मुझे अपनी माँ की बहुत सी बातें पसन्द हैं; उन पसन्दीदा बातों में से एक प्रमुख बात है उन की स्पष्टवादिता। मैंने अनेक बार भिन्न विषयों पर उन से सलाह लेने के लिए उन्हें फोन किया है, और प्रत्येक सलाह से पहले उनका एक ही आरंभिक उत्तर होता है: "यदि तुम मेरी बात को ठीक से स्वीकार करने को तैयार नहीं हो तो मेरी सलाह मत लो, क्योंकि मैं तुम्हें वह नहीं कहूँगी जो तुम सुनना चाहते हो वरन वही कहूँगी जो मैं इस विषय पर सोचती हूँ या जो सही है।"
एक ऐसे संसार में जहाँ वार्तालाप में शब्दों को बहुत सावधानी से प्रयोग किया जाता है, उनकी यह स्पष्टवादिता मेरे लिए एक ताज़गी से भरा एहसास होता है। यह एक सच्चे मित्र का गुण भी है; सच्चे मित्र प्रेम में होकर हमसे सच्ची बात ही बोलते हैं चाहे उस सत्य को हम सुनना ना भी चाहते हों। परमेश्वर के वचन बाइबल में नीतिवचन पुस्तक में लिखा गया है: "जो घाव मित्र के हाथ से लगें वह विश्वासयोग्य है परन्तु बैरी अधिक चुम्बन करता है" (नीतिवचन 27:6)।
यह भी एक कारण है कि प्रभु यीशु को सर्वोत्तम मित्र कहा गया है - क्योंकि वह सदा स्पष्टवादी एवं सत्यवादी रहता है। जब उस सामरी स्त्री की प्रभु यीशु के साथ बातचीत हुई (यूहन्ना 4:7-26), तो इधर-उधर की गौण बातों में उलझने, अथवा उनपर बहस में पड़ने की बजाए प्रभु यीशु ने उस स्त्री से उसकी आवश्यकता और मनःस्थिति के अनुसार दो-टूक बातचीत करी। प्रभु ने उसकी गहन निराशाओं, टूटे हुए सपनों और प्रेमी परमेश्वर पिता के चरित्र को लेकर उसके सामने एक चुनौती प्रस्तुत करी।
आज यदि हम प्रभु यीशु के साथ-साथ चलते हैं, तो उसे यह अवसर और अनुमति दें कि वह हमारे मन की स्थिति और हमारी आवश्यकता के अनुसार हम से स्पष्टवादी होकर बातचीत करे, अपने वचन द्वारा हमारी आवश्यकतानुसार सभी बातों को हमें स्पष्ट दिखाए और सिखाए, जिससे हम उसकी ओर फिरें, उसकी निकटता में चलने बढ़ने वाले बनें और वह हमारा सहायक तथा मार्गदर्शक हो सके। - बिल क्राउडर
प्रभु यीशु सदा सत्य ही बोलता है।
पर जो व्यक्ति स्वतंत्रता की सिद्ध व्यवस्था पर ध्यान करता रहता है, वह अपने काम में इसलिये आशीष पाएगा कि सुनकर नहीं, पर वैसा ही काम करता है। - याकूब 1:25
बाइबल पाठ: यूहन्ना 4:7-26
John 4:7 इतने में एक सामरी स्त्री जल भरने को आई: यीशु ने उस से कहा, मुझे पानी पिला।
John 4:8 क्योंकि उसके चेले तो नगर में भोजन मोल लेने को गए थे।
John 4:9 उस सामरी स्त्री ने उस से कहा, तू यहूदी हो कर मुझ सामरी स्त्री से पानी क्यों मांगता है? (क्योंकि यहूदी सामरियों के साथ किसी प्रकार का व्यवहार नहीं रखते)।
John 4:10 यीशु ने उत्तर दिया, यदि तू परमेश्वर के वरदान को जानती, और यह भी जानती कि वह कौन है जो तुझ से कहता है; मुझे पानी पिला तो तू उस से मांगती, और वह तुझे जीवन का जल देता।
John 4:11 स्त्री ने उस से कहा, हे प्रभु, तेरे पास जल भरने को तो कुछ है भी नहीं, और कूआं गहिरा है: तो फिर वह जीवन का जल तेरे पास कहां से आया?
John 4:12 क्या तू हमारे पिता याकूब से बड़ा है, जिसने हमें यह कूआं दिया; और आप ही अपने सन्तान, और अपने ढोरों समेत उस में से पीया?
John 4:13 यीशु ने उसको उत्तर दिया, कि जो कोई यह जल पीएगा वह फिर प्यासा होगा।
John 4:14 परन्तु जो कोई उस जल में से पीएगा जो मैं उसे दूंगा, वह फिर अनन्तकाल तक प्यासा न होगा: वरन जो जल मैं उसे दूंगा, वह उस में एक सोता बन जाएगा जो अनन्त जीवन के लिये उमड़ता रहेगा।
John 4:15 स्त्री ने उस से कहा, हे प्रभु, वह जल मुझे दे ताकि मैं प्यासी न होऊं और न जल भरने को इतनी दूर आऊं।
John 4:16 यीशु ने उस से कहा, जा, अपने पति को यहां बुला ला।
John 4:17 स्त्री ने उत्तर दिया, कि मैं बिना पति की हूं: यीशु ने उस से कहा, तू ठीक कहती है कि मैं बिना पति की हूं।
John 4:18 क्योंकि तू पांच पति कर चुकी है, और जिस के पास तू अब है वह भी तेरा पति नहीं; यह तू ने सच कहा है।
John 4:19 स्त्री ने उस से कहा, हे प्रभु, मुझे ज्ञात होता है कि तू भविष्यद्वक्ता है।
John 4:20 हमारे बाप दादों ने इसी पहाड़ पर भजन किया: और तुम कहते हो कि वह जगह जहां भजन करना चाहिए यरूशलेम में है।
John 4:21 यीशु ने उस से कहा, हे नारी, मेरी बात की प्रतीति कर कि वह समय आता है कि तुम न तो इस पहाड़ पर पिता का भजन करोगे न यरूशलेम में।
John 4:22 तुम जिसे नहीं जानते, उसका भजन करते हो; और हम जिसे जानते हैं उसका भजन करते हैं; क्योंकि उद्धार यहूदियों में से है।
John 4:23 परन्तु वह समय आता है, वरन अब भी है जिस में सच्चे भक्त पिता का भजन आत्मा और सच्चाई से करेंगे, क्योंकि पिता अपने लिये ऐसे ही भजन करने वालों को ढूंढ़ता है।
John 4:24 परमेश्वर आत्मा है, और अवश्य है कि उसके भजन करने वाले आत्मा और सच्चाई से भजन करें।
John 4:25 स्त्री ने उस से कहा, मैं जानती हूं कि मसीह जो ख्रीस्तुस कहलाता है, आनेवाला है; जब वह आएगा, तो हमें सब बातें बता देगा।
John 4:26 यीशु ने उस से कहा, मैं जो तुझ से बोल रहा हूं, वही हूं।
एक साल में बाइबल:
- गिनती 28-30
- मरकुस 8:22-38
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें