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शुक्रवार, 31 अगस्त 2018

स्वतंत्र


      औलूडा इक्कविआनो (1745-1796) केवल 11 वर्ष का था जब  उसे अगुवा करके दासत्व में बेच दिया गया। उसने दास के रूप में पश्चिमी अफ्रीका से वेस्ट इंडीज़, और उसके बाद अमेरिका के विरजीनिया प्रांत, और फिर इंग्लैण्ड तक की कठोर तथा दुखदायी यात्रा की। 20 वर्ष की आयु में उसने अपनी स्वतंत्रता मोल ले ली, किन्तु उसमें दासत्व में सहे अमानवीय बर्ताव के शारीरिक और मानसिक दाग़ बने रहे। औरों को दासत्व में देखने के कारण वह अपनी स्वतंत्रता का आनन्द  नहीं उठा पा रहा था, इसलिए इक्कविआनो इंग्लैण्ड में दासत्व को समाप्त करवाने के आन्दलोन में सक्रीय हो गया। उसने अपनी आत्मकथा लिखी, जो उस समय में एक दास द्वारा किया जाने वाला अति अनपेक्षित कार्य था। उसने अपनी आत्मकथा में उस निर्मम एवं अमानवीय व्यवहार का विवरण दिया जो उसने सहा था।

      प्रभु यीशु ने सँसार में अवतरित होकर समस्त मानव जाति के लिए, उनके पाप और शैतान के दासत्व से छुड़ाए जाने की जंग लड़ी, और हम सबके लिए, जो इस लड़ाई को लड़ने तथा जीतने में असमर्थ थे, स्वतंत्रता का मार्ग बना कर दे दिया। हम मनुष्यों का दासत्व बाहरी नहीं है; हम अपने पाप और आत्मिक टूटेपन के दास हैं। प्रभु यीशु ने कहा, “यीशु ने उन को उत्तर दिया; मैं तुम से सच सच कहता हूं कि जो कोई पाप करता है, वह पाप का दास है। सो यदि पुत्र तुम्हें स्‍वतंत्र करेगा, तो सचमुच तुम स्‍वतंत्र हो जाओगे” (यूहन्ना 8:34, 36)।

      सँसार में जहाँ भी प्रभु यीशु में मिलने वाली पाप से स्वतंत्रता का यह समाचार अभी तक नहीं पहुँचा है, हमें वहाँ तक इसे पहुँचाना है। हम मसीही विश्वासियों को सँसार के सभी लोगों को बताना है कि हम पाप के दोष, निन्दा, और निराशा से छुड़ाए जा सकते हैं – प्रभु यीशु पर विश्वास लाने, उससे अपने पापों के लिए क्षमा माँगने और अपना जीवन उसे समर्पित करने के द्वारा सँसार का कोई भी जन, वास्तव में स्वतंत्र हो सकता है। - बिल क्राउडर


हमारी स्वतंत्रता की कीमत प्रभु यीशु के लहू द्वारा चुकाई गई।

परन्तु परमेश्वर हम पर अपने प्रेम की भलाई इस रीति से प्रगट करता है, कि जब हम पापी ही थे तभी मसीह हमारे लिये मरा। सो जब कि हम, अब उसके लोहू के कारण धर्मी ठहरे, तो उसके द्वारा क्रोध से क्यों न बचेंगे? – रोमियों 5:8-9

बाइबल पाठ: यूहन्ना 8:31-37
John 8:31 तब यीशु ने उन यहूदियों से जिन्हों ने उन की प्रतीति की थी, कहा, यदि तुम मेरे वचन में बने रहोगे, तो सचमुच मेरे चेले ठहरोगे।
John 8:32 और सत्य को जानोगे, और सत्य तुम्हें स्‍वतंत्र करेगा।
John 8:33 उन्होंने उसको उत्तर दिया; कि हम तो इब्राहीम के वंश से हैं और कभी किसी के दास नहीं हुए; फिर तू क्योंकर कहता है, कि तुम स्‍वतंत्र हो जाओगे?
John 8:34 यीशु ने उन को उत्तर दिया; मैं तुम से सच सच कहता हूं कि जो कोई पाप करता है, वह पाप का दास है।
John 8:35 और दास सदा घर में नहीं रहता; पुत्र सदा रहता है।
John 8:36 सो यदि पुत्र तुम्हें स्‍वतंत्र करेगा, तो सचमुच तुम स्‍वतंत्र हो जाओगे।
John 8:37 मैं जानता हूं कि तुम इब्राहीम के वंश से हो; तौभी मेरा वचन तुम्हारे हृदय में जगह नहीं पाता, इसलिये तुम मुझे मार डालना चाहते हो।


एक साल में बाइबल: 
  • भजन 132-134
  • 1 कुरिन्थियों 11:17-34


गुरुवार, 30 अगस्त 2018

प्रभाव



उनके अमेरिका के 26वें (1901-1909) राष्ट्रपति बनने के कुछ वर्ष पहले थियोडोर रूजवेल्ट को समाचार मिला कि उनका सबसे ज्येष्ठ पुत्र, थियोडोर जूनियर (टेड), अस्वस्थ है। उनका पुत्र तो उस बीमारी से स्वस्थ हो गया, किन्तु टेड की बीमारी के कारण ने रूजवेल्ट को गंभीर आघात पहुंचाया। डाक्टरों ने उन्हें बताया कि वे ही अपने पुत्र की बीमारी का कारण हैं। टेड अत्याधिक “मानसिक थकावट” से ग्रस्त था क्योंकि उसके पिता उस पर निर्ममता के साथ एक “वीर-नायक” बनने का दबाव डालते रहते थे, क्योंकि वे स्वयं अपने बचपन की कमजोरियों के कारण वैसे नहीं बनने पाए थे। यह जानने के पश्चात, रूजवेल्ट ने प्रण किया कि वे कभी अपने पुत्र के मन या शरीर पर किसी प्रकार का कोई भी दबाव नहीं डालेंगे।

      वे अपने इस प्रण के प्रति खरे बने रहे, और उन्होंने टेड के प्रति अपने व्यवहार पर बहुत ध्यान बनाए रखा। उनके उसी पुत्र ने आगे चलकर दूसरे विश्वयुद्ध में वीरता के साथ मित्र देशों की सेना का ऊटाह तट पर उतरने  में नेतृत्व किया।

      परमेश्वर ने हम सब को दूसरों के जीवनों पर प्रभाव डालने  की क्षमता दी है। उन जीवनों के प्रति इस दायित्व के निर्वाह की हम पर गंभीर जिम्मेदारी है, वे चाहे हमारे जोड़ीदार एवँ सन्तान हों, या हमारे मित्र, कर्मचारी, अथवा ग्राहक, कोई भी हों। दूसरों पर अत्याधिक दबाव डालना, उनसे बहुत अधिक की अपेक्षा रखना, उन्हें उन्नति करने के लिए बाध्य करना, उनके सफल होने के लिए हस्तक्षेप करना, आदि व्यवहार अपनाने का प्रलोभन उनकी हानि कर सकता है, चाहे हमें इसका एहसास भी न हो।

      इसी कारण परमेश्वर का वचन बाइबल हमें बताता है कि हम औरों के साथ धीराज्वंत और कोमल रहें (कुलुस्सियों 3:12)। क्योंकि हमारा और समस्त जगत का उद्धारकर्ता, परमेश्वर का पुत्र प्रभु यीशु दीन और नम्र होकर सँसार में आया, तो फिर हम जो उसके अनुयायी हैं, औरों पर अपने प्रभाव में उससे भिन्न व्यवहार कैसे कर सकते हैं? – रैंडी किल्गोर


परमेश्वर जो हमारे लिए करता है, हमें औरों के साथ वैसा ही करना है।

जैसा मसीह यीशु का स्‍वभाव था वैसा ही तुम्हारा भी स्‍वभाव हो। - फिलिप्पियों 2:5

बाइबल पाठ: कुलुस्सियों 3:12-17
Colossians 3:12 इसलिये परमेश्वर के चुने हुओं के समान जो पवित्र और प्रिय हैं, बड़ी करूणा, और भलाई, और दीनता, और नम्रता, और सहनशीलता धारण करो।
Colossians 3:13 और यदि किसी को किसी पर दोष देने को कोई कारण हो, तो एक दूसरे की सह लो, और एक दूसरे के अपराध क्षमा करो: जैसे प्रभु ने तुम्हारे अपराध क्षमा किए, वैसे ही तुम भी करो।
Colossians 3:14 और इन सब के ऊपर प्रेम को जो सिद्धता का कटिबन्‍ध है बान्‍ध लो।
Colossians 3:15 और मसीह की शान्‍ति जिस के लिये तुम एक देह हो कर बुलाए भी गए हो, तुम्हारे हृदय में राज्य करे, और तुम धन्यवादी बने रहो।
Colossians 3:16 मसीह के वचन को अपने हृदय में अधिकाई से बसने दो; और सिद्ध ज्ञान सहित एक दूसरे को सिखाओ, और चिताओ, और अपने अपने मन में अनुग्रह के साथ परमेश्वर के लिये भजन और स्‍तुतिगान और आत्मिक गीत गाओ।
Colossians 3:17 और वचन से या काम से जो कुछ भी करो सब प्रभु यीशु के नाम से करो, और उसके द्वारा परमेश्वर पिता का धन्यवाद करो।


एक साल में बाइबल: 
  • भजन 129-131
  • 1कुरिन्थियों 11:1-16



बुधवार, 29 अगस्त 2018

मार्ग



      मैडागास्कर द्वीप की राष्ट्रीय मार्ग संख्या 5 सफ़ेद रेत के समुद्रतट, खजूर के जंगल, और हिंद महासागर के दृश्य की सुन्दरता प्रस्तुत करती है। यह 125 मील लंबा दोहरा मार्ग है, किन्तु मार्ग की चट्टानों, रेत और मिट्टी के कारण इस सँसार का सबसे ख़राब मार्ग भी कहा जाता है। जो सैलानी इस मार्ग से जुड़ी सुंदरता को देखना चाहते हैं, उन्हें मज़बूत चारों पहियों पर बल लेने वाले वाहन, अनुभवी चालाक और योग्य मैकनिक साथ लेकर जाने की सलाह दी जाती है।

      यूहन्ना बपतिस्मा देने वाला जीवन के कठिन एवँ बंजर मार्गों पर चलने वाले लोगों के लिए आने वाले मसीहा के सन्देश को लेकर आया था। परमेश्वर के वचन बाइबल में सैंकड़ों वर्षों पहले यशायाह नबी द्वारा लिखे गए शब्दों को दोहराते हुए उसने जिज्ञासु भीड़ से कहा कि “प्रभु का मार्ग तैयार करो” और “उसके लिए सीधे मार्ग बनाओ” (लूका 3:4-5; यशायाह 40:3)।

      यूहन्ना जानता था कि यदि यरूशलेम के लोगों को मसीहा के स्वागत के लिए तैयार होना है, तो इसके लिए उनके मनों का परिवर्तन होना होगा। उनमें उपस्थित धार्मिक घमण्ड के पहाड़ों को टूटना होगा और निराशा की घाटियों में रहने वालों को ऊपर उठना होगा। ये दोनों ही कार्य मानव सामर्थ्य के द्वारा नहीं किए जा सकते थे।

      पश्चाताप करने की यूहन्ना की पुकार पर जिन्होंने परमेश्वर की आत्मा के प्रति प्रत्युत्तर देने से इन्कार किया, जब मसीहा, प्रभु यीशु मसीह, उनके समक्ष आए, तो वे उसे नहीं पहचान सके (लूका 7:29-30)।परन्तु जितनों ने अपने जीवन में पश्चाताप और परिवर्तन की आवश्यकता को अनुभव किया, उन्होंने प्रभु यीशु में परमेश्वर द्वारा प्रदान किया गया जीवन का मार्ग देखा और स्वीकार किया। - मार्ट डीहॉन

पश्चाताप परमेश्वर के साथ चलने के लिए हमारा मार्ग तैयार करता है।

यीशु ने उस से कहा, मार्ग और सच्चाई और जीवन मैं ही हूं; बिना मेरे द्वारा कोई पिता के पास नहीं पहुंच सकता। - यूहन्ना 14:6

बाइबल पाठ: यशायाह 40:1-11
Isaiah 40:1 तुम्हारा परमेश्वर यह कहता है, मेरी प्रजा को शान्ति दो, शान्ति!
Isaiah 40:2 यरूशलेम से शान्ति की बातें कहो; और उस से पुकार कर कहो कि तेरी कठिन सेवा पूरी हुई है, तेरे अधर्म का दण्ड अंगीकार किया गया है: यहोवा के हाथ से तू अपने सब पापों का दूना दण्ड पा चुका है।
Isaiah 40:3 किसी की पुकार सुनाई देती है, जंगल में यहोवा का मार्ग सुधारो, हमारे परमेश्वर के लिये अराबा में एक राजमार्ग चौरस करो।
Isaiah 40:4 हर एक तराई भर दी जाए और हर एक पहाड़ और पहाड़ी गिरा दी जाए; जो टेढ़ा है वह सीधा और जो ऊंचा नीचा है वह चौरस किया जाए।
Isaiah 40:5 तब यहोवा का तेज प्रगट होगा और सब प्राणी उसको एक संग देखेंगे; क्योंकि यहोवा ने आप ही ऐसा कहा है।
Isaiah 40:6 बोलने वाले का वचन सुनाई दिया, प्रचार कर! मैं ने कहा, मैं क्या प्रचार करूं? सब प्राणी घास हैं, उनकी शोभा मैदान के फूल के समान है।
Isaiah 40:7 जब यहोवा की सांस उस पर चलती है, तब घास सूख जाती है, और फूल मुर्झा जाता है; नि:सन्देह प्रजा घास है।
Isaiah 40:8 घास तो सूख जाती, और फूल मुर्झा जाता है; परन्तु हमारे परमेश्वर का वचन सदैव अटल रहेगा।
Isaiah 40:9 हे सिय्योन को शुभ समचार सुनाने वाली, ऊंचे पहाड़ पर चढ़ जा; हे यरूशलेम को शुभ समाचार सुनाने वाली, बहुत ऊंचे शब्द से सुना, ऊंचे शब्द से सुना, मत डर; यहूदा के नगरों से कह, अपने परमेश्वर को देखो!
Isaiah 40:10 देखो, प्रभु यहोवा सामर्थ्य दिखाता हुआ रहा है, वह अपने भुजबल से प्रभुता करेगा; देखो, जो मजदूरी देने की है वह उसके पास है और जो बदला देने का है वह उसके हाथ में है।
Isaiah 40:11 वह चरवाहे के समान अपने झुण्ड को चराएगा, वह भेड़ों के बच्चों को अंकवार में लिये रहेगा और दूध पिलानेवालियों को धीरे धीरे ले चलेगा।


एक साल में बाइबल: 
  • भजन 126-128
  • 1कुरिन्थियों 10:19-33



मंगलवार, 28 अगस्त 2018

परमेश्वर



      अपनी पुस्तक The God I Don’t Understand में, परमेश्वर के वचन बाइबल के संदर्भ में, क्रिस्टोफर राईट लिखते हैं कि परमेश्वर को नाम, सबसे पहले एक अति असंगत व्यक्ति, हाजिरा ने दिया। हाजिरा की कहानी मानव इतिहास के विषय एक विचलित करने वाले सत्य को स्पष्टता से प्रस्तुत करती है। अब्राहम और उसकी पत्नि सारा पुत्र को पुत्र उत्पन्न होने की परमेश्वर की प्रतिज्ञा को दिए हुए वर्षों बीत गए थे, और आयु बढ़ने के साथ-साथ इस विषय में सारा की व्याकुलता भी बढ़ती जा रही थी। इसलिए परमेश्वर की “सहायता” करने के लिए उसने अपने समय की एक प्रथा का सहारा लिया। उसने अपनी एक दासी, हाजिरा, को अपने पति को दिया कि उसके लिए सन्तान उत्पन्न करे, और हाजिरा अब्राहम द्वारा गर्भवती हुई।

      जैसा संभावित था, ऐसा होने के पश्चात हाजिरा और सारा के मध्य झगड़ा हुआ और सारा ने हाजिरा के साथ दुर्व्यवहार करना आरंभ किया, जिससे हाजिरा उनके पास से निकल कर भाग गई। वह रेगिस्तान में अकेली थी, जब परमेश्वर के दूत से उसकी भेंट हुई, जिसने उससे वैसी ही प्रतिज्ञा बांधी: “और यहोवा के दूत ने उस से कहा, मैं तेरे वंश को बहुत बढ़ाऊंगा, यहां तक कि बहुतायत के कारण उसकी गणना न हो सकेगी” (उत्पत्ति 16:10), जैसी वर्षों पहले परमेश्वर ने अब्राहम से बांधी थी (देखिए उत्पत्ति 15:5)। उस दूत ने हाजिरा के पुत्र को इश्माएल नाम दिया, जिसका अर्थ होता है “परमेश्वर सुनता है” (पद 11)। प्रत्युत्तर में, यह दासी जो ऐसी संस्कृति और समाज से आई थी जिसमें ऐसे अनेकों देवे-देवता पूजे जाते थे जो न सुन सकते थे और न देख सकते थे, परमेश्वर को नाम देती है “मुझे देखने वाला परमेश्वर” (पद 13)।

      बाइबल का परमेश्वर वह है जो हमें देखता है, वह अधीर नायकों और सामर्थ्यहीन भगोड़ों का परमेश्वर है। वह धनी व्यक्तियों और अच्छे से संबंद्धित का भी परमेश्वर है और निर्धनों तथा बेसहारों का भी परमेश्वर है। वह देखता है, सुनता है, चिंता करता है। वह हम में से प्रत्येक से बहुत प्रेम करता है; इतना कि हमारे लिए उसने अपने एकलौते पुत्र को भी बलिदान कर दिया। - टिम गुस्ताफासन


परमेश्वर हमें करुणा के साथ देखता है।

क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए। - यूहन्ना 3:16

बाइबल पाठ: उत्पत्ति 16:1-13
Genesis 16:1 अब्राम की पत्नी सारै के कोई सन्तान न थी: और उसके हाजिरा नाम की एक मिस्री लौंडी थी।
Genesis 16:2 सो सारै ने अब्राम से कहा, देख, यहोवा ने तो मेरी कोख बन्द कर रखी है सो मैं तुझ से बिनती करती हूं कि तू मेरी लौंडी के पास जा: सम्भव है कि मेरा घर उसके द्वारा बस जाए।
Genesis 16:3 सो सारै की यह बात अब्राम ने मान ली। सो जब अब्राम को कनान देश में रहते दस वर्ष बीत चुके तब उसकी स्त्री सारै ने अपनी मिस्री लौंडी हाजिरा को ले कर अपने पति अब्राम को दिया, कि वह उसकी पत्नी हो।
Genesis 16:4 और वह हाजिरा के पास गया, और वह गर्भवती हुई और जब उसने जाना कि वह गर्भवती है तब वह अपनी स्वामिनी को अपनी दृष्टि में तुच्छ समझने लगी।
Genesis 16:5 तब सारै ने अब्राम से कहा, जो मुझ पर उपद्रव हुआ सो तेरे ही सिर पर हो: मैं ने तो अपनी लौंडी को तेरी पत्नी कर दिया; पर जब उसने जाना कि वह गर्भवती है, तब वह मुझे तुच्छ समझने लगी, सो यहोवा मेरे और तेरे बीच में न्याय करे।
Genesis 16:6 अब्राम ने सारै से कहा, देख तेरी लौंडी तेरे वश में है: जैसा तुझे भला लगे वैसा ही उसके साथ कर। सो सारै उसको दु:ख देने लगी और वह उसके साम्हने से भाग गई।
Genesis 16:7 तब यहोवा के दूत ने उसको जंगल में शूर के मार्ग पर जल के एक सोते के पास पाकर कहा,
Genesis 16:8 हे सारै की लौंडी हाजिरा, तू कहां से आती और कहां को जाती है? उसने कहा, मैं अपनी स्वामिनी सारै के साम्हने से भाग आई हूं।
Genesis 16:9 यहोवा के दूत ने उस से कहा, अपनी स्वामिनी के पास लौट जा और उसके वश में रह।
Genesis 16:10 और यहोवा के दूत ने उस से कहा, मैं तेरे वंश को बहुत बढ़ाऊंगा, यहां तक कि बहुतायत के कारण उसकी गणना न हो सकेगी।
Genesis 16:11 और यहोवा के दूत ने उस से कहा, देख तू गर्भवती है, और पुत्र जनेगी, सो उसका नाम इश्माएल रखना; क्योंकि यहोवा ने तेरे दु:ख का हाल सुन लिया है।
Genesis 16:12 और वह मनुष्य बनैले गदहे के समान होगा उसका हाथ सबके विरुद्ध उठेगा, और सब के हाथ उसके विरुद्ध उठेंगे; और वह अपने सब भाई बन्धुओं के मध्य में बसा रहेगा।
Genesis 16:13 तब उसने यहोवा का नाम जिसने उस से बातें की थीं, अत्ताएलरोई रखकर कहा कि, क्या मैं यहां भी उसको जाते हुए देखने पाई जो मेरा देखनेहारा है?


एक साल में बाइबल: 
  • भजन 123-125
  • 1कुरिन्थियों 10:1-18



सोमवार, 27 अगस्त 2018

साथ



      मैं उत्सुकता से बेचैन होकर फोन की घंटी बजने, और फोन द्वारा रेडियो पर अपने साक्षात्कार के आरंभ होने की प्रतीक्षा कर रही थी। मुझे कौतहूल था कि साक्षात्कार लेने वाला मुझ से कैसे प्रश्न पूछेगा, और मैं उनके क्या उत्तर देने पाऊँगी। मैंने प्रार्थना की, “हे प्रभु मैं कागज़ – कलम के साथ अधिक बेहतर रहती हूँ; परन्तु जैसे मूसा के साथ था, वैसे ही मुझे भी भरोसा रखना होगा कि आप मुझे बोलने के लिए सही शब्द देंगे।”

      निःसंदेह मैं अपनी तुलना मूसा के साथ नहीं कर रही हूँ, जो परमेश्वर के लोगों का अगुवा था और जो उन्हें मिस्त्र की गुलामी से प्रतिज्ञा किए हुए देश में जीवन व्यतीत करने के लिए निकालकर ले गया था। मूसा एक अनिच्छुक अगुवा था, जिसे परमेश्वर से आश्वासन चाहिए था कि इस्राएली उसकी सुनेंगे। इस बात की पुष्टि के लिए परमेश्वर ने उसे कई चिन्ह दिए, जैसे कि उसके चरवाहे की लाठी को सांप बना देना (निर्गमन 4:3), परन्तु फिर भी मूसा अगुवा होने के दायित्व को स्वीकार करने में संकोच करता रहा, यह कह कर कि वह बोलने में भद्दा है (पद 10)। तब परमेश्वर ने मूसा को स्मरण करवाया कि वह प्रभु है जो बोलने में उसकी सहायता करेगा। परमेश्वर के वचन बाइबल के ज्ञाताओं का कहना है कि मूल भाषा में आया है कि परमेश्वर उसके “मुंह के साथ रहेगा।”

      हम मसीही विश्वासी जानते हैं कि पिन्तेकुस्त के दिन पवित्र-आत्मा के आ जाने के बाद से परमेश्वर का पवित्र-आत्मा परमेश्वर की सन्तान, मसीही विश्वासियों, में रहता है। हम अपने आप में चाहे जितना भी अयोग्य अनुभव करें, परन्तु वह हमें परमेश्वर द्वारा सौंपे गए कार्यों को करने की सामर्थ्य देता है। हमारा प्रभु परमेश्वर हमारे “मुंह के साथ” रहता है। - एमी बाउचर पाई


परमेश्वर के जन होने के कारण 
हम उसके सुसमाचार का प्रचार करने के लिए उसके प्रवक्ता हैं।

परन्तु जब वह अर्थात सत्य का आत्मा आएगा, तो तुम्हें सब सत्य का मार्ग बताएगा, क्योंकि वह अपनी ओर से न कहेगा, परन्तु जो कुछ सुनेगा, वही कहेगा, और आने वाली बातें तुम्हें बताएगा। - यूहन्ना 16:13

बाइबल पाठ: निर्गमन 4:1-12
Exodus 4:1 तब मूसा ने उतर दिया, कि वे मेरी प्रतीति न करेंगे और न मेरी सुनेंगे, वरन कहेंगे, कि यहोवा ने तुझ को दर्शन नहीं दिया।
Exodus 4:2 यहोवा ने उस से कहा, तेरे हाथ में वह क्या है? वह बोला, लाठी।
Exodus 4:3 उसने कहा, उसे भूमि पर डाल दे; जब उसने उसे भूमि पर डाला तब वह सर्प बन गई, और मूसा उसके साम्हने से भागा।
Exodus 4:4 तब यहोवा ने मूसा से कहा, हाथ बढ़ाकर उसकी पूंछ पकड़ ले कि वे लोग प्रतीति करें कि तुम्हारे पितरों के परमेश्वर अर्थात इब्राहीम के परमेश्वर, इसहाक के परमेश्वर, और याकूब के परमेश्वर, यहोवा ने तुझ को दर्शन दिया है।
Exodus 4:5 तब उसने हाथ बढ़ाकर उसको पकड़ा तब वह उसके हाथ में फिर लाठी बन गई।
Exodus 4:6 फिर यहोवा ने उस से यह भी कहा, कि अपना हाथ छाती पर रखकर ढांप। सो उसने अपना हाथ छाती पर रखकर ढांप लिया; फिर जब उसे निकाला तब क्या देखा, कि उसका हाथ कोढ़ के कारण हिम के समान श्वेत हो गया है।
Exodus 4:7 तब उसने कहा, अपना हाथ छाती पर फिर रखकर ढांप। और उसने अपना हाथ छाती पर रखकर ढांप लिया; और जब उसने उसको छाती पर से निकाला तब क्या देखता है, कि वह फिर सारी देह के समान हो गया।
Exodus 4:8 तब यहोवा ने कहा, यदि वे तेरी बात की प्रतीति न करें, और पहिले चिन्ह को न मानें, तो दूसरे चिन्ह की प्रतीति करेंगे।
Exodus 4:9 और यदि वे इन दोनों चिन्हों की प्रतीति न करें और तेरी बात को न मानें, तब तू नील नदी से कुछ जल ले कर सूखी भूमि पर डालना; और जो जल तू नदी से निकालेगा वह सूखी भूमि पर लोहू बन जायेगा।
Exodus 4:10 मूसा ने यहोवा से कहा, हे मेरे प्रभु, मैं बोलने में निपुण नहीं, न तो पहिले था, और न जब से तू अपने दास से बातें करने लगा; मैं तो मुंह और जीभ का भद्दा हूं।
Exodus 4:11 यहोवा ने उस से कहा, मनुष्य का मुंह किस ने बनाया है? और मनुष्य को गूंगा, वा बहिरा, वा देखने वाला, वा अन्धा, मुझ यहोवा को छोड़ कौन बनाता है?
Exodus 4:12 अब जा, मैं तेरे मुख के संग हो कर जो तुझे कहना होगा वह तुझे सिखलाता जाऊंगा।


एक साल में बाइबल: 
  • भजन 120-122
  • 1कुरिन्थियों 9



रविवार, 26 अगस्त 2018

आदर



      अच्छे से प्रचार किए जा रहे अपने भाषण में एक राजनीतिज्ञ तथा सम्मानित नेता ने अपने राष्ट्र के ध्यान को अपनी ओर खींचा, यह कहने के द्वारा कि उसके देश के अधिकांश ‘आदरणीय’ सांसद बिलकुल भी आदरणीय नहीं हैं। उनके जीवनों में भ्रष्टाचार, अहंकारी आचरण, छिछोरी भाषा के प्रयोग, और अन्य बुराईयों का हवाल देते हुए उस नेता ने ऐसे सांसदों की निन्दा की और उनसे सुधरने का आग्रह किया। अपेक्षानुसार, उसकी ये टिप्पणियाँ उन सांसदों को पसन्द नहीं आईं और उन्होंने उसके विरुद्ध जवाबी आलोचना की।

      चाहे हम हम नेतृत्व के पदों पर आसीन सामाजिक अधिकारी न भी हों, परन्तु हम मसीह यीशु के अनुयाईयों को परमेश्वर के वचन बाइबल में “तुम एक चुना हुआ वंश, और राज-पदधारी याजकों का समाज, और पवित्र लोग, और (परमेश्वर की ) निज प्रजा हो” (1 पतरस 2:9) कहा गया है। इसलिए हमारा प्रभु हमें ऐसे जीवन जीने के लिए बुलाता है जिससे उसे आदर मिलता है।

      प्रभु के शिष्य पतरस ने ऐसा करने के लिए व्यावहारिक सुझाव दिया। उसने कहा, “उन सांसारिक अभिलाषाओं से जो आत्मा से युद्ध करती हैं, बचे रहो” (पद 11)। यद्यपि उसने आदरणीय शब्द का प्रयोग तो नहीं किया, किन्तु वह हमें मसीह के योग्य आचरण का जीवन व्यतीत करने के लिए कह रहा था।

      जैसे के प्रेरित पौलुस ने फिलिप्प्यों को लिखी अपनी पत्री में कहा, “निदान, हे भाइयों, जो जो बातें सत्य हैं, और जो जो बातें आदरणीय हैं, और जो जो बातें उचित हैं, और जो जो बातें पवित्र हैं, और जो जो बातें सुहावनी हैं, और जो जो बातें मनभावनी हैं, निदान, जो जो सदगुण और प्रशंसा की बातें हैं, उन्‍हीं पर ध्यान लगाया करो” (फिलिप्पियों 4:8)। वास्तव में ये ही वे गुण हैं जिनसे हमारे प्रभु को हमारे जीवनों के द्वारा आदर मिलता है। - लॉरेंस दरमानी


हम परमेश्वर को आदर देते हैं जब हम उसे पिता कहकर संबोधित करते हैं,
 और उसकी सन्तान के समान व्यवहार करते हैं।

और इस संसार के सदृश न बनो; परन्तु तुम्हारी बुद्धि के नये हो जाने से तुम्हारा चाल-चलन भी बदलता जाए, जिस से तुम परमेश्वर की भली, और भावती, और सिद्ध इच्छा अनुभव से मालूम करते रहो। - रोमियों 12:2

बाइबल पाठ: 1 पतरस 2:9-12
1 Peter 2:9 पर तुम एक चुना हुआ वंश, और राज-पदधारी याजकों का समाज, और पवित्र लोग, और (परमेश्वर की) निज प्रजा हो, इसलिये कि जिसने तुम्हें अन्धकार में से अपनी अद्भुत ज्योति में बुलाया है, उसके गुण प्रगट करो।
1 Peter 2:10 तुम पहिले तो कुछ भी नहीं थे, पर अब परमेश्वर ही प्रजा हो: तुम पर दया नहीं हुई थी पर अब तुम पर दया हुई है।
1 Peter 2:11 हे प्रियों मैं तुम से बिनती करता हूं, कि तुम अपने आप को परदेशी और यात्री जान कर उन सांसारिक अभिलाषाओं से जो आत्मा से युद्ध करती हैं, बचे रहो।
1 Peter 2:12 अन्यजातियों में तुम्हारा चालचलन भला हो; इसलिये कि जिन जिन बातों में वे तुम्हें कुकर्मी जान कर बदनाम करते हैं, वे तुम्हारे भले कामों को देख कर; उन्‍हीं के कारण कृपा दृष्टि के दिन परमेश्वर की महिमा करें।


एक साल में बाइबल: 
  • भजन 119:89-176
  • 1कुरिन्थियों 8



शनिवार, 25 अगस्त 2018

प्रेम और देखभाल



      वृद्ध होते जाने का एक कठिन भाग है स्मरण शक्ति को खो देने वाले रोग डिमेंशिया से ग्रसित हो जाना, जिसमें रोगी को हाल ही की बातें याद नहीं रहती हैं। किन्तु डॉक्टर बेंजामिन मास्ट जो डिमेंशिया से संबंधित एल्ज्हाईमर रोग के विशेषज्ञ हैं, कुछ प्रोत्साहन प्रदान करते हैं। उनका कहना है कि रोगियों के मस्तिष्क पुराने बातों की यादों में इतने “घिस चुके” और उन बातों के इतने “अभ्यस्त” हो चुके होते हैं कि किसी पुराने भजन को सुनकर, वे उसके प्रत्येक शब्द को साथ-साथ गा सकते हैं। वे सुझाव देते हैं कि आत्मिक अनुशासन जैसे कि नियमित पवित्र-शास्त्र को पढ़ना, प्रार्थना करना, और परमेश्वर के भजन गाना हमारे मस्तिष्क में परमेश्वर की सच्चाइयों को गहरा जमा देते हैं, जिससे जब भी उनकी आवश्यकता पड़े, हम उन्हें स्मरण कर सकते हैं।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में, भजन 119:11 में भजनकार हमें बताता है कि परमेश्वर के वचन को अपने हृदयों में बसा लेने के द्वारा हम पाप करने से बचे रह सकते हैं। इसी भजन में अन्य स्थानों पर हम देखते हैं कि परमेश्वर का वचन हमें सामर्थी करता है, हमें आज्ञाकारिता सिखाता है, और हमारा मार्गदर्शन करता है (पद 28, 67, 133)। इससे हमें आशा बंधती है, और हम में समझ आती है (पद 49, 130)। हम चाहे अपने या किसी प्रिय जन के जीवन में स्मरण शक्ति को घटते हुए भी देखें, तो भी वर्षों पहले स्मरण किए गए परमेश्वर के वचन वहीं बने रहते हैं, मन में उपस्थित रहते हैं। चाहे हमारे मस्तिष्क जवानी के समान तेज न भी रह जाएँ, तो भी हम जानते हैं कि परमेश्वर का वचन, जो हमारे हृदयों में बसा हुआ है, वह हम से बातें करता रहेगा।

      ऐसा कुछ भी नहीं है, क्षीण होती स्मरण शक्ति भी नहीं, जो हमें परमेश्वर के प्रेम और देखभाल से अलग कर सके। हमारे पास उसके वचन से इसका आश्वासन है। - सिंडी हैस कैस्पर


परमेश्वर की प्रतिज्ञाएं कभी चूकती नहीं हैं।

मैं ने तेरे वचन को अपने हृदय में रख छोड़ा है, कि तेरे विरुद्ध पाप न करूं। - भजन 119:11

बाइबल पाठ: भजन 119:17-19, 130-134
Psalms 119:17 अपने दास का उपकार कर, कि मैं जीवित रहूं, और तेरे वचन पर चलता रहूं।
Psalms 119:18 मेरी आंखें खोल दे, कि मैं तेरी व्यवस्था की अद्भुत बातें देख सकूं।
Psalms 119:19 मैं तो पृथ्वी पर परदेशी हूं; अपनी आज्ञाओं को मुझ से छिपाए न रख!
Psalms 119:130 तेरी बातों के खुलने से प्रकाश होता है; उस से भोले लोग समझ प्राप्त करते हैं।
Psalms 119:131 मैं मुंह खोल कर हांफने लगा, क्योंकि मैं तेरी आज्ञाओं का प्यासा था।
Psalms 119:132 जैसी तेरी रीति अपने नाम की प्रीति रखने वालों से है, वैसे ही मेरी ओर भी फिर कर मुझ पर अनुग्रह कर।
Psalms 119:133 मेरे पैरों को अपने वचन के मार्ग पर स्थिर कर, और किसी अनर्थ बात को मुझ पर प्रभुता न करने दे।
Psalms 119:134 मुझे मनुष्यों के अन्धेर से छुड़ा ले, तब मैं तेरे उपदेशों को मानूंगा।


एक साल में बाइबल: 
  • भजन 119:1-88
  • 1कुरिन्थियों 7:20-40



शुक्रवार, 24 अगस्त 2018

सचेत



      अपनी खिड़की से मैं एक 1,700 मीटर ऊँचे पहाड़ को, जिसका नाम सेरो डेल बोरेगो, अर्थात, “भेड़ों का पर्वत” है, देख सकती हूँ। सन 1862 में, फ्रांस की सेना ने मेक्सिको पर आक्रमण किया। शत्रु सेना नीचे ओरिज़बा के केन्द्रीय पार्क में डेरा डाले हुए थी, और मेक्सिको की सेना ने उस पहाड़ के ऊपर मोर्चा संभाला हुआ था। किन्तु मेक्सिको की सेना के सेनापति ने पहाड़ पर चढ़ने के मार्ग की सुरक्षा करने में लापरवाही की। जब मेक्सिको के सैनिक सो रहे थे, फ्रांस के सैनिकों ने उन पर हमला किया और उनमें से 2000 को मार डाला।

      इस से मुझे एक और पहाड़ की याद आती है – परमेश्वर के वचन बाइबल में उल्लेखित जैतून का पर्वत, और उसके तली में स्थित गतसमने का बगीचा, जहाँ प्रभु के साथ आए हुए उसके शिष्य, प्रभु के साथ प्रार्थना में जागते रहने के स्थान पर सो गए थे। प्रभु यीशु ने उनके जागते न रहने, वरन सो जाने के कारण उन्हें उलाहना दिया, “जागते और प्रार्थना करते रहो कि तुम परीक्षा में न पड़ो: आत्मा तो तैयार है, पर शरीर दुर्बल है” (मरकुस 14:38)।

      मसीही जीवन यात्रा में सो जाना, अर्थात लापरवाह हो जाना सरला होता है। जब हम इस प्रकार अपनी लापरवाही द्वारा अपने आप को असुरक्षित कर लेते हैं तब शैतान के लिए प्रलोभनों और परीक्षाओं द्वारा हम पर हमला करने का अवसर बन जाता है। जब हम अपने आत्मिक जीवन के कुछ महत्वपूर्ण भाग, जैसे कि प्रार्थना और बाइबल अध्ययन, के प्रति असावधान होते हैं, हम ऊंघने लगते हैं, अपनी सुरक्षा के प्रति लापरवाह हो जाते हैं, और शैतान के हमले के आसान निशाने बन जाते हैं (1 पतरस 5:8)।

      हमें प्रार्थना करते रहने और परमेश्वर के वचन को अपने जीवन में प्राथमिकता देने के द्वारा शैतान के हमलों के प्रति सदा सजग एवँ सचेत रहना चाहिए। यदि हम सचेत रहेंगे, अपने तथा औरों के लिए प्रार्थना करते रहेंगे, तो परमेश्वर का आत्मा हमारे प्रलाभोनों और परीक्षाओं पर जयवंत होने में भी सहायता करता रहेगा। - कीला ओकोआ


मसीह यीशु की शक्ति के सामने शैतान शक्तिहीन है।

सचेत हो, और जागते रहो, क्योंकि तुम्हारा विरोधी शैतान गर्जने वाले सिंह के समान इस खोज में रहता है, कि किस को फाड़ खाए। - 1 पतरस 5:8

बाइबल पाठ: मरकुस 14:32-42
Mark 14:32 फिर वे गतसमने नाम एक जगह में आए, और उसने अपने चेलों से कहा, यहां बैठे रहो, जब तक मैं प्रार्थना करूं।
Mark 14:33 और वह पतरस और याकूब और यूहन्ना को अपने साथ ले गया: और बहुत ही अधीर, और व्याकुल होने लगा।
Mark 14:34 और उन से कहा; मेरा मन बहुत उदास है, यहां तक कि मैं मरने पर हूं: तुम यहां ठहरो, और जागते रहो।
Mark 14:35 और वह थोड़ा आगे बढ़ा, और भूमि पर गिरकर प्रार्थना करने लगा, कि यदि हो सके तो यह घड़ी मुझ पर से टल जाए।
Mark 14:36 और कहा, हे अब्‍बा, हे पिता, तुझ से सब कुछ हो सकता है; इस कटोरे को मेरे पास से हटा ले: तौभी जैसा मैं चाहता हूं वैसा नहीं, पर जो तू चाहता है वही हो।
Mark 14:37 फिर वह आया, और उन्हें सोते पाकर पतरस से कहा; हे शमौन तू सो रहा है? क्या तू एक घड़ी भी न जाग सका?
Mark 14:38 जागते और प्रार्थना करते रहो कि तुम परीक्षा में न पड़ो: आत्मा तो तैयार है, पर शरीर दुर्बल है।
Mark 14:39 और वह फिर चला गया, और वही बात कहकर प्रार्थना की।
Mark 14:40 और फिर आकर उन्हें सोते पाया, क्योंकि उन की आंखे नींद से भरी थीं; और नहीं जानते थे कि उसे क्या उत्तर दें।
Mark 14:41 फिर तीसरी बार आकर उन से कहा; अब सोते रहो और विश्राम करो, बस, घड़ी आ पहुंची; देखो मनुष्य का पुत्र पापियों के हाथ पकड़वाया जाता है।
Mark 14:42 उठो, चलें: देखो, मेरा पकड़वाने वाला निकट आ पहुंचा है।


एक साल में बाइबल: 
  • भजन 116-118
  • 1कुरिन्थियों 7:1-19



गुरुवार, 23 अगस्त 2018

वार्तालाप



      हाल ही में मेरा दामाद, ईविंग, मेरी पोती, मैगी, से बातें कर रहा था और उसे समझा रहा था कि हम परमेश्वर के साथ वार्तालाप कर सकते हैं, और वह हम से बात-चीत करता है। जब ईविंग ने मैगी से कहा कि परमेश्वर हम से अपने वचन बाइबल के द्वारा वार्तालाप करता है, तो मैगी ने निःसंकोच कहा: “उसने मुझसे तो आज तक कुछ नहीं कहा है। मैंने तो आज तक परमेश्वर को मुझसे वार्तालाप करते नहीं सुना है।”

      हम में से अधिकांश मैगी की बात से सहमत होंगे, यदि हमारे साथ परमेश्वर के वार्तालाप करने का अर्थ हम यह समझते हैं कि कोई सुनाई देने वाली आवाज़ हमें निर्देश देगी, जैसे कि “अपना घर बेच दो और दूर देश में जाकर अनाथों की देखभाल करो।” परन्तु जब हम परमेश्वर द्वारा हमसे कुछ “बोलने” की बात करते हैं, तब हमारा अभिप्राय कुछ भिन्न होता है।

      हम पवित्र-शास्त्र के अध्ययन द्वारा परमेश्वर की आवाज़ को “सुनते” हैं। बाइबल हमें प्रभु यीशु के बारे में बताती है, और यह भी बताती है कि परमेश्वर ने “हम से पुत्र के द्वारा बातें की” जो “उसकी महिमा का प्रकाश और उसके तत्व की छाप है” (इब्रानियों 1:2-3)। पवित्र-शास्त्र हमें बताता है कि प्रभु यीशु मसीह में होकर हम उद्धार कैसे प्राप्त कर सकते हैं, और हम परमेश्वर को भावता हुआ जीवन कैसे व्यतीत कर सकते हैं (2 तिमुथियुस 3:14-17)। पवित्र-शास्त्र के अतिरिक्त, हमारे साथ पवित्र-आत्मा है। पहला कुरिन्थियों 2:12 कहता है कि हमें पवित्र-आत्मा इसलिए दिया गया है जिससे हम उन बातों को जान सकें जो परमेश्वर ने हमें दी हैं।

      क्या आपको परमेश्वर की आवाज़ को सुने काफी समय हो गया है? उसके वचन बाइबल के साथ समय बिताएं, उसकी पवित्र-आत्मा को सुनें जो वचन में होकर प्रभु यीशु को हम पर प्रगट करता है। परमेश्वर से होने वाले अद्भुत वार्तालाप के प्रति संवेदनशील बनें, शान्त होकर उसकी बातों को ध्यान से सुनें। - डेव ब्रैनन


जब हम सुनने के लिए समय निकालते हैं, 
तब परमेश्वर अपने वचन में होकर हम से वार्तालाप करता है।

परन्तु हम ने संसार की आत्मा नहीं, परन्तु वह आत्मा पाया है, जो परमेश्वर की ओर से है, कि हम उन बातों को जानें, जो परमेश्वर ने हमें दी हैं। - 1 कुरिन्थियों 2:12

बाइबल पाठ: इब्रानियों 1:1-12
Hebrews 1:1 पूर्व युग में परमेश्वर ने बाप-दादों से थोड़ा थोड़ा कर के और भांति भांति से भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा बातें कर के।
Hebrews 1:2 इन दिनों के अन्‍त में हम से पुत्र के द्वारा बातें की, जिसे उसने सारी वस्‍तुओं का वारिस ठहराया और उसी के द्वारा उसने सारी सृष्‍टि रची है।
Hebrews 1:3 वह उस की महिमा का प्रकाश, और उसके तत्‍व की छाप है, और सब वस्‍तुओं को अपनी सामर्थ के वचन से संभालता है: वह पापों को धोकर ऊंचे स्थानों पर महामहिमन के दाहिने जा बैठा।
Hebrews 1:4 और स्‍वर्गदूतों से उतना ही उत्तम ठहरा, जितना उसने उन से बड़े पद का वारिस हो कर उत्तम नाम पाया।
Hebrews 1:5 क्योंकि स्‍वर्गदूतों में से उसने कब किसी से कहा, कि तू मेरा पुत्र है, आज तू मुझ से उत्पन्न हुआ? और फिर यह, कि मैं उसका पिता होऊँगा, और वह मेरा पुत्र होगा?
Hebrews 1:6 और जब पहिलौठे को जगत में फिर लाता है, तो कहता है, कि परमेश्वर के सब स्वर्गदूत उसे दण्‍डवत करें।
Hebrews 1:7 और स्‍वर्गदूतों के विषय में यह कहता है, कि वह अपने दूतों को पवन, और अपने सेवकों को धधकती आग बनाता है।
Hebrews 1:8 परन्तु पुत्र से कहता है, कि हे परमेश्वर तेरा सिंहासन युगानुयुग रहेगा: तेरे राज्य का राजदण्‍ड न्याय का राजदण्‍ड है।
Hebrews 1:9 तू ने धर्म से प्रेम और अधर्म से बैर रखा; इस कारण परमेश्वर तेरे परमेश्वर ने तेरे साथियों से बढ़कर हर्ष रूपी तेल से तुझे अभिषेक किया।
Hebrews 1:10 और यह कि, हे प्रभु, आदि में तू ने पृथ्वी की नेव डाली, और स्वर्ग तेरे हाथों की कारीगरी है।
Hebrews 1:11 वे तो नाश हो जाएंगे; परन्तु तू बना रहेगा: और वे सब वस्‍त्र के समान पुराने हो जाएंगे।
Hebrews 1:12 और तू उन्हें चादर के समान लपेटेगा, और वे वस्‍त्र के समान बदल जाएंगे: पर तू वही है और तेरे वर्षों का अन्‍त न होगा।


एक साल में बाइबल: 
  • भजन 113-115
  • 1कुरिन्थियों 6



बुधवार, 22 अगस्त 2018

मार्ग



      जब मेरी एक सहेली गिर जाने द्वारा लगी गंभीर चोटों से उभर रही थी, अस्पताल के एक कार्यकर्ता ने उसकी कलाई पर एक चटकीले पीले रंग की पट्टी बाँध दी जिस पर लिखा था : गिरने का जोखिम। इस वाक्याँश को लिखकर लगाने का अभिप्राय था लोगों को सचेत करना कि वे इस व्यक्ति का ध्यान रखें, क्योंकि वह अपने पैरों पर अस्थिर हो सकती है, गिर सकती है; एक से दूसरे स्थान पर जाने में लोग उसकी सहायता करें।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में पहला कुरिन्थियों के 10 अध्याय में मसीही विश्वासियों के लिए “गिर जाने के जोखिम” जैसी कुछ  चेतावनियाँ हैं। अपने पुरखाओं की ओर मुड़कर देखते हुए, पौलुस ने ध्यान किया कि मनुष्यों में पाप में गिर जाने की प्रवृत्ति है। मिस्र से परमेश्वर के अद्भुत कार्यों द्वारा बंधुवाई से निकाले जाने और कनान देश में जाकर बसने की यात्रा के मार्ग में, वे इस्राएली परमेश्वर के विरुद्ध कुड़कड़ाए, उन्होंने मूर्तिपूजा की, और अनैतिक संबंध बनाए। परमेश्वर उनसे अप्रसन्न हुआ, और उनके गलत कार्यों के परिणामों को उन्हें भुगतने दिया। लेकिन पौलुस ने उन बातों के विषय में लिखा कि “परन्तु यें सब बातें, जो उन पर पड़ी, दृष्‍टान्‍त की रीति पर भी: और वे हमारी चितावनी के लिये जो जगत के अन्‍तिम समय में रहते हैं लिखी गईं हैं। इसलिये जो समझता है, कि मैं स्थिर हूं, वह चौकस रहे; कि कहीं गिर न पड़े” (पद 11-12)।

      हमारे द्वारा अपने आप को इस भ्रम में बनाए रखना सरल होता है कि हम किसी पाप पर हमेशा के लिए जयवंत हो गए हैं। चाहे हम उस पाप से संबंधित सबसे बुरे दौर से निकल चुके हों, अपनी उस समस्या का अंगीकार कर लिया हो, उसके लिए पश्चाताप कर लिया हो और परमेश्वर को समर्पित जीवन व्यतीत करने के लिए अपने आप को पुनः अर्पित कर दिया हो, किन्तु उन्ही बातों को लेकर प्रलोभन और परीक्षाएं हम पर फिर भी आ सकती हैं।

      परमेश्वर हमारे लिए यह संभव करता है कि हम फिर से उन्हीं परीक्षाओं में पड़ने पर गिर न पड़ें; वह हमारे लिए उस पापमय स्वभाव में से निकल पाने का मार्ग बना कर देता है। अब यह हम पर होता है कि हम उसके द्वारा बना कर दिए गए मार्ग पर चलने के लिए तैयार हों, और उसके निर्देशानुसार उस मार्ग पर चलें भी। - जेनिफर बेन्सन शुल्ट


परमेश्वर की आशीषों के बाद बहुधा बड़ी परीक्षाएं आती हैं।

धर्मी पर बहुत सी विपत्तियां पड़ती तो हैं, परन्तु यहोवा उसको उन सब से मुक्त करता है। - भजन 34:19

बाइबल पाठ: 1 कुरिन्थियों 10:1-13
1 Corinthians 10:1 हे भाइयों, मैं नहीं चाहता, कि तुम इस बात से अज्ञात रहो, कि हमारे सब बाप-दादे बादल के नीचे थे, और सब के सब समुद्र के बीच से पार हो गए।
1 Corinthians 10:2 और सब ने बादल में, और समुद्र में, मूसा का बपतिस्मा लिया।
1 Corinthians 10:3 और सब ने एक ही आत्मिक भोजन किया।
1 Corinthians 10:4 और सब ने एक ही आत्मिक जल पीया, क्योंकि वे उस आत्मिक चट्टान से पीते थे, जो उन के साथ-साथ चलती थी; और वह चट्टान मसीह था।
1 Corinthians 10:5 परन्तु परमेश्वर उन में के बहुतेरों से प्रसन्न न हुआ, इसलिये वे जंगल में ढेर हो गए।
1 Corinthians 10:6 ये बातें हमारे लिये दृष्‍टान्‍त ठहरी, कि जैसे उन्होंने लालच किया, वैसे हम बुरी वस्‍तुओं का लालच न करें।
1 Corinthians 10:7 और न तुम मूरत पूजने वाले बनों; जैसे कि उन में से कितने बन गए थे, जैसा लिखा है, कि लोग खाने-पीने बैठे, और खेलने-कूदने उठे।
1 Corinthians 10:8 और न हम व्यभिचार करें; जैसा उन में से कितनों ने किया: एक दिन में तेईस हजार मर गये ।
1 Corinthians 10:9 और न हम प्रभु को परखें; जैसा उन में से कितनों ने किया, और सांपों के द्वारा नाश किए गए।
1 Corinthians 10:10 और न तुम कुड़कुड़ाओ, जिस रीति से उन में से कितने कुड़कुड़ाए, और नाश करने वाले के द्वारा नाश किए गए।
1 Corinthians 10:11 परन्तु यें सब बातें, जो उन पर पड़ी, दृष्‍टान्‍त की रीति पर भी: और वे हमारी चितावनी के लिये जो जगत के अन्‍तिम समय में रहते हैं लिखी गईं हैं।
1 Corinthians 10:12 इसलिये जो समझता है, कि मैं स्थिर हूं, वह चौकस रहे; कि कहीं गिर न पड़े।
1 Corinthians 10:13 तुम किसी ऐसी परीक्षा में नहीं पड़े, जो मनुष्य के सहने से बाहर है: और परमेश्वर सच्चा है: वह तुम्हें सामर्थ से बाहर परीक्षा में न पड़ने देगा, वरन परीक्षा के साथ निकास भी करेगा; कि तुम सह सको।


एक साल में बाइबल: 
  • भजन 110-112
  • 1कुरिन्थियों 5



मंगलवार, 21 अगस्त 2018

साथ


      लोगों की पंक्ति में खड़े रहकर डिजनीलैंड के एक लोकप्रिय आकर्षण के अनुभव की प्रतीक्षा करते हुए मैंने ध्यान किया कि पंक्ती में खड़े होकर देर तक प्रतीक्षा करने के बावजूद लोग मुस्कुरा रहे थे, प्रसन्नता के साथ बातचीत कर रहे थे। मैं सोचने लगा कि ऐसा क्या है जिसके कारण ऐसे खड़े रहकर प्रतीक्षा करना भी उनके लिए आनंदायक था। मुझे लगा कि इस बात की कुंजी यह तथ्य था कि वहाँ बहुत ही कम ऐसे लोग थे जो अकेले थे, अन्यथा लगभग सभी वहाँ पर मित्रों, परिवार जनों, समूहों में थे या विवाहित जोड़े थे, और यह साथ किसी का होना ही था जो कि पंक्ति में खड़े होकर प्रतीक्षा करने को अकेले प्रतीक्षा करने से भिन्न अनुभव बना दे रहा था।

      यही बात मसीही जीवन पर भी लागू होती है; मसीही जीवन भी अन्य मसीही विश्वासियों के साथ संगति में बिताए जाने के लिए होता है, अकेले व्यतीत करने के लिए नहीं। परमेश्वर के वचन बाइबल में इब्रानियों 10:19-25 हमें प्रभु यीशु के अन्य अनुयायियों के साथ जीवन बिताने का आग्रह करता है: “और एक दूसरे के साथ इकट्ठा होना ने छोड़ें, जैसे कि कितनों की रीति है, पर एक दूसरे को समझाते रहें; और ज्यों ज्यों उस दिन को निकट आते देखो, त्यों त्यों और भी अधिक यह किया करो” (पद 25)। जब हम एक साथ, एक समाज बनाकर रहते हैं, तब हम एक-दूसरे को आश्वस्त और प्रोत्साहित करते हैं, एक-दूसरे को उभारते और संभालते रहते हैं।

      ऐसे एक साथ मिलकर समय बिताने से हमारे सबसे कठिन दिन भी हमारी मसीही विश्वास की जीवन यात्रा में अर्थपूर्ण बन जाते हैं जब हम अपने अनुभवों को एक-दूसरे के साथ बांटते हैं, और एक-दूसरे के सहायक होते हैं। जीवन का सामना अकेले नहीं करें; साथ मिलकर चलें। - डेविड मैकैस्लैंड


मसीह में जीवन अनुभवों को परस्पर साझा करने का जीवन है।

इस कारण एक दूसरे को शान्‍ति दो, और एक दूसरे की उन्नति के कारण बनो, निदान, तुम ऐसा करते भी हो। - 1 थिस्सलुनीकियों 5:11

बाइबल पाठ: इब्रानियों 10:19-25
Hebrews 10:19 सो हे भाइयो, जब कि हमें यीशु के लोहू के द्वारा उस नए और जीवते मार्ग से पवित्र स्थान में प्रवेश करने का हियाव हो गया है।
Hebrews 10:20 जो उसने परदे अर्थात अपने शरीर में से हो कर, हमारे लिये अभिषेक किया है,
Hebrews 10:21 और इसलिये कि हमारा ऐसा महान याजक है, जो परमेश्वर के घर का अधिकारी है।
Hebrews 10:22 तो आओ; हम सच्चे मन, और पूरे विश्वास के साथ, और विवेक को दोष दूर करने के लिये हृदय पर छिड़काव ले कर, और देह को शुद्ध जल से धुलवा कर परमेश्वर के समीप जाएं।
Hebrews 10:23 और अपनी आशा के अंगीकार को दृढ़ता से थामें रहें; क्योंकि जिसने प्रतिज्ञा किया है, वह सच्चा है।
Hebrews 10:24 और प्रेम, और भले कामों में उक्साने के लिये एक दूसरे की चिन्‍ता किया करें।
Hebrews 10:25 और एक दूसरे के साथ इकट्ठा होना ने छोड़ें, जैसे कि कितनों की रीति है, पर एक दूसरे को समझाते रहें; और ज्यों ज्यों उस दिन को निकट आते देखो, त्यों त्यों और भी अधिक यह किया करो।


एक साल में बाइबल: 
  • भजन 107-109
  • 1कुरिन्थियों 4