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सोमवार, 14 अक्तूबर 2019

थामा हुआ



      मैं अपनी बहिन के घर गई हुई थी; दोपहर के भोजन के समाप्ति के समय मेरी बहिन ने अपने बेटी से कहा कि अब उसके जाकर सोने का समय हो गया है। मेरी वह तीन वर्षीय भांजी चौंक गई, उसकी आँखों में आँसू आ गए, और उसने शिकायत की, “लेकिन आंटी मोनिका ने मुझे अभी तक तो गोद में लिया ही नहीं है!” मेरी बहिन ने मुस्कुराते हुए उसे दिलासा दिया, “अच्छा मोनिका आंटी तुम्हें गोदी में ले सकती हैं – कितनी देर गोदी में रहना चाहोगी? मेरी भांजी ने उत्तर में कहा “पाँच मिनट।”

      मैंने अपने भांजी को गोद में ले लिया, और मैं कृतज्ञ होकर स्मरण करने लगी कि बिना प्रयास किए हुए भी वह मुझे स्मरण दिलाती है कि किसी से प्रेम करना और प्रेम पाने का अनुभव क्या होता है। मुझे लगता है कि कभी-कभी हम यह भूल जाते हैं कि मसीही विश्वास का हमारा जीवन प्रेम का अनुभव सीखने का जीवन है – परमेश्वर के प्रेम के बारे में सीखने का, इतनी भरपूरी से जितने की हम कल्पना भी नहीं कर सकते हैं (इफिसियों 3:18)। हम जब भी इस बात पर ध्यान देने से चूक जाते हैं, तो हम परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रभु यीशु द्वारा लूका 15 अध्याय में दिए गए उड़ाऊ-पुत्र के दृष्टांत के उस बड़े भाई के समान हो जाते हैं जो अपने प्रयासों से परमेश्वर के प्रेम को पाने के कोशिश तो कर रहा था, बिना यह स्मरण किए कि  उसने क्या कुछ उसे पहले से ही दे रखा था (लूका 15:25-32)।

      भजन 131 भी एक ऐसी प्रार्थना है जो हमें “बालकों के समान” (मत्ती 18:3) बनने में सहायता करती है, अपने मन में चल रहे उस द्वंद को छोड़ कर जो उन बातों के कारण है जिन्हें हम समझ नहीं पाते हैं (भजन 131:1)। परेशान रहने की बजाए, प्रभु परमेश्वर के साथ बिताए गए समय के द्वारा हम शान्ति के स्थान में लौट सकते हैं (पद 2), उसके प्रेम में होकर उस आशा को प्राप्त कर सकते हैं, जिसकी हमें आवश्यकता है (पद 3) – वैसे शान्त और चैन से होकर मानों हम अपनी माँ की गोद में बैठे हुए बच्चे हैं, जिन्हें उसने सुरक्षित थामा हुआ है। - मोनिका ब्रैंड्स

बच्चों के समान, हम परमेश्वर के प्रेम में शान्त होना सीख सकते हैं।

यहोवा से उद्धार पाने की आशा रख कर चुपचाप रहना भला है। - विलापगीत 3:26

बाइबल पाठ: भजन 131
Psalms 131:1 हे यहोवा, न तो मेरा मन गर्व से और न मेरी दृष्टि घमण्ड से भरी है; और जो बातें बड़ी और मेरे लिये अधिक कठिन हैं, उन से मैं काम नहीं रखता।
Psalms 131:2 निश्चय मैं ने अपने मन को शान्त और चुप कर दिया है, जैसे दूध छुड़ाया हुआ लड़का अपनी मां की गोद में रहता है, वैसे ही दूध छुड़ाए हुए लड़के के समान मेरा मन भी रहता है।
Psalms 131:3 हे इस्राएल, अब से ले कर सदा सर्वदा यहोवा ही पर आशा लगाए रह!

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 43-44
  • 1 थिस्सलुनीकियों 2



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