित मार्ग-पट्टी’ के प्रयोग के समय किसी हानि से बचे रहें और यदि किसी को कोई हानि होती भी है तो वे हवाई-अड्डे को इसका ज़िम्मेदार ना बना सकें।

   बारंबार दोहराई जाने वाली चेतावनियाँ तथा घोषणाएं परेशान करने वाली हो सकती हैं, परन्तु उनकी उपयोगिता भी है। परमेश्वर के वचन बाइबल में भी हम परमेश्वर की अनेकों चेतावनियों और शिक्षाओं को बारंबार दोहराया गया पाते हैं। प्रेरित पौलुस ने गलतिया के मसीही विश्वासियों को लिखी अपनी पत्री में, ऐसे ही एक महत्वपूर्ण चेतावनी को दोहराया है। पौलुस ने उन्हें सचेत किया कि यदि कोई भी, चाहे वह स्वयं, या चाहे कोई स्वर्गदूत ही आकर उन्हें ऐसा सुसमाचार सुनाए जो उस सुसमाचार से भिन्न हो जो वे पहले सुन चुके हैं, तो उस पर कदापि विश्वास ना करें (गलतियों 1:8)। इससे अगले पद में पौलुस ने फिर से यही बात दोहराई; क्योंकि यह चेतावनी दोहराने के योग्य थी। पौलुस को ऐसा इसलिए करना पड़ा क्योंकि गलतिया के वे मसीही विश्वासी, केवल परमेश्वर के अनुग्रह से मिलने वाली पाप क्षमा और केवल मसीह यीशु पर लाए गए विश्वास द्वारा उद्धार के सच्चे सुसमाचार से हटकर उस गलत शिक्षा की ओर मुड़ने लगे थे कि पाप क्षमा, उद्धार और परमेश्वर के साथ उनका संबंध उनके भले कार्यों और रीति-रिवाज़ों के पालन पर निर्भर है।

   प्रभु यीशु मसीह का सुसमाचार - उसमें लाए गए विश्वास द्वारा पापों की क्षमा और उद्धार, केवल उसकी मृत्यु, गाड़े जाने और पुनरुत्थान के द्वारा ही संभव है: "हे भाइयों, मैं तुम्हें वही सुसमाचार बताता हूं जो पहिले सुना चुका हूं, जिसे तुम ने अंगीकार भी किया था और जिस में तुम स्थिर भी हो। उसी के द्वारा तुम्हारा उद्धार भी होता है, यदि उस सुसमाचार को जो मैं ने तुम्हें सुनाया था स्मरण रखते हो; नहीं तो तुम्हारा विश्वास करना व्यर्थ हुआ। इसी कारण मैं ने सब से पहिले तुम्हें वही बात पहुंचा दी, जो मुझे पहुंची थी, कि पवित्र शास्त्र के वचन के अनुसार यीशु मसीह हमारे पापों के लिये मर गया। और गाड़ा गया; और पवित्र शास्त्र के अनुसार तीसरे दिन जी भी उठा" (1 कुरिन्थियों 15:1-4)। और यही वह सुसमाचार है जिसे दुनिया के लोगों को बताने की ज़िम्मेदारी प्रभु ने अपने अनुयायियों को सौंपी है (मत्ती 28:18-20; प्रेरितों 1:8)।

   जब हम प्रभु यीशु के सुसमाचार को लोगों के सामने रखें, तो सचेत रहें कि उस सुसमाचार को छोड़ जो परमेश्वर की ओर से हमें दिया गया है, अन्य किसी भी गलत ’सुसमाचार’ को ना सुनाएं। प्रभु यीशु में लाए गए विश्वास और उसके अनुग्रह से मिलने वाली पापों की क्षमा द्वारा उद्धार ही एकमात्र एवं सच्चा सुसमाचार है। - डेव ब्रैनन


मसीह यीशु ही वह एकमात्र मार्ग है जो स्वर्ग ले जाता है।

यीशु ने उस से कहा, मार्ग और सच्चाई और जीवन मैं ही हूं; बिना मेरे द्वारा कोई पिता के पास नहीं पहुंच सकता। - यूहन्ना 14:6

बाइबल पाठ: गलतियों 1:1-10
Galatians 1:1 पौलुस की, जो न मनुष्यों की ओर से, और न मनुष्य के द्वारा, वरन यीशु मसीह और परमेश्वर पिता के द्वारा, जिसने उसको मरे हुओं में से जिलाया, प्रेरित है। 
Galatians 1:2 और सारे भाइयों की ओर से, जो मेरे साथ हैं; गलतिया की कलीसियाओं के नाम। 
Galatians 1:3 परमेश्वर पिता, और हमारे प्रभु यीशु मसीह की ओर से तुम्हें अनुग्रह और शान्‍ति मिलती रहे। 
Galatians 1:4 उसी ने अपने आप को हमारे पापों के लिये दे दिया, ताकि हमारे परमेश्वर और पिता की इच्छा के अनुसार हमें इस वर्तमान बुरे संसार से छुड़ाए। 
Galatians 1:5 उस की स्‍तुति और बड़ाई युगानुयुग होती रहे। आमीन।
Galatians 1:6 मुझे आश्चर्य होता है, कि जिसने तुम्हें मसीह के अनुग्रह से बुलाया उस से तुम इतनी जल्दी फिर कर और ही प्रकार के सुसमाचार की ओर झुकने लगे। 
Galatians 1:7 परन्तु वह दूसरा सुसमाचार है ही नहीं: पर बात यह है, कि कितने ऐसे हैं, जो तुम्हें घबरा देते, और मसीह के सुसमाचार को बिगाड़ना चाहते हैं। 
Galatians 1:8 परन्तु यदि हम या स्वर्ग से कोई दूत भी उस सुसमाचार को छोड़ जो हम ने तुम को सुनाया है, कोई और सुसमाचार तुम्हें सुनाए, तो श्रापित हो। 
Galatians 1:9 जैसा हम पहिले कह चुके हैं, वैसा ही मैं अब फिर कहता हूं, कि उस सुसमाचार को छोड़ जिसे तुम ने ग्रहण किया है, यदि कोई और सुसमाचार सुनाता है, तो श्रापित हो। अब मैं क्या मनुष्यों को मनाता हूं या परमेश्वर को? क्या मैं मनुष्यों को प्रसन्न करना चाहता हूं? 
Galatians 1:10 यदि मैं अब तक मनुष्यों को ही प्रसन्न करता रहता, तो मसीह का दास न होता।

एक साल में बाइबल: 
  • सभोपदेशक 10-12
  • गलतियों 1


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें