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मंगलवार, 31 अक्टूबर 2017

नया


   हमारे घर की खिड़कियों के पल्ले ठीक करने का समय हो गया था। इसलिए मैंने उन पल्लों को खुरचा, रेगमाल से रगड़ा, और पट्टी मिश्रण लगा कर गढ्ढों और टूटे हुए किनारों को समतल तथा सपाट किया, और फिर उन्हें रंगने के लिए तैयार किया, उन पर अच्छा महंगा रंग भी लगाया। मेरी काफी मेहनत के बाद अब वे पल्ले पहले से बहुत अच्छे तो दिखने लगे, परन्त नए फिर भी नहीं लगते हैं। उनके नए लगने के लिए एकमात्र उपाय है उनके स्थान पर नई लकड़ी के पल्ले लगाना।

   घर में मौसम से खराब हुए पल्लों की मरम्मत करके उन्हें "बहुत अच्छा" बनाना तो ठीक है परन्तु यही बात पाप से खराब हुए हमारे हृदय तथा जीवन पर लागू नहीं होती है; उस हृदय की मरम्मत भर देना काफी नहीं है। परमेश्वर के दृष्टिकोण से सब बातों का नया हो जाना अनिवार्य है (2 कुरिन्थियों 5:17)।

   प्रभु यीशु में लाए गए विश्वास द्वारा परमेश्वर से सेंत-मेंत मिलने वाली पापों की क्षमा और उद्धार की यही अनुपम सुन्दरता है - प्रभु का विश्वासी जन, परमेश्वर के अनुग्रह द्वारा "नई सृष्टि" हो जाता है। प्रभु यीशु हमारे पापों को अपने ऊपर ले कर क्रूस पर बलिदान हो गया, और पाप तथा मृत्यु पर अपनी सामर्थ्य के प्रमाण स्वरूप तीसरे दिन फिर मृतकों में से जीवित हो उठा। प्रभु द्वारा सभी मनुष्यों के सब पापों के लिए दिए गए इस बलिदान से सारे संसार के सभी मनुष्यों के सभी पापों के दण्ड को भुगत कर एक ही बार में चुका दिया गया, इसलिए अब किसी को अपने पापों का बोझ लेकर चलने और उनके निवारण के लिए अपने किसी प्रयास को करने की कोई आवश्यकता नहीं है। अब जो मसीह यीशु में स्वेच्छा से विश्वास लाता है, अपना जीवन उसे समर्पित करता है, उसका पुराना जीवन नए से बदल जाता है (प्रेरितों 5:20), और परमेश्वर की दृष्टि में वह एक "नई सृष्टि" बन जाता है (2 कुरिन्थियों 5:17)। प्रभु यीशु द्वारा कलवरी के क्रुस पर जो कार्य हमारे लिए पूरा कर दिया गया, उसमें होकर परमेश्वर पिता मसीह यीशु में विश्वास लाने वाले सभी विश्वासियों को पूर्णतः नया और निर्दोष देखता है।

   पाप ने संसार और संसार के लोगों क्वे जीवनों में भारी नुकसान किया है। अपने प्रयासों से हम उस नुकसान को पलट नहीं सकते हैं, हम कितनी भी ’मरम्मत’ करने के प्रयास क्यों न कर लें, वह मरम्मत हमें अन्दर से नया और निर्दोष नहीं बना सकती है। परन्तु जब हम अपने पापों को मान लेते हैं, उनके लिए पश्चाताप के साथ प्रभु यीशु से क्षमा माँग लेते हैं, तो वह हमारे हृदयों को, हमारे जीवनों को परिवर्तित कर के हमें एक पूर्णतः नया जीवन प्रदान करता है। - डेव ब्रैनन


केवल प्रभु यीशु मसीह ही हमें एक नया जीवन प्रदान कर सकता है।

सो उस मृत्यु का बपतिस्मा पाने से हम उसके साथ गाड़े गए, ताकि जैसे मसीह पिता की महिमा के द्वारा मरे हुओं में से जिलाया गया, वैसे ही हम भी नए जीवन की सी चाल चलें। - रोमियों 6:4

बाइबल पाठ: 2 कुरिन्थियों 5:14-21
2 Corinthians 5:14 क्योंकि मसीह का प्रेम हमें विवश कर देता है; इसलिये कि हम यह समझते हैं, कि जब एक सब के लिये मरा तो सब मर गए। 
2 Corinthians 5:15 और वह इस निमित्त सब के लिये मरा, कि जो जीवित हैं, वे आगे को अपने लिये न जीएं परन्तु उसके लिये जो उन के लिये मरा और फिर जी उठा। 
2 Corinthians 5:16 सो अब से हम किसी को शरीर के अनुसार न समझेंगे, और यदि हम ने मसीह को भी शरीर के अनुसार जाना था, तौभी अब से उसको ऐसा नहीं जानेंगे। 
2 Corinthians 5:17 सो यदि कोई मसीह में है तो वह नई सृष्‍टि है: पुरानी बातें बीत गई हैं; देखो, वे सब नई हो गईं। 
2 Corinthians 5:18 और सब बातें परमेश्वर की ओर से हैं, जिसने मसीह के द्वारा अपने साथ हमारा मेल-मिलाप कर लिया, और मेल-मिलाप की सेवा हमें सौंप दी है। 
2 Corinthians 5:19 अर्थात परमेश्वर ने मसीह में हो कर अपने साथ संसार का मेल मिलाप कर लिया, और उन के अपराधों का दोष उन पर नहीं लगाया और उसने मेल मिलाप का वचन हमें सौंप दिया है।
2 Corinthians 5:20 सो हम मसीह के राजदूत हैं; मानो परमेश्वर हमारे द्वारा समझाता है: हम मसीह की ओर से निवेदन करते हैं, कि परमेश्वर के साथ मेल मिलाप कर लो। 
2 Corinthians 5:21 जो पाप से अज्ञात था, उसी को उसने हमारे लिये पाप ठहराया, कि हम उस में हो कर परमेश्वर की धामिर्कता बन जाएं।

एक साल में बाइबल: 
  • यिर्मयाह 22-23
  • तीतुस 1


सोमवार, 30 अक्टूबर 2017

आँधी-तूफान


   परमेश्वर के वचन बाइबल में मरकुस रचित सुसमाचार में हम एक प्रचण्ड तूफान के बारे में पढ़ते हैं। शिष्य प्रभु यीशु के साथ थे, और वे नाव द्वारा गलील के सागर के पार जा रहे थे, कि वे एक बड़ी आँधी में फंस गए। उन शिष्यों में से कुछ अनुभवी मछुआरे भी थे, परन्तु वे भी आँधी के वेग को देख कर डर गए (मरकुस 4:37-38)। उन शिष्यों के मनों में विचार उठने लगे, क्या परमेश्वर को हमारी कोई चिंता नहीं है? क्या वे प्रभु यीशु द्वारा चुने और नियुक्त किए हुए तथा प्रभु के करीबी नहीं थे? क्या झील के पार जाने में वे प्रभु की आज्ञा का पालन नहीं कर रहे थे? तो फिर उन्हें ऐसी बड़ी आँधी-तूफान का सामना क्यों करना पड़ रहा था?

   जीवन में आँधी-तूफान के अनुभव से कोई अछूता नहीं है। परन्तु जैसे वे शिष्य पहले आँधी से डरे परन्तु फिर उस आँधी के अनुभव के कारण ही प्रभु यीशु के प्रति उनकी श्रद्धा और भी अधिक बढ़ गई, उसी प्रकार जब हम अपने जीवनों में आँधी-तूफानों का सामना करते हैं, तो परमेश्वर और उसके कार्यों के प्रति हमारी समझ और गहरी हो जाती है। उन शिष्यों के मन में कौतहूल था, "यह कौन है, कि आन्‍धी और पानी भी उस की आज्ञा मानते हैं?" (मरकुस 4:41)। हमारे जीवनों में आने वाले आँधी-तूफानों से हम सीख सकते हैं कि हमारे जीवन का कोई आँधी-तूफान प्रभु परमेश्वर को अपनी इच्छा पूरी करने से नहीं रोक सकता है (मरकुस 5:1)।

   चाहे हम यह नहीं समझ पाएं कि प्रभु परमेश्वर हमारे जीवनों में आँधी-तूफानों क्यों आने देता है, परन्तु हम उसके धन्यवादी हो सकते हैं कि उन में हो कर हम उसके बारे में और अधिक सीख सकते हैं। हर परिस्थिति हमें सिखाती है कि हमारा प्रभु परमेश्वर सदा हमारा ध्यान रखता है, हमारी देखभाल करता है, और हमारी भलाई ही के लिए कार्य करता है। - एल्बर्ट ली


हमारे जीवन के लंगर की सामर्थ्य आँधी-तूफानों में ही प्रकट होती है।

और इस कारण तुम मगन होते हो, यद्यपि अवश्य है कि अब कुछ दिन तक नाना प्रकार की परीक्षाओं के कारण उदास हो। और यह इसलिये है कि तुम्हारा परखा हुआ विश्वास, जो आग से ताए हुए नाशमान सोने से भी कहीं, अधिक बहुमूल्य है, यीशु मसीह के प्रगट होने पर प्रशंसा, और महिमा, और आदर का कारण ठहरे। - 1 पतरस 1:6-7

बाइबल पाठ: मरकुस 4:35-5:1
Mark 4:35 उसी दिन जब सांझ हुई, तो उसने उन से कहा; आओ, हम पार चलें,। 
Mark 4:36 और वे भीड़ को छोड़कर जैसा वह था, वैसा ही उसे नाव पर साथ ले चले; और उसके साथ, और भी नावें थीं। 
Mark 4:37 तब बड़ी आन्‍धी आई, और लहरें नाव पर यहां तक लगीं, कि वह अब पानी से भरी जाती थी। 
Mark 4:38 और वह आप पिछले भाग में गद्दी पर सो रहा था; तब उन्होंने उसे जगाकर उस से कहा; हे गुरू, क्या तुझे चिन्‍ता नहीं, कि हम नाश हुए जाते हैं? 
Mark 4:39 तब उसने उठ कर आन्‍धी को डांटा, और पानी से कहा; “शान्‍त रह, थम जा”: और आन्‍धी थम गई और बड़ा चैन हो गया। 
Mark 4:40 और उन से कहा; तुम क्यों डरते हो? क्या तुम्हें अब तक विश्वास नहीं? 
Mark 4:41 और वे बहुत ही डर गए और आपस में बोले; यह कौन है, कि आँधी और पानी भी उस की आज्ञा मानते हैं? 
Mark 5:1 और वे झील के पार गिरासेनियों के देश में पहुंचे।

एक साल में बाइबल: 
  • यिर्मयाह 20-21
  • 2 तिमुथियुस 4


रविवार, 29 अक्टूबर 2017

सचेत


   बचपन में मैं अपने माता-पिता के साथ अपनी पर-नानी से, जो एक फार्म के निकट रहतीं थीं, मिलने गई। उनके घर का आहता चारों ओर कटीले तारों की बाड़ से घिरा हुआ था, जिसमें बिजली का संचार रहता था, जिससे कि फ़ार्म की गाएं घास चरने के लिए उनके घर के आहते में नहीं गुस आएं। मैंने अपने माता-पिता से बाहर जाकर खेलने की अनुमति माँगी तो उन्होंने अनुमति देते हुए कहा कि मैं बाड़े के निकट सचेत रहूँ, क्योंकि उसे छू लेने से मुझे बिजली का झटका लग जाएगा। दुर्भाग्यवश मैंने उनकी यह चेतावनी नज़रन्दाज़ कर दी और उस बाड़ को छू लिया; तुरंत ही मुझे बिजली का ज़ोर का झटका लगा, ऐसा जो एक गाए को सबक सिखाने लायक था। मैंने तब समझा कि मेरे माता-पिता ने जब मुझे सचेत किया था तो वह मेरी भलाई के लिए था, क्योंकि वे मुझसे प्रेम करते हैं और मुझे किसी हानि में पड़ते हुए देखना नहीं चाहते हैं।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में दी गई इस्त्राएल की ऐतिहासिक घटनओं में हम पाते हैं कि जब परमेश्वर ने इस्त्राएलियों को मूर्तियाँ बनाते और उनकी उपासना करते हुए देखा, तो उन्हें इसके विरुध्द बारंबार सचेत किया, "और उनके पूर्वजों के परमेश्वर यहोवा ने बड़ा यत्न कर के अपने दूतों से उन के पास कहला भेजा, क्योंकि वह अपनी प्रजा और अपने धाम पर तरस खाता था" (2 इतिहास 36:15)। परमेश्वर ने उन से अपने नबी यिर्मयाह द्वारा भी बातें कीं, परन्तु उन इस्त्राएलियों ने उत्तर दिया, "...ऐसा नहीं होने का, हम तो अपनी ही कल्पनाओं के अनुसार चलेंगे और अपने बुरे मन के हठ पर बने रहेंगे" (यिर्मयाह 18:12)। इस कारण परमेश्वर ने उन्हें नबूकद्नेस्सर के हाथ में पड़ने दिया, और नबूकद्नेस्सर ने यरुशलेम को नष्ट कर दिया तथा उसके अधिकांश लोगों को बन्दी बनाकर ले गया।

   हो सकता है कि आज परमेश्वर आपको आपके जीवन के किसी पाप के विषय में सचेत कर रहा है। यदि ऐसा है तो उत्साहित हों, क्योंकि यह इस बात का प्रमाण है कि वह आप से प्रेम करता है (इब्रानियों 12:5-6), और आपको हानि से दूर रखना चाहता है। परमेश्वर ही है जो यह जानता है कि आगे क्या रखा है और आने वाली समस्याओं से हमें सुरक्षित रखना चाहता है। - जेनिफर बेन्सन शुल्ट


परमेश्वर की चेतावनियाँ हमारी रक्षा करने के लिए होती हैं, हमें दण्ड देने के लिए नहीं।

और तुम उस उपदेश को जो तुम को पुत्रों के समान दिया जाता है, भूल गए हो, कि हे मेरे पुत्र, प्रभु की ताड़ना को हलकी बात न जान, और जब वह तुझे घुड़के तो हिम्मत न छोड़। क्योंकि प्रभु, जिस से प्रेम करता है, उस की ताड़ना भी करता है; और जिसे पुत्र बना लेता है, उसको कोड़े भी लगाता है। - इब्रानियों 12:5-6

