कुछ समय पहले हमारे एक मित्र दंपति ने, जो स्वयं अच्छे संगीतज्ञ हैं, कुछ ऐसे मित्रों को अपने घर आमंत्रित किया जो संगीत में रुचि रखते हैं। निमंत्रण के साथ ही उनका एक निवेदन भी था - प्रत्येक मेहमान अपने साथ एक पत्थर भी लेकर आएगा, जिस पर उनका नाम और वह तिथि अथवा घटना लिखी हो जब वे उनके मित्र बने थे। ये सभी पत्थर उनके आंगन में एक यादगार के लिए उस तंदूर के पास रखे जाने थे जहाँ वे अकसर अपनी संगीत सभाएं आयोजित किया करते थे।
परमेश्वर के वचन बाइबल में भी हम पाते हैं कि परमेश्वर ने इस्त्राएलियों को कुछ महत्वपुर्ण घटनाओं की यादगार बना कर रखने के लिए कहा था। जब इस्त्राएली मिस्त्र के दासत्व से निकल कर आए थे और परमेश्वर की सहायता से लाल समुद्र के पार हुए थे और उनका पीछा कर रही मिस्त्री सेना उस समुद्र में डूब मरी थी तब परमेश्वर ने इस्त्राएलियों को इस घटना की यादगार पत्थरों द्वारा बनाने को कहा (निर्गमन 14:21-31), जिससे जब आने वाले समय में उनके बच्चे उन पत्थरों के बारे में उनसे पूछें तो वे उन्हें परमेश्वर के महान कार्य के बारे में बता सकें (यहोशू 4:23-24)| इसी प्रकार वाचा किए हुए कनान देश में इस्त्राएलियों के प्रवेश करने के समय यर्दन नदी उफान पर थी परन्तु परमेश्वर ने उसके प्रवाह को रोक कर इस्त्राएलियों को पार उतर जाने का मार्ग दिया जिसकी यादगार भी उन्होंने परमेश्वर के कहने पर पत्थरों द्वारा बनाई (यहोशू 3:13-17)।
जैसे परमेश्वर लगातार इस्त्राएलियों की सहायता करता रहा है, वैसे ही वह आज हमारी भी सहायता करता रहता है। वह हमारी आवश्यकताओं को पूरा करता है, हमें सुरक्षित रखता है, हमारा मार्गदर्शन करता है। क्या आपने अपने जीवन में हो रहे परमेश्वर के बड़े कामों की कोई यादगार बना रखी है, जिसके द्वारा आप अपने बच्चों और नाती-पोतों को उसके महान कामों के बारे में बता सकें; या स्वयं उन्हें स्मरण कर सकें। - सिंडी हैस कैस्पर
परमेश्वर के कार्यों को स्मरण करना शक करने का अच्छा प्रतिरोधक है।
तब उसने इस्राएलियों से कहा, आगे को जब तुम्हारे लड़के-बाले अपने अपने पिता से यह पूछें, कि इन पत्थरों का क्या मतलब है? तब तुम यह कहकर उन को बताना, कि इस्राएली यरदन के पार स्थल ही स्थल चले आए थे। - यहोशू 4:21-22
बाइबल पाठ: यहोशू 4
Joshua 4:1 जब उस सारी जाति के लोग यरदन के पार उतर चुके, तब यहोवा ने यहोशू से कहा,
Joshua 4:2 प्रजा में से बारह पुरूष, अर्थात गोत्र पीछे एक एक पुरूष को चुनकर यह आज्ञा दे,
Joshua 4:3 कि तुम यरदन के बीच में, जहां याजकों ने पांव धरे थे वहां से बारह पत्थर उठा कर अपने साथ पार ले चलो, और जहां आज की रात पड़ाव होगा वहीं उन को रख देना।
Joshua 4:4 तब यहोशू ने उन बारह पुरूषों को, जिन्हें उसने इस्राएलियों के प्रत्येक गोत्र में से छांटकर ठहरा रखा था,
Joshua 4:5 बुलवाकर कहा, तुम अपने परमेश्वर यहोवा के सन्दूक के आगे यरदन के बीच में जा कर इस्राएलियों के गोत्रों की गिनती के अनुसार एक एक पत्थर उठा कर अपने अपने कन्धे पर रखो,
Joshua 4:6 जिस से यह तुम लोगों के बीच चिन्हानी ठहरे, और आगे को जब तुम्हारे बेटे यह पूछें, कि इन पत्थरों का क्या मतलब है?
Joshua 4:7 तब तुम उन्हें उत्तर दो, कि यरदन का जल यहोवा की वाचा के सन्दूक के साम्हने से दो भाग हो गया था; क्योंकि जब वह यरदन पार आ रहा था, तब यरदन का जल दो भाग हो गया। सो वे पत्थर इस्राएल को सदा के लिये स्मरण दिलाने वाले ठहरेंगे।
Joshua 4:8 यहोशू की इस आज्ञा के अनुसार इस्राएलियों ने किया, जैसा यहोवा ने यहोशू से कहा था वैसा ही उन्होंने इस्राएलियों ने किया, जैसा यहोवा ने यहोशू से कहा था वैसा ही उन्होंने इस्राएली गोत्रों की गिनती के अनुसार बारह पत्थर यरदन के बीच में से उठा लिये; और उन को अपने साथ ले जा कर पड़ाव में रख दिया।
Joshua 4:9 और यरदन के बीच जहां याजक वाचा के सन्दूक को उठाए हुए अपने पांव धरे थे वहां यहोशू ने बारह पत्थर खड़े कराए; वे आज तक वहीं पाए जाते हैं।
Joshua 4:10 और याजक सन्दूक उठाए हुए उस समय तक यरदन के बीच खड़े रहे जब तक वे सब बातें पूरी न हो चुकीं, जिन्हें यहोवा ने यहोशू को लोगों से कहने की आज्ञा दी थी। तब सब लोग फुर्ती से पार उतर गए;
Joshua 4:11 और जब सब लोग पार उतर चुके, तब याजक और यहोवा का सन्दूक भी उनके देखते पार हुए।
Joshua 4:12 और रूबेनी, गादी, और मनश्शे के आधे गोत्र के लोग मूसा के कहने के अनुसार इस्राएलियों के आगे पांति बान्धे हुए पार गए;
Joshua 4:13 अर्थात कोई चालीस हजार पुरूष युद्ध के हथियार बान्धे हुए संग्राम करने के लिये यहोवा के साम्हने पार उतरकर यरीहो के पास के अराबा में पहुंचे।
Joshua 4:14 उस दिन यहोवा ने सब इस्राएलियों के साम्हने यहोशू की महिमा बढ़ाई; और जैसे वे मूसा का भय मानते थे वैसे ही यहोशू का भी भय उसके जीवन भर मानते रहे।।
Joshua 4:15 और यहोवा ने यहोशू से कहा,
Joshua 4:16 कि साक्षी का सन्दूक उठाने वाले याजकों को आज्ञा दे कि यरदन में से निकल आएं।
Joshua 4:17 तो यहोशू ने याजकों को आज्ञा दी, कि यरदन में से निकल आओ।
Joshua 4:18 और ज्योंही यहोवा की वाचा का सन्दूक उठाने वाले याजक यरदन के बीच में से निकल आए, और उनके पांव स्थल पर पड़े, त्योंही यरदन का जल अपने स्थान पर आया, और पहिले की नाईं कड़ारो के ऊपर फिर बहने लगा।
Joshua 4:19 पहिले महिने के दसवें दिन को प्रजा के लोगों ने यरदन में से निकलकर यरीहो के पूर्वी सिवाने पर गिलगाल में अपने डेरे डाले।
Joshua 4:20 और जो बारह पत्थर यरदन में से निकाले गए थे, उन को यहोशू ने गिलगाल में खड़े किए।
Joshua 4:21 तब उसने इस्राएलियों से कहा, आगे को जब तुम्हारे लड़के-बाले अपने अपने पिता से यह पूछें, कि इन पत्थरों का क्या मतलब है?
Joshua 4:22 तब तुम यह कहकर उन को बताना, कि इस्राएली यरदन के पार स्थल ही स्थल चले आए थे।
Joshua 4:23 क्योंकि जैसे तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने लाल समुद्र को हमारे पार हो जाने तक हमारे साम्हने से हटाकर सुखा रखा था, वैसे ही उसने यरदन का भी जल तुम्हारे पार हो जाने तक तुम्हारे साम्हने से हटाकर सुखा रखा;
Joshua 4:24 इसलिये कि पृथ्वी के सब देशों के लोग जान लें कि यहोवा का हाथ बलवन्त है; और तुम सर्वदा अपने परमेश्वर यहोवा का भय मानते रहो।
एक साल में बाइबल:
- यहोशू 4-6
- लूका 1:1-20
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