ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

बुधवार, 18 अप्रैल 2018

प्रेम



   मेरी सहेली की बच्ची को दौरे पड़ने लगे, इसलिए वे उसे एम्बुलेंस में लेकर अस्पताल की ओर तेज़ी से जा रहे थे। रास्ते भर बच्ची की माँ का हृदय तेज़ी से धड़कता रहा, वह उसके लिए प्रार्थना करती जा रही थी। माँ ने बच्ची का छोटी उँगलियाँ थामी हुईं थीं जो उस बच्ची के प्रति माँ के प्रेम की गहराई को दिखा रहा था। यही उसे इस बात को भी स्मरण करवा रहा था कि प्रभु परमेश्वर भी हम से कितना अधिक प्रेम करता है, जिस प्रेम के अन्तर्गत वह हमें अपनी “आँख की पुतली” कहता है।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में ज़कर्याह भविष्यद्वक्ता ने यह वाक्याँश उन लोगों के लिए प्रयोग किया जो बाबुल की बंधुवाई से निकलकर यरूशलेम आए थे। ज़कर्याह उन्हें पश्चाताप करने, परमेश्वर के मंदिर का पुनः निर्माण करने, और सच्चे जीवते परमेश्वर के प्रति प्रेम के लिए हृदयों को तैयार करने को कहता है। क्योंकि परमेश्वर उन लोगों से बहुत प्रेम करता है, वे उसकी आँख की पुतली हैं।

   इब्रानी भाषा के विद्वानों का मानना है कि यह वाक्याँश दूसरे की आँख की पुतली में अपने प्रतिबिंब को देखने से सम्बन्धित है। क्योंकि आँखे बहुमूल्य और नाज़ुक होती हैं, इसलिए उन्हें सदा सुरक्षा की आवश्यकता होती है। और हमारा प्रभु परमेश्वर हमें ऐसे ही प्रेम और सुरक्षा प्रदान करना चाहता है – अपने हृदय के अति-निकट बनाए रख कर।

   प्रभु, जो सदा हमारे साथ निवास करता है, अपने प्रेम को हम पर उंडेलता है – किसी भी प्रेमी माँ द्वारा अपने बच्चे पर उंडेले जाने वाले प्रेम से कहीं अधिक! हम उसकी आँख की पुतली के समान हैं, उसके प्रिय। - एमी बाउचर पाई

                                        
बच्चे के प्रति माता-पिता का प्रेम, 
हमारे प्रति परमेश्वर पिता के प्रेम को प्रतिबिंबित करता है।

क्या यह हो सकता है कि कोई माता अपने दूधपिउवे बच्चे को भूल जाए और अपने जन्माए हुए लड़के पर दया न करे? हां, वह तो भूल सकती है, परन्तु मैं तुझे नहीं भूल सकता। - यशायाह 49:15

बाइबल पाठ: ज़कर्याह 2
Zechariah 2:1 फिर मैं ने आंखें उठाईं तो क्या देखा, कि हाथ में नापने की डोरी लिये हुए एक पुरूष है।
Zechariah 2:2 तब मैं ने उस से पूछा, तू कहां जाता है? उसने मुझ से कहा, यरूशलेम को नापने जाता हूं कि देखूं उसकी चौड़ाई कितनी, और लम्बाई कितनी है।
Zechariah 2:3 तब मैं ने क्या देखा, कि जो दूत मुझ से बातें करता था वह चला गया, और दूसरा दूत उस से मिलने के लिये आकर,
Zechariah 2:4 उस से कहता है, दौड़ कर उस जवान से कह, यरूशलेम मनुष्यों और घरैलू पशुओं की बहुतायत के मारे शहरपनाह के बाहर बाहर भी बसेगी।
Zechariah 2:5 और यहोवा की यह वाणी है, कि मैं आप उसके चारों ओर आग की से शहरपनाह ठहरूंगा, और उसके बीच में तेजोमय हो कर दिखाई दूंगा।
Zechariah 2:6 यहोवा की यह वाणी है, देखो, सुनो उत्तर के देश में से भाग जाओ, क्योंकि मैं ने तुम को आकाश की चारों वायुओं के समान तितर बितर किया है।
Zechariah 2:7 हे बाबुल वाली जाति के संग रहने वाली, सिय्योन को बच कर निकल भाग!
Zechariah 2:8 क्योंकि सेनाओं का यहोवा यों कहता है, उस तेज के प्रगट होने के बाद उसने मुझे उन जातियों के पास भेजा है जो तुम्हें लूटती थीं, क्योंकि जो तुम को छूता है, वह मेरी आंख की पुतली ही को छूता है।
Zechariah 2:9 देखो, मैं अपना हाथ उन पर उठाऊंगा, तब वे उन्हीं से लूटे जाएंगे जो उनके दास हुए थे। तब तुम जानोगे कि सेनाओं के यहोवा ने मुझे भेजा है।
Zechariah 2:10 हे सिय्योन, ऊंचे स्वर से गा और आनन्द कर, क्योंकि देख, मैं आकर तेरे बीच में निवास करूंगा, यहोवा की यही वाणी है।
Zechariah 2:11 उस समय बहुत सी जातियां यहोवा से मिल जाएंगी, और मेरी प्रजा हो जाएंगी; और मैं तेरे बीच में वास करूंगा,
Zechariah 2:12 और तू जानेगी कि सेनाओं के यहोवा ने मुझे तेरे पास भेज दिया है। और यहोवा यहूदा को पवित्र देश में अपना भाग कर लेगा, और यरूशलेम को फिर अपना ठहराएगा।
Zechariah 2:13 हे सब प्राणियों! यहोवा के साम्हने चुपके रहो; क्योंकि वह जाग कर अपने पवित्र निवास स्थान से निकला है।


एक साल में बाइबल: 
  • 2 शमूएल 3-5
  • लूका 14:25-35



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें