मैं परदेश से वापस घर आने के लिए हवाई-अड्डे पर पहुँचा और विमान-सेवा वालों को अपना पासपोर्ट जाँच के लिए पकड़ाया; उन्होंने अपनी सूची में देखा तो मेरा नाम उस सूची में नहीं था। कारण था कि उपलब्ध सीटों से अधिक का आरक्षण हो रखा था, और मैंने समय से अपने यात्रा करने की पुष्टि नहीं की थी; इसलिए उस विमान से यात्रा करने वालों की अन्तिम सूची में मेरा नाम नहीं था। मेरी उस दिन घर पहुँचने की आशा धाराशाई हो गई।
इस घटना से मुझे एक और सूची का स्मरण हो आया - जीवन की पुस्तक में लिखे नामों की सूची। परमेश्वर के वचन बाइबल में, लूका 10 अध्याय में हम पाते हैं कि प्रभु यीशु ने अपने शिष्यों को सुसमाचार प्रचार के कार्य के लिए भेजा। जब वे लौट कर आए तो बड़ी प्रसन्नता के साथ उन्होंने प्रभु को अपनी सफलताओं के बारे में बताया। परन्तु प्रभु यीशु ने उनसे कहा, "तौभी इस से आनन्दित मत हो, कि आत्मा तुम्हारे वश में हैं, परन्तु इस से आनन्दित हो कि तुम्हारे नाम स्वर्ग पर लिखे हैं" (पद 20)। अर्थात, हमारे आनन्द का विषय हमारी सफलताएं नहीं, वरन हमारा नाम का परमेश्वर की पुस्तक में लिखा हुआ होना चाहिए।
परन्तु हम निश्चित कैसे हो सकते हैं कि हमारे नाम परमेश्वर की जीवन की पुस्तक में लिखे हुए हैं? बाइबल हमें उत्तर देती है: "कि यदि तू अपने मुंह से यीशु को प्रभु जानकर अंगीकार करे और अपने मन से विश्वास करे, कि परमेश्वर ने उसे मरे हुओं में से जिलाया, तो तू निश्चय उद्धार पाएगा" (रोमियों 10:9)।
बाइबल की अन्तिम पुस्तक, प्रकाशितवाक्य 21 में यूहन्ना ने उस पवित्र नगर का स्तब्ध कर देने वाला विवरण लिखा है, जिसे परमेश्वर ने मसीह यीशु पर विश्वास करने वालों के लिए बनाया है। विवरण देने के पश्चात यूहन्ना लिखता है: "और उस में कोई अपवित्र वस्तु था घृणित काम करने वाला, या झूठ का गढ़ने वाला, किसी रीति से प्रवेश न करेगा; पर केवल वे लोग जिन के नाम मेम्ने के जीवन की पुस्तक में लिखे हैं" (प्रकाशितवाक्य 21:27)।
जीवन की पुस्तक, स्वर्ग में जाने वालों के नामों की परमेश्वर की सूची है। क्या आपका नाम परमेश्वर की इस सूची में है? यदि नहीं तो आज, समय रहते सुनिश्चित कर लीजिए, कहीं ऐन मौके पर बाहर न रह जाएं; क्योंकि फ़िर वहाँ और उसके बाद कोई अवसर नहीं होगा। - लॉरेंस दरमानी
जो प्रभु यीशु के लिए अपने हृदय खोल देते हैं,
परमेश्वर उनके लिए स्वर्ग के द्वार खोल देता है।
जो मुझ से, हे प्रभु, हे प्रभु कहता है, उन में से हर एक स्वर्ग के राज्य में प्रवेश न करेगा, परन्तु वही जो मेरे स्वर्गीय पिता की इच्छा पर चलता है। उस दिन बहुतेरे मुझ से कहेंगे; हे प्रभु, हे प्रभु, क्या हम ने तेरे नाम से भविष्यद्वाणी नहीं की, और तेरे नाम से दुष्टात्माओं को नहीं निकाला, और तेरे नाम से बहुत अचम्भे के काम नहीं किए? तब मैं उन से खुलकर कह दूंगा कि मैं ने तुम को कभी नहीं जाना, हे कुकर्म करने वालों, मेरे पास से चले जाओ। - मत्ती 7:21-23
बाइबल पाठ: लूका 10:17-24
Luke 10:17 वे सत्तर आनन्द से फिर आकर कहने लगे, हे प्रभु, तेरे नाम से दुष्टात्मा भी हमारे वश में हैं।
Luke 10:18 उसने उन से कहा; मैं शैतान को बिजली के समान स्वर्ग से गिरा हुआ देख रहा था।
Luke 10:19 देखो, मैने तुम्हे सांपों और बिच्छुओं को रौंदने का, और शत्रु की सारी सामर्थ्य पर अधिकार दिया है; और किसी वस्तु से तुम्हें कुछ हानि न होगी।
Luke 10:20 तौभी इस से आनन्दित मत हो, कि आत्मा तुम्हारे वश में हैं, परन्तु इस से आनन्दित हो कि तुम्हारे नाम स्वर्ग पर लिखे हैं।
Luke 10:21 उसी घड़ी वह पवित्र आत्मा में हो कर आनन्द से भर गया, और कहा; हे पिता, स्वर्ग और पृथ्वी के प्रभु, मैं तेरा धन्यवाद करता हूं, कि तू ने इन बातों को ज्ञानियों और समझदारों से छिपा रखा, और बालकों पर प्रगट किया: हां, हे पिता, क्योंकि तुझे यही अच्छा लगा।
Luke 10:22 मेरे पिता ने मुझे सब कुछ सौंप दिया है और कोई नहीं जानता कि पुत्र कौन है केवल पिता और पिता कौन है यह भी कोई नहीं जानता, केवल पुत्र के और वह जिस पर पुत्र उसे प्रकट करना चाहे।
Luke 10:23 और चेलों की ओर फिरकर अकेले में कहा, धन्य हैं वे आंखे, जो ये बातें जो तुम देखते हो देखती हैं।
Luke 10:24 क्योंकि मैं तुम से कहता हूं, कि बहुत से भविष्यद्वक्ताओं और राजाओं ने चाहा, कि जो बातें तुम देखते हो देखें; पर न देखीं और जो बातें तुम सुनते हो सुनें, पर न सुनीं।
एक साल में बाइबल:
- यहेजकेल 37-39
- 2 पतरस 2