बाइबल पाठ: यिर्मयाह 18:1-12
Jeremiah 18:1 यहोवा की ओर से यह वचन यिर्मयाह के पास पहुंचा, उठ कर कुम्हार के घर जा, 
Jeremiah 18:2 और वहां मैं तुझे अपने वचन सुनवाऊंगा। 
Jeremiah 18:3 सो मैं कुम्हार के घर गया और क्या देखा कि वह चाक पर कुछ बना रहा है! 
Jeremiah 18:4 और जो मिट्टी का बासन वह बना रहा था वह बिगड़ गया, तब उसने उसी का दूसरा बासन अपनी समझ के अनुसार बना दिया। 
Jeremiah 18:5 तब यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा, हे इस्राएल के घराने, 
Jeremiah 18:6 यहोवा की यह वाणी है कि इस कुम्हार के समान तुम्हारे साथ क्या मैं भी काम नहीं कर सकता? देख, जैसा मिट्टी कुम्हार के हाथ में रहती है, वैसा ही हे इस्राएल के घराने, तुम भी मेरे हाथ में हो। 
Jeremiah 18:7 जब मैं किसी जाति वा राज्य के विषय कहूं कि उसे उखाड़ूंगा वा ढा दूंगा अथवा नाश करूंगा, 
Jeremiah 18:8 तब यदि उस जाति के लोग जिसके विषय मैं ने कह बात कही हो अपनी बुराई से फिरें, तो मैं उस विपत्ति के विषय जो मैं ने उन पर डालने को ठाना हो पछताऊंगा। 
Jeremiah 18:9 और जब मैं किसी जाति वा राज्य के विषय कहूं कि मैं उसे बनाऊंगा और रोपूंगा; 
Jeremiah 18:10 तब यदि वे उस काम को करें जो मेरी दृष्टि में बुरा है और मेरी बात न मानें, तो मैं उस भलाई के विष्य जिसे मैं ने उनके लिये करने को कहा हो, पछताऊंगा। 
Jeremiah 18:11 इसलिये अब तू यहूदा और यरूशलेम के निवासियों यह कह, यहोवा यों कहता है, देखो, मैं तुम्हारी हानि की युक्ति और तुम्हारे विरुध्द प्रबन्ध कर रहा हूँ। इसलिये तुम अपने अपने बुरे मार्ग से फिरो और अपना अपना चालचलन और काम सुधारो। 
Jeremiah 18:12 परन्तु वे कहते हैं, ऐसा नहीं होने का, हम तो अपनी ही कल्पनाओं के अनुसार चलेंगे और अपने बुरे मन के हठ पर बने रहेंगे।

एक साल में बाइबल: 
  • यिर्मयाह 18-19
  • 2 तिमुथियुस 3


शनिवार, 28 अक्टूबर 2017

संपत्ति


   सितंबर 2011 के आरंभ में जंगल में लगी प्रचण्ड आग ने एक नगर के किनारे पर स्थित 600 घरों को जला कर राख कर दिया। इस घटना के कुछ सप्ताह पश्चात, एक स्थानीय अखबार में इससे संबंधित लेख छपा, जिसका शीर्षक था, "जिन्होंने सर्वाधिक खोया, वे उसपर ध्यान लगा रहे हैं जो नहीं खोया।" उस लेख में स्थानीय समाज के लोगों द्वारा उदार सहायता का वर्णन किया गया था। पड़ौसियों, मित्रों और स्थानीय समाज के लोगों से मिली इस सहायता-भावना की कीमत उस संपत्ति की कीमत से कहीं अधिक थी जिसे वे आग में गवाँ चुके थे।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में इब्रानियों के लेखक ने प्रथम शताबदी के मसीही अनुयायियों को स्मरण दिलाया कि वे उस सताव को याद करें जिसे वे अपने विश्वास के जीवन के आरंभ में झेल चुके थे। कैसे, उन पर आई निन्दा और क्लेश में, वे अन्य मसीही विश्वासियों के साथ स्थिर खड़े रहे थे (इब्रानियों 10:32-33)। लेखक ने कहा, "क्योंकि तुम कैदियों के दुख में भी दुखी हुए, और अपनी संपत्ति भी आनन्द से लुटने दी; यह जान कर, कि तुम्हारे पास एक और भी उत्तम और सर्वदा ठहरने वाली संपत्ति है" (इब्रानियों 10:34)। उन मसीही विश्वासियों का ध्यान उस पर नहीं था जो उन्होंने खोया था, परन्तु अनन्त काल की वस्तुओं पर था; उस संपत्ति पर जो उनसे कभी छीनी नहीं जा सकती थी।

   प्रभु यीशु ने अपने अनुयायियों से कहा, "क्योंकि जहां तेरा धन है वहां तेरा मन भी लगा रहेगा" (मत्ती 6:21)। यदि हमारी संपत्ति सांसारिक है तो हमारा ध्यान भी सांसारिक वस्तुओं पर लगा रहेगा, और यदि हमारी संपत्ति स्वर्गीय है तो हमारा ध्यान भी स्वर्गीय वस्तुओं पर लगा रहेगा। जब हम अपने प्रभु परमेश्वर पर, और उसमें होकर जो कुछ हमें मिलता है, उसपर ध्यान लगाए रखते हैं तो सांसारिक संपत्ति की संभावित हानि से हम विचलित नहीं होंगे। - डेविड मैक्कैसलैंड


आज आपका ध्यान कौन सी संपत्ति पर है?

सो जब तुम मसीह के साथ जिलाए गए, तो स्‍वर्गीय वस्‍तुओं की खोज में रहो, जहां मसीह वर्तमान है और परमेश्वर के दाहिनी ओर बैठा है। पृथ्वी पर की नहीं परन्तु स्‍वर्गीय वस्‍तुओं पर ध्यान लगाओ। - कुलुस्सियों 3:1-2

बाइबल पाठ: इब्रानियों 10:32-39
Hebrews 10:32 परन्तु उन पहिले दिनों को स्मरण करो, जिन में तुम ज्योति पाकर दुखों के बड़े झमेले में स्थिर रहे। 
Hebrews 10:33 कुछ तो यों, कि तुम निन्‍दा, और क्‍लेश सहते हुए तमाशा बने, और कुछ यों, कि तुम उन के साझी हुए जिन की र्दुदशा की जाती थी। 
Hebrews 10:34 क्योंकि तुम कैदियों के दुख में भी दुखी हुए, और अपनी संपत्ति भी आनन्द से लुटने दी; यह जान कर, कि तुम्हारे पास एक और भी उत्तम और सर्वदा ठहरने वाली संपत्ति है। 
Hebrews 10:35 सो अपना हियाव न छोड़ो क्योंकि उसका प्रतिफल बड़ा है। 
Hebrews 10:36 क्योंकि तुम्हें धीरज धरना अवश्य है, ताकि परमेश्वर की इच्छा को पूरी कर के तुम प्रतिज्ञा का फल पाओ। 
Hebrews 10:37 क्योंकि अब बहुत ही थोड़ा समय रह गया है जब कि आने वाला आएगा, और देर न करेगा। 
Hebrews 10:38 और मेरा धर्मी जन विश्वास से जीवित रहेगा, और यदि वह पीछे हट जाए तो मेरा मन उस से प्रसन्न न होगा। 
Hebrews 10:39 पर हम हटने वाले नहीं, कि नाश हो जाएं पर विश्वास करने वाले हैं, कि प्राणों को बचाएं।

एक साल में बाइबल: 
  • यिर्मयाह 15-17
  • 2 तिमुथियुस 2


शुक्रवार, 27 अक्टूबर 2017

अवसर


   मैंने आज कुछ बहुत दुःखद शब्द सुने। दो मसीही विश्वासी एक ऐसे विषय पर चर्चा कर रहे थे जिस पर वे भिन्न विचार रखते थे। उनमें जो वरिष्ठ था, वह आत्मसन्तुष्ट लग रहा था और परमेश्वर के वचन बाइबल की शिक्षाओं का, दूसरे के जीवन में उसे दिखाई देने वाली कमियों पर प्रहार करने और उनकी छंटाई करने के लिए, एक हथियार के समान प्रयोग कर रहा था। वह दूसरा और दिखने में कनिष्ठ व्यक्ति उसके उपदेश से ऊबा हुआ और हतोत्साहित दिखाई दे रहा था। चर्चा के अन्त की ओर आने पर वरिष्ठ व्यक्ति ने दूसरे की प्रत्यक्ष अरुचि पर टिप्पणी करते हुए कहना आरंभ किया, "तुम पहले कितने इच्छुक हुआ करते थे" और फिर अचानक ही थम गया, और बोला "समझ में नहीं आता कि तुम चाहते क्या हो।"

   इस पर उस दूसरे और कनिष्ठ व्यक्ति ने कहा, "आप ने मेरे प्रति प्रेम दिखाने के अवसर को गवाँ दिया है। जितने समय से आप मुझे जानते हैं, ऐसा लगता है कि जिस एक बात की आप को चिंता रहती है, वह है मुझ में गलतियाँ निकालना। मुझे क्या चाहिए? मैं प्रभु यीशु को देखना चाहता हूँ - आप में और आपके द्वारा।"

   मैंने सोचा, यदि यह बात मुझ से कही गई होती तो मैं टूट कर बिखर गया होता। उस पल में मैंने समझ लिया कि परमेश्वर का पवित्र आत्मा मुझ से कह रहा है कि मेरे जीवन में भी ऐसे अवसर आए हैं जब मैंने प्रेम प्रदर्शित करने के अवसर गवाँ दिए हैं। और मैं यह भी जानता हूँ कि कई लोग मेरे जीवन में भी प्रभु यीशु को नहीं देख सके हैं।

   प्रेरित पौलुस कहता है कि हम जो कुछ भी करते हैं, उसका आधारभूत कारण प्रेम ही होना चाहिए (1 कुरिन्थियों 13:1-4)। हम अपने जीवनों में ध्यान रखें कि मसीही व्यवहार एवं चरित्र को दिखाने का जब भी अगला अवसर आए तो हम उसे गवाँ न दें। - रैंडी किलगोर


प्रेम प्रदर्शन करना उपदेश देने से सदैव ही अधिक प्रभावी होता है।

हे बालकों, हम वचन और जीभ ही से नहीं, पर काम और सत्य के द्वारा भी प्रेम करें। - 1 यूहन्ना 3:18

बाइबल पाठ: 1 कुरिन्थियों 13
1 Corinthians 13:1 यदि मैं मनुष्यों, और सवर्गदूतों की बोलियां बोलूं, और प्रेम न रखूं, तो मैं ठनठनाता हुआ पीतल, और झंझनाती हुई झांझ हूं। 
1 Corinthians 13:2 और यदि मैं भविष्यद्वाणी कर सकूं, और सब भेदों और सब प्रकार के ज्ञान को समझूं, और मुझे यहां तक पूरा विश्वास हो, कि मैं पहाड़ों को हटा दूं, परन्तु प्रेम न रखूं, तो मैं कुछ भी नहीं। 
1 Corinthians 13:3 और यदि मैं अपनी सम्पूर्ण संपत्ति कंगालों को खिला दूं, या अपनी देह जलाने के लिये दे दूं, और प्रेम न रखूं, तो मुझे कुछ भी लाभ नहीं। 
1 Corinthians 13:4 प्रेम धीरजवन्‍त है, और कृपाल है; प्रेम डाह नहीं करता; प्रेम अपनी बड़ाई नहीं करता, और फूलता नहीं। 
1 Corinthians 13:5 वह अनरीति नहीं चलता, वह अपनी भलाई नहीं चाहता, झुंझलाता नहीं, बुरा नहीं मानता। 
1 Corinthians 13:6 कुकर्म से आनन्‍दित नहीं होता, परन्तु सत्य से आनन्‍दित होता है। 
1 Corinthians 13:7 वह सब बातें सह लेता है, सब बातों की प्रतीति करता है, सब बातों की आशा रखता है, सब बातों में धीरज धरता है। 
1 Corinthians 13:8 प्रेम कभी टलता नहीं; भविष्यद्वाणियां हों, तो समाप्‍त हो जाएंगी, भाषाएं हो तो जाती रहेंगी; ज्ञान हो, तो मिट जाएगा। 
1 Corinthians 13:9 क्योंकि हमारा ज्ञान अधूरा है, और हमारी भविष्यद्वाणी अधूरी। 
1 Corinthians 13:10 परन्तु जब सवर्सिद्ध आएगा, तो अधूरा मिट जाएगा। 
1 Corinthians 13:11 जब मैं बालक था, तो मैं बालकों के समान बोलता था, बालकों का सा मन था बालकों की सी समझ थी; परन्तु सियाना हो गया, तो बालकों की बातें छोड़ दीं। 
1 Corinthians 13:12 अब हमें दर्पण में धुंधला सा दिखाई देता है; परन्तु उस समय आमने साम्हने देखेंगे, इस समय मेरा ज्ञान अधूरा है; परन्तु उस समय ऐसी पूरी रीति से पहिचानूंगा, जैसा मैं पहिचाना गया हूं। 
1 Corinthians 13:13 पर अब विश्वास, आशा, प्रेम ये तीनों स्थाई है, पर इन में सब से बड़ा प्रेम है।

एक साल में बाइबल: 
  • यिर्मयाह 12-14
  • 2 तिमुथियुस 1


गुरुवार, 26 अक्टूबर 2017

हृदय में


   मैं डिजिटल पत्रिकाओं को पढ़ने की आदि होती जा रही हूँ, और ऐसा करना मुझे अच्छा भी लगता है क्योंकि इसके द्वारा मैं पेड़ों को कटने से बचाने में अपना थोड़ा सा योगदान दे रही हूँ। साथ ही मुझे अब उन पत्रिकाओं के डाक द्वारा आने की प्रतीक्षा भी नहीं करनी पड़ती है; छपते ही उनके डिजिटल संसकरण पढ़ने के लिए तुरंत उपलब्ध हो जाते हैं। परन्तु मैं छपी हुई पत्रिकाओं की कमी अवश्य अनुभव करती हूँ, क्योंकि मुझे उनके चिकने चमकदार पन्नों पर ऊँगलियाँ फेरना, और उन में से अपनी पसन्द के भोजन बनाने की विधियाँ काट कर संजोना अच्छा लगता है।

   मेरे पास डिजिटल पुस्तकों को पढ़ने के अपने उपकरण में बाइबल का डिजिटल संसकरण भी है। परन्तु अभी भी मेरी सबसे पसन्दीदा बाइबल, छपी हुई बाइबल ही है, जिसे मैंने कई बार पढ़ा है और जिसमें मैंने कई स्थानों पर रेखांकन भी किया हुआ है। हम छपे हुए पन्नों का भविष्य तो नहीं जानते हैं, परन्तु एक बात अवश्य जानते हैं: परमेश्वर के वचन बाइबल का सर्वोत्तम स्थान न तो हमारे सेल फोन, और न ही पढ़ने के डिजिटल उपकरण हैं; और न ही उसे हमारी बिस्तर के निकट की मेज़ पर या फिर पुस्तकों की अलमारी में होना चाहिए।

   बाइबल में ही हम उसके सर्वोत्तम स्थान के विषय लिखा हुआ पाते हैं - हमारे हृदयों में; भजनकार ने लिखा: "मैं ने तेरे वचन को अपने हृदय में रख छोड़ा है, कि तेरे विरुद्ध पाप न करूं" (भजन 119:11)। किसी भी मनुष्य के लिए परमेश्वर के वचन पर मनन करने, परमेश्वर के बारे में और अधिक सीखने, उसके वचन को अपने व्यावाहरिक जीवन में अधिकाई से प्रयोग करते रहने से बढ़कर लाभदायक और कुछ नहीं है। इस जीवते, सच्चे, अटल और अपरिवर्त्नीय वचन का सर्वोत्तम स्थान हमारे हृदय की गहराईयाँ, हमारा प्राण, हमारी आत्मा है।

