घटना सन २००६ की है, फे वैलडन को दी गई एक दवा से उसके शरीर में गलत प्रतिक्रीया हुई और उसके हृदय की गति थम गई। चिकित्सकों के प्रयास से वह उस मृत्यु समान स्थिति से जीवित निकल आई। लंडन के अखबार Daily Telegraph के एक संवादाता एलिज़बथ ग्राइस को दीए गए साक्षात्कार में फे ने अपने उस समय के अनुभव के बारे में बताते हुए कहा कि "उस समय एक भयानक दिखने वाला प्राणी मुझे एक चमकीले द्वार की ओर खेंच रहा था और डॉक्टर मुझे वापस खींचने का प्रयास कर रहे थे।" बाद में फे ने कहा, "अगर यही मृत्यु है तो मैं उस अनुभव से पुनः निकलना नहीं चाहती, क्योंकि यह तो यहां के अनुभव के समान ही एक और संघर्ष में जाना होगा।"
संसार के लगभग सभी लोगों के लिए मृत्यु एक संघर्ष हो सकती है, किंतु मसीही विश्वासी के लिए मृत्यु अपने आप में डरने की बात नहीं है क्योंकि वह हमें हमारे उद्धारकर्ता प्रभु यीशु के पास स्वर्ग में पहुंचाती है। परमेश्वर के वचन बाइबल के प्रकाशितवाक्य नामक पुस्तक में प्रेरित युहन्ना ने स्वर्ग में परमेश्वर के साथ होने का एक विलक्षण वर्णन लिखा है। वहां उसने नए यरुशलेम को स्वर्ग से उतरते हुए देखा। यरुशलेम शहर को भजन ७६:२ में परमेश्वर का निवास स्थान कहा गया है और वह परमेश्वर के लोगों के लिए परमेश्वर की उनके मध्य उपस्थिति का एक भौतिक चिन्ह था। किंतु नया यरुशलेम मनुष्यों द्वारा बनाया हुआ कोई नश्वर स्थान नहीं है, वहां परमेश्वर की उपस्थिति चिन्ह नहीं वरन प्रकट रूप में है, वहां परमेश्वर अपने लोगों के साथ अनन्तकाल तक रहेगा और वहां किसी प्रकार का कोई दुख, बिमारी, वेदना नहीं होगी।
हम अनन्तकाल के बारे में बहुत कुछ तो नहीं जानते, लेकिन इतना अवश्य जानते हैं कि जितनों ने मसीह यीशु को पश्चाताप और पापों की क्षमा मांगने के द्वारा अपना निज उद्धारकर्ता स्वीकार किया है, उनके लिए उनके वर्तमान सभी संघर्ष, शारीरिक या आत्मिक, वहां समाप्त हो जाएंगे और वे परमेश्वर की शांति और आनन्द में प्रवेश करके अनन्तकाल के लिए एक परमानन्द से परिपूर्ण संघर्षविहीन स्थान पर निवास करेंगे। परमेश्वर के साथ के उस अति उत्त्म जीवन और समय की कलपना भी हमारे मन-मसतिष्क की क्षमता से बाहर है।
क्या आपने उस आने वाले परमानन्द से परिपूर्ण संघर्षविहीन जीवन के एकमायत्र मार्ग को स्वीकार कर लिया है? - मारविन विलियम्स
पृथ्वी की कठिनाईयां स्वर्ग के आनन्द के सामने कुछ भी नहीं।
और वह उन की आंखों से सब आंसू पोंछ डालेगा; और इस के बाद मृत्यु न रहेगी, और न शोक, न विलाप, न पीड़ा रहेगी; पहिली बातें जाती रहीं। - प्रकाशितवाक्य २१:४
बाइबल पाठ: प्रकाशितवाक्य २१:१-४
Revelation21:1 फिर मैं ने नये आकाश और नयी पृथ्वी को देखा, क्योंकि पहिला आकाश और पहिली पृथ्वी जाती रही थी, और समुद्र भी न रहा।
Revelation21:2 फिर मैं ने पवित्र नगर नये यरूशलेम को स्वर्ग पर से परमेश्वर के पास से उतरते देखा, और वह उस दुल्हिन के समान थी, जो अपने पति के लिये सिंगार किए हो।
Revelation21:3 फिर मैं ने सिंहासन में से किसी को ऊंचे शब्द से यह कहते सुना, कि देख, परमेश्वर का डेरा मनुष्यों के बीच में है; वह उन के साथ डेरा करेगा, और वे उसके लोग होंगे, और परमेश्वर आप उन के साथ रहेगा; और उन का परमेश्वर होगा।
Revelation21:4 और वह उन की आंखों से सब आंसू पोंछ डालेगा; और इस के बाद मृत्यु न रहेगी, और न शोक, न विलाप, न पीड़ा रहेगी; पहिली बातें जाती रहीं।
एक साल में बाइबल:
- निर्गमन १२-१३
- मत्ती १६
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