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शुक्रवार, 10 जनवरी 2020

सेवक


      दफतर में काम का वह दिन थका देने वाला रहा था; परन्तु घर पहुँच कर मुझे अपने “दूसरे” काम में लग जाना था। घर में आने पर मेरी पत्नि और बच्चों से मिला स्वागत थोड़े समय में ही विभिन्न निवेदनों में बदल गया, “पापा, रात्रि के भोजन के लिए क्या है?”; “पापा, मुझे थोड़ा पानी देना”; “पापा, क्या हम फुटबाल खेल सकते हैं?”

      मेरा मन तो बस बैठकर आराम करने का था; यद्यपि मुझ में कुछ था जो मुझे एक “अच्छा पापा” होने के लिए प्रेरित कर रहा था, परन्तु मैं परिवार का सेवक बन कर उनकी आवश्यकताओं को पूरा करने वाला बनना नहीं चाह रहा था। तभी मेरी नज़र उस “धन्यवादी कार्ड” पर गयी, जो मेरी पत्नि को किसी ने चर्च में दिया था। उस कार्ड पर एक बर्तन में पानी, एक तौलिया, और कुछ मैले सैंडल बने हुए थे, और उसके नीचे परमेश्वर के वचन बाइबल में से लिए गए ये शब्द “पर मैं तुम्हारे बीच में सेवक के समान हूं” (लूका 22:27) लिखे हुए थे।

      प्रभु यीशु के उनके प्रति, जिन्हें वह खोजने और बचाने आया था (लूका 19:10), उद्देश्य का यह वाक्य मेरी उस समय की आवश्यकता के अनुसार था। यदि प्रभु यीशु अपने अनुयायियों के मैले पैरों को धोकर साफ़ करने (यूहन्ना 13:1-17) के लिए तैयार थे - तो फिर मैं अपने परिवार की सहायता बिना कुड़कुड़ाए क्यों नहीं कर सकता था। उस पल में मुझे स्मरण हो आया कि मेरे परिवारजनों द्वारा उनकी सहायता के लिए किए जा रहे निवेदन केवल मेरा दायित्व ही नहीं थे, वरन मेरे लिए अवसर थे कि प्रभु यीशु के समान प्रेम दिखाने और सेवक होने के उदाहरण को कर के दिखा सकूँ।

      जब हम से सेवा के लिए निवेदन किए जाते हैं, तो वे अवसर होते हैं कि हम अपने प्रभु के और भी अधिक समान बन सकें, उसके समान सेवक हो सकें जिसने अपनी सेवा में हमारे लिए अपने प्राण बलिदान कर दिए। - एडम होल्ज़

हमारे प्रति परमेश्वर का प्रेम हमें औरों की सेवा करने का बल देता है।

क्योंकि मनुष्य का पुत्र खोए हुओं को ढूंढ़ने और उन का उद्धार करने आया है। - लूका 19:10

बाइबल पाठ: लूका 22:24-30
Luke 22:24 उन में यह वाद-विवाद भी हुआ; कि हम में से कौन बड़ा समझा जाता है
Luke 22:25 उसने उन से कहा, अन्यजातियों के राजा उन पर प्रभुता करते हैं; और जो उन पर अधिकार रखते हैं, वे उपकारक कहलाते हैं।
Luke 22:26 परन्तु तुम ऐसे न होना; वरन जो तुम में बड़ा है, वह छोटे के समान और जो प्रधान है, वह सेवक के समान बने।
Luke 22:27 क्योंकि बड़ा कौन है; वह जो भोजन पर बैठा या वह जो सेवा करता है? क्या वह नहीं जो भोजन पर बैठा है? पर मैं तुम्हारे बीच में सेवक के समान हूं।
Luke 22:28 परन्तु तुम वह हो, जो मेरी परीक्षाओं में लगातार मेरे साथ रहे।
Luke 22:29 और जैसे मेरे पिता ने मेरे लिये एक राज्य ठहराया है,
Luke 22:30 वैसे ही मैं भी तुम्हारे लिये ठहराता हूं, ताकि तुम मेरे राज्य में मेरी मेज पर खाओ-पिओ; वरन सिंहासनों पर बैठकर इस्त्राएल के बारह गोत्रों का न्याय करो।

एक साल में बाइबल: 

  • उत्पत्ति 25-26 
  • मत्ती 8:1-17

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