   हमारे पास बाइबल को न पढ़ने, उस पर मनन न करने, उसे स्मरण न करने, उसके अनुसार अपने जीवन को निर्देषित नहीं करने के अनेकों बहाने हो सकते हैं, परन्तु हम सबको इस जीवन संवारने और बनाने वाले वचन की आवश्यकता है। मेरी प्रार्थना है कि परमेश्वर हमारी सहायता करे कि हम उसके इस अमूल्य वचन को सर्वोत्तम संभव स्थान में रख सकें - अपने हृदय में! - कीला ओकोआ


परमेश्वर के वचन का सर्वोत्तम स्थान हमार हृदय है।

तेरी बातों के खुलने से प्रकाश होता है; उस से भोले लोग समझ प्राप्त करते हैं। - भजन 119:130

बाइबल पाठ: भजन 119:9-16
Psalms 119:9 जवान अपनी चाल को किस उपाय से शुद्ध रखे? तेरे वचन के अनुसार सावधान रहने से। 
Psalms 119:10 मैं पूरे मन से तेरी खोज मे लगा हूं; मुझे तेरी आज्ञाओं की बाट से भटकने न दे! 
Psalms 119:11 मैं ने तेरे वचन को अपने हृदय में रख छोड़ा है, कि तेरे विरुद्ध पाप न करूं। 
Psalms 119:12 हे यहोवा, तू धन्य है; मुझे अपनी विधियां सिखा! 
Psalms 119:13 तेरे सब कहे हुए नियमों का वर्णन, मैं ने अपने मुंह से किया है। 
Psalms 119:14 मैं तेरी चितौनियों के मार्ग से, मानों सब प्रकार के धन से हर्षित हुआ हूं। 
Psalms 119:15 मैं तेरे उपदेशों पर ध्यान करूंगा, और तेरे मार्गों की ओर दृष्टि रखूंगा। 
Psalms 119:16 मैं तेरी विधियों से सुख पाऊंगा; और तेरे वचन को न भूलूंगा।

एक साल में बाइबल: 
  • यिर्मयाह 9-11
  • 1 तिमुथियुस 6


बुधवार, 25 अक्टूबर 2017

आचरण और व्यवहार


   हमारे चर्च द्वारा आयोजित की गई सुसमाचार प्रचार सेवा का अन्त एक सभा के साथ हुआ, जिसमें सारे शहर से लोगों को आमंत्रित किया गया था। जिस दल ने इस सेवा-कार्य को आयोजित तथा संचालित किया था, जब उसके सदस्य, जिनमें हमारे चर्च के युवाओं की संगीत मण्डली, परामर्शदाता, और अगुवे सम्मिलित थे, मंच पर आए तो हम सबने बड़े उत्साह से तालियाँ बजाकर उनका स्वागत किया, और उनके द्वारा किए गए कठिन परिश्रम के लिए उनकी सराहना की। लेकिन एक व्यक्ति था जो पूरे कार्यक्रम में लगभग अप्रत्यक्ष रहा; वह था उस दल का अगुवा। कुछ दिन के बाद जब मेरी उससे मुलाकात हुई, तो मैंने उसे धन्यवाद एवं उसके कार्य के लिए उसे शुभकामनाएँ देते हुए कहा, हमने कार्यक्रम के दौरान आपको बहुत कम देखा। उसने कहा, "मैं पृष्ठभूमि में रहकर कार्य करता हूँ"; उसे अपने लिए सम्मान और पहचान अर्जित करने में कोई रुचि नहीं थी। उसका उद्देश्य था कि जिन लोगों ने परिश्रम किया था, उनकी सराहना हो।

   उसका यह शान्त और निःस्वार्थ व्यवहार मेरे लिए मसीही आचरण पर एक पूरा प्रचार सन्देश था। इसने मुझे स्मरण करवाया कि प्रभु परमेश्वर की सेवकाई में, मुझे अपने लिए सम्मान या पहचान अर्जित करने के प्रयास नहीं करने चाहिएं। चाहे मुझे प्रगट रूप में सम्मान अथ्वा सराहना मिले या नहीं, मैं अपने प्रभु परमेश्वर को सदा आदर दे सकता हूँ, उसके कार्य को पूरा कर सकता हूँ। जब मैं अपने व्यवहार और आचरण में प्रभु यीशु मसीह को सर्वोपरि रखूँगा, तो यह मेरे अन्दर ईर्ष्या और दूसरों के साथ व्यर्थ होड़ में पड़ने की भावना को पनपने से दबा कर रखेगा।

   मेरे जीवन की हर बात में मेरा प्रयास होना चाहिए कि, मुझमें और मेरे द्वारा बस प्रभु यीशु "बढ़े और मैं घटूँ" (यूहन्ना 3:30), क्योंकि वही "सर्वोत्तम है" (यूहन्ना 3:31)। जब यह बात हमारे आचरण और व्यवहार को निर्देषित करेगी, तब ही हम परमेश्वर के कार्य को बढ़ता और उन्नत होता हुए देखेंगे। हम जो भी करते हैं, उसमें और उससे हमें नहीं, प्रभु यीशु मसीह को महिमा मिलनी चाहिए। - लॉरेंस दरमानी


महिमा का स्थान सदा प्रभु यीशु मसीह के लिए है।

इस कारण हमारे मन की उमंग यह है, कि चाहे साथ रहें, चाहे अलग रहें पर हम उसे[प्रभु यीशु मसीह को] भाते रहें। - 2 कुरिन्थियों 5:9

बाइबल पाठ: यूहन्ना 3:22-31
John 3:22 इस के बाद यीशु और उसके चेले यहूदिया देश में आए; और वह वहां उन के साथ रहकर बपतिस्मा देने लगा। 
John 3:23 और यूहन्ना भी शालेम् के निकट ऐनोन में बपतिस्मा देता था। क्योंकि वहां बहुत जल था और लोग आकर बपतिस्मा लेते थे। 
John 3:24 क्योंकि यूहन्ना उस समय तक जेलखाने में नहीं डाला गया था। 
John 3:25 वहां यूहन्ना के चेलों का किसी यहूदी के साथ शुद्धि के विषय में वाद-विवाद हुआ। 
John 3:26 और उन्होंने यूहन्ना के पास आकर उस से कहा, हे रब्बी, जो व्यक्ति यरदन के पार तेरे साथ था, और जिस की तू ने गवाही दी है देख, वह बपतिस्मा देता है, और सब उसके पास आते हैं। 
John 3:27 यूहन्ना ने उत्तर दिया, जब तक मनुष्य को स्वर्ग से न दिया जाए तब तक वह कुछ नहीं पा सकता। 
John 3:28 तुम तो आप ही मेरे गवाह हो, कि मैं ने कहा, मैं मसीह नहीं, परन्तु उसके आगे भेजा गया हूं। 
John 3:29 जिस की दुलहिन है, वही दूल्हा है: परन्तु दूल्हे का मित्र जो खड़ा हुआ उस की सुनता है, दूल्हे के शब्द से बहुत हर्षित होता है; अब मेरा यह हर्ष पूरा हुआ है। 
John 3:30 अवश्य है कि वह बढ़े और मैं घटूं।
John 3:31 जो ऊपर से आता है, वह सर्वोत्तम है, जो पृथ्वी से आता है वह पृथ्वी का है; और पृथ्वी की ही बातें कहता है: जो स्वर्ग से आता है, वह सब के ऊपर है।

एक साल में बाइबल: 
  • यिर्मयाह 6-8
  • 1 तिमुथियुस 5


मंगलवार, 24 अक्टूबर 2017

अदृश्य तथा अनुपयोगी


   मैं जहाँ रहती हूँ, वहाँ के लिए यह वर्ष का वह समय है जब पौधे मृत्यु को चुनौती देते हुए धरती के नीचे छिप जाते हैं जब तक की उनके लिए पुनः बाहर निकलना सुरक्षित नहीं हो जाता है। बर्फ के आने और धरती के जम जाने से पहले वे पौधे अपने मनोरम फूलों और हरियाली को तज कर निष्क्रीय हो जाते हैं; और अगले उपजाऊ मौसम तक के लिए ऊर्जा बचाते हैं, विश्राम करते हैं। चाहे वे मृतक प्रतीत होते हैं, परन्तु वास्तव में वे मृतक होते नहीं हैं; वे बस शान्त होकर अनुकूल समय और ऋतु की प्रतीक्षा कर रहे होते हैं। जब बर्फ पिघलती है, धरती का ठंड से जमना समाप्त होता है, उन पौधों से फिर नए जीवन के चिन्ह दिखाई देने लगते हैं, और वे अपने सृष्टिकर्ता के प्रति अभिवादन और धन्यवाद के रूप में चटकीले रंगों और मनोहर सुगन्ध का भण्डार बिखेर देते हैं।

   जीवन के मौसमों की कभी-कभी माँग होती है कि हम भी कुछ समय निष्क्रीय होकर अपनी ऊर्जा को बचाएं, विश्राम करें, शान्ति से रहें। हम चाहे संसार के लिए अदृध्य से हो जाएं, परन्तु हम समाप्त नहीं हो गए हैं, केवल अनुकूल समय और परिस्थितियों की प्रतीक्षा कर रहे हैं। चाहे हमें लगे कि हम अयोग्य हो गए हैं, परमेश्वर शायद हमें फिर कभी उपयोग नहीं करेगा; परन्तु ये समय हमारी सुरक्षा और तैयारी के लिए होते हैं। जब समय सही और परिस्थितियाँ अनुकूल होंगीं, परमेश्वर हम को फिर से सक्रीय कर के अपनी सेवकाई और आराधना के लिए उपयोग करेगा।

   परमेश्वर के वचन बाइबल के एक प्रमुख नायक, मूसा, ने भी ऐसे ही समयों का अनुभव किया। जब मूसा ने एक मिस्त्री व्यक्ति को उसकी जाति के इब्री जन को मारते हुए देखा, तो उसने उस मिस्त्री की हत्या कर दी, परन्तु फिर उसे अपनी जान बचा कर दूर मिदियानियों के देश में भाग कर जाना पड़ा (निर्गमन 2:11-22)। वह चालीस वर्ष तक वहाँ एक चरवाहे का कार्य करता रहा; परमेश्वर मूसा की रक्षा करते हुए उसे उसके जीवन की सबसे बड़ी जिम्मेदारी के लिए तैयार कर रहा था (निर्गमन 3:10)। अपनी इसी ज़िम्मेदारी को पूरा करने के कारण आज भी संसार भर में मूसा का इतना नाम और आदर है।

   इसलिए परिस्थितियों और परेशानियों से, अपने एकाकीपन से, हतोत्साहित न हों। परमेश्वर से मिले विश्राम के समय को आने वाली ज़िम्मेदारियों के निर्वाह की तैयारी में लगाएं। परमेश्वर के लिए हम कभी अदृश्य तथा अनुपयोगी नहीं होते हैं; अपने समय और योजना के अनुसार वह हमें फिर से अपने लिए खड़ा करता है, उपयोग करता है। - जूली ऐकरमैन लिंक


परमेश्वर के लिए कोई अदृश्य या अनुपयोगी नहीं है।

हर एक बात का एक अवसर और प्रत्येक काम का, जो आकाश के नीचे होता है, एक समय है। - सभोपदेशक 3:1 

बाइबल पाठ: निर्गमन 2:11-22
Exodus 2:11 उन दिनों में ऐसा हुआ कि जब मूसा जवान हुआ, और बाहर अपने भाई बन्धुओं के पास जा कर उनके दु:खों पर दृष्टि करने लगा; तब उसने देखा, कि कोई मिस्री जन मेरे एक इब्री भाई को मार रहा है। 
Exodus 2:12 जब उसने इधर उधर देखा कि कोई नहीं है, तब उस मिस्री को मार डाला और बालू में छिपा दिया।
Exodus 2:13 फिर दूसरे दिन बाहर जा कर उसने देखा कि दो इब्री पुरूष आपस में मारपीट कर रहे हैं; उसने अपराधी से कहा, तू अपने भाई को क्यों मारता है? 
Exodus 2:14 उसने कहा, किस ने तुझे हम लोगों पर हाकिम और न्यायी ठहराया? जिस भांति तू ने मिस्री को घात किया क्या उसी भांति तू मुझे भी घात करना चाहता है? तब मूसा यह सोचकर डर गया, कि निश्चय वह बात खुल गई है। 
Exodus 2:15 जब फिरौन ने यह बात सुनी तब मूसा को घात करने की युक्ति की। तब मूसा फिरौन के साम्हने से भागा, और मिद्यान देश में जा कर रहने लगा; और वह वहां एक कुएं के पास बैठ गया। 
Exodus 2:16 मिद्यान के याजक की सात बेटियां थी; और वे वहां आकर जल भरने लगीं, कि कठौतों में भरके अपने पिता की भेड़-बकरियों को पिलाएं। 
Exodus 2:17 तब चरवाहे आकर उन को हटाने लगे; इस पर मूसा ने खड़ा हो कर उनकी सहायता की, और भेड़-बकरियों को पानी पिलाया। 
Exodus 2:18 जब वे अपने पिता रूएल के पास फिर आई, तब उसने उन से पूछा, क्या कारण है कि आज तुम ऐसी फुर्ती से आई हो? 
Exodus 2:19 उन्होंने कहा, एक मिस्री पुरूष ने हम को चरवाहों के हाथ से छुड़ाया, और हमारे लिये बहुत जल भरके भेड़-बकरियों को पिलाया। 
Exodus 2:20 तब उसने अपनी बेटियों से कहा, वह पुरूष कहां है? तुम उसको क्यों छोड़ आई हो? उसको बुला ले आओ कि वह भोजन करे। 
Exodus 2:21 और मूसा उस पुरूष के साथ रहने को प्रसन्न हुआ; उसने उसे अपनी बेटी सिप्पोरा को ब्याह दिया। 
Exodus 2:22 और उसके एक पुत्र उत्पन्न हुआ, तब मूसा ने यह कहकर, कि मैं अन्य देश में परदेशी हूं, उसका नाम गेर्शोम रखा।

एक साल में बाइबल: 
  • यिर्मयाह 3-5
  • 1 तिमुथियुस 4


सोमवार, 23 अक्टूबर 2017

चुनौतियाँ और समस्याएँ


   हमारे जीवनों में शायद ही कभी कोई समस्याओं से रहित समय होता होगा, परन्तु कभी-कभी समस्याओं का अविरल प्रहार भयावह तथा असहनीय हो जाता है।

   रोज़ ने अपनी दो छोटी बेटियों को छोड़ अपने शेष समस्त परिवार को, रवांडा में हुए 1994 के जाति-गत जनसंहार में वध होते हुए देखा। अब वह अनेकों निर्धन विधवाओं में से एक है, परन्तु उसने हार नहीं मानी है। उसने दो अनाथ बच्चों को गोद ले लिया है, और बस परमेश्वर पर भरोसा रखती है कि वह उन पाँचों के परिवार के लिए भोजन तथा बच्चों के स्कूल के लिए फीस उपलब्ध करवाएगा। वह मसीही साहित्य को स्थानीय भाषा में अनुवाद करती है और अन्य विध्वाओं के लिए वार्षिक सम्मेलन आयोजित करती है। जब रोज़ अपनी कहानी मुझे बता रही थी तो वह रो रही थी। परन्तु उसके जीवन की प्रत्येक समस्या के लिए उसके पास एक साधारण सरल उपाय है; वह हर समस्या के लिए कहती है, "इसके लिए मेरे पास यीशु है।"

   आज आप जिस भी परेशानी या परिस्थिति का सामना कर रहे हैं, परमेश्वर उसे जानता है। परमेश्वर के वचन बाइबल में यशायाह नबी ने हमें स्मरण दिलाया कि परमेश्वर हमें इतनी नज़दीकी से जानता है मानों हमारे नाम उसकी हथेली पर लिखे हैं (यशायाह 49:16)। हम कभी औरों की आवश्यकताओं की अन्देखी कर देते हैं, उनकी भी जो हमारे निकट के हैं; परन्तु परमेश्वर हमारी प्रत्येक आवश्यकता और हमारे जीवन की प्रत्येक परिस्थिति, प्रत्येक बात को भली-भांति तथा गहराई से जानता है। इसीलिए उसने हम मसीही विश्वासियों, उसके बच्चों, के अन्दर अपना आत्मा दिया है, जो हमारा मार्गदर्शन करता है, हमें शान्ति और सांत्वना देता है, हमें सहायता और हमारी आवश्यकतानुसार हमें सामर्थ्य प्रदान करता है।

   अपने जीवन में आप जिन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, उनके बारे में सोचिए, और फिर प्रत्येक चुनौती और समस्या के सामने, परमेश्वर की देख-भाल और विश्वासयोग्यता के स्मरण के लिए लिख दीजिए, "इसके लिए मेरे पास यीशु है।" - मेरियन स्ट्राउड


मसीह यीशु की ज्योति में जीवन का परिप्रेक्ष्य स्पष्ट हो जाता है।

क्योंकि यहोवा की यह वाणी है, कि जो कल्पनाएं मैं तुम्हारे विषय करता हूँ उन्हें मैं जानता हूँ, वे हानी की नहीं, वरन कुशल ही की हैं, और अन्त में तुम्हारी आशा पूरी करूंगा। - यिर्मयाह 29:11

बाइबल पाठ: यशायाह 49:13-23
Isaiah 49:13 हे आकाश, जयजयकार कर, हे पृथ्वी, मगन हो; हे पहाड़ों, गला खोल कर जयजयकार करो! क्योंकि यहोवा ने अपनी प्रजा को शान्ति दी है और अपने दीन लोगों पर दया की है।
Isaiah 49:14 परन्तु सिय्योन ने कहा, यहोवा ने मुझे त्याग दिया है, मेरा प्रभु मुझे भूल गया है। 
Isaiah 49:15 क्या यह हो सकता है कि कोई माता अपने दूधपिउवे बच्चे को भूल जाए और अपने जन्माए हुए लड़के पर दया न करे? हां, वह तो भूल सकती है, परन्तु मैं तुझे नहीं भूल सकता। 
Isaiah 49:16 देख, मैं ने तेरा चित्र हथेलियों पर खोदकर बनाया है; तेरी शहरपनाह सदैव मेरी दृष्टि के साम्हने बनी रहती है। 
Isaiah 49:17 तेरे लड़के फुर्ती से आ रहे हैं और खण्डहर बनाने वाले और उजाड़ने वाले तेरे बीच से निकले जा रहे हैं। 
Isaiah 49:18 अपनी आंखें उठा कर चारों ओर देख, वे सब के सब इकट्ठे हो कर तेरे पास आ रहे हैं। यहोवा की यह वाणी है कि मेरे जीवन की शपथ, तू निश्चय उन सभों को गहने के समान पहिल लेगी, तू दुल्हिन के समान अपने शरीर में उन सब को बान्ध लेगी।
Isaiah 49:19 तेरे जो स्थान सुनसान और उजड़े हैं, और तेरे जो देश खण्डहर ही खण्डहर हैं, उन में अब निवासी न समाएंगे, और, तुझे नष्ट करने वाले दूर हो जाएंगे। 
Isaiah 49:20 तेरे पुत्र जो तुझ से ले लिये गए वे फिर तेरे कान में कहने पाएंगे कि यह स्थान हमारे लिये सकेत है, हमें और स्थान दे कि उस में रहें। 
Isaiah 49:21 तब तू मन में कहेगी, किस ने इन को मेरे लिये जन्माया? मैं तो पुत्रहीन और बांझ हो गई थी, दासत्व में और यहां वहां मैं घूमती रही, इन को किस ने पाला? देख, मैं अकेली रह गई थी; फिर ये कहां थे? 
Isaiah 49:22 प्रभु यहोवा यों कहता है, देख, मैं अपना हाथ जाति जाति के लोगों की ओर उठाऊंगा, और देश देश के लोगों के साम्हने अपना झण्डा खड़ा करूंगा; तब वे तेरे पुत्रों को अपनी गोद में लिये आएंगे, और तेरी पुत्रियों को अपने कन्धे पर चढ़ाकर तेरे पास पहुंचाएंगे। 
Isaiah 49:23 राजा तेरे बच्चों के निज-सेवक और उनकी रानियां दूध पिलाने के लिये तेरी धाइयां होंगी। वे अपनी नाक भूमि पर रगड़ कर तुझे दण्डवत करेंगे और तेरे पांवों की धूलि चाटेंगे। तब तू यह जान लेगी कि मैं ही यहोवा हूं; मेरी बाट जोहने वाले कभी लज्जित न होंगे।

एक साल में बाइबल: 
  • यिर्मयाह 1-2
  • 1 तिमुथियुस 3


रविवार, 22 अक्टूबर 2017

आराधना


   वेस्टमिनिस्टर के विश्वास वचन में लिखा है कि "मनुष्य का प्रमुख उद्देश्य सर्वदा परमेश्वर की महिमा करना और उसमें आनन्दित रहना है।" परमेश्वर के वचन बाइबल में बहुधा यह बात आई है कि एकमात्र जीवते सच्चे प्रभु परमेश्वर के प्रति आनन्द के साथ कृतज्ञ रहें और उसकी आराधना करें। जब हम परमेश्वर को आदर देते हैं, तो हम इस बात का आनन्द मनाते हैं कि वही प्रत्येक भलाई का स्त्रोत है। जब हम हृदय से उसकी स्तुति करते हैं, तब हम अपने आप को उस आनन्दमय अवस्था में पाते हैं जिसके लिए हमारी सृष्टि की गई।

   जैसे सूर्यास्त का एक सुन्दर दृश्य, या कोई अन्य मनोरम प्राकृतिक दृश्य हमारे सृष्टिकर्ता परमेश्वर की महिमा की ओर संकेत करता है, उसी प्रकार आराधना हमें उसके साथ एक निकटता के संबंध में ले आती है। परमेश्वर के वचन बाइबल में भजनकार ने कहा, "यहोवा महान और अति स्तुति के योग्य है, और उसकी बड़ाई अगम है" (भजन 145:3); और "जितने यहोवा को पुकारते हैं, अर्थात जितने उसको सच्चाई से पुकारते हें; उन सभों के वह निकट रहता है" (भजन145:18)।

   परमेश्वर को हमारी आराधना की आवश्यकता नहीं है, परन्तु हमें परमेश्वर की आराधना करते रहने की आवश्यकता है। जब हम आराधना में उसकी उपस्थिति में होते हैं, तब हम उसके असीम प्रेम के आनन्द का अनुभव करते हैं, और उस प्रभु परमेश्वर में प्रफुल्लित तथा उत्साहित होते हैं जो हमें पापों से छुड़ाने के लिए स्वर्ग का वैभव और महिमा को छोड़कर पृथ्वी पर आ गया, और हमें पापों से छुड़ाकर अनन्तकाल के लिए अपने साथ परमानन्द में रखना चाहता है। उस प्रभु परमेश्वर के लिए भजनकार कहता है, "तू मुझे जीवन का रास्ता दिखाएगा; तेरे निकट आनन्द की भरपूरी है, तेरे दाहिने हाथ में सुख सर्वदा बना रहता है" (भजन 16:11)। - डेनिस फिशर


आराधना धन्यवाद और कृतज्ञता से उमड़ते हुए हृदय से निकली स्तुति है।

क्योंकि यहोवा महान और अति स्तुति के योग्य है; वह तो सब देवताओं से अधिक भय योग्य है। - भजन 96:4

बाइबल पाठ: भजन 145
Psalms 145:1 हे मेरे परमेश्वर, हे राजा, मैं तुझे सराहूंगा, और तेरे नाम को सदा सर्वदा धन्य कहता रहूंगा। 
Psalms 145:2 प्रति दिन मैं तुझ को धन्य कहा करूंगा, और तेरे नाम की स्तुति सदा सर्वदा करता रहूंगा। 
Psalms 145:3 यहोवा महान और अति स्तुति के योग्य है, और उसकी बड़ाई अगम है।
Psalms 145:4 तेरे कामों की प्रशंसा और तेरे पराक्रम के कामों का वर्णन, पीढ़ी पीढ़ी होता चला जाएगा। 
Psalms 145:5 मैं तेरे ऐश्वर्य की महिमा के प्रताप पर और तेरे भांति भांति के आश्चर्यकर्मों पर ध्यान करूंगा। 
Psalms 145:6 लोग तेरे भयानक कामों की शक्ति की चर्चा करेंगे, और मैं तेरे बड़े बड़े कामों का वर्णन करूंगा। 
Psalms 145:7 लोग तेरी बड़ी भलाई का स्मरण कर के उसकी चर्चा करेंगे, और तेरे धर्म का जयजयकार करेंगे।
Psalms 145:8 यहोवा अनुग्रहकारी और दयालु, विलम्ब से क्रोध करने वाला और अति करूणामय है। 
Psalms 145:9 यहोवा सभों के लिये भला है, और उसकी दया उसकी सारी सृष्टि पर है।
Psalms 145:10 हे यहोवा, तेरी सारी सृष्टि तेरा धन्यवाद करेगी, और तेरे भक्त लोग तुझे धन्य कहा करेंगे! 
Psalms 145:11 वे तेरे राज्य की महिमा की चर्चा करेंगे, और तेरे पराक्रम के विषय में बातें करेंगे; 
Psalms 145:12 कि वे आदमियों पर तेरे पराक्रम के काम और तेरे राज्य के प्रताप की महिमा प्रगट करें। 
Psalms 145:13 तेरा राज्य युग युग का और तेरी प्रभुता सब पीढ़ियों तक बनी रहेगी।
Psalms 145:14 यहोवा सब गिरते हुओं को संभालता है, और सब झुके हुओं को सीधा खड़ा करता है। 
Psalms 145:15 सभों की आंखें तेरी ओर लगी रहती हैं, और तू उन को आहार समय पर देता है। 
Psalms 145:16 तू अपनी मुट्ठी खोल कर, सब प्राणियों को आहार से तृप्त करता है। 
Psalms 145:17 यहोवा अपनी सब गति में धर्मी और अपने सब कामों में करूणामय है। 
Psalms 145:18 जितने यहोवा को पुकारते हैं, अर्थात जितने उसको सच्चाई से पुकारते हें; उन सभों के वह निकट रहता है। 
Psalms 145:19 वह अपने डरवैयों की इच्छा पूरी करता है, और उनकी दोहाई सुन कर उनका उद्धार करता है। 
Psalms 145:20 यहोवा अपने सब प्रेमियों की तो रक्षा करता, परन्तु सब दुष्टों को सत्यानाश करता है।
Psalms 145:21 मैं यहोवा की स्तुति करूंगा, और सारे प्राणी उसके पवित्र नाम को सदा सर्वदा धन्य कहते रहें।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 65-66
  • 1 तिमुथियुस 2


शनिवार, 21 अक्टूबर 2017

पश्चाताप


   मेरे एक मित्र ने हमारे एक अन्य मसीही सह-विश्वासी के लिए अपना आँकलन बताया, "वह समझता है कि वह कुछ है!" हमने माना कि उसमें घमण्ड का आत्मा था। कुछ समय के बाद हमें यह जानकर दुःख हुआ कि वह व्यक्ति  गंभीर दुष्कर्मों के कारण गिरिफ्तार किया गया है। अपने आप को ऊँचा बनाने के कारण उसे समस्याओं के अतिरिक्त और कुछ नहीं मिला। हम ने यह भी एहसास किया कि ऐसा हमारे साथ भी हो सकता है। अपने हृदय में छिपे घमण्ड के भयानक पाप को हलका आँकना बहुत सरल होता है। हम जितना अधिक सीखते हैं और जितनी अधिक सफलता हमें मिलती है, उतनी ही अधिक इस बात की संभावना बढ़ती जाती है कि हम अपने आप को कुछ समझने लगें, बड़ा मानने लगें। घमण्ड हमारे स्वभाव के मूल में है।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में एज़्रा नबी के लिए लिखा गया है कि "यही एज्रा मूसा की व्यवस्था के विषय जिसे इस्राएल के परमेश्वर यहोवा ने दी थी, निपुण शास्त्री था। और उसके परमेश्वर यहोवा की कृपादृष्टि जो उस पर रही, इसके कारण राजा ने उसका मुंह मांगा वर दे दिया" (एज़्रा 7:6)। राजा अर्तक्षत्र ने उसे यरुशलेम का पुनर्निमाण करने के लिए जाने वाले यहूदी निर्वासितों के दल का अगुवा बनाया। एज़्रा के घमण्ड के पाप में पड़ जाने की बहुत अधिक संभावना थी; परन्तु ऐसा हुआ नहीं। एज़्रा न केवल परमेश्वर की व्यवस्था की जानकारी रखता था, वरन वह उसे व्यवहार में भी लाता था।

   यरुशलेम आने के पश्चात उसने जाना कि वहाँ रहने वाले यहूदियों में से अनेकों ने ऐसी स्त्रियों से विवाह कर लिए थे जो अन्य देवी-देवताओं की उपासना किया करती थीं, जो परमेश्वर के स्पष्ट निर्देशों के विरुध्द था (एज़्रा 9:1-2)। यह जानकर उसने दुःख में अपने वस्त्र फाड़े, और हृदय से पश्चाताप की प्रार्थना की (एज़्रा 9:5-15)। एज़्रा के ज्ञान और ओहदे को एक उच्च उद्देश्य निर्देशित कर रहा था: परमेश्वर और उसके लोगों के प्रति प्रेम। एज़्रा ने प्रार्थना की "हे इस्राएल के परमेश्वर यहोवा! तू तो धमीं है, हम बचकर मुक्त हुए हैं जैसे कि आज वर्तमान हैं। देख, हम तेरे साम्हने दोषी हैं, इस कारण कोई तेरे साम्हने खड़ा नहीं रह सकता" (एज़्रा 9:15)।

