बेसबॉल में उच्चतम स्तर की प्रतिस्पर्धा के 135 वर्षीय इतिहास में केवल 20 ही ऐसे गेंदबाज़ हुए हैं जिन्होंने सिद्धतम खेल को खेला है। जून 2, 2010 को डिट्रौइट टाइगर्स के अर्माण्डा गलारागा इस ख्याति को पाने वाले 21वें खिलाड़ी बन गए होते लेकिन अम्पायर की गलती से वे इस ख्याति को पाने से चूक गए, उनका सपना पूरा ना हो सका। विडियो रीप्ले पर देखने से अम्पायर की यह गलती साफ दिखाई दी। बाद में अम्पायर ने भी अपनी गलती स्वीकार करी और अर्माण्डा गलागारा से इसकी क्षमा भी मांगी, लेकिन खेल के दौरान हुई यह चूक बदली नहीं जा सकी। इस पूरे प्रकरण में अर्माण्डा शांत बने रहे, उस अम्पायर के प्रति अपनी सहानुभूति भी जताई, और उसकी आलोचना भी नहीं करी। अर्माण्डा के इस व्यवहार और किसी प्रकार का कोई पलटा ना लेने की भावना से उसके प्रशंसकों, साथी खिलाड़ियों और खेल पत्रकारों को बहुत अचरज हुआ।
यदि हम अपने साथ निष्पक्षता की आशा रखते हैं तो हमारा ऐसी परिस्थितियों में निराश होकर क्रोधित और कुंठित हो जाना संभव है। किंतु यदि हम परमेश्वर के वचन बाइबल की शिक्षाओं के अनुसार चलते हैं तो हमारी मनोभावना अपनी नहीं वरन दूसरों की भलाई का ध्यान रखने की होती है। बाइबल की नीतिवचन नामक पुस्तक में दी गई शिक्षाओं के विषय में पुस्तक के आरंभ ही में लिखा है: "इनके द्वारा पढ़ने वाला बुद्धि और शिक्षा प्राप्त करे, और समझ की बातें समझे, और काम करने में प्रवीणता, और धर्म, न्याय और सीधाई की शिक्षा पाए" (नीतिवचन 1:2-3)। बाइबल टीकाकार और शिक्षक ओस्वॉल्ड चैम्बर्स ने दूसरे लोगों के साथ व्यवहार के संबंध में कहा, "अपने लिए सदा ही न्याय पाते रहने के इच्छुक मत रहो, किंतु दूसरों को सदा ही न्याय देने से कभी मत चूको; प्रभु यीशु में होने के कारण, जीवन की किसी भी परिस्थिति को दूसरों के साथ अपने संबंधों को बिगाड़ने मत दो"।
जब हम अन्याय का सामना करें तो मसीह यीशु के अनुयायी होने के कारण यह हमारा कर्तव्य और विशेषाधिकार है कि हम प्रत्युत्तर में बदला लेने की भावना रखने की बजाए निष्पक्ष और ईमानदार होकर वही करते रहें जो उचित, न्यायसंगत और सही है। - डेविड मैक्कैसलैंड
जीवन सदा ही निष्पक्ष नहीं होता, लेकिन हमारा परमेश्वर सदा ही विश्वासयोग्य और सहायक बना रहता है।
बुराई से बैर और भलाई से प्रीति रखो, और फाटक में न्याय को स्थिर करो; क्या जाने सेनाओं का परमेश्वर यहोवा यूसुफ से बचे हुओं पर अनुग्रह करे। - आमोस 5:15
बाइबल पाठ: नीतिवचन 1:1-9
Proverbs 1:1 दाऊद के पुत्र इस्राएल के राजा सुलैमान के नीतिवचन:
Proverbs 1:2 इनके द्वारा पढ़ने वाला बुद्धि और शिक्षा प्राप्त करे, और समझ की बातें समझे,
Proverbs 1:3 और काम करने में प्रवीणता, और धर्म, न्याय और सीधाई की शिक्षा पाए;
Proverbs 1:4 कि भोलों को चतुराई, और जवान को ज्ञान और विवेक मिले;
Proverbs 1:5 कि बुद्धिमान सुन कर अपनी विद्या बढ़ाए, और समझदार बुद्धि का उपदेश पाए,
Proverbs 1:6 जिस से वे नितिवचन और दृष्टान्त को, और बुद्धिमानों के वचन और उनके रहस्यों को समझें।
Proverbs 1:7 यहोवा का भय मानना बुद्धि का मूल है; बुद्धि और शिक्षा को मूढ़ ही लोग तुच्छ जानते हैं।
Proverbs 1:8 हे मेरे पुत्र, अपने पिता की शिक्षा पर कान लगा, और अपनी माता की शिक्षा को न तज;
Proverbs 1:9 क्योंकि वे मानो तेरे सिर के लिये शोभायमान मुकुट, और तेरे गले के लिये कन्ठ माला होंगी।
एक साल में बाइबल:
- नीतिवचन 1-2
- 1 कुरिन्थियों 16
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें