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मंगलवार, 23 मई 2017

सहायता


   हम कीचड़ में बिलकुल फँस चुके थे। हम कब्रिस्तान में मेरे माता-पिता की कब्रों पर फूल चढ़ाने गए थे, और एक दूसरी गाड़ी को निकलने का स्थान देने के लिए मेरे पति ने अपनी गाड़ी सड़क से कच्चे में उतार दी। हमारे इलाके में कई सप्ताह से बरसात चल रही थी और वहाँ गाड़ी खड़ी करने के स्थान पर बहुत कीचड़ था। जब हम वापस जाने के लिए गाड़ी निकालने लगे तो पता चला कि गाड़ी कीचड़ में फँस गई है। जितना उसे चलाकर निकालने का प्रयास करते, पहिए घूम-घूमकर कीचड़ में और अधिक धँसते चले जाते।

   प्रकट था कि गाड़ी को धक्का लगाए बिना हम कीचड़ से बाहर नहीं निकल सकते थे, परन्तु मेरे पति का कँधा चोटिल था और मैं भी अभी बीमारी से उठी थी। हमें सहायता आवश्यकता थी! मैंने दूर दो जवानों को देखा, और उनका ध्यान मेरे हाथ हिलाने और सहायता के लिए चिल्लाने की ओर गया। मैं बहुत धन्यवादी हूँ कि उन्होंने हमारी सहायता करना स्वीकार किया और उनके धक्का लगाने से गाड़ी कीचड़ से बाहर निकल कर सड़क पर आ सकी।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में भजन 40 दाऊद द्वारा सहायता के लिए परमेश्वर को पुकारने और परमेश्वर द्वारा उसकी सहायता करना बताता है: "मैं धीरज से यहोवा की बाट जोहता रहा; और उसने मेरी ओर झुककर मेरी दोहाई सुनी। उसने मुझे सत्यानाश के गड़हे और दलदल की कीच में से उबारा, और मुझ को चट्टान पर खड़ा कर के मेरे पैरों को दृढ़ किया है" (भजन  40:1-2)। जिस गड़हे और दलदल का दाऊद यहाँ उल्लेख कर रहा है, वह वास्तव में कोई गड़हा या दलद्ल रहे हों अथवा कोई विकट परिस्थिति जिसमें दाऊद ने अपने आप को फँसा हुआ पाया, दाऊद यह बात भली-भाँति जानता था कि वह अपनी सहायता के लिए परमेश्वर को कभी भी पुकार सकता है और परमेश्वर उसकी सुनेगा, उसे उस समस्या से बाहर निकालेगा।

   हम मसीही विश्वासी, हम जो परमेश्वर की सन्तान हैं, जब भी परमेश्वर को पुकारते हैं, परमेश्वर हमारी भी सुनता है, और हमारी निकासी के लिए मार्ग बनाता है। कभी कभी तो हमारी सहायता के लिए वह स्वयं हस्तक्षेप करता है, परन्तु अधिकतर वह किसी अन्य मनुष्य के द्वारा हमें सहायता भेजता है। जब भी हम उसके, और आवश्यकतानुसार उसके लोगों के सामने, सहायता की अपनी आवश्यकता को स्वीकार कर लेते हैं, हम उससे मिलने वाली सहायता के लिए आश्वस्त भी रह सकते हैं। - मेरियन स्ट्राउड


परमेश्वर तथा औरों की सहयाता से आशा आती है।

जिन्होंने उसकी ओर दृष्टि की उन्होंने ज्योति पाई; और उनका मुंह कभी काला न होने पाया। इस दीन जन ने पुकारा तब यहोवा ने सुन लिया, और उसको उसके सब कष्टों से छुड़ा लिया। यहोवा के डरवैयों के चारों ओर उसका दूत छावनी किए हुए उन को बचाता है। - भजन 34:5-7

बाइबल पाठ: भजन  40:1-5
Psalms 40:1 मैं धीरज से यहोवा की बाट जोहता रहा; और उसने मेरी ओर झुककर मेरी दोहाई सुनी। 
Psalms 40:2 उसने मुझे सत्यानाश के गड़हे और दलदल की कीच में से उबारा, और मुझ को चट्टान पर खड़ा कर के मेरे पैरों को दृढ़ किया है। 
Psalms 40:3 और उसने मुझे एक नया गीत सिखाया जो हमारे परमेश्वर की स्तुति का है। बहुतेरे यह देखकर डरेंगे, और यहोवा पर भरोसा रखेंगे।
Psalms 40:4 क्या ही धन्य है वह पुरूष, जो यहोवा पर भरोसा करता है, और अभिमानियों और मिथ्या की ओर मुड़ने वालों की ओर मुंह न फेरता हो। 
Psalms 40:5 हे मेरे परमेश्वर यहोवा, तू ने बहुत से काम किए हैं! जो आश्चर्यकर्म और कल्पनाएं तू हमारे लिये करता है वह बहुत सी हैं; तेरे तुल्य कोई नहीं! मैं तो चाहता हूं की खोल कर उनकी चर्चा करूं, परन्तु उनकी गिनती नहीं हो सकती।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 इतिहास 19-21
  • यूहन्ना 8:1-27


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