   एज़्रा ने अपने लोगों के पापों की गंभीरता को समझा, परन्तु उसने नम्र होकर पश्चाताप किया और क्षमा करने वाले परमेश्वर की भलाईयों पर भरोसा रखा। पश्चाताप ही परमेश्वर से क्षमा की आशीष लेकर आता है। - टिम गुस्टाफसन


घमण्ड अन्य प्रत्येक दुराचार की ओर ले जाता है; 
यह परमेश्वर के विरुध्द होने की मनःस्थिति है। - सी. एस. ल्युईस

विनाश से पहिले गर्व, और ठोकर खाने से पहिले घमण्ड होता है। - नीतिवचन 16:18

बाइबल पाठ: एज़्रा 9:1-9
Ezra 9:1 जब ये काम हो चुके, तब हाकिम मेरे पास आकर कहने लगे, न तो इस्राएली लोग, न याजक, न लेवीय इस ओर के देशों के लोगों से अलग हुए; वरन उनके से, अर्थात कनानियों, हित्तियों, परिज्जियों, यबूसियों, अम्मोनियों, मोआबियों, मिस्रियों और एमोरियों के से घिनौने काम करते हैं। 
Ezra 9:2 क्योंकि उन्होंने उनकी बेटियों में से अपने और अपने बेटों के लिये स्त्रियां कर ली हैं; और पवित्र वंश इस ओर के देशों के लोगों में मिल गया है। वरन हाकिम और सरदार इस विश्वासघात में मुख्य हुए हैं। 
Ezra 9:3 यह बात सुन कर मैं ने अपने वस्त्र और बागे को फाड़ा, और अपने सिर और दाढ़ी के बाल नोचे, और विस्मित हो कर बैठा रहा। 
Ezra 9:4 तब जितने लोग इस्राएल के परमेश्वर के वचन सुनकर बन्धुआई से आए हुए लोगों के विश्वासघात के कारण थरथराते थे, सब मेरे पास इकट्ठे हुए, और मैं सांझ की भेंट के समय तक विस्मित हो कर बैठा रहा। 
Ezra 9:5 परन्तु सांझ की भेंट के समय मैं वस्त्र और बागा फाड़े हुए उपवास की दशा में उठा, फिर घुटनों के बल झुका, और अपने हाथ अपने परमेश्वर यहोवा की ओर फैला कर कहा, 
Ezra 9:6 हे मेरे परमेश्वर! मुझे तेरी ओर अपना मुंह उठाते लाज आती है, और हे मेरे परमेश्वर! मेरा मुंह काला है; क्योंकि हम लोगों के अधर्म के काम हमारे सिर पर बढ़ गए हैं, और हमारा दोष बढ़ते बढ़ते आकाश तक पहुंचा है 
Ezra 9:7 अपने पुरखाओं के दिनों से ले कर आज के दिन तक हम बड़े दोषी हैं, और अपने अधर्म के कामों के कारण हम अपने राजाओं और याजकों समेत देश देश के राजाओं के हाथ में किए गए कि तलवार, बन्धुआई, लूटे जाने, और मुंह काला हो जाने की विपत्तियों में पड़ें जैसे कि आज हमारी दशा है। 
Ezra 9:8 और अब थोड़े दिन से हमारे परमेश्वर यहोवा का अनुग्रह हम पर हुआ है, कि हम में से कोई कोई बच निकले, और हम को उसके पवित्र स्थान में एक खूंटी मिले, और हमारा परमेश्वर हमारी आंखों में जयोति आने दे, और दासत्व में हम को कुछ विश्रान्ति मिले। 
Ezra 9:9 हम दास तो हैं ही, परन्तु हमारे दासत्व में हमारे परमेश्वर ने हम को नहीं छोड़ दिया, वरन फारस के राजाओं को हम पर ऐसे कृपालु किया, कि हम नया जीवन पाकर अपने परमेश्वर के भवन को उठाने, और इसके खंडहरों को सुधारने पाए, और हमें यहूदा और यरूशलेम में आड़ मिली।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 62-64
  • 1 तिमुथियुस 1


शुक्रवार, 20 अक्टूबर 2017

अन्दर का दृश्य


   सेवा निवृत भौतिक शास्त्री, अरे वेन्ट रीट, बहुत ही असामान्य विधि से कलाकृतियाँ बनाते हैं। वे पौधों और मरे हुए पशुओं को अलग-अलग प्रकार से रखकर उनका एक्स-रे उतारते हैं। फिर उन एक्स-रे फिल्मों को स्कैन करके उन्हें अपने कंप्यूटर में ले लेते हैं, और कंप्यूटर से उन चित्रों के कुछ भागों में रंग भरते हैं। उनकी ये कलाकृतियाँ फूलों, मछलियों, पक्षियों, रेंगने वाले जन्तुओं, बन्दरों आदि की रचना की भीतरी जटलिताओं को दिखाता है।

   किसी वस्तु के अन्दर का दृश्य बहुधा उसके बाहरी रूप से अधिक रोचक, सार्थक और महत्वपूर्ण होता है। परमेश्वर के वचन बाइबल में भी परमेश्वर ने इस बात को बताया है कि परमेश्वर हमारे बाहरी स्वरूप का नहीं वरन हमारे मन का आँकलन करता है। जब परमेश्वर ने अपने भविष्यद्वक्ता शमूएल को यिशै के घर भेजा कि अपनी प्रजा इसत्राएल के नए राजा का अभिषेक करे, तो वहाँ पहुँच कर जब शमूएल ने एलियाब को देखा तो उसे लगा कि इस्त्राएल का नया राजा वह ही होगा (1 शमूएल 16:6)। परन्तु परमेश्वर ने शमूएल को चिताया कि वह एलियाब के शारीरिक गुणों को ना देखे; परमेश्वर ने कहा, "...क्योंकि यहोवा का देखना मनुष्य का सा नहीं है; मनुष्य तो बाहर का रूप देखता है, परन्तु यहोवा की दृष्टि मन पर रहती है" (1 शमूएल 16:7)। फिर परमेश्वर ने एलियाब को नहीं वरन दाउद को इस्त्राएल का नया राजा होने के लिए नियुक्त किया।

   जब परमेश्वर हमें देखता है तो वह हमारे डील-डौल की अपेक्षा हमारे हृदय की दशा में, हमारे चेहरे की बनावट की अपेक्षा हमारी आत्मा की दशा में अधिक रुचि रखता है। अपने कार्यों के लिए वह हमें आयु में बहुत वृद्ध या बहुत कम, आकार में बहुत बड़ा या बहुत छोटा करके नहीं देखता है। वह केवल उस मुख्य बात पर अपना ध्यान केंद्रित करता है जो सबसे महत्वपूर्ण है - उसके प्रेम के प्रति हमारा प्रत्युत्तर और उसके लोगों के प्रति हमारी चिन्ता (मत्ती 22:37-39)। बाइबल में 2 इतिहास 6:30 में लिखा है कि मनुष्य के हृदय की दशा को केवल परमेश्वर ही जानता है।

   जब प्रभु परमेश्वर, जिसने हमारे लिए इतना कुछ किया है, हमारे हृदय के अन्दर देखता है तो उसे क्या दृश्य दिखाई देता है? - जेनिफर बेन्सन शुल्ट


व्यक्ति के सही आँकलन का माप उसके हृदय की दशा है।

तो तू अपने स्वगींय निवासस्थान से सुन कर क्षमा करना, और एक एक के मन की जानकर, उसकी चाल के अनुसार उसे फल देना; (तू ही तो आदमियों के मन का जानने वाला है); - 2 इतिहास 6:30 

बाइबल पाठ: 1 शमूएल 16:1-7
1 Samuel 16:1 और यहोवा ने शमूएल से कहा, मैं ने शाऊल को इस्राएल पर राज्य करने के लिये तुच्छ जाना है, तू कब तक उसके विषय विलाप करता रहेगा? अपने सींग में तेल भर के चल; मैं तुझ को बेतलेहेमी यिशै के पास भेजता हूं, क्योंकि मैं ने उसके पुत्रों में से एक को राजा होने के लिये चुना है। 
1 Samuel 16:2 शमूएल बोला, मैं क्योंकर जा सकता हूं? यदि शाऊल सुन लेगा, तो मुझे घात करेगा। यहोवा ने कहा, एक बछिया साथ ले जा कर कहना, कि मैं यहोवा के लिये यज्ञ करने को आया हूं। 
1 Samuel 16:3 और यज्ञ पर यिशै को न्योता देना, तब मैं तुझे जता दूंगा कि तुझ को क्या करना है; और जिस को मैं तुझे बताऊं उसी को मेरी ओर से अभिषेक करना। 
1 Samuel 16:4 तब शमूएल ने यहोवा के कहने के अनुसार किया, और बेतलहेम को गया। उस नगर के पुरनिये थरथराते हुए उस से मिलने को गए, और कहने लगे, क्या तू मित्रभाव से आया है कि नहीं? 
1 Samuel 16:5 उसने कहा, हां, मित्रभाव से आया हूं; मैं यहोवा के लिये यज्ञ करने को आया हूं; तुम अपने अपने को पवित्र कर के मेरे साथ यज्ञ में आओ। तब उसने यिशै और उसके पुत्रों को पवित्र कर के यज्ञ में आने का न्योता दिया। 
1 Samuel 16:6 जब वे आए, तब उसने एलीआब पर दृष्टि कर के सोचा, कि निश्चय जो यहोवा के साम्हने है वही उसका अभिषिक्त होगा। 
1 Samuel 16:7 परन्तु यहोवा ने शमूएल से कहा, न तो उसके रूप पर दृष्टि कर, और न उसके डील की ऊंचाई पर, क्योंकि मैं ने उसे अयोग्य जाना है; क्योंकि यहोवा का देखना मनुष्य का सा नहीं है; मनुष्य तो बाहर का रूप देखता है, परन्तु यहोवा की दृष्टि मन पर रहती है।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 59-61
  • 2 थिस्सलुनीकियों 3


गुरुवार, 19 अक्टूबर 2017

प्रार्थना का उत्तर


   हमारी बेटी 15 वर्ष की थी, जब वह घर से भाग गई; वह 3 सप्ताह से अधिक तक घर से बाहर रही। वे हमारे जीवन के सबसे लंबे 3 सप्ताह थे। हमने सब स्थानों पर उसे  ढूँढ़ा, मित्रों और न्याय-व्यवस्था संबंधित सरकारी महकमों की भी सहायाता ली। उन निराशा और परेशानी से भरे दिनों में मैंने और मेरी पत्नि ने प्रार्थना में परमेश्वर के सामने प्रतीक्षा करने के महत्व को समझा। हम अपनी सामर्थ्य और संसाधानों के अन्त पर पहुँच गए थे; अब परमेश्वर पर निर्भर रहने के अतिरिक्त हमारे पास और कुछ नहीं था।

   हमारी बेटी हमें पिताओं को आदर देने के लिए मनाए जाने वाले दिन, "फादर्स डे" पर मिली। हम रात्रि का भोजन करने के लिए एक भोजनालय में जा रहे थे, जब फोन की घंटी बजी। एक अन्य भोजनालय में कार्य करने वाली एक महिला वेटर ने उसे देखा था। जहाँ वह थी वह स्थान हम से थोड़ी सी ही दूर था; हम तुरंत वहाँ गए और बेटी को ले आए; शीघ्र ही वह सुरक्षित और स्वस्थ घर में थी।

   जब हम प्रार्थना करते हैं तो हमें प्रभु परमेश्वर की उपस्थिति में शान्त भी रहना होता है। हम नहीं जानते कि उसका उत्तर कब और कैसे आएगा, परन्तु हम सदा ही अपने हृदय को उसके सामने खोलकर रख सकते हैं। कभी-कभी उत्तर तब नहीं आते जब हम उन्हें चाहते हैं या उनकी आशा रखते हैं। कभी-कभी उत्तर आने से पहले परिस्थितियाँ और भी बिगड़ सकती हैं। परन्तु हमें सदा प्रयासरत बने रहना है, भरोसा करते रहना है, प्रार्थना में परमेश्वर से माँगते रहना है।

   प्रार्थना का उत्तर आने की प्रतीक्षा करना कभी सरल नहीं होता है, परन्तु उत्तर, जब भी वह आए, भला ही होता है, उस उत्तर के लिए वह प्रतीक्षा सदा उचित ही ठहरती है। परमेश्वर के वचन बाइबल में दाऊद ने अपने एक भजन में इस बात के लिए कहा: "और तेरे नाम के जानने वाले तुझ पर भरोसा रखेंगे, क्योंकि हे यहोवा तू ने अपने खोजियों को त्याग नहीं दिया" (भजन 9:10)। इसलिए प्रभु परमेश्वर के समक्ष प्रार्थना में खोजते रहें; उसपर भरोसा बनाए रखें; उससे माँगते रहें। उसका उत्तर अवश्य आएगा, भलाई के साथ आएगा। - जेम्स बैंक


प्रार्थना में बिताया गया समय, सदा ही भली-भांति बिताया गया समय होता है।

चुप हो जाओ, और जान लो, कि मैं ही परमेश्वर हूं। मैं जातियों में महान हूं, मैं पृथ्वी भर में महान हूं! - भजन 46:10

बाइबल पाठ: भजन 9:1-10
Psalms 9:1 हे यहोवा परमेश्वर मैं अपने पूर्ण मन से तेरा धन्यवाद करूंगा; मैं तेरे सब आश्चर्य कर्मों का वर्णन करूंगा। 
Psalms 9:2 मैं तेरे कारण आनन्दित और प्रफुल्लित होऊंगा, हे परमप्रधान, मैं तेरे नाम का भजन गाऊंगा।
Psalms 9:3 जब मेरे शत्रु पीछे हटते हैं, तो वे तेरे साम्हने से ठोकर खाकर नाश होते हैं। 
Psalms 9:4 क्योंकि तू ने मेरा न्याय और मुकद्दमा चुकाया है; तू ने सिंहासन पर विराजमान हो कर धर्म से न्याय किया। 
Psalms 9:5 तू ने अन्यजातियों को झिड़का और दुष्ट को नाश किया है; तू ने उनका नाम अनन्तकाल के लिये मिटा दिया है। 
Psalms 9:6 शत्रु जो है, वह मर गए, वे अनन्तकाल के लिये उजड़ गए हैं; और जिन नगरों को तू ने ढा दिया, उनका नाम वा निशान भी मिट गया है। 
Psalms 9:7 परन्तु यहोवा सदैव सिंहासन पर विराजमान है, उसने अपना सिंहासन न्याय के लिये सिध्द किया है; 
Psalms 9:8 और वह आप ही जगत का न्याय धर्म से करेगा, वह देश देश के लोगों का मुकद्दमा खराई से निपटाएगा।
Psalms 9:9 यहोवा पिसे हुओं के लिये ऊंचा गढ़ ठहरेगा, वह संकट के समय के लिये भी ऊंचा गढ़ ठहरेगा। 
Psalms 9:10 और तेरे नाम के जानने वाले तुझ पर भरोसा रखेंगे, क्योंकि हे यहोवा तू ने अपने खोजियों को त्याग नहीं दिया।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 56-58
  • 2 थिस्सलुनीकियों 2


बुधवार, 18 अक्टूबर 2017

महाराजा


   लंडन में स्थित वेस्टमिनिस्टर ऐब्बी (विशाल चर्च और उसके मैदान) की भव्य एतिहासिक पृष्ठभूमि है। दस्वीं शताब्दी में बेनेडिक्ट मठ के मठवासियों ने यहाँ परमेश्वर की दैनिक आराधना की प्रथा का आरंभ किया था, जो आज भी बना हुआ है। यह एब्बी अनेकों प्रसिध्द लोगों को दफनाने का स्थान भी रहा है; और सन 1066 से लेकर आज तक सभी अंग्रेज़ी सम्राटों का राज्याभिषेक यहीं पर होता आया है। राज्याभिषेक हुए उन सम्राटों में से 17 यहीं दफनाए भी गए हैं - जहाँ से उन सम्राटों का शासन आरंभ हुआ, फिर वहीं पर समाप्त भी हुआ।

   चाहे उनके दफनाया जाना कितना भी भव्य रहा हो, संसार के शासकों का उदय और अस्त होना चलता रहता है; वे जीते हैं और मर भी जाते हैं। परन्तु समस्त संसार के इतिहास में एकमात्र महाराजाधिराज यीशु ही है, जो एक बार मरा तो तथा परन्तु फिर तीसरे दिन फिर जी उठा, आज उसकी कब्र खाली है और वह जीवित है। अपने पृथ्वी पर प्रथम आगमन के समय उसे काँटों का मुकुट पहनाया गया और उसे ठट्ठों में उड़ाते हुए "यहूदियों का राजा" (यूहन्ना 19:3, 19) कहकर क्रूस पर लटा दिया गया। परन्तु वह तीसरे दिन म्रुतकों में से जी उठा और लोगों के बीच अपने आप को पृथ्वी पर 40 दिन तक जीवित प्रगट करता रहा।

   क्योंकि प्रभु यीशु मृत्यु पर जयवंत होकर जी उठा, हम मसीही विश्वासियों के लिए कब्र के बाद भी आशा है, उसके साथ अनन्त जीवन जीते रहने का आश्वासन है। प्रभु यीशु ने कहा, "यीशु ने उस से कहा, पुनरुत्थान और जीवन मैं ही हूं, जो कोई मुझ पर विश्वास करता है वह यदि मर भी जाए, तौभी जीएगा। और जो कोई जीवता है, और मुझ पर विश्वास करता है, वह अनन्तकाल तक न मरेगा" (यूहन्ना 11:25-26)।

   हम मसीही एक जीवित महाराजा के सेवक हैं! हम आज अपने जीवनों को उसकी आधीनता में, उसकी सेवकाई और महिमा के लिए समर्पित करें और उस आने वाले दिन की बाट जोहें जब "प्रभु हमारा परमेश्वर" (प्रकाशितवाक्य 19:6) अनन्तकाल के लिए राज्य करेगा। - बिल क्राउडर


प्रभु यीशु के मृतकों में से पुनरुत्थान  नें मत्यु को मार दिया।

इसलिये जब कि लड़के मांस और लोहू के भागी हैं, तो वह आप भी उन के समान उन का सहभागी हो गया; ताकि मृत्यु के द्वारा उसे जिसे मृत्यु पर शक्ति मिली थी, अर्थात शैतान को निकम्मा कर दे। और जितने मृत्यु के भय के मारे जीवन भर दासत्‍व में फंसे थे, उन्हें छुड़ा ले। - इब्रानियों 2:14-15

बाइबल पाठ: यूहन्ना 19:21-30
John 19:21 तब यहूदियों के महायाजकों ने पीलातुस से कहा, यहूदियों का राजा मत लिख परन्तु यह कि “उसने कहा, मैं यहूदियों का राजा हूं”। 
John 19:22 पीलातुस ने उत्तर दिया, कि मैं ने जो लिख दिया, वह लिख दिया।
John 19:23 जब सिपाही यीशु को क्रूस पर चढ़ा चुके, तो उसके कपड़े ले कर चार भाग किए, हर सिपाही के लिये एक भाग और कुरता भी लिया, परन्तु कुरता बिन सीवन ऊपर से नीचे तक बुना हुआ था: इसलिये उन्होंने आपस में कहा, हम इस को न फाडें, परन्तु इस पर चिट्ठी डालें कि वह किस का होगा। 
John 19:24 यह इसलिये हुआ, कि पवित्र शास्त्र की बात पूरी हो कि उन्होंने मेरे कपड़े आपस में बांट लिये और मेरे वस्‍त्र पर चिट्ठी डाली: सो सिपाहियों ने ऐसा ही किया। 
John 19:25 परन्तु यीशु के क्रूस के पास उस की माता और उस की माता की बहिन मरियम, क्‍लोपास की पत्‍नी और मरियम मगदलीनी खड़ी थी। 
John 19:26 यीशु ने अपनी माता और उस चेले को जिस से वह प्रेम रखता था, पास खड़े देखकर अपनी माता से कहा; हे नारी, देख, यह तेरा पुत्र है। 
John 19:27 तब उस चेले से कहा, यह तेरी माता है, और उसी समय से वह चेला, उसे अपने घर ले गया।
John 19:28 इस के बाद यीशु ने यह जानकर कि अब सब कुछ हो चुका; इसलिये कि पवित्र शास्त्र की बात पूरी हो कहा, मैं प्यासा हूं। 
John 19:29 वहां एक सिरके से भरा हुआ बर्तन धरा था, सो उन्होंने सिरके में भिगोए हुए इस्‍पंज को जूफे पर रखकर उसके मुंह से लगाया। 
John 19:30 जब यीशु ने वह सिरका लिया, तो कहा पूरा हुआ और सिर झुका कर प्राण त्याग दिए।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 53-55
  • 2 थिस्सलुनीकियों 1


मंगलवार, 17 अक्टूबर 2017

मार्ग


   मेरे साथ मछली पकड़ने जाने वाले एक मित्र ने मुझे एक पहाड़ी पर स्थित स्वच्छ पानी की झील और उसमें विद्यमान बड़ी ट्राउट मछलियों के बारे में बताया। उसने एक पेंसिल और नैपकिन लेकर मेरे लिए उस स्थान तक पहुँचने का नक्शा भी बनाकर दिया। कुछ सप्ताह के बाद मैंने अपने ट्रक में पेट्रोल भरवाया और उसके द्वारा दिए गए नक्शे के सहारे उस झील के लिए निकल पड़ा। उसके नक्शे ने मुझे ऐसी खराब सड़क पर डाल दिया, जैसी खराब सड़क पर मैंने अपने जीवन में कभी यात्रा नहीं की थी। वह लट्ठे काट कर लेजाने वाली गाड़ियों के लिए एक पुरानी सड़क थी जिसे जंगल काट कर बनाया गया था, और उसपर कभी ध्यान नहीं दिया गया था। सड़क अनेकों स्थान पर बह गई थी, लकड़ी के लट्ठे उस पर गिरे हुए पड़े थे, गाड़ियों के पहियों के गहरे निशान नालियों के समान बने हुए थे, और बड़े बड़े पत्थर उस पर पड़े हुए थे। इन सब पर अपना ट्रक चलाते हुए मेरी कमर दुःखने लगी और मेरे ट्रक के निचले भाग में निशान पड़ गए। मुझे उस झील तक पहुँचने के लिए आधा दिन लग गया, और मैं सोच रहा था कि मुझे ऐसी सड़क पर भेजने वाला क्या मेरा "मित्र" है?

   परन्तु गन्तव्य पर पहुँचकर जो दश्य देखा वह भव्य था, वह झील का दृश्य बहुत सुन्दर था और वहाँ मछलियाँ भी बहुत बड़ी और बेजोड़ थीं। मेरे मित्र ने वास्तव में मुझे सही स्थान पर भेजा था, और ऐसे मार्ग से भेजा जिसे मैं स्वयं भी अपने लिए चुन लेता, यदि मुझे मार्ग के अन्त पर मिलने वाले परिणाम का पहले से पता होता।

   परमेश्वर का वचन बाइबल हमें एक विश्वासयोग्य बात बताती है: "जो यहोवा की वाचा और चितौनियों को मानते हैं, उनके लिये उसके सब मार्ग करूणा और सच्चाई हैं" (भजन 25:10)। हमारे जीवन के लिए परमेश्वर द्वारा निर्धारित अनेकों मार्ग हमें ऊबड़-खाबड़, उबाऊ तथा कठिन लग सकते हैं; परन्तु वे सभी परमेश्वर के प्रेम और विश्वासयोग्यता के मार्ग हैं। जब हम अपनी जीवन यात्रा के अन्त पर पहुँचेंगे, तब ही हम वास्तविकता को पहचान पाएंगे और तब हम कहेंगे, "परमेश्वर द्वारा मेरे लिए निर्धारित मार्ग सर्वोत्तम और सही थे।" - डेविड रोपर


हमारे मार्गों में बाधाएँ हो सकती हैं, परन्तु परमेश्वर हमारा सच्चा मार्गदर्शक है।

यहोवा यों भी कहता है, सड़कों पर खडे हो कर देखो, और पूछो कि प्राचीनकाल का अच्छा मार्ग कौन सा है, उसी में चलो, और तुम अपने अपने मन में चैन पाओगे। पर उन्होंने कहा, हम उस पर न चलेंगे। - यिर्मयाह 6:16

बाइबल पाठ: भजन 25:4-11
Psalms 25:4 हे यहोवा अपने मार्ग मुझ को दिखला; अपना पथ मुझे बता दे। 
Psalms 25:5 मुझे अपने सत्य पर चला और शिक्षा दे, क्योंकि तू मेरा उद्धार करने वाला परमेश्वर है; मैं दिन भर तेरी ही बाट जोहता रहता हूं। 
Psalms 25:6 हे यहोवा अपनी दया और करूणा के कामों को स्मरण कर; क्योंकि वे तो अनन्तकाल से होते आए हैं। 
Psalms 25:7 हे यहोवा अपनी भलाई के कारण मेरी जवानी के पापों और मेरे अपराधों को स्मरण न कर; अपनी करूणा ही के अनुसार तू मुझे स्मरण कर।
Psalms 25:8 यहोवा भला और सीधा है; इसलिये वह पापियों को अपना मार्ग दिखलाएगा।
Psalms 25:9 वह नम्र लोगों को न्याय की शिक्षा देगा, हां वह नम्र लोगों को अपना मार्ग दिखलाएगा। 
Psalms 25:10 जो यहोवा की वाचा और चितौनियों को मानते हैं, उनके लिये उसके सब मार्ग करूणा और सच्चाई हैं।
Psalms 25:11 हे यहोवा अपने नाम के निमित्त मेरे अधर्म को जो बहुत हैं क्षमा कर।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 50-52
  • 1 थिस्सलुनीकियों 5


सोमवार, 16 अक्टूबर 2017

स्वर्ग में धन


   हमारे नए बने हुए घर को बिजली की तार लगाने में की गई कमियों और त्रुटियों ने जलाकर राख कर दिया, घंटे भर में ही घर के स्थान पर केवल राख का ढेर रह गया था। एक और समय पर जब हम चर्च से लौट कर अपने घर वापस आए तो हमने पाया कि कोई चोर घर में से कुछ सामान चुरा कर ले गया है।

   हमारे इस अपूर्ण संसार में, सांसारिक सम्पत्ति की हानि होना बहुत सामान्य है - गाड़ियाँ चोरी या दुर्घटनाग्रस्त हो जाती हैं, जहाज़ डूब जाते हैं, इमारतें ढह जाती हैं, बाढ़ से घर और सामान बह जाते हैं, व्यक्तिगत सामान चोरी हो जाता है। यह सब प्रभु यीशु मसीह की सांसारिक धन में भरोसा न रखने की शिक्षा (मत्ती 6:19) को बहुत अर्थपूर्ण बना देता है।

   प्रभु यीशु मसीह ने सांसारिक धन की बजाए स्वर्ग में धन के महत्व को समझाने के लिए एक नीतिकथा सुनाई; एक मनुष्य ने बहुत लाभ कमाया और उस धन पर भरोसा रखते हुए अपने भविष्य को सुनिश्चित मान लिया (लूका 12:16-21); उस व्यक्ति ने अपने आप से कहा, "...प्राण, तेरे पास बहुत वर्षों के लिये बहुत संपत्ति रखी है; चैन कर, खा, पी, सुख से रह"। परन्तु परमेश्वर ने उससे कहा कि उसी रात उसे सब कुछ छोड़ कर जाना पड़ेगा; तब उसके पास क्या रह जाएगा? इस कहानी का निष्कर्ष देते हुए प्रभु यीशु ने कहा, "ऐसा ही वह मनुष्य भी है जो अपने लिये धन बटोरता है, परन्तु परमेश्वर की दृष्टि में धनी नहीं" (लूका 12:21)।

   सांसारिक सम्पत्ति नश्वर है, अस्थायी है। कुछ भी ऐसा नहीं है जो सदा बना रहे, सिवाए उसके जो हम परमेश्वर की इच्छा और मार्गदर्शन में दूसरों की भलाई के लिए करते हैं। स्वर्ग में धन एकत्रित करने (मत्ती 6:20) के कुछ उपाए हैं, अपने समय और संसाधनों में से प्रभु यीशु में पाप क्षमा और उद्धार के सुसमाचार के प्रचार के लिए देना, उनकी सुधि लेना जो अकेले हैं, जो आवश्यकता में हैं उनकी सहायता करना; इत्यादि। स्वर्ग में एकत्रित धन ही अविनाशी और सच्चा धन है। - लॉरेंस दरमानी


हमारा असली धन वह है जो संसार में रहते हुए 
हम आने वाले अनन्त काल के लिए निवेश करते हैं।

इसलिये पहिले तुम उसे राज्य और धर्म की खोज करो तो ये सब वस्तुएं भी तुम्हें मिल जाएंगी। - मत्ती 6:33

बाइबल पाठ: मत्ती 6:19-24
Matthew 6:19 अपने लिये पृथ्वी पर धन इकट्ठा न करो; जहां कीड़ा और काई बिगाड़ते हैं, और जहां चोर सेंध लगाते और चुराते हैं। 
Matthew 6:20 परन्तु अपने लिये स्वर्ग में धन इकट्ठा करो, जहां न तो कीड़ा, और न काई बिगाड़ते हैं, और जहां चोर न सेंध लगाते और न चुराते हैं। 
Matthew 6:21 क्योंकि जहां तेरा धन है वहां तेरा मन भी लगा रहेगा। 
Matthew 6:22 शरीर का दिया आंख है: इसलिये यदि तेरी आंख निर्मल हो, तो तेरा सारा शरीर भी उजियाला होगा। 
Matthew 6:23 परन्तु यदि तेरी आंख बुरी हो, तो तेरा सारा शरीर भी अन्धियारा होगा; इस कारण वह उजियाला जो तुझ में है यदि अन्धकार हो तो वह अन्धकार कैसा बड़ा होगा। 
Matthew 6:24 कोई मनुष्य दो स्‍वामियों की सेवा नहीं कर सकता, क्योंकि वह एक से बैर ओर दूसरे से प्रेम रखेगा, वा एक से मिला रहेगा और दूसरे को तुच्‍छ जानेगा; “तुम परमेश्वर और धन दोनों की सेवा नहीं कर सकते”।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 47-49
  • 1 थिस्सलुनीकियों 4


रविवार, 15 अक्टूबर 2017

मार्गदर्शन


   एक शताब्दी पूर्व, 41 वर्षीय ऑस्वौल्ड चैम्बर्स, प्रथम विश्व-युद्ध के समय में मिस्त्र में स्थित ब्रिटिश राष्ट्रमण्डल सेनाओं में YMCA की ओर से पादरी का कार्य करने के लिए पहुँचे। उन्हें मिस्त्र की राजधानी काइरो से 6 मील उत्तर में स्थित एक शिविर में नियुक्त किया गया। वहाँ बिताई अपनी पहली रात में चैम्बर्स ने अपनी डायरी में लिखा, "यह इलाका बिलकुल मरुभूमि है, सैनिकों के हृदयों में भी, और मनुष्यों के लिए अद्भुत सुअवसर है। ऐसा मैंने पहले कभी नहीं देखा या अनुभव किया है। मैं बड़ी रुचि के साथ उन नई बातों की ओर देख रहा हूँ जो परमेश्वर यहाँ करने जा रहा है।"

   चैम्बर्स परमेश्वर के वचन बाइबल में नीतिवचन 3:5-6 की बात: "तू अपनी समझ का सहारा न लेना, वरन सम्पूर्ण मन से यहोवा पर भरोसा रखना। उसी को स्मरण कर के सब काम करना, तब वह तेरे लिये सीधा मार्ग निकालेगा" पर विश्वास रखता था, और उसका पालन करता था। ऐसा करना चुनौतीपूर्ण भी है और शान्तिदायक भी। यह जानने और मानने में कि परमेश्वर प्रतिदिन हमारा मार्गदर्शन करेगा, सुरक्षा है; परन्तु हमें अपनी योजनाओं से इतना आसक्त नहीं हो जाना चाहिए कि हम परमेश्वर के द्वारा दिए जाने वाले मार्गदर्शन के पुनःनिर्देशनों की तथा किसी कार्य को करने के उसके समय की अवहेलना करने लगें।

   चैम्बर्स ने कहा, "हमें कोई अधिकार नहीं है कि हम पूर्वनिर्धारण कर के बैठ जाएं कि परमेश्वर को हमें कहाँ रखना चाहिए, या करने के लिए क्या कार्य देना चाहिए। परमेश्वर ही हमारे लिए हर योजना बनाता है। वह हमें जहाँ भी रखे, जिस बात के लिए भी हमारा मार्गदर्शन करे, हमारा लक्ष्य बस पूरे मन से उसके प्रति समर्पित रहना और उस कार्य को पूरी लगन एवं निष्ठा के साथ पूरा करना है।" - डेविड मैक्कैसलैण्ड


जब हम परमेश्वर पर भरोसा बनाए रखते हैं, 
तो वह हमारा मार्गदर्शन भी करता जाता है।

क्योंकि यहोवा की यह वाणी है, कि जो कल्पनाएं मैं तुम्हारे विषय करता हूँ उन्हें मैं जानता हूँ, वे हानि की नहीं, वरन कुशल ही की हैं, और अन्त में तुम्हारी आशा पूरी करूंगा। - यिर्मयाह 29:11

बाइबल पाठ: नीतिवचन 3:1-8
Proverbs 3:1 हे मेरे पुत्र, मेरी शिक्षा को न भूलना; अपने हृदय में मेरी आज्ञाओं को रखे रहना; 
Proverbs 3:2 क्योंकि ऐसा करने से तेरी आयु बढ़ेगी, और तू अधिक कुशल से रहेगा। 
Proverbs 3:3 कृपा और सच्चाई तुझ से अलग न होने पाएं; वरन उन को अपने गले का हार बनाना, और अपनी हृदय रूपी पटिया पर लिखना। 
Proverbs 3:4 और तू परमेश्वर और मनुष्य दोनों का अनुग्रह पाएगा, तू अति बुद्धिमान होगा।
Proverbs 3:5 तू अपनी समझ का सहारा न लेना, वरन सम्पूर्ण मन से यहोवा पर भरोसा रखना। 
Proverbs 3:6 उसी को स्मरण कर के सब काम करना, तब वह तेरे लिये सीधा मार्ग निकालेगा। 
Proverbs 3:7 अपनी दृष्टि में बुद्धिमान न होना; यहोवा का भय मानना, और बुराई से अलग रहना। 
Proverbs 3:8 ऐसा करने से तेरा शरीर भला चंगा, और तेरी हड्डियां पुष्ट रहेंगी।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 45-46
  • 1 थिस्सलुनीकियों 3


शनिवार, 14 अक्टूबर 2017

भरोसा


   जनवरी 1915 में, एन्डयोरेंस नामक जलपोत अन्टारिकटिका के तट के निकट बर्फ में फंसकर नष्ट हो गया। उस जलपोत में सवार, अर्नेस्ट शैकलटन के नेतृत्व में दक्षिणी ध्रुव पर खोज करने आए लोगों का दल, बचने के लिए तीन छोटी नौकाओं में होकर एलीफेंट द्वीप पहुँचा। अब वे एक ऐसे निर्जन द्वीप पर फंस गए थे जो सामान्य व्यापारी जल मार्गों से दूर स्थित था। उनके पास एक ही आशा थी; 24 अप्रैल 1916 को 22 लोगों के सामने शैकलटन और उसके पाँच साथी, एक छोटी नौका पर 800 मील दूर स्थित एक अन्य द्वीप, साऊथ जौर्जिया, के लिए निकल पड़े। परिस्थितियाँ और संभावनाएं असंभव प्रतीत होती थीं, और यदि वे नाविक अपने इस प्रयास में विफल हो जाते तो सभी की मृत्यु निश्चित थी। सोचिए वह कितने आनन्द का समय था, जब चार माह से भी अधिक समय के बाद एलीफेंट द्वीप पर प्रतीक्षा कर रहे उन 22 लोगों ने क्षितिज पर एक नौका को आते देखा और उस नौका में सबसे आगे शैकलटन खड़े थे, और ऊँची आवाज़ में पूछ रहे थे, "क्या आप सब ठीक हैं?" और द्वीप से उत्तर मिला, "सब ठीक! सब सुरक्षित!"

   उन लोगों को इतने महीनों तक एक साथ और सुरक्षित तथा जीवित किस बात ने रखा? एक व्यक्ति में रखे गए भरोसे ने; उन्हें विश्वास था कि शैकलटन उन्हें बचाने के लिए कोई न कोई उपाय अवश्य निकाल लेंगे।

   भरोसे और आशा का इस मानवीय उदाहरण में, परमेश्वर के वचन बाइबल में, इब्रानियों 11 में दिए गए विश्वास के नायकों के भरोसे की गूँज है। इन नायकों के "विश्वास आशा की हुई वस्‍तुओं का निश्‍चय, और अनदेखी वस्‍तुओं का प्रमाण है" (इब्रानियों 11:1) में भरोसे ने उन्हें बड़ी कठिनाईयों और परीक्षाओं में भी परमेश्वर में अपने विश्वास में स्थिर बनाए रखा।

   आज जब हम अपने जीवन की परिस्थितियों और कठिनाईयों की ओर देखते हैं, तो उनसे अभिभूत होकर हताश न हो जाएं। हम अपने उद्धारकर्ता प्रभु यीशु मसीह पर अपने भरोसे में दृढ़ बने रहें - वह अपने वायदे के अनुरूप सदा हमारी भलाई के लिए कार्यरत रहता है। - रैंडी किल्गोर


हमारे सबसे अन्धकारमय दिन में भी, प्रभु यीशु में आशा तेज़ी से चमकती रहती है।

और हम जानते हैं, कि जो लोग परमेश्वर से प्रेम रखते हैं, उन के लिये सब बातें मिलकर भलाई ही को उत्पन्न करती है; अर्थात उन्हीं के लिये जो उस की इच्छा के अनुसार बुलाए हुए हैं। - रो्मियों 8:28

बाइबल पाठ: इब्रानियों 11:8-16
Hebrews 11:8 विश्वास ही से इब्राहीम जब बुलाया गया तो आज्ञा मानकर ऐसी जगह निकल गया जिसे मीरास में लेने वाला था, और यह न जानता था, कि मैं किधर जाता हूं; तौभी निकल गया। 
Hebrews 11:9 विश्वास ही से उसने प्रतिज्ञा किए हुए देश में जैसे पराए देश में परदेशी रह कर इसहाक और याकूब समेत जो उसके साथ उसी प्रतिज्ञा के वारिस थे, तम्बूओं में वास किया। 
Hebrews 11:10 क्योंकि वह उस स्थिर नेव वाले नगर की बाट जोहता था, जिस का रचने वाला और बनाने वाला परमेश्वर है। 
Hebrews 11:11 विश्वास से सारा ने आप बूढ़ी होने पर भी गर्भ धारण करने की सामर्थ पाई; क्योंकि उसने प्रतिज्ञा करने वाले को सच्चा जाना था। 
Hebrews 11:12 इस कारण एक ही जन से जो मरा हुआ सा था, आकाश के तारों और समुद्र के तीर के बालू के समान, अनगिनित वंश उत्पन्न हुआ।
Hebrews 11:13 ये सब विश्वास ही की दशा में मरे; और उन्होंने प्रतिज्ञा की हुई वस्तुएं नहीं पाईं; पर उन्हें दूर से देखकर आनन्‍दित हुए और मान लिया, कि हम पृथ्वी पर परदेशी और बाहरी हैं। 
Hebrews 11:14 जो ऐसी ऐसी बातें कहते हैं, वे प्रगट करते हैं, कि स्‍वदेश की खोज में हैं। 
Hebrews 11:15 और जिस देश से वे निकल आए थे, यदि उस की सुधि करते तो उन्हें लौट जाने का अवसर था। 
Hebrews 11:16 पर वे एक उत्तम अर्थात स्‍वर्गीय देश के अभिलाषी हैं, इसी लिये परमेश्वर उन का परमेश्वर कहलाने में उन से नहीं लजाता, सो उसने उन के लिये एक नगर तैयार किया है।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 43-44
  • 1 थिस्सलुनीकियों 2


शुक्रवार, 13 अक्टूबर 2017

साथ


   उत्तरी अमेरिका के मूल-विवासियों की एक प्राचीन कहानी है; कबीले की प्रथा के अनुसार, उसके साहस की परीक्षा के लिए, एक युवक को शरद ऋतु की एक रात अकेले जंगल में बिताने के लिए भेजा गया। संध्या को वह घर से निकला और जंगल में चला गया। शीघ्र ही अन्धेरा हो गया, रात्रि की आवाज़ें जंगल में आने लगीं। कहीं पेड़ चरमरा रहे थे तो कभी हवा से पत्ते सरसरा रहे थे; रात्रि में विचरण करने वाले विभिन्न जान्वरों और पक्षियों की आवाज़ें आ रहीं थीं। वह युवक भयभीत तो था किंतु फिर भी दृढ़ता से डटा रहा, जैसी कि उसकी परीक्षा की आवश्यकता थी। अन्ततः प्रातः हुई, और आकाश के प्रकाशमान होने के साथ ही उसने देखा कि एक और व्यक्ति भी उसके निकट ही था; सारी रात उसके दादा वहीं उसके पास डटे रहे थे, उसका ध्यान रख रहे थे।

   परमेश्वर के वचन बाइबल के एक प्रमुख पात्र मूसा ने जंगल में एकान्त में एक चकित करने वाला दृष्य देखा, एक झाड़ी जल तो रही थी परन्तु भस्म नहीं हो रही थी। जब वह निकट गया तो उसने परमेश्वर की आवाज़ सुनी; परमेश्वर उसे मिस्त्र में जाकर इस्त्राएलियों को क्रूर दासत्व से छुड़ाकर लाने के लिए कह रहा था। अनिच्छुक मूसा ने बच निकलने के लिए परमेश्वर से प्रश्न करने आरंभ किए: अपने भय के कारण मूसा ने कहा, "मैं हूँ कौन, कि मैं जाऊँ?" परमेश्वर ने उत्तर दिया, "मैं तेरे साथ रहूँगा।" मूसा ने फिर कहा, "मान लो मैं जाकर कहता हूँ, ’तुम्हारे पित्रों के परमेश्वर ने मुझे भेजा है’, और वे मुझसे पूछें, ’अच्छा! तो भला उसका नाम क्या है?’ तो मैं उन्हें क्या उत्तर दूँगा?" परमेश्वर ने उत्तर दिया, "उनसे कहना, ’मैं जो हूँ सो हूँ’...उनसे कहना, मैं जो हूँ सो हूँ ने मुझे भेजा है" (निर्गमन 31:1-14)।

   वाक्यांश, ’मैं जो हूँ सो हूँ’ को ’मैं जो होऊँगा सो होऊँगा’ भी लिखा जा सकता है, और यह परमेश्वर के अनन्त और हर बात, हर परिस्थिति, हर आवश्यकता के लिए पूर्णतः पर्याप्त चरित्र को दिखाता है। परमेश्वर का सदा ही वायदा रहा है कि वह अपने लोगों के साथ, उनके जिन्होंने प्रभु यीशु पर विश्वास किया है, बना रहेगा। चाहे जीवन की परिस्थितियाँ कितनी भी भयावह, कठिन या अन्धकारमय क्यों न लगें, हमारा अदृश्य परमेश्वर पिता सदा हमारे साथ और हमारे निकट बना रहता है। वह हमारी प्रत्येक आवश्यकता के लिए उप्युक्त उत्तर देने को सदा उपलब्ध रहता है। - डेव एग्नर


अपने बच्चों के जीवन में परमेश्वर सदा उपस्थित तथा कार्यरत रहता है।

तुम्हारा स्‍वभाव लोभरिहत हो, और जो तुम्हारे पास है, उसी पर संतोष किया करो; क्योंकि उसने आप ही कहा है, कि मैं तुझे कभी न छोडूंगा, और न कभी तुझे त्यागूंगा। इसलिये हम बेधड़क हो कर कहते हैं, कि प्रभु, मेरा सहायक है; मैं न डरूंगा; मनुष्य मेरा क्या कर सकता है। - इब्रानियों 13:5-6

बाइबल पाठ: निर्गमन 3:1-14
Exodus 3:1 मूसा अपने ससुर यित्रो नाम मिद्यान के याजक की भेड़-बकरियों को चराता था; और वह उन्हें जंगल की परली ओर होरेब नाम परमेश्वर के पर्वत के पास ले गया। 
Exodus 3:2 और परमेश्वर के दूत ने एक कटीली झाड़ी के बीच आग की लौ में उसको दर्शन दिया; और उसने दृष्टि उठा कर देखा कि झाड़ी जल रही है, पर भस्म नहीं होती। 
Exodus 3:3 तब मूसा ने सोचा, कि मैं उधर फिरके इस बड़े अचम्भे को देखूंगा, कि वह झाड़ी क्यों नहीं जल जाती। 
Exodus 3:4 जब यहोवा ने देखा कि मूसा देखने को मुड़ा चला आता है, तब परमेश्वर ने झाड़ी के बीच से उसको पुकारा, कि हे मूसा, हे मूसा। मूसा ने कहा, क्या आज्ञा। 
Exodus 3:5 उसने कहा इधर पास मत आ, और अपने पांवों से जूतियों को उतार दे, क्योंकि जिस स्थान पर तू खड़ा है वह पवित्र भूमि है। 
Exodus 3:6 फिर उसने कहा, मैं तेरे पिता का परमेश्वर, और इब्राहीम का परमेश्वर, इसहाक का परमेश्वर, और याकूब का परमेश्वर हूं। तब मूसा ने जो परमेश्वर की ओर निहारने से डरता था अपना मुंह ढ़ांप लिया। 
Exodus 3:7 फिर यहोवा ने कहा, मैं ने अपनी प्रजा के लोग जो मिस्र में हैं उनके दु:ख को निश्चय देखा है, और उनकी जो चिल्लाहट परिश्रम कराने वालों के कारण होती है उसको भी मैं ने सुना है, और उनकी पीड़ा पर मैं ने चित्त लगाया है; 
Exodus 3:8 इसलिये अब मैं उतर आया हूं कि उन्हें मिस्रियों के वश से छुड़ाऊं, और उस देश से निकाल कर एक अच्छे और बड़े देश में जिस में दूध और मधु की धारा बहती है, अर्थात कनानी, हित्ती, एमोरी, परिज्जी, हिव्वी, और यबूसी लोगों के स्थान में पहुंचाऊं। 
Exodus 3:9 सो अब सुन, इस्राएलियों की चिल्लाहट मुझे सुनाई पड़ी है, और मिस्रियों का उन पर अन्धेर करना भी मुझे दिखाई पड़ा है, 
Exodus 3:10 इसलिये आ, मैं तुझे फिरौन के पास भेजता हूं कि तू मेरी इस्राएली प्रजा को मिस्र से निकाल ले आए। 
Exodus 3:11 तब मूसा ने परमेश्वर से कहा, मैं कौन हूं जो फिरौन के पास जाऊं, और इस्राएलियों को मिस्र से निकाल ले आऊं? 
Exodus 3:12 उसने कहा, निश्चय मैं तेरे संग रहूंगा; और इस बात का कि तेरा भेजने वाला मैं हूं, तेरे लिये यह चिन्ह होगा कि जब तू उन लोगों को मिस्र से निकाल चुके तब तुम इसी पहाड़ पर परमेश्वर की उपासना करोगे। 
Exodus 3:13 मूसा ने परमेश्वर से कहा, जब मैं इस्राएलियों के पास जा कर उन से यह कहूं, कि तुम्हारे पित्रों के परमेश्वर ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है, तब यदि वे मुझ से पूछें, कि उसका क्या नाम है? तब मैं उन को क्या बताऊं? 
Exodus 3:14 परमेश्वर ने मूसा से कहा, मैं जो हूं सो हूं। फिर उसने कहा, तू इस्राएलियों से यह कहना, कि जिसका नाम मैं हूं है उसी ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 41-42
  • 1 थिस्सलुनीकियों 1


गुरुवार, 12 अक्टूबर 2017

चिन्ता


   एक व्यक्ति को हर बात के लिए सदा चिन्ता करते रहने की आदत थी। फिर एक दिन उसके मित्रों ने उसे प्रसन्नचित और तनावमुक्त होकर सीटी बजाते हुए देखा। उन्होंने आश्चर्यचकित होकर उससे पूछा, "क्या हो गया?" उसने उत्तर दिया, अब मैंने अपनी चिन्ताएं करने के लिए किसी को नौकरी पर रख लिया है, और वही मेरी सभी चिन्ताएं किया करेगा। मित्रों ने पूछा, "इसके लिए तुम उसे कितनी तनख्वाह दे रहे हो?" तो व्यक्ति ने उत्तर दिया, "दो हज़ार डॉलर प्रति सप्ताह!" मित्रों फिर चकित होकर उससे पूछा, "वाह! लेकिन क्या तुम इतना दे सकते हो? इतनी बड़ी रकम उसे कैसे देने पाओगे?" तो उस व्यक्ति का उत्तर था, "मैं दे तो नहीं सकता हूँ; लेकिन कैसे दे पाऊँगा, इसकी चिन्ता करना अब उसका काम है!"

   वस्तविक जीवन में तनाव के समाधान के लिए यह हास्यस्पद विधि काम नहीं करती है; परन्तु हम मसीही विश्वासियों के लिए, क्योंकि हम परमेश्वर की सन्तान हैं, परमेश्वर ने हमारे लिए प्रावधान किया है कि हम अपनी सारी चिन्ताएं उसे सौंप सकते हैं जो सब कुछ को सदा नियंत्रण में रखता और संभालता है, विशेषकर तब जब हमें लगता है कि कुछ भी नियंत्रण में नहीं है।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में यशायाह भविष्यद्वक्ता की पुस्तक हमें स्मरण करवाती है कि परमेश्वर सितारों को भी गिन-गिनकर निकालता है, और उन सबको नाम ले लेकर बुलाता है; "अपनी आंखें ऊपर उठा कर देखो, किस ने इन को सिरजा? वह इन गणों को गिन गिनकर निकालता, उन सब को नाम ले ले कर बुलाता है? वह ऐसा सामर्थी और अत्यन्त बली है कि उन में के कोई बिना आए नहीं रहता" (यशायाह 40:25-26)। और जैसे परमेश्वर सितारों को उनके नाम से जानता है, वैसे ही वह हमें भी व्यक्तिगत रीति से जानता है, और हम उसकी ध्यानपूर्वक देख-रेख में सदा बने रहते हैं (यशायाह 40:27)।

   यदि हम किसी बात के लिए चिन्ता करने की प्रवृत्ति रखते हैं तो उसे प्रभु परमेश्वर को सौंप सकते हैं। वह कभी थकता नहीं है जिससे हमारा ध्यान न रख सके। उसके पास सारी बुध्दिमता और सामर्थ्य है जिसका उपयोग वह हमारे लिए करना चाहता है। वह पवित्र परमेश्वर जो सितारों को संचालित करता है, वही हमें अपनी बाहों में भर कर भी रखता है; इसलिए हमें चिन्ता करने की कोई आवश्यकता नहीं है; अपने सारी चिन्ता उसी पर डाल दें। - पोह फैंग चिया


जहाँ विश्वास आरंभ होता है, चिन्ता वहीं पर समाप्त होती है।

अपना बोझ यहोवा पर डाल दे वह तुझे सम्भालेगा; वह धर्मी को कभी टलने न देगा। - भजन 55:22

बाइबल पाठ: यशायाह 40:25-31
Isaiah 40:25 सो तुम मुझे किस के समान बताओगे कि मैं उसके तुल्य ठहरूं? उस पवित्र का यही वचन है। 
Isaiah 40:26 अपनी आंखें ऊपर उठा कर देखो, किस ने इन को सिरजा? वह इन गणों को गिन गिनकर निकालता, उन सब को नाम ले ले कर बुलाता है? वह ऐसा सामर्थी और अत्यन्त बली है कि उन में के कोई बिना आए नहीं रहता।
Isaiah 40:27 हे याकूब, तू क्यों कहता है, हे इस्राएल तू क्यों बोलता है, मेरा मार्ग यहोवा से छिपा हुआ है, मेरा परमेश्वर मेरे न्याय की कुछ चिन्ता नहीं करता? 
Isaiah 40:28 क्या तुम नहीं जानते? क्या तुम ने नहीं सुना? यहोवा जो सनातन परमेश्वर और पृथ्वी भर का सिरजनहार है, वह न थकता, न श्रमित होता है, उसकी बुध्दि अगम है। 
Isaiah 40:29 वह थके हुए को बल देता है और शक्तिहीन को बहुत सामर्थ देता है। 
Isaiah 40:30 तरूण तो थकते और श्रमित हो जाते हैं, और जवान ठोकर खाकर गिरते हैं; 
Isaiah 40:31 परन्तु जो यहोवा की बाट जोहते हैं, वे नया बल प्राप्त करते जाएंगे, वे उकाबों के समान उड़ेंगे, वे दौड़ेंगे और श्रमित न होंगे, चलेंगे और थकित न होंगे।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 39-40
  • कुलुस्सियों 4


बुधवार, 11 अक्टूबर 2017

जाँच


   स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं को गंभीर होने से पहले ही पकड़ लेने के लिए चिकित्सक नियमित शारीरिक जाँच की सलाह देते हैं। हम यही कार्य अपने आत्मिक स्वास्थ्य के लिए भी कर सकते हैं, परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रभु यीशु द्वारा बताई गई महान आज्ञाओं (मरकुस 12:29-31) पर आधारित कुछ प्रश्नों के उत्तर देने के द्वारा; जैसे कि:

*क्योंकि पहले उस ने मुझसे प्रेम किया है, इसलिए क्या मैं भी परमेश्वर से अपने सारे मन से प्रेम करता हूँ? मेरे अन्दर क्या अधिक प्रबल रहता है, सांसारिक लाभ, या मसीह यीशु में मेरे लिए रखे गए खज़ाने? (कुलुस्सियों 3:1) प्रभु चाहता है कि उसकी शान्ति हमारे हृदयों में राज्य करे।

*क्या मैं परमेश्वर से अपनी सारे प्राण से प्रेम करता हूँ? क्या मैं परमेश्वर की वाणी को सुनता हूँ जो मुझे बताती है कि मैं कौन हूँ? क्या मैं स्वार्थी अभिलाषाओं से दूर हटता जा रहा हूँ? (कुलुस्सियों 3:5) क्या मैं और अधिक दयालु, कृपालु, नम्र, सुशील, और धीरजवन्त बनता जा रहा हूँ? (कुलुस्सियों 3:12)

*क्या मैं परमेश्वर से अपनी सारी बुध्दि से प्रेम करता हूँ? क्या मैं उसके पुत्र प्रभु यीशु मसीह के साथ अपने संबंध के प्रति सचेत रहता हूँ, या मैं अपनी बुध्दि को इधर-उधर भटकने देता हूँ? (कुलुस्सियों 3:2) मेरे विचार क्या उत्पन्न करते हैं, समस्याएं या समाधान? एकता या फूट? क्षमा या प्रतिशोध? (कुलुस्सियों 3:13)

*क्या मैं परमेश्वर से अपनी सारी शक्ति से प्रेम करता हूँ? क्या मैं कमज़ोर दिखने के लिए राज़ी रहता हूँ जिससे परमेश्वर को अपनी सामर्थ्य मुझमें होकर दिखाने का अवसर मिले? (कुलुस्सियों 3:2) क्या मैं उसके आत्मा के द्वारा सामर्थी होने के लिए उसके अनुग्रह पर निर्भर रहता हूँ?

   जब हम "मसीह के वचन को अपने हृदय में अधिकाई से बसने देंगे" (कुलुस्सियों 3:16), तो जैसे जैसे हम आत्मिक रीति से योग्य और उसके लिए उपयोगी बनते जाएंगे, वह हमें एक दूसरे को उभारने, सुधारने और उन्नत करने के लिए संसाधन और समझ-बूझ प्रदान करता चला जाएगा। - जूली ऐकैरमैन लिंक


आत्मिक रीति से स्वस्थ होने के लिए, 
परमेश्वर के वचन का भोजन तथा अपने विश्वास का अभ्यास करें।

यीशु ने उसे उत्तर दिया, सब आज्ञाओं में से यह मुख्य है; हे इस्राएल सुन; प्रभु हमारा परमेश्वर एक ही प्रभु है। और तू प्रभु अपने परमेश्वर से अपने सारे मन से और अपने सारे प्राण से, और अपनी सारी बुध्दि से, और अपनी सारी शक्ति से प्रेम रखना। और दूसरी यह है, कि तू अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम रखना: इस से बड़ी और कोई आज्ञा नहीं। - मरकुस 12:29-31

बाइबल पाठ: कुलुस्सियों 3:1-14
Colossians 3:1 सो जब तुम मसीह के साथ जिलाए गए, तो स्‍वर्गीय वस्‍तुओं की खोज में रहो, जहां मसीह वर्तमान है और परमेश्वर के दाहिनी ओर बैठा है। 
Colossians 3:2 पृथ्वी पर की नहीं परन्तु स्‍वर्गीय वस्‍तुओं पर ध्यान लगाओ। 
Colossians 3:3 क्योंकि तुम तो मर गए, और तुम्हारा जीवन मसीह के साथ परमेश्वर में छिपा हुआ है। 
Colossians 3:4 जब मसीह जो हमारा जीवन है, प्रगट होगा, तब तुम भी उसके साथ महिमा सहित प्रगट किए जाओगे। 
Colossians 3:5 इसलिये अपने उन अंगो को मार डालो, जो पृथ्वी पर हैं, अर्थात व्यभिचार, अशुद्धता, दुष्‍कामना, बुरी लालसा और लोभ को जो मूर्ति पूजा के बराबर है। 
Colossians 3:6 इन ही के कारण परमेश्वर का प्रकोप आज्ञा न मानने वालों पर पड़ता है। 
Colossians 3:7 और तुम भी, जब इन बुराइयों में जीवन बिताते थे, तो इन्‍हीं के अनुसार चलते थे। 
Colossians 3:8 पर अब तुम भी इन सब को अर्थात क्रोध, रोष, बैरभाव, निन्‍दा, और मुंह से गालियां बकना ये सब बातें छोड़ दो। 
Colossians 3:9 एक दूसरे से झूठ मत बोलो क्योंकि तुम ने पुराने मनुष्यत्‍व को उसके कामों समेत उतार डाला है। 
Colossians 3:10 और नए मनुष्यत्‍व को पहिन लिया है जो अपने सृजनहार के स्‍वरूप के अनुसार ज्ञान प्राप्त करने के लिये नया बनता जाता है। 
Colossians 3:11 उस में न तो यूनानी रहा, न यहूदी, न खतना, न खतनारिहत, न जंगली, न स्‍कूती, न दास और न स्‍वतंत्र: केवल मसीह सब कुछ और सब में है।
Colossians 3:12 इसलिये परमेश्वर के चुने हुओं के समान जो पवित्र और प्रिय हैं, बड़ी करूणा, और भलाई, और दीनता, और नम्रता, और सहनशीलता धारण करो। 
Colossians 3:13 और यदि किसी को किसी पर दोष देने को कोई कारण हो, तो एक दूसरे की सह लो, और एक दूसरे के अपराध क्षमा करो: जैसे प्रभु ने तुम्हारे अपराध क्षमा किए, वैसे ही तुम भी करो। 
Colossians 3:14 और इन सब के ऊपर प्रेम को जो सिद्धता का कटिबन्‍ध है बान्‍ध लो।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 37-38
  • कुलुस्सियों 3