हमारे घर की खिड़कियों के पल्ले ठीक करने का समय हो गया था। इसलिए मैंने उन पल्लों को खुरचा, रेगमाल से रगड़ा, और पट्टी मिश्रण लगा कर गढ्ढों और टूटे हुए किनारों को समतल तथा सपाट किया, और फिर उन्हें रंगने के लिए तैयार किया, उन पर अच्छा महंगा रंग भी लगाया। मेरी काफी मेहनत के बाद अब वे पल्ले पहले से बहुत अच्छे तो दिखने लगे, परन्त नए फिर भी नहीं लगते हैं। उनके नए लगने के लिए एकमात्र उपाय है उनके स्थान पर नई लकड़ी के पल्ले लगाना।
घर में मौसम से खराब हुए पल्लों की मरम्मत करके उन्हें "बहुत अच्छा" बनाना तो ठीक है परन्तु यही बात पाप से खराब हुए हमारे हृदय तथा जीवन पर लागू नहीं होती है; उस हृदय की मरम्मत भर देना काफी नहीं है। परमेश्वर के दृष्टिकोण से सब बातों का नया हो जाना अनिवार्य है (2 कुरिन्थियों 5:17)।
प्रभु यीशु में लाए गए विश्वास द्वारा परमेश्वर से सेंत-मेंत मिलने वाली पापों की क्षमा और उद्धार की यही अनुपम सुन्दरता है - प्रभु का विश्वासी जन, परमेश्वर के अनुग्रह द्वारा "नई सृष्टि" हो जाता है। प्रभु यीशु हमारे पापों को अपने ऊपर ले कर क्रूस पर बलिदान हो गया, और पाप तथा मृत्यु पर अपनी सामर्थ्य के प्रमाण स्वरूप तीसरे दिन फिर मृतकों में से जीवित हो उठा। प्रभु द्वारा सभी मनुष्यों के सब पापों के लिए दिए गए इस बलिदान से सारे संसार के सभी मनुष्यों के सभी पापों के दण्ड को भुगत कर एक ही बार में चुका दिया गया, इसलिए अब किसी को अपने पापों का बोझ लेकर चलने और उनके निवारण के लिए अपने किसी प्रयास को करने की कोई आवश्यकता नहीं है। अब जो मसीह यीशु में स्वेच्छा से विश्वास लाता है, अपना जीवन उसे समर्पित करता है, उसका पुराना जीवन नए से बदल जाता है (प्रेरितों 5:20), और परमेश्वर की दृष्टि में वह एक "नई सृष्टि" बन जाता है (2 कुरिन्थियों 5:17)। प्रभु यीशु द्वारा कलवरी के क्रुस पर जो कार्य हमारे लिए पूरा कर दिया गया, उसमें होकर परमेश्वर पिता मसीह यीशु में विश्वास लाने वाले सभी विश्वासियों को पूर्णतः नया और निर्दोष देखता है।
पाप ने संसार और संसार के लोगों क्वे जीवनों में भारी नुकसान किया है। अपने प्रयासों से हम उस नुकसान को पलट नहीं सकते हैं, हम कितनी भी ’मरम्मत’ करने के प्रयास क्यों न कर लें, वह मरम्मत हमें अन्दर से नया और निर्दोष नहीं बना सकती है। परन्तु जब हम अपने पापों को मान लेते हैं, उनके लिए पश्चाताप के साथ प्रभु यीशु से क्षमा माँग लेते हैं, तो वह हमारे हृदयों को, हमारे जीवनों को परिवर्तित कर के हमें एक पूर्णतः नया जीवन प्रदान करता है। - डेव ब्रैनन
केवल प्रभु यीशु मसीह ही हमें एक नया जीवन प्रदान कर सकता है।
सो उस मृत्यु का बपतिस्मा पाने से हम उसके साथ गाड़े गए, ताकि जैसे मसीह पिता की महिमा के द्वारा मरे हुओं में से जिलाया गया, वैसे ही हम भी नए जीवन की सी चाल चलें। - रोमियों 6:4
बाइबल पाठ: 2 कुरिन्थियों 5:14-21
2 Corinthians 5:14 क्योंकि मसीह का प्रेम हमें विवश कर देता है; इसलिये कि हम यह समझते हैं, कि जब एक सब के लिये मरा तो सब मर गए।
2 Corinthians 5:15 और वह इस निमित्त सब के लिये मरा, कि जो जीवित हैं, वे आगे को अपने लिये न जीएं परन्तु उसके लिये जो उन के लिये मरा और फिर जी उठा।
2 Corinthians 5:16 सो अब से हम किसी को शरीर के अनुसार न समझेंगे, और यदि हम ने मसीह को भी शरीर के अनुसार जाना था, तौभी अब से उसको ऐसा नहीं जानेंगे।
2 Corinthians 5:17 सो यदि कोई मसीह में है तो वह नई सृष्टि है: पुरानी बातें बीत गई हैं; देखो, वे सब नई हो गईं।
2 Corinthians 5:18 और सब बातें परमेश्वर की ओर से हैं, जिसने मसीह के द्वारा अपने साथ हमारा मेल-मिलाप कर लिया, और मेल-मिलाप की सेवा हमें सौंप दी है।
2 Corinthians 5:19 अर्थात परमेश्वर ने मसीह में हो कर अपने साथ संसार का मेल मिलाप कर लिया, और उन के अपराधों का दोष उन पर नहीं लगाया और उसने मेल मिलाप का वचन हमें सौंप दिया है।
2 Corinthians 5:20 सो हम मसीह के राजदूत हैं; मानो परमेश्वर हमारे द्वारा समझाता है: हम मसीह की ओर से निवेदन करते हैं, कि परमेश्वर के साथ मेल मिलाप कर लो।
2 Corinthians 5:21 जो पाप से अज्ञात था, उसी को उसने हमारे लिये पाप ठहराया, कि हम उस में हो कर परमेश्वर की धामिर्कता बन जाएं।
एक साल में बाइबल:
- यिर्मयाह 22-23
- तीतुस 1
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