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बुधवार, 15 मई 2019

अटल



      मेरा बेटा, ज़ेवियर, जब छोटा ही था, तो उसे मुझे फूल लाकर देना बहुत पसन्द था। मुझे उसके लाए वे फूल, वे चाहे जंगली घास से तोड़े गए हों, या उसने अपने पिता के साथ जाकर किसी दूकान से खरीदे हों, बहुत अच्छे लगते थे, और मैं उन्हें तब तक संभाल कर रखती थी जब तक के वे इतने नहीं मुरझा जाते थे कि उन्हें फेंकना ही पड़ जाए।

      एक दिन ज़ेवियर कृत्रिम फूलों का एक बहुत सुंदरा गुलदस्ता मेरे लिए लेकर आया, और उन्हें फूलदान में सजाने लगा। सजाते हुए वह बोला, “माँ, देखो, ये फूल कभी नहीं मुरझाएंगे, सदा बने रहेंगे। मैं भी तुम से ऐसा ही प्रेम करता हूँ।”

      अब मेरा बेटा बड़ा होकर एक जवान आदमी हो गया है। उन फूलों की पंखुड़ियां पुरानी, घिसी हुई सी हो गई हैं, रंग धूमिल पड़ गए हैं, परन्तु वे “सदाबहार फूल” मुझे उसके प्रेम की याद दिलाते हैं। साथ ही वे मुझे एक बात और याद दिलाते हैं – एक ऐसी बात जो कभी पुरानी या धूमिल नहीं होती, सदा नई बनी रहती है – परमेश्वर का प्रेम, जैसा कि परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रगट किया गया है।

      बाइबल में हम देखते हैं कि जब परमेश्वर की प्रजा, इस्राएलियों पर परीक्षाएं और कठिनाइयाँ आईं, तो परमेश्वर के भविष्यद्वक्ताओं ने उन्हें परमेश्वर के वचनों के द्वारा सांत्वना और शानित प्रदान की। यशायाह भविष्यद्वक्ता ने लिखा कि परमेश्वर ने इस्राएलियों के पापों के दण्ड को चुका दिया, और आने वाले मसीहा में उनकी आशा बंधाई। इस्राएलियों ने यशायाह की बात पर विश्वास किया क्योंकि वह उनसे उनकी परिस्थितियों पर नहीं वरन परमेश्वर पर ध्यान केंद्रित करने को कह रहा था।

      अनिश्चितताओं और क्लेशों से भरे इस सँसार में मनुष्यों के विचार और हमारी अपनी भावनाएँ भी बदलते रहते हैं तथा हमारे नश्वर शरीरों के समान ही सीमित होते हैं। किन्तु हम परमेश्वर के उस कभी न बदलने वाले प्रेम और चरित्र पर सदा भरोसा कर सकता हैं, जो उसके वचन बाइबल में होकर प्रगट किया गया है। - होक्शील डिक्सन


परमेश्वर अपने प्रेम की पुष्टि अपने सदा विश्वासयोग्य और अटल वचन,
 जो सदा काल के लिए है, के द्वारा करता है।

हे यहोवा, तेरा वचन, आकाश में सदा तक स्थिर रहता है। - भजन 119:89

बाइबल पाठ: यशायाह 40:1-8
Isaiah 40:1 तुम्हारा परमेश्वर यह कहता है, मेरी प्रजा को शान्ति दो, शान्ति!
Isaiah 40:2 यरूशलेम से शान्ति की बातें कहो; और उस से पुकार कर कहो कि तेरी कठिन सेवा पूरी हुई है, तेरे अधर्म का दण्ड अंगीकार किया गया है: यहोवा के हाथ से तू अपने सब पापों का दूना दण्ड पा चुका है।
Isaiah 40:3 किसी की पुकार सुनाई देती है, जंगल में यहोवा का मार्ग सुधारो, हमारे परमेश्वर के लिये अराबा में एक राजमार्ग चौरस करो।
Isaiah 40:4 हर एक तराई भर दी जाए और हर एक पहाड़ और पहाड़ी गिरा दी जाए; जो टेढ़ा है वह सीधा और जो ऊंचा नीचा है वह चौरस किया जाए।
Isaiah 40:5 तब यहोवा का तेज प्रगट होगा और सब प्राणी उसको एक संग देखेंगे; क्योंकि यहोवा ने आप ही ऐसा कहा है।
Isaiah 40:6 बोलने वाले का वचन सुनाई दिया, प्रचार कर! मैं ने कहा, मैं क्या प्रचार करूं? सब प्राणी घास हैं, उनकी शोभा मैदान के फूल के समान है।
Isaiah 40:7 जब यहोवा की सांस उस पर चलती है, तब घास सूख जाती है, और फूल मुर्झा जाता है; नि:सन्देह प्रजा घास है।
Isaiah 40:8 घास तो सूख जाती, और फूल मुर्झा जाता है; परन्तु हमारे परमेश्वर का वचन सदैव अटल रहेगा।

एक साल में बाइबल:  
  • 2 राजा 22-23
  • यूहन्ना 4:31-